205571
राउल्ट के नियमानुसार सही अणु द्रव्यमान का निर्धारण लागू होता है
1 विलयन में विद्युत-अपघट्य
2 तनु विलयन में विद्युत-अनअपघट्य
3 सान्द्र विलयन में विद्युत-अनअपघट्य
4 द्रव विलायक में विद्युत-अपघट्य
Explanation:
as Raoult's law is applicable for a dilute solution having non-electrolyte solute. thus, the determination of correct molecular mass from Raoult's law is applicable to a non-electrolyte in a dilute solution.
02. SOLUTIONS (HM)
205572
यदि दो पदार्थ और है जिनका विलयन में मोल प्रभाज है। तब, वाष्प अवस्था में का मोल प्रभाज होगा
1
2
3
4
Explanation:
(d)वाष्प अवस्था में, घटक के मोल प्रभाज और आदर्श विलयन का कुल वाष्पदाब के बीच में सम्बन्ध है
02. SOLUTIONS (HM)
205573
एक विलयन में शुष्क वायु प्रवाहित की जाती है जिसमें विलेय के ग्राम और जल के ग्राम हैं और फिर इसे शुद्ध जल में से गुजारते हैं। तब विलयन के भार में कमी (भारानुसार ग्राम) आती है और शुद्ध विलायक के भार में ग्राम की कमी आती है। विलेय के अणुभार की गणना करो
1
2
3
4
Explanation:
(c)विलयन के भार में अवनमन विलयन दाब विलायक के भार में अवनमन ( vapour pressure of pure solvent)
02. SOLUTIONS (HM)
205574
निम्न में से कौनसा द्रव का जोड़ा राउल्ट के नियम से धनात्मक विचलन दर्शाता है
1 जल - नाइट्रिक अम्ल
2 बेन्जीन - मेथेनॉल
3 जल - हाइड्रोक्लोरिक अम्ल
4 एसीटोन -क्लोरोफॉर्म
Explanation:
(b)विलयन में धनात्मक प्रकार का विचलन है। राउल्ट के नियम के अनुसार - विलयन के प्रत्येक घटक का आंशिक दाब, अनुमानित वाष्पदाब की अपेक्षा अधिक होता है। मेथेनॉल और बेंजीन के विलयन में मेथेनॉल अणु हाइड्रोजन बंध के कारण आपस में जुड़े होते हैं जैसे - निम्न में दर्शाए गए हैं। बेन्जीन मिलाने पर, बेन्जीन अणु हाइड्रोजन बन्ध टूटने से मेथेनॉल अणुओं के बीच में प्राप्त होते हैं। परिणामी विलयन में दुर्बल अन्तर आण्विक आकर्षण होता है। विलयन से एल्कोहल और बेन्जीन अणुओं की पलायन प्रवृति बढ़ती है। राउल्ट के नियम के अनुसार अनुमानित वाष्पदाब की अपेक्षा विलयन का वाष्पदाब अधिक होता है।
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02. SOLUTIONS (HM)
205571
राउल्ट के नियमानुसार सही अणु द्रव्यमान का निर्धारण लागू होता है
1 विलयन में विद्युत-अपघट्य
2 तनु विलयन में विद्युत-अनअपघट्य
3 सान्द्र विलयन में विद्युत-अनअपघट्य
4 द्रव विलायक में विद्युत-अपघट्य
Explanation:
as Raoult's law is applicable for a dilute solution having non-electrolyte solute. thus, the determination of correct molecular mass from Raoult's law is applicable to a non-electrolyte in a dilute solution.
02. SOLUTIONS (HM)
205572
यदि दो पदार्थ और है जिनका विलयन में मोल प्रभाज है। तब, वाष्प अवस्था में का मोल प्रभाज होगा
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Explanation:
(d)वाष्प अवस्था में, घटक के मोल प्रभाज और आदर्श विलयन का कुल वाष्पदाब के बीच में सम्बन्ध है
02. SOLUTIONS (HM)
205573
एक विलयन में शुष्क वायु प्रवाहित की जाती है जिसमें विलेय के ग्राम और जल के ग्राम हैं और फिर इसे शुद्ध जल में से गुजारते हैं। तब विलयन के भार में कमी (भारानुसार ग्राम) आती है और शुद्ध विलायक के भार में ग्राम की कमी आती है। विलेय के अणुभार की गणना करो
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Explanation:
(c)विलयन के भार में अवनमन विलयन दाब विलायक के भार में अवनमन ( vapour pressure of pure solvent)
02. SOLUTIONS (HM)
205574
निम्न में से कौनसा द्रव का जोड़ा राउल्ट के नियम से धनात्मक विचलन दर्शाता है
1 जल - नाइट्रिक अम्ल
2 बेन्जीन - मेथेनॉल
3 जल - हाइड्रोक्लोरिक अम्ल
4 एसीटोन -क्लोरोफॉर्म
Explanation:
(b)विलयन में धनात्मक प्रकार का विचलन है। राउल्ट के नियम के अनुसार - विलयन के प्रत्येक घटक का आंशिक दाब, अनुमानित वाष्पदाब की अपेक्षा अधिक होता है। मेथेनॉल और बेंजीन के विलयन में मेथेनॉल अणु हाइड्रोजन बंध के कारण आपस में जुड़े होते हैं जैसे - निम्न में दर्शाए गए हैं। बेन्जीन मिलाने पर, बेन्जीन अणु हाइड्रोजन बन्ध टूटने से मेथेनॉल अणुओं के बीच में प्राप्त होते हैं। परिणामी विलयन में दुर्बल अन्तर आण्विक आकर्षण होता है। विलयन से एल्कोहल और बेन्जीन अणुओं की पलायन प्रवृति बढ़ती है। राउल्ट के नियम के अनुसार अनुमानित वाष्पदाब की अपेक्षा विलयन का वाष्पदाब अधिक होता है।
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राउल्ट के नियमानुसार सही अणु द्रव्यमान का निर्धारण लागू होता है
1 विलयन में विद्युत-अपघट्य
2 तनु विलयन में विद्युत-अनअपघट्य
3 सान्द्र विलयन में विद्युत-अनअपघट्य
4 द्रव विलायक में विद्युत-अपघट्य
Explanation:
as Raoult's law is applicable for a dilute solution having non-electrolyte solute. thus, the determination of correct molecular mass from Raoult's law is applicable to a non-electrolyte in a dilute solution.
02. SOLUTIONS (HM)
205572
यदि दो पदार्थ और है जिनका विलयन में मोल प्रभाज है। तब, वाष्प अवस्था में का मोल प्रभाज होगा
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Explanation:
(d)वाष्प अवस्था में, घटक के मोल प्रभाज और आदर्श विलयन का कुल वाष्पदाब के बीच में सम्बन्ध है
02. SOLUTIONS (HM)
205573
एक विलयन में शुष्क वायु प्रवाहित की जाती है जिसमें विलेय के ग्राम और जल के ग्राम हैं और फिर इसे शुद्ध जल में से गुजारते हैं। तब विलयन के भार में कमी (भारानुसार ग्राम) आती है और शुद्ध विलायक के भार में ग्राम की कमी आती है। विलेय के अणुभार की गणना करो
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Explanation:
(c)विलयन के भार में अवनमन विलयन दाब विलायक के भार में अवनमन ( vapour pressure of pure solvent)
02. SOLUTIONS (HM)
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निम्न में से कौनसा द्रव का जोड़ा राउल्ट के नियम से धनात्मक विचलन दर्शाता है
1 जल - नाइट्रिक अम्ल
2 बेन्जीन - मेथेनॉल
3 जल - हाइड्रोक्लोरिक अम्ल
4 एसीटोन -क्लोरोफॉर्म
Explanation:
(b)विलयन में धनात्मक प्रकार का विचलन है। राउल्ट के नियम के अनुसार - विलयन के प्रत्येक घटक का आंशिक दाब, अनुमानित वाष्पदाब की अपेक्षा अधिक होता है। मेथेनॉल और बेंजीन के विलयन में मेथेनॉल अणु हाइड्रोजन बंध के कारण आपस में जुड़े होते हैं जैसे - निम्न में दर्शाए गए हैं। बेन्जीन मिलाने पर, बेन्जीन अणु हाइड्रोजन बन्ध टूटने से मेथेनॉल अणुओं के बीच में प्राप्त होते हैं। परिणामी विलयन में दुर्बल अन्तर आण्विक आकर्षण होता है। विलयन से एल्कोहल और बेन्जीन अणुओं की पलायन प्रवृति बढ़ती है। राउल्ट के नियम के अनुसार अनुमानित वाष्पदाब की अपेक्षा विलयन का वाष्पदाब अधिक होता है।
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राउल्ट के नियमानुसार सही अणु द्रव्यमान का निर्धारण लागू होता है
1 विलयन में विद्युत-अपघट्य
2 तनु विलयन में विद्युत-अनअपघट्य
3 सान्द्र विलयन में विद्युत-अनअपघट्य
4 द्रव विलायक में विद्युत-अपघट्य
Explanation:
as Raoult's law is applicable for a dilute solution having non-electrolyte solute. thus, the determination of correct molecular mass from Raoult's law is applicable to a non-electrolyte in a dilute solution.
02. SOLUTIONS (HM)
205572
यदि दो पदार्थ और है जिनका विलयन में मोल प्रभाज है। तब, वाष्प अवस्था में का मोल प्रभाज होगा
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Explanation:
(d)वाष्प अवस्था में, घटक के मोल प्रभाज और आदर्श विलयन का कुल वाष्पदाब के बीच में सम्बन्ध है
02. SOLUTIONS (HM)
205573
एक विलयन में शुष्क वायु प्रवाहित की जाती है जिसमें विलेय के ग्राम और जल के ग्राम हैं और फिर इसे शुद्ध जल में से गुजारते हैं। तब विलयन के भार में कमी (भारानुसार ग्राम) आती है और शुद्ध विलायक के भार में ग्राम की कमी आती है। विलेय के अणुभार की गणना करो
1
2
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Explanation:
(c)विलयन के भार में अवनमन विलयन दाब विलायक के भार में अवनमन ( vapour pressure of pure solvent)
02. SOLUTIONS (HM)
205574
निम्न में से कौनसा द्रव का जोड़ा राउल्ट के नियम से धनात्मक विचलन दर्शाता है
1 जल - नाइट्रिक अम्ल
2 बेन्जीन - मेथेनॉल
3 जल - हाइड्रोक्लोरिक अम्ल
4 एसीटोन -क्लोरोफॉर्म
Explanation:
(b)विलयन में धनात्मक प्रकार का विचलन है। राउल्ट के नियम के अनुसार - विलयन के प्रत्येक घटक का आंशिक दाब, अनुमानित वाष्पदाब की अपेक्षा अधिक होता है। मेथेनॉल और बेंजीन के विलयन में मेथेनॉल अणु हाइड्रोजन बंध के कारण आपस में जुड़े होते हैं जैसे - निम्न में दर्शाए गए हैं। बेन्जीन मिलाने पर, बेन्जीन अणु हाइड्रोजन बन्ध टूटने से मेथेनॉल अणुओं के बीच में प्राप्त होते हैं। परिणामी विलयन में दुर्बल अन्तर आण्विक आकर्षण होता है। विलयन से एल्कोहल और बेन्जीन अणुओं की पलायन प्रवृति बढ़ती है। राउल्ट के नियम के अनुसार अनुमानित वाष्पदाब की अपेक्षा विलयन का वाष्पदाब अधिक होता है।