01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197698 दो आवेश \(+ q\) और \(- q\) चित्र में क्रमानुसार \(A\) और \(B\) बिन्दुओ पर स्थित हैं। उनके बीच की दूरी \(2 L\) है। \(A\) और \(B\) के बीच \(C\) मध्य बिन्दु है। एक अन्य आवेश \(+ Q\) को \(CRD\) अर्धवृत्त पर चलाने से किया गया कार्य होगा-

1 \(\;\frac{{qQ}}{{2\pi {\varepsilon _0}L}}\)
2 \(\;\frac{{qQ}}{{6\pi {\varepsilon _0}L}}\)
3 \( - \frac{{qQ}}{{6\pi {\varepsilon _0}L}}\)
4 \(\;\frac{{qQ}}{{4\pi {\varepsilon _0}L}}\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197699 धारिता \(C\) और \(C / 2\) के दो संधारित्रों को चित्र के अनुसार \(V-\)वोल्ट की बैट्री से जोड़ा गया है।दोनों संधारित्रों को पूर्ण आवेशित करने में किया गया कार्य होगा-

1 \(\frac{1}{4}\,C{V^2}\)
2 \(\;\frac{3}{4}\,C{V^2}\)
3 \(\;\frac{1}{2}\,C{V^2}\)
4 \(\;3\,C{V^2}\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197700 एक खोखले बेलन के भीतर \(q\) कूलॉम का आवेश स्थित है। यदि चित्रानुसार वक्र तल \(B\) से सम्बद्ध वैधुत अभिवाह वोल्ट-मी मात्रकों में \(\phi\) हो तो समतल तल \(A\) से सम्बद्ध वोल्ट-मी मात्रकों में अभिवाह होगा-

1 \(\;\frac{q}{{2{\varepsilon _0}}}\)
2 \(\frac{\phi}{3}\)
3 \(\;\frac{q}{{{\varepsilon _0}}}\) -\(\phi\)
4 \(\frac{1}{2}\)(\(\frac{q}{{{\varepsilon _0}}}\) -\(\phi\))
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197701 एक समांतर पट्टीकीय संधारित्र की प्लेटों के बीच की दूरी \(d\) और प्लेटों का अनुप्रस्थ परिच्छेदित क्षेत्रफल \(A\) है। इसे आवेशित कर प्लेटों के बीच का अचर विधुतीय क्षेत्र \(E\) बनाना है। इसे आवेशित करने के लिए आवश्यक ऊर्जा होगी

1 \({\varepsilon _0}EAd\)
2 \(\;\frac{1}{2}{\varepsilon _0}\frac{{{E^2}}}{{Ad}}\)
3 \(\;\frac{1}{2}\;{\varepsilon _0}{E^2}Ad\)
4 \(\;{\varepsilon _0}\frac{{{E^2}}}{{Ad}}\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197698 दो आवेश \(+ q\) और \(- q\) चित्र में क्रमानुसार \(A\) और \(B\) बिन्दुओ पर स्थित हैं। उनके बीच की दूरी \(2 L\) है। \(A\) और \(B\) के बीच \(C\) मध्य बिन्दु है। एक अन्य आवेश \(+ Q\) को \(CRD\) अर्धवृत्त पर चलाने से किया गया कार्य होगा-

1 \(\;\frac{{qQ}}{{2\pi {\varepsilon _0}L}}\)
2 \(\;\frac{{qQ}}{{6\pi {\varepsilon _0}L}}\)
3 \( - \frac{{qQ}}{{6\pi {\varepsilon _0}L}}\)
4 \(\;\frac{{qQ}}{{4\pi {\varepsilon _0}L}}\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197699 धारिता \(C\) और \(C / 2\) के दो संधारित्रों को चित्र के अनुसार \(V-\)वोल्ट की बैट्री से जोड़ा गया है।दोनों संधारित्रों को पूर्ण आवेशित करने में किया गया कार्य होगा-

1 \(\frac{1}{4}\,C{V^2}\)
2 \(\;\frac{3}{4}\,C{V^2}\)
3 \(\;\frac{1}{2}\,C{V^2}\)
4 \(\;3\,C{V^2}\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197700 एक खोखले बेलन के भीतर \(q\) कूलॉम का आवेश स्थित है। यदि चित्रानुसार वक्र तल \(B\) से सम्बद्ध वैधुत अभिवाह वोल्ट-मी मात्रकों में \(\phi\) हो तो समतल तल \(A\) से सम्बद्ध वोल्ट-मी मात्रकों में अभिवाह होगा-

1 \(\;\frac{q}{{2{\varepsilon _0}}}\)
2 \(\frac{\phi}{3}\)
3 \(\;\frac{q}{{{\varepsilon _0}}}\) -\(\phi\)
4 \(\frac{1}{2}\)(\(\frac{q}{{{\varepsilon _0}}}\) -\(\phi\))
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197701 एक समांतर पट्टीकीय संधारित्र की प्लेटों के बीच की दूरी \(d\) और प्लेटों का अनुप्रस्थ परिच्छेदित क्षेत्रफल \(A\) है। इसे आवेशित कर प्लेटों के बीच का अचर विधुतीय क्षेत्र \(E\) बनाना है। इसे आवेशित करने के लिए आवश्यक ऊर्जा होगी

1 \({\varepsilon _0}EAd\)
2 \(\;\frac{1}{2}{\varepsilon _0}\frac{{{E^2}}}{{Ad}}\)
3 \(\;\frac{1}{2}\;{\varepsilon _0}{E^2}Ad\)
4 \(\;{\varepsilon _0}\frac{{{E^2}}}{{Ad}}\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197698 दो आवेश \(+ q\) और \(- q\) चित्र में क्रमानुसार \(A\) और \(B\) बिन्दुओ पर स्थित हैं। उनके बीच की दूरी \(2 L\) है। \(A\) और \(B\) के बीच \(C\) मध्य बिन्दु है। एक अन्य आवेश \(+ Q\) को \(CRD\) अर्धवृत्त पर चलाने से किया गया कार्य होगा-

1 \(\;\frac{{qQ}}{{2\pi {\varepsilon _0}L}}\)
2 \(\;\frac{{qQ}}{{6\pi {\varepsilon _0}L}}\)
3 \( - \frac{{qQ}}{{6\pi {\varepsilon _0}L}}\)
4 \(\;\frac{{qQ}}{{4\pi {\varepsilon _0}L}}\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197699 धारिता \(C\) और \(C / 2\) के दो संधारित्रों को चित्र के अनुसार \(V-\)वोल्ट की बैट्री से जोड़ा गया है।दोनों संधारित्रों को पूर्ण आवेशित करने में किया गया कार्य होगा-

1 \(\frac{1}{4}\,C{V^2}\)
2 \(\;\frac{3}{4}\,C{V^2}\)
3 \(\;\frac{1}{2}\,C{V^2}\)
4 \(\;3\,C{V^2}\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197700 एक खोखले बेलन के भीतर \(q\) कूलॉम का आवेश स्थित है। यदि चित्रानुसार वक्र तल \(B\) से सम्बद्ध वैधुत अभिवाह वोल्ट-मी मात्रकों में \(\phi\) हो तो समतल तल \(A\) से सम्बद्ध वोल्ट-मी मात्रकों में अभिवाह होगा-

1 \(\;\frac{q}{{2{\varepsilon _0}}}\)
2 \(\frac{\phi}{3}\)
3 \(\;\frac{q}{{{\varepsilon _0}}}\) -\(\phi\)
4 \(\frac{1}{2}\)(\(\frac{q}{{{\varepsilon _0}}}\) -\(\phi\))
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197701 एक समांतर पट्टीकीय संधारित्र की प्लेटों के बीच की दूरी \(d\) और प्लेटों का अनुप्रस्थ परिच्छेदित क्षेत्रफल \(A\) है। इसे आवेशित कर प्लेटों के बीच का अचर विधुतीय क्षेत्र \(E\) बनाना है। इसे आवेशित करने के लिए आवश्यक ऊर्जा होगी

1 \({\varepsilon _0}EAd\)
2 \(\;\frac{1}{2}{\varepsilon _0}\frac{{{E^2}}}{{Ad}}\)
3 \(\;\frac{1}{2}\;{\varepsilon _0}{E^2}Ad\)
4 \(\;{\varepsilon _0}\frac{{{E^2}}}{{Ad}}\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197698 दो आवेश \(+ q\) और \(- q\) चित्र में क्रमानुसार \(A\) और \(B\) बिन्दुओ पर स्थित हैं। उनके बीच की दूरी \(2 L\) है। \(A\) और \(B\) के बीच \(C\) मध्य बिन्दु है। एक अन्य आवेश \(+ Q\) को \(CRD\) अर्धवृत्त पर चलाने से किया गया कार्य होगा-

1 \(\;\frac{{qQ}}{{2\pi {\varepsilon _0}L}}\)
2 \(\;\frac{{qQ}}{{6\pi {\varepsilon _0}L}}\)
3 \( - \frac{{qQ}}{{6\pi {\varepsilon _0}L}}\)
4 \(\;\frac{{qQ}}{{4\pi {\varepsilon _0}L}}\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197699 धारिता \(C\) और \(C / 2\) के दो संधारित्रों को चित्र के अनुसार \(V-\)वोल्ट की बैट्री से जोड़ा गया है।दोनों संधारित्रों को पूर्ण आवेशित करने में किया गया कार्य होगा-

1 \(\frac{1}{4}\,C{V^2}\)
2 \(\;\frac{3}{4}\,C{V^2}\)
3 \(\;\frac{1}{2}\,C{V^2}\)
4 \(\;3\,C{V^2}\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197700 एक खोखले बेलन के भीतर \(q\) कूलॉम का आवेश स्थित है। यदि चित्रानुसार वक्र तल \(B\) से सम्बद्ध वैधुत अभिवाह वोल्ट-मी मात्रकों में \(\phi\) हो तो समतल तल \(A\) से सम्बद्ध वोल्ट-मी मात्रकों में अभिवाह होगा-

1 \(\;\frac{q}{{2{\varepsilon _0}}}\)
2 \(\frac{\phi}{3}\)
3 \(\;\frac{q}{{{\varepsilon _0}}}\) -\(\phi\)
4 \(\frac{1}{2}\)(\(\frac{q}{{{\varepsilon _0}}}\) -\(\phi\))
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197701 एक समांतर पट्टीकीय संधारित्र की प्लेटों के बीच की दूरी \(d\) और प्लेटों का अनुप्रस्थ परिच्छेदित क्षेत्रफल \(A\) है। इसे आवेशित कर प्लेटों के बीच का अचर विधुतीय क्षेत्र \(E\) बनाना है। इसे आवेशित करने के लिए आवश्यक ऊर्जा होगी

1 \({\varepsilon _0}EAd\)
2 \(\;\frac{1}{2}{\varepsilon _0}\frac{{{E^2}}}{{Ad}}\)
3 \(\;\frac{1}{2}\;{\varepsilon _0}{E^2}Ad\)
4 \(\;{\varepsilon _0}\frac{{{E^2}}}{{Ad}}\)