01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197694 दो एकसमान आवेशित गोलों को बराबर लम्बाई की डोरियों से लटकाया गया है। डोरियाँ एक-दूसरे से \(30^{\circ}\) का कोण बनाती है। जब \(0.8\, gcm ^{-3}\), घनत्व के द्रव में लटकाया जाता हैं, तो कोण वही रहता है। यदि गोले के पदार्थ का घनत्व \(1.6\, gcm ^{-3}\) है, तब द्रव का परावैघुतांक है

1 \(2\)
2 \(1\)
3 \(4\)
4 \(3\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197695 एक द्विध्रुव का आघूर्ण \(\vec p \) को वैधुत क्षेत्र \(\vec E \) की दिशा में रखा गया है। द्विध्रुव को \(90^{\circ}\) घुमाने में किया गया कार्य:

1 \(pE\)
2 \(\sqrt 2 \) \(pE\)
3 \(\frac{{{\rm{pE}}}}{2}\)
4 \(2 pE\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197696 एक वर्ग $($भुजा \(= L\) मी$)$ कागज के तल में है। एक वैधुत क्षेत्र \(E\) कागज के तल में है तथा आधा वर्ग घेरता है। तो पृष्ठ से निकलने वाला वैधुत फ्लक्स होगा :-

1 \(EL^2\)
2 \(\frac{{E{L^2}}}{{2{\varepsilon _0}}}\)
3 \(\;\frac{{E{L^2}}}{2}\)
4 शून्य
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197697 एक समान्तर प्लेट संधारित्र को \(V\) वोल्टता पर आवेशित किया गया है। बैटरी से हटाने के उपरान्त संधारित्र की प्लेटों के बीच की दूरी को अचालक हैण्डल द्वारा बढ़ा दी गयी तो प्लेटों के बीच विभवान्तर

1 कम होगा
2 बढेगाा
3 नहीं बद्लेगा
4 शून्य हो जायेगा
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197711 दो धन-आयनों के बीच की दूरी \(d\) है और प्रत्येक पर \(q\) आवेश है। यदि इन दो आयनो के बीच का प्रत्याकर्षण बल \(F\) हो तो, प्रत्येक आयन में से कितने इलेक्ट्रॉन लुप्त (अविद्यमान) हैं। \((e\) -एक इलेक्ट्रॉन का आवेश है )

1 \(\frac{{4\pi {\varepsilon _0}F{d^2}}}{{{e^2}}}\)
2 \(\sqrt {\;\frac{{4\pi {\varepsilon _0}F{e^2}}}{{{d^2}}}} \)
3 \(\sqrt {\;\frac{{4\pi {\varepsilon _0}F{d^2}}}{{{e^2}}}} \)
4 \(\;\frac{{4\pi {\varepsilon _0}F{d^2}}}{{{q^2}}}\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197694 दो एकसमान आवेशित गोलों को बराबर लम्बाई की डोरियों से लटकाया गया है। डोरियाँ एक-दूसरे से \(30^{\circ}\) का कोण बनाती है। जब \(0.8\, gcm ^{-3}\), घनत्व के द्रव में लटकाया जाता हैं, तो कोण वही रहता है। यदि गोले के पदार्थ का घनत्व \(1.6\, gcm ^{-3}\) है, तब द्रव का परावैघुतांक है

1 \(2\)
2 \(1\)
3 \(4\)
4 \(3\)
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197695 एक द्विध्रुव का आघूर्ण \(\vec p \) को वैधुत क्षेत्र \(\vec E \) की दिशा में रखा गया है। द्विध्रुव को \(90^{\circ}\) घुमाने में किया गया कार्य:

1 \(pE\)
2 \(\sqrt 2 \) \(pE\)
3 \(\frac{{{\rm{pE}}}}{2}\)
4 \(2 pE\)
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197696 एक वर्ग $($भुजा \(= L\) मी$)$ कागज के तल में है। एक वैधुत क्षेत्र \(E\) कागज के तल में है तथा आधा वर्ग घेरता है। तो पृष्ठ से निकलने वाला वैधुत फ्लक्स होगा :-

1 \(EL^2\)
2 \(\frac{{E{L^2}}}{{2{\varepsilon _0}}}\)
3 \(\;\frac{{E{L^2}}}{2}\)
4 शून्य
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197697 एक समान्तर प्लेट संधारित्र को \(V\) वोल्टता पर आवेशित किया गया है। बैटरी से हटाने के उपरान्त संधारित्र की प्लेटों के बीच की दूरी को अचालक हैण्डल द्वारा बढ़ा दी गयी तो प्लेटों के बीच विभवान्तर

1 कम होगा
2 बढेगाा
3 नहीं बद्लेगा
4 शून्य हो जायेगा
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197711 दो धन-आयनों के बीच की दूरी \(d\) है और प्रत्येक पर \(q\) आवेश है। यदि इन दो आयनो के बीच का प्रत्याकर्षण बल \(F\) हो तो, प्रत्येक आयन में से कितने इलेक्ट्रॉन लुप्त (अविद्यमान) हैं। \((e\) -एक इलेक्ट्रॉन का आवेश है )

1 \(\frac{{4\pi {\varepsilon _0}F{d^2}}}{{{e^2}}}\)
2 \(\sqrt {\;\frac{{4\pi {\varepsilon _0}F{e^2}}}{{{d^2}}}} \)
3 \(\sqrt {\;\frac{{4\pi {\varepsilon _0}F{d^2}}}{{{e^2}}}} \)
4 \(\;\frac{{4\pi {\varepsilon _0}F{d^2}}}{{{q^2}}}\)
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197694 दो एकसमान आवेशित गोलों को बराबर लम्बाई की डोरियों से लटकाया गया है। डोरियाँ एक-दूसरे से \(30^{\circ}\) का कोण बनाती है। जब \(0.8\, gcm ^{-3}\), घनत्व के द्रव में लटकाया जाता हैं, तो कोण वही रहता है। यदि गोले के पदार्थ का घनत्व \(1.6\, gcm ^{-3}\) है, तब द्रव का परावैघुतांक है

1 \(2\)
2 \(1\)
3 \(4\)
4 \(3\)
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197695 एक द्विध्रुव का आघूर्ण \(\vec p \) को वैधुत क्षेत्र \(\vec E \) की दिशा में रखा गया है। द्विध्रुव को \(90^{\circ}\) घुमाने में किया गया कार्य:

1 \(pE\)
2 \(\sqrt 2 \) \(pE\)
3 \(\frac{{{\rm{pE}}}}{2}\)
4 \(2 pE\)
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197696 एक वर्ग $($भुजा \(= L\) मी$)$ कागज के तल में है। एक वैधुत क्षेत्र \(E\) कागज के तल में है तथा आधा वर्ग घेरता है। तो पृष्ठ से निकलने वाला वैधुत फ्लक्स होगा :-

1 \(EL^2\)
2 \(\frac{{E{L^2}}}{{2{\varepsilon _0}}}\)
3 \(\;\frac{{E{L^2}}}{2}\)
4 शून्य
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197697 एक समान्तर प्लेट संधारित्र को \(V\) वोल्टता पर आवेशित किया गया है। बैटरी से हटाने के उपरान्त संधारित्र की प्लेटों के बीच की दूरी को अचालक हैण्डल द्वारा बढ़ा दी गयी तो प्लेटों के बीच विभवान्तर

1 कम होगा
2 बढेगाा
3 नहीं बद्लेगा
4 शून्य हो जायेगा
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197711 दो धन-आयनों के बीच की दूरी \(d\) है और प्रत्येक पर \(q\) आवेश है। यदि इन दो आयनो के बीच का प्रत्याकर्षण बल \(F\) हो तो, प्रत्येक आयन में से कितने इलेक्ट्रॉन लुप्त (अविद्यमान) हैं। \((e\) -एक इलेक्ट्रॉन का आवेश है )

1 \(\frac{{4\pi {\varepsilon _0}F{d^2}}}{{{e^2}}}\)
2 \(\sqrt {\;\frac{{4\pi {\varepsilon _0}F{e^2}}}{{{d^2}}}} \)
3 \(\sqrt {\;\frac{{4\pi {\varepsilon _0}F{d^2}}}{{{e^2}}}} \)
4 \(\;\frac{{4\pi {\varepsilon _0}F{d^2}}}{{{q^2}}}\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197694 दो एकसमान आवेशित गोलों को बराबर लम्बाई की डोरियों से लटकाया गया है। डोरियाँ एक-दूसरे से \(30^{\circ}\) का कोण बनाती है। जब \(0.8\, gcm ^{-3}\), घनत्व के द्रव में लटकाया जाता हैं, तो कोण वही रहता है। यदि गोले के पदार्थ का घनत्व \(1.6\, gcm ^{-3}\) है, तब द्रव का परावैघुतांक है

1 \(2\)
2 \(1\)
3 \(4\)
4 \(3\)
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197695 एक द्विध्रुव का आघूर्ण \(\vec p \) को वैधुत क्षेत्र \(\vec E \) की दिशा में रखा गया है। द्विध्रुव को \(90^{\circ}\) घुमाने में किया गया कार्य:

1 \(pE\)
2 \(\sqrt 2 \) \(pE\)
3 \(\frac{{{\rm{pE}}}}{2}\)
4 \(2 pE\)
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197696 एक वर्ग $($भुजा \(= L\) मी$)$ कागज के तल में है। एक वैधुत क्षेत्र \(E\) कागज के तल में है तथा आधा वर्ग घेरता है। तो पृष्ठ से निकलने वाला वैधुत फ्लक्स होगा :-

1 \(EL^2\)
2 \(\frac{{E{L^2}}}{{2{\varepsilon _0}}}\)
3 \(\;\frac{{E{L^2}}}{2}\)
4 शून्य
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197697 एक समान्तर प्लेट संधारित्र को \(V\) वोल्टता पर आवेशित किया गया है। बैटरी से हटाने के उपरान्त संधारित्र की प्लेटों के बीच की दूरी को अचालक हैण्डल द्वारा बढ़ा दी गयी तो प्लेटों के बीच विभवान्तर

1 कम होगा
2 बढेगाा
3 नहीं बद्लेगा
4 शून्य हो जायेगा
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197711 दो धन-आयनों के बीच की दूरी \(d\) है और प्रत्येक पर \(q\) आवेश है। यदि इन दो आयनो के बीच का प्रत्याकर्षण बल \(F\) हो तो, प्रत्येक आयन में से कितने इलेक्ट्रॉन लुप्त (अविद्यमान) हैं। \((e\) -एक इलेक्ट्रॉन का आवेश है )

1 \(\frac{{4\pi {\varepsilon _0}F{d^2}}}{{{e^2}}}\)
2 \(\sqrt {\;\frac{{4\pi {\varepsilon _0}F{e^2}}}{{{d^2}}}} \)
3 \(\sqrt {\;\frac{{4\pi {\varepsilon _0}F{d^2}}}{{{e^2}}}} \)
4 \(\;\frac{{4\pi {\varepsilon _0}F{d^2}}}{{{q^2}}}\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197694 दो एकसमान आवेशित गोलों को बराबर लम्बाई की डोरियों से लटकाया गया है। डोरियाँ एक-दूसरे से \(30^{\circ}\) का कोण बनाती है। जब \(0.8\, gcm ^{-3}\), घनत्व के द्रव में लटकाया जाता हैं, तो कोण वही रहता है। यदि गोले के पदार्थ का घनत्व \(1.6\, gcm ^{-3}\) है, तब द्रव का परावैघुतांक है

1 \(2\)
2 \(1\)
3 \(4\)
4 \(3\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197695 एक द्विध्रुव का आघूर्ण \(\vec p \) को वैधुत क्षेत्र \(\vec E \) की दिशा में रखा गया है। द्विध्रुव को \(90^{\circ}\) घुमाने में किया गया कार्य:

1 \(pE\)
2 \(\sqrt 2 \) \(pE\)
3 \(\frac{{{\rm{pE}}}}{2}\)
4 \(2 pE\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197696 एक वर्ग $($भुजा \(= L\) मी$)$ कागज के तल में है। एक वैधुत क्षेत्र \(E\) कागज के तल में है तथा आधा वर्ग घेरता है। तो पृष्ठ से निकलने वाला वैधुत फ्लक्स होगा :-

1 \(EL^2\)
2 \(\frac{{E{L^2}}}{{2{\varepsilon _0}}}\)
3 \(\;\frac{{E{L^2}}}{2}\)
4 शून्य
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197697 एक समान्तर प्लेट संधारित्र को \(V\) वोल्टता पर आवेशित किया गया है। बैटरी से हटाने के उपरान्त संधारित्र की प्लेटों के बीच की दूरी को अचालक हैण्डल द्वारा बढ़ा दी गयी तो प्लेटों के बीच विभवान्तर

1 कम होगा
2 बढेगाा
3 नहीं बद्लेगा
4 शून्य हो जायेगा
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197711 दो धन-आयनों के बीच की दूरी \(d\) है और प्रत्येक पर \(q\) आवेश है। यदि इन दो आयनो के बीच का प्रत्याकर्षण बल \(F\) हो तो, प्रत्येक आयन में से कितने इलेक्ट्रॉन लुप्त (अविद्यमान) हैं। \((e\) -एक इलेक्ट्रॉन का आवेश है )

1 \(\frac{{4\pi {\varepsilon _0}F{d^2}}}{{{e^2}}}\)
2 \(\sqrt {\;\frac{{4\pi {\varepsilon _0}F{e^2}}}{{{d^2}}}} \)
3 \(\sqrt {\;\frac{{4\pi {\varepsilon _0}F{d^2}}}{{{e^2}}}} \)
4 \(\;\frac{{4\pi {\varepsilon _0}F{d^2}}}{{{q^2}}}\)