01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197669 एक संधारित्र जिनकी धारिता \(C_1 = 1\ \mu F\) है, अधिकतम \(V_1 = 6\ kV\) विभव सहन कर सकता है, तथा दूसरा संधारित्र जिसकी धारिता  \(C_2 = 3 \ \mu F\) है, अधिकतम \(V_2 = 4 \,kV\) विभव सहन कर सकता है। यदि इन दोनों संधारित्रों को श्रेणीक्रम में जोड़ा जाये तो यह निकाय जिस विभव को सहन करेगा उसका मान......\(kV\) है

1 \(4\)
2 \(6\)
3 \(8\)
4 \(10\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197683 दो संधारित्र को श्रेणीक्रम में जोड़कर एक बैटरी से सम्बन्धित कर दिया जाता है। यदि कोई बाएँ से दाएँ उस रेखा पर चले जिस पर संधारित्र स्थित है तो ग्राफ विभव में परिवर्तन प्रदर्शित करेगा जबकि

1 \({C_1} > {C_2}\)
2 \({C_1} = {C_2}\)
3 \({C_1} < {C_2}\)
4 \({C_1}\) व \({C_2}\) के बीच सम्बन्ध का निर्णय करने के लिए दी गर्इ सूचना पर्याप्त नहीं है
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197670 एक संधारित्र की प्लेटों को \(320 \, volts\) के विभवान्तर से आवेशित करके एक प्रतिरोध द्वारा विसर्जित कराया जाता है। संधारित्र पर विभवान्तर समय के साथ चरघातांकी रूप से घटता है। यदि \(1\) सैकण्ड पश्चात् प्लेटों के मध्य विभवान्तर \(240\, volts\) रह जाता है तो \(2\) और \(3\) सैकण्डों  पश्चात् प्लेटों के मध्य विभवान्तर क्रमश: होगा

1 \(200\) तथा \(180 \,V\)
2 \(180\) तथा \(135 \,V\)
3 \(160\) तथा \(80 \,V\)
4 \(140\) तथा \( 20\, V\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197671 समान्तर पट्ट संधारित्र की प्लेटों को \(v\) वेग से एक दूसरे से अलग हटाते हैं। यदि किसी क्षण प्लेटों की आपस की दूरी \(d\) हो, तो धारिता के समय के साथ परिवर्तन की दर का परिमाण दूरी \(d\) के साथ निम्न प्रकार निर्भर करता है

1 \(\frac{1}{d}\)
2 \(\frac{1}{{{d^2}}}\)
3 \({d^2}\)
4 \(d\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197669 एक संधारित्र जिनकी धारिता \(C_1 = 1\ \mu F\) है, अधिकतम \(V_1 = 6\ kV\) विभव सहन कर सकता है, तथा दूसरा संधारित्र जिसकी धारिता  \(C_2 = 3 \ \mu F\) है, अधिकतम \(V_2 = 4 \,kV\) विभव सहन कर सकता है। यदि इन दोनों संधारित्रों को श्रेणीक्रम में जोड़ा जाये तो यह निकाय जिस विभव को सहन करेगा उसका मान......\(kV\) है

1 \(4\)
2 \(6\)
3 \(8\)
4 \(10\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197683 दो संधारित्र को श्रेणीक्रम में जोड़कर एक बैटरी से सम्बन्धित कर दिया जाता है। यदि कोई बाएँ से दाएँ उस रेखा पर चले जिस पर संधारित्र स्थित है तो ग्राफ विभव में परिवर्तन प्रदर्शित करेगा जबकि

1 \({C_1} > {C_2}\)
2 \({C_1} = {C_2}\)
3 \({C_1} < {C_2}\)
4 \({C_1}\) व \({C_2}\) के बीच सम्बन्ध का निर्णय करने के लिए दी गर्इ सूचना पर्याप्त नहीं है
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197670 एक संधारित्र की प्लेटों को \(320 \, volts\) के विभवान्तर से आवेशित करके एक प्रतिरोध द्वारा विसर्जित कराया जाता है। संधारित्र पर विभवान्तर समय के साथ चरघातांकी रूप से घटता है। यदि \(1\) सैकण्ड पश्चात् प्लेटों के मध्य विभवान्तर \(240\, volts\) रह जाता है तो \(2\) और \(3\) सैकण्डों  पश्चात् प्लेटों के मध्य विभवान्तर क्रमश: होगा

1 \(200\) तथा \(180 \,V\)
2 \(180\) तथा \(135 \,V\)
3 \(160\) तथा \(80 \,V\)
4 \(140\) तथा \( 20\, V\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197671 समान्तर पट्ट संधारित्र की प्लेटों को \(v\) वेग से एक दूसरे से अलग हटाते हैं। यदि किसी क्षण प्लेटों की आपस की दूरी \(d\) हो, तो धारिता के समय के साथ परिवर्तन की दर का परिमाण दूरी \(d\) के साथ निम्न प्रकार निर्भर करता है

1 \(\frac{1}{d}\)
2 \(\frac{1}{{{d^2}}}\)
3 \({d^2}\)
4 \(d\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197669 एक संधारित्र जिनकी धारिता \(C_1 = 1\ \mu F\) है, अधिकतम \(V_1 = 6\ kV\) विभव सहन कर सकता है, तथा दूसरा संधारित्र जिसकी धारिता  \(C_2 = 3 \ \mu F\) है, अधिकतम \(V_2 = 4 \,kV\) विभव सहन कर सकता है। यदि इन दोनों संधारित्रों को श्रेणीक्रम में जोड़ा जाये तो यह निकाय जिस विभव को सहन करेगा उसका मान......\(kV\) है

1 \(4\)
2 \(6\)
3 \(8\)
4 \(10\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197683 दो संधारित्र को श्रेणीक्रम में जोड़कर एक बैटरी से सम्बन्धित कर दिया जाता है। यदि कोई बाएँ से दाएँ उस रेखा पर चले जिस पर संधारित्र स्थित है तो ग्राफ विभव में परिवर्तन प्रदर्शित करेगा जबकि

1 \({C_1} > {C_2}\)
2 \({C_1} = {C_2}\)
3 \({C_1} < {C_2}\)
4 \({C_1}\) व \({C_2}\) के बीच सम्बन्ध का निर्णय करने के लिए दी गर्इ सूचना पर्याप्त नहीं है
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197670 एक संधारित्र की प्लेटों को \(320 \, volts\) के विभवान्तर से आवेशित करके एक प्रतिरोध द्वारा विसर्जित कराया जाता है। संधारित्र पर विभवान्तर समय के साथ चरघातांकी रूप से घटता है। यदि \(1\) सैकण्ड पश्चात् प्लेटों के मध्य विभवान्तर \(240\, volts\) रह जाता है तो \(2\) और \(3\) सैकण्डों  पश्चात् प्लेटों के मध्य विभवान्तर क्रमश: होगा

1 \(200\) तथा \(180 \,V\)
2 \(180\) तथा \(135 \,V\)
3 \(160\) तथा \(80 \,V\)
4 \(140\) तथा \( 20\, V\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197671 समान्तर पट्ट संधारित्र की प्लेटों को \(v\) वेग से एक दूसरे से अलग हटाते हैं। यदि किसी क्षण प्लेटों की आपस की दूरी \(d\) हो, तो धारिता के समय के साथ परिवर्तन की दर का परिमाण दूरी \(d\) के साथ निम्न प्रकार निर्भर करता है

1 \(\frac{1}{d}\)
2 \(\frac{1}{{{d^2}}}\)
3 \({d^2}\)
4 \(d\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197669 एक संधारित्र जिनकी धारिता \(C_1 = 1\ \mu F\) है, अधिकतम \(V_1 = 6\ kV\) विभव सहन कर सकता है, तथा दूसरा संधारित्र जिसकी धारिता  \(C_2 = 3 \ \mu F\) है, अधिकतम \(V_2 = 4 \,kV\) विभव सहन कर सकता है। यदि इन दोनों संधारित्रों को श्रेणीक्रम में जोड़ा जाये तो यह निकाय जिस विभव को सहन करेगा उसका मान......\(kV\) है

1 \(4\)
2 \(6\)
3 \(8\)
4 \(10\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197683 दो संधारित्र को श्रेणीक्रम में जोड़कर एक बैटरी से सम्बन्धित कर दिया जाता है। यदि कोई बाएँ से दाएँ उस रेखा पर चले जिस पर संधारित्र स्थित है तो ग्राफ विभव में परिवर्तन प्रदर्शित करेगा जबकि

1 \({C_1} > {C_2}\)
2 \({C_1} = {C_2}\)
3 \({C_1} < {C_2}\)
4 \({C_1}\) व \({C_2}\) के बीच सम्बन्ध का निर्णय करने के लिए दी गर्इ सूचना पर्याप्त नहीं है
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197670 एक संधारित्र की प्लेटों को \(320 \, volts\) के विभवान्तर से आवेशित करके एक प्रतिरोध द्वारा विसर्जित कराया जाता है। संधारित्र पर विभवान्तर समय के साथ चरघातांकी रूप से घटता है। यदि \(1\) सैकण्ड पश्चात् प्लेटों के मध्य विभवान्तर \(240\, volts\) रह जाता है तो \(2\) और \(3\) सैकण्डों  पश्चात् प्लेटों के मध्य विभवान्तर क्रमश: होगा

1 \(200\) तथा \(180 \,V\)
2 \(180\) तथा \(135 \,V\)
3 \(160\) तथा \(80 \,V\)
4 \(140\) तथा \( 20\, V\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197671 समान्तर पट्ट संधारित्र की प्लेटों को \(v\) वेग से एक दूसरे से अलग हटाते हैं। यदि किसी क्षण प्लेटों की आपस की दूरी \(d\) हो, तो धारिता के समय के साथ परिवर्तन की दर का परिमाण दूरी \(d\) के साथ निम्न प्रकार निर्भर करता है

1 \(\frac{1}{d}\)
2 \(\frac{1}{{{d^2}}}\)
3 \({d^2}\)
4 \(d\)