197625
विद्युत विभव निम्न समीकरण द्वारा दिया गया हैतो मूल बिन्दु पर रखे के आवेश पर लगने वाला बल...... होगा
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Explanation:
मूल बिन्दु पर अत: एवं अत: बल
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
197626
किसी स्थान पर विद्युत क्षेत्र त्रैज्यीय बाहर की ओर है जिसका परिमाण है। त्रिज्या के गोले के अन्दर आवेश होगा
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Explanation:
दिये गये गोले से सम्बद्ध फ्लक्स यहाँ = गोले के द्वारा घेरा गया आवेश अत:
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
197644 स्थैतिक कूलॉम बिन्दु आवेश से सेमी की दूरी पर भू-संयोजित धातु की बड़ी प्लेट रखी गई है, तो बिन्दु आवेश पर लगने वाला आकर्षण बल .........डाइन है
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Explanation:
विद्युतीय प्रतिबिम्ब (Electrical image) के सिद्धान्त से यह माना जा सकता है कि समान किन्तु विपरीत आवेश प्लेट के दूसरी ओर समान दूरी पर रखा है अत: बल
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
197627 त्रिज्या के पतले अर्द्धवलय पर आवेश एकसमान रूप से वितरित है। वलय के केन्द्र पर विद्युत क्षेत्र है
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Explanation:
चित्र से ; पर आवेश = केन्द्र पर भाग के कारण विद्युत क्षेत्र यदि एक समान एवं सममित अल्पांश और लिया जाये तो और दोनों भागों के कारण केन्द्र पर उत्पन विद्युत क्षेत्र के घटक एक दूसरे को निरस्त कर देंगे एवं इनके घटक जुड़ जायेंगे। अत: केन्द्र पर कुल विद्युत क्षेत्र दूसरी विधि : जैसा कि हम जानते है, किसी निश्चित लम्बाई के आवेशित तार के कारण उसके लम्बार्द्धक पर विद्युत क्षेत्र यदि इसे अर्धवृत्ताकार रूप में मोड़ दिया जाये तब = =
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विद्युत विभव निम्न समीकरण द्वारा दिया गया हैतो मूल बिन्दु पर रखे के आवेश पर लगने वाला बल...... होगा
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Explanation:
मूल बिन्दु पर अत: एवं अत: बल
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
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किसी स्थान पर विद्युत क्षेत्र त्रैज्यीय बाहर की ओर है जिसका परिमाण है। त्रिज्या के गोले के अन्दर आवेश होगा
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Explanation:
दिये गये गोले से सम्बद्ध फ्लक्स यहाँ = गोले के द्वारा घेरा गया आवेश अत:
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
197644 स्थैतिक कूलॉम बिन्दु आवेश से सेमी की दूरी पर भू-संयोजित धातु की बड़ी प्लेट रखी गई है, तो बिन्दु आवेश पर लगने वाला आकर्षण बल .........डाइन है
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Explanation:
विद्युतीय प्रतिबिम्ब (Electrical image) के सिद्धान्त से यह माना जा सकता है कि समान किन्तु विपरीत आवेश प्लेट के दूसरी ओर समान दूरी पर रखा है अत: बल
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
197627 त्रिज्या के पतले अर्द्धवलय पर आवेश एकसमान रूप से वितरित है। वलय के केन्द्र पर विद्युत क्षेत्र है
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Explanation:
चित्र से ; पर आवेश = केन्द्र पर भाग के कारण विद्युत क्षेत्र यदि एक समान एवं सममित अल्पांश और लिया जाये तो और दोनों भागों के कारण केन्द्र पर उत्पन विद्युत क्षेत्र के घटक एक दूसरे को निरस्त कर देंगे एवं इनके घटक जुड़ जायेंगे। अत: केन्द्र पर कुल विद्युत क्षेत्र दूसरी विधि : जैसा कि हम जानते है, किसी निश्चित लम्बाई के आवेशित तार के कारण उसके लम्बार्द्धक पर विद्युत क्षेत्र यदि इसे अर्धवृत्ताकार रूप में मोड़ दिया जाये तब = =
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01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
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विद्युत विभव निम्न समीकरण द्वारा दिया गया हैतो मूल बिन्दु पर रखे के आवेश पर लगने वाला बल...... होगा
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Explanation:
मूल बिन्दु पर अत: एवं अत: बल
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
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किसी स्थान पर विद्युत क्षेत्र त्रैज्यीय बाहर की ओर है जिसका परिमाण है। त्रिज्या के गोले के अन्दर आवेश होगा
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Explanation:
दिये गये गोले से सम्बद्ध फ्लक्स यहाँ = गोले के द्वारा घेरा गया आवेश अत:
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
197644 स्थैतिक कूलॉम बिन्दु आवेश से सेमी की दूरी पर भू-संयोजित धातु की बड़ी प्लेट रखी गई है, तो बिन्दु आवेश पर लगने वाला आकर्षण बल .........डाइन है
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Explanation:
विद्युतीय प्रतिबिम्ब (Electrical image) के सिद्धान्त से यह माना जा सकता है कि समान किन्तु विपरीत आवेश प्लेट के दूसरी ओर समान दूरी पर रखा है अत: बल
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
197627 त्रिज्या के पतले अर्द्धवलय पर आवेश एकसमान रूप से वितरित है। वलय के केन्द्र पर विद्युत क्षेत्र है
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चित्र से ; पर आवेश = केन्द्र पर भाग के कारण विद्युत क्षेत्र यदि एक समान एवं सममित अल्पांश और लिया जाये तो और दोनों भागों के कारण केन्द्र पर उत्पन विद्युत क्षेत्र के घटक एक दूसरे को निरस्त कर देंगे एवं इनके घटक जुड़ जायेंगे। अत: केन्द्र पर कुल विद्युत क्षेत्र दूसरी विधि : जैसा कि हम जानते है, किसी निश्चित लम्बाई के आवेशित तार के कारण उसके लम्बार्द्धक पर विद्युत क्षेत्र यदि इसे अर्धवृत्ताकार रूप में मोड़ दिया जाये तब = =
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विद्युत विभव निम्न समीकरण द्वारा दिया गया हैतो मूल बिन्दु पर रखे के आवेश पर लगने वाला बल...... होगा
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मूल बिन्दु पर अत: एवं अत: बल
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किसी स्थान पर विद्युत क्षेत्र त्रैज्यीय बाहर की ओर है जिसका परिमाण है। त्रिज्या के गोले के अन्दर आवेश होगा
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दिये गये गोले से सम्बद्ध फ्लक्स यहाँ = गोले के द्वारा घेरा गया आवेश अत:
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
197644 स्थैतिक कूलॉम बिन्दु आवेश से सेमी की दूरी पर भू-संयोजित धातु की बड़ी प्लेट रखी गई है, तो बिन्दु आवेश पर लगने वाला आकर्षण बल .........डाइन है
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विद्युतीय प्रतिबिम्ब (Electrical image) के सिद्धान्त से यह माना जा सकता है कि समान किन्तु विपरीत आवेश प्लेट के दूसरी ओर समान दूरी पर रखा है अत: बल
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197627 त्रिज्या के पतले अर्द्धवलय पर आवेश एकसमान रूप से वितरित है। वलय के केन्द्र पर विद्युत क्षेत्र है
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चित्र से ; पर आवेश = केन्द्र पर भाग के कारण विद्युत क्षेत्र यदि एक समान एवं सममित अल्पांश और लिया जाये तो और दोनों भागों के कारण केन्द्र पर उत्पन विद्युत क्षेत्र के घटक एक दूसरे को निरस्त कर देंगे एवं इनके घटक जुड़ जायेंगे। अत: केन्द्र पर कुल विद्युत क्षेत्र दूसरी विधि : जैसा कि हम जानते है, किसी निश्चित लम्बाई के आवेशित तार के कारण उसके लम्बार्द्धक पर विद्युत क्षेत्र यदि इसे अर्धवृत्ताकार रूप में मोड़ दिया जाये तब = =