NEET Test Series from KOTA - 10 Papers In MS WORD
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11. DUAL NATURE OF RADIATION AND MATTER (HM)
192154
दिये गये चित्र में एक प्रकाश-संवेदी सतह के लिए तीन भिन्न.भिन्न विकिरणों के लिए प्रकाश-विद्युत धारा का परिवर्तन ऐनोड विभव के साथ दिखाया गया है। यदि वक्रों एवं के संगत तीव्रताएँ एवं तथा आवृत्तियॉ एवं हों, तब
1एवं
2 एवं
3 एवं
4 एवं
Explanation:
वक्र एवं के लिये निरोधी विभव समान होगा एवं संतृप्त धारा तीव्रता के समानुपाती होती है।
11. DUAL NATURE OF RADIATION AND MATTER (HM)
192155
आइन्सटीन की प्रकाश-विद्युत समीकरण के अनुसार उत्सर्जित फोटो इलेक्ट्रॉन की गतिज ऊर्जा एवं आपतित विकिरण की आवृत्ति के बीच का ग्राफ होगा
1
2
3
4
Explanation:
आइन्स्टीन के समीकरण से ==> इसकी तुलना से करने पर यह स्पष्ट है कि, यह एक सरल रेखा है, जिसकी ढाल धनात्मक एवं अन्त:खण्ड ऋणात्मक एवं गतिज ऊर्जा अक्ष से काटा जायेगा।
11. DUAL NATURE OF RADIATION AND MATTER (HM)
192156
प्रकाश विद्युत प्रभाव के लिए, उत्सर्जित फोटो-इलेक्ट्रॉन की अधिकतम गतिज ऊर्जा का आवृत्ति के फोटॉन के विरूद्ध ग्राफ चित्रानुसार प्रदर्शित है। वक्र की ढाल दर्शाती है
1 इलेक्ट्रॉन पर आवेश
2 धातु का कार्यफलन
3 प्लांक नियतांक
4 प्लांक नियतांक तथा इलेक्ट्रॉनिक आवेश का अनुपात
Explanation:
आइन्स्टीन समीकरण , की से तुलना करने पर ढाल,
11. DUAL NATURE OF RADIATION AND MATTER (HM)
192157
किसी धात्विक पृष्ठ से प्रकाश विद्युत उत्सर्जन के लिए अक्ष के अनुदिश निरोधी विभव , तथा अक्ष के अनुदिश आपतित प्रकाश की आवृत्ति के मध्य ग्राफ चित्रानुसार सरल रेखा प्राप्त होती है। प्लांक नियतांक अभिलम्बवत् होगा
1 रेखा की ढाल द्वारा
2 रेखा की ढाल तथा इलेक्ट्रॉन पर आवेश का गुणनफल द्वारा
3 अक्ष के अनुदिश अन्त:खण्ड तथा इलेक्ट्रॉन के द्रव्यमान का गुणनफल के द्वारा
4 रेखा की ढाल तथा इलेक्ट्रॉन के द्रव्यमान के गुणनफल द्वारा
192154
दिये गये चित्र में एक प्रकाश-संवेदी सतह के लिए तीन भिन्न.भिन्न विकिरणों के लिए प्रकाश-विद्युत धारा का परिवर्तन ऐनोड विभव के साथ दिखाया गया है। यदि वक्रों एवं के संगत तीव्रताएँ एवं तथा आवृत्तियॉ एवं हों, तब
1एवं
2 एवं
3 एवं
4 एवं
Explanation:
वक्र एवं के लिये निरोधी विभव समान होगा एवं संतृप्त धारा तीव्रता के समानुपाती होती है।
11. DUAL NATURE OF RADIATION AND MATTER (HM)
192155
आइन्सटीन की प्रकाश-विद्युत समीकरण के अनुसार उत्सर्जित फोटो इलेक्ट्रॉन की गतिज ऊर्जा एवं आपतित विकिरण की आवृत्ति के बीच का ग्राफ होगा
1
2
3
4
Explanation:
आइन्स्टीन के समीकरण से ==> इसकी तुलना से करने पर यह स्पष्ट है कि, यह एक सरल रेखा है, जिसकी ढाल धनात्मक एवं अन्त:खण्ड ऋणात्मक एवं गतिज ऊर्जा अक्ष से काटा जायेगा।
11. DUAL NATURE OF RADIATION AND MATTER (HM)
192156
प्रकाश विद्युत प्रभाव के लिए, उत्सर्जित फोटो-इलेक्ट्रॉन की अधिकतम गतिज ऊर्जा का आवृत्ति के फोटॉन के विरूद्ध ग्राफ चित्रानुसार प्रदर्शित है। वक्र की ढाल दर्शाती है
1 इलेक्ट्रॉन पर आवेश
2 धातु का कार्यफलन
3 प्लांक नियतांक
4 प्लांक नियतांक तथा इलेक्ट्रॉनिक आवेश का अनुपात
Explanation:
आइन्स्टीन समीकरण , की से तुलना करने पर ढाल,
11. DUAL NATURE OF RADIATION AND MATTER (HM)
192157
किसी धात्विक पृष्ठ से प्रकाश विद्युत उत्सर्जन के लिए अक्ष के अनुदिश निरोधी विभव , तथा अक्ष के अनुदिश आपतित प्रकाश की आवृत्ति के मध्य ग्राफ चित्रानुसार सरल रेखा प्राप्त होती है। प्लांक नियतांक अभिलम्बवत् होगा
1 रेखा की ढाल द्वारा
2 रेखा की ढाल तथा इलेक्ट्रॉन पर आवेश का गुणनफल द्वारा
3 अक्ष के अनुदिश अन्त:खण्ड तथा इलेक्ट्रॉन के द्रव्यमान का गुणनफल के द्वारा
4 रेखा की ढाल तथा इलेक्ट्रॉन के द्रव्यमान के गुणनफल द्वारा
192154
दिये गये चित्र में एक प्रकाश-संवेदी सतह के लिए तीन भिन्न.भिन्न विकिरणों के लिए प्रकाश-विद्युत धारा का परिवर्तन ऐनोड विभव के साथ दिखाया गया है। यदि वक्रों एवं के संगत तीव्रताएँ एवं तथा आवृत्तियॉ एवं हों, तब
1एवं
2 एवं
3 एवं
4 एवं
Explanation:
वक्र एवं के लिये निरोधी विभव समान होगा एवं संतृप्त धारा तीव्रता के समानुपाती होती है।
11. DUAL NATURE OF RADIATION AND MATTER (HM)
192155
आइन्सटीन की प्रकाश-विद्युत समीकरण के अनुसार उत्सर्जित फोटो इलेक्ट्रॉन की गतिज ऊर्जा एवं आपतित विकिरण की आवृत्ति के बीच का ग्राफ होगा
1
2
3
4
Explanation:
आइन्स्टीन के समीकरण से ==> इसकी तुलना से करने पर यह स्पष्ट है कि, यह एक सरल रेखा है, जिसकी ढाल धनात्मक एवं अन्त:खण्ड ऋणात्मक एवं गतिज ऊर्जा अक्ष से काटा जायेगा।
11. DUAL NATURE OF RADIATION AND MATTER (HM)
192156
प्रकाश विद्युत प्रभाव के लिए, उत्सर्जित फोटो-इलेक्ट्रॉन की अधिकतम गतिज ऊर्जा का आवृत्ति के फोटॉन के विरूद्ध ग्राफ चित्रानुसार प्रदर्शित है। वक्र की ढाल दर्शाती है
1 इलेक्ट्रॉन पर आवेश
2 धातु का कार्यफलन
3 प्लांक नियतांक
4 प्लांक नियतांक तथा इलेक्ट्रॉनिक आवेश का अनुपात
Explanation:
आइन्स्टीन समीकरण , की से तुलना करने पर ढाल,
11. DUAL NATURE OF RADIATION AND MATTER (HM)
192157
किसी धात्विक पृष्ठ से प्रकाश विद्युत उत्सर्जन के लिए अक्ष के अनुदिश निरोधी विभव , तथा अक्ष के अनुदिश आपतित प्रकाश की आवृत्ति के मध्य ग्राफ चित्रानुसार सरल रेखा प्राप्त होती है। प्लांक नियतांक अभिलम्बवत् होगा
1 रेखा की ढाल द्वारा
2 रेखा की ढाल तथा इलेक्ट्रॉन पर आवेश का गुणनफल द्वारा
3 अक्ष के अनुदिश अन्त:खण्ड तथा इलेक्ट्रॉन के द्रव्यमान का गुणनफल के द्वारा
4 रेखा की ढाल तथा इलेक्ट्रॉन के द्रव्यमान के गुणनफल द्वारा
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192154
दिये गये चित्र में एक प्रकाश-संवेदी सतह के लिए तीन भिन्न.भिन्न विकिरणों के लिए प्रकाश-विद्युत धारा का परिवर्तन ऐनोड विभव के साथ दिखाया गया है। यदि वक्रों एवं के संगत तीव्रताएँ एवं तथा आवृत्तियॉ एवं हों, तब
1एवं
2 एवं
3 एवं
4 एवं
Explanation:
वक्र एवं के लिये निरोधी विभव समान होगा एवं संतृप्त धारा तीव्रता के समानुपाती होती है।
11. DUAL NATURE OF RADIATION AND MATTER (HM)
192155
आइन्सटीन की प्रकाश-विद्युत समीकरण के अनुसार उत्सर्जित फोटो इलेक्ट्रॉन की गतिज ऊर्जा एवं आपतित विकिरण की आवृत्ति के बीच का ग्राफ होगा
1
2
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Explanation:
आइन्स्टीन के समीकरण से ==> इसकी तुलना से करने पर यह स्पष्ट है कि, यह एक सरल रेखा है, जिसकी ढाल धनात्मक एवं अन्त:खण्ड ऋणात्मक एवं गतिज ऊर्जा अक्ष से काटा जायेगा।
11. DUAL NATURE OF RADIATION AND MATTER (HM)
192156
प्रकाश विद्युत प्रभाव के लिए, उत्सर्जित फोटो-इलेक्ट्रॉन की अधिकतम गतिज ऊर्जा का आवृत्ति के फोटॉन के विरूद्ध ग्राफ चित्रानुसार प्रदर्शित है। वक्र की ढाल दर्शाती है
1 इलेक्ट्रॉन पर आवेश
2 धातु का कार्यफलन
3 प्लांक नियतांक
4 प्लांक नियतांक तथा इलेक्ट्रॉनिक आवेश का अनुपात
Explanation:
आइन्स्टीन समीकरण , की से तुलना करने पर ढाल,
11. DUAL NATURE OF RADIATION AND MATTER (HM)
192157
किसी धात्विक पृष्ठ से प्रकाश विद्युत उत्सर्जन के लिए अक्ष के अनुदिश निरोधी विभव , तथा अक्ष के अनुदिश आपतित प्रकाश की आवृत्ति के मध्य ग्राफ चित्रानुसार सरल रेखा प्राप्त होती है। प्लांक नियतांक अभिलम्बवत् होगा
1 रेखा की ढाल द्वारा
2 रेखा की ढाल तथा इलेक्ट्रॉन पर आवेश का गुणनफल द्वारा
3 अक्ष के अनुदिश अन्त:खण्ड तथा इलेक्ट्रॉन के द्रव्यमान का गुणनफल के द्वारा
4 रेखा की ढाल तथा इलेक्ट्रॉन के द्रव्यमान के गुणनफल द्वारा