192154 दिये गये चित्र में एक प्रकाश-संवेदी सतह के लिए तीन भिन्न.भिन्न विकिरणों के लिए प्रकाश-विद्युत धारा का परिवर्तन ऐनोड विभव के साथ दिखाया गया है। यदि वक्रों \(a, b\) एवं \(c\) के संगत तीव्रताएँ \({I_a},\;{I_b}\) एवं \({I_c}\) तथा आवृत्तियॉ \({f_a},\;{f_b}\) एवं \({f_c}\) हों, तब
192154 दिये गये चित्र में एक प्रकाश-संवेदी सतह के लिए तीन भिन्न.भिन्न विकिरणों के लिए प्रकाश-विद्युत धारा का परिवर्तन ऐनोड विभव के साथ दिखाया गया है। यदि वक्रों \(a, b\) एवं \(c\) के संगत तीव्रताएँ \({I_a},\;{I_b}\) एवं \({I_c}\) तथा आवृत्तियॉ \({f_a},\;{f_b}\) एवं \({f_c}\) हों, तब
192154 दिये गये चित्र में एक प्रकाश-संवेदी सतह के लिए तीन भिन्न.भिन्न विकिरणों के लिए प्रकाश-विद्युत धारा का परिवर्तन ऐनोड विभव के साथ दिखाया गया है। यदि वक्रों \(a, b\) एवं \(c\) के संगत तीव्रताएँ \({I_a},\;{I_b}\) एवं \({I_c}\) तथा आवृत्तियॉ \({f_a},\;{f_b}\) एवं \({f_c}\) हों, तब
192154 दिये गये चित्र में एक प्रकाश-संवेदी सतह के लिए तीन भिन्न.भिन्न विकिरणों के लिए प्रकाश-विद्युत धारा का परिवर्तन ऐनोड विभव के साथ दिखाया गया है। यदि वक्रों \(a, b\) एवं \(c\) के संगत तीव्रताएँ \({I_a},\;{I_b}\) एवं \({I_c}\) तथा आवृत्तियॉ \({f_a},\;{f_b}\) एवं \({f_c}\) हों, तब