192148 किसी प्रकाश विद्युत सेल में \(2475 \ Å\) एवं \(6000\ Å\) तरंगदैध्र्य का द्विवणी प्रकाश इसके कैथोड पर आपतित होता है। कैथोड का कार्य फलन \(4.8 \ eV\) है। यदि \(3 × 10^{-5}\) \(Tesla\) का एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र प्लेट के समान्तर है तो प्रकाश इलेक्ट्रॉन के द्वारा बनाये गये पथ की त्रिज्या ............... \(cm\) होगी (इलेक्ट्रॉन का द्रव्यमान \(= 9 × 10^{-31}\ kg\))
192149 दो धात्विक प्लेटें \(A\) और \(B\) एक दूसरे के समान्तर \(1\ cm\) की दूरी पर स्थित हैं एवं प्रत्येक प्लेट का क्षेत्रफल \(5 ×10^{-4}m^2\) है। प्लेट \(B\) पर आवेश \(33.7\ pC\) है। एकवर्णी प्रकाष पुंज, जिसके फोटॉन की ऊर्जा \(5\ eV\) है, प्लेट \(A\) पर \(t = 0\) समय से गिरना प्रारम्भ करता है, एवं प्रति वर्ग मीटर क्षेत्रफल पर प्रति सैकण्ड \(10^{16}\) फोटॉन गिरते हैं। यह भी माना जाता है कि उत्सर्जित सभी प्रकाश इलेक्ट्रॉन प्लेट \(B\) पर पहुँच जाते हैं एवं प्लेट \(A\) का कार्यफलन \(2\ eV\) नियत रहता है। प्रारम्भ से \(10\) सैकण्ड पश्चात् प्लेटों के मध्य विद्युत क्षेत्र होगा
192151 मानव नेत्र हरे प्रकाश (\(\lambda\) \(= 5000\ \mathop A\limits^o \)) के \(5 × 10^4\) फोटॉन प्रति वर्ग मीटर प्रति सैकण्ड संसूचित कर सकता है, जबकि कान \({10^{ - 13}}\,(W/{m^2})\) संसूचित कर सकता है। नेत्र, कान की तुलना में लगभग कितने गुणक से अधिक संवेदनशील हैं
192152 मूल अवस्था में स्थित एक स्थिर हाइड्रोजन परमाणु से एक फोटॉन अप्रत्यास्थ संघट्ट करता है। टकराने वाले फोटॉन की ऊर्जा \(10.2\ eV\) है। माइक्रोसैकेण्ड कोटि के समय अन्तराल के पश्चात् इसी हाइड्रोजन परमाणु से दूसरा फोटॉन \(15\ eV\) ऊर्जा से अप्रत्यास्थ संघट्ट करता है। संसूचक द्वारा क्या प्रेक्षित किया जायेगा
192148 किसी प्रकाश विद्युत सेल में \(2475 \ Å\) एवं \(6000\ Å\) तरंगदैध्र्य का द्विवणी प्रकाश इसके कैथोड पर आपतित होता है। कैथोड का कार्य फलन \(4.8 \ eV\) है। यदि \(3 × 10^{-5}\) \(Tesla\) का एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र प्लेट के समान्तर है तो प्रकाश इलेक्ट्रॉन के द्वारा बनाये गये पथ की त्रिज्या ............... \(cm\) होगी (इलेक्ट्रॉन का द्रव्यमान \(= 9 × 10^{-31}\ kg\))
192149 दो धात्विक प्लेटें \(A\) और \(B\) एक दूसरे के समान्तर \(1\ cm\) की दूरी पर स्थित हैं एवं प्रत्येक प्लेट का क्षेत्रफल \(5 ×10^{-4}m^2\) है। प्लेट \(B\) पर आवेश \(33.7\ pC\) है। एकवर्णी प्रकाष पुंज, जिसके फोटॉन की ऊर्जा \(5\ eV\) है, प्लेट \(A\) पर \(t = 0\) समय से गिरना प्रारम्भ करता है, एवं प्रति वर्ग मीटर क्षेत्रफल पर प्रति सैकण्ड \(10^{16}\) फोटॉन गिरते हैं। यह भी माना जाता है कि उत्सर्जित सभी प्रकाश इलेक्ट्रॉन प्लेट \(B\) पर पहुँच जाते हैं एवं प्लेट \(A\) का कार्यफलन \(2\ eV\) नियत रहता है। प्रारम्भ से \(10\) सैकण्ड पश्चात् प्लेटों के मध्य विद्युत क्षेत्र होगा
192151 मानव नेत्र हरे प्रकाश (\(\lambda\) \(= 5000\ \mathop A\limits^o \)) के \(5 × 10^4\) फोटॉन प्रति वर्ग मीटर प्रति सैकण्ड संसूचित कर सकता है, जबकि कान \({10^{ - 13}}\,(W/{m^2})\) संसूचित कर सकता है। नेत्र, कान की तुलना में लगभग कितने गुणक से अधिक संवेदनशील हैं
192152 मूल अवस्था में स्थित एक स्थिर हाइड्रोजन परमाणु से एक फोटॉन अप्रत्यास्थ संघट्ट करता है। टकराने वाले फोटॉन की ऊर्जा \(10.2\ eV\) है। माइक्रोसैकेण्ड कोटि के समय अन्तराल के पश्चात् इसी हाइड्रोजन परमाणु से दूसरा फोटॉन \(15\ eV\) ऊर्जा से अप्रत्यास्थ संघट्ट करता है। संसूचक द्वारा क्या प्रेक्षित किया जायेगा
192148 किसी प्रकाश विद्युत सेल में \(2475 \ Å\) एवं \(6000\ Å\) तरंगदैध्र्य का द्विवणी प्रकाश इसके कैथोड पर आपतित होता है। कैथोड का कार्य फलन \(4.8 \ eV\) है। यदि \(3 × 10^{-5}\) \(Tesla\) का एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र प्लेट के समान्तर है तो प्रकाश इलेक्ट्रॉन के द्वारा बनाये गये पथ की त्रिज्या ............... \(cm\) होगी (इलेक्ट्रॉन का द्रव्यमान \(= 9 × 10^{-31}\ kg\))
192149 दो धात्विक प्लेटें \(A\) और \(B\) एक दूसरे के समान्तर \(1\ cm\) की दूरी पर स्थित हैं एवं प्रत्येक प्लेट का क्षेत्रफल \(5 ×10^{-4}m^2\) है। प्लेट \(B\) पर आवेश \(33.7\ pC\) है। एकवर्णी प्रकाष पुंज, जिसके फोटॉन की ऊर्जा \(5\ eV\) है, प्लेट \(A\) पर \(t = 0\) समय से गिरना प्रारम्भ करता है, एवं प्रति वर्ग मीटर क्षेत्रफल पर प्रति सैकण्ड \(10^{16}\) फोटॉन गिरते हैं। यह भी माना जाता है कि उत्सर्जित सभी प्रकाश इलेक्ट्रॉन प्लेट \(B\) पर पहुँच जाते हैं एवं प्लेट \(A\) का कार्यफलन \(2\ eV\) नियत रहता है। प्रारम्भ से \(10\) सैकण्ड पश्चात् प्लेटों के मध्य विद्युत क्षेत्र होगा
192151 मानव नेत्र हरे प्रकाश (\(\lambda\) \(= 5000\ \mathop A\limits^o \)) के \(5 × 10^4\) फोटॉन प्रति वर्ग मीटर प्रति सैकण्ड संसूचित कर सकता है, जबकि कान \({10^{ - 13}}\,(W/{m^2})\) संसूचित कर सकता है। नेत्र, कान की तुलना में लगभग कितने गुणक से अधिक संवेदनशील हैं
192152 मूल अवस्था में स्थित एक स्थिर हाइड्रोजन परमाणु से एक फोटॉन अप्रत्यास्थ संघट्ट करता है। टकराने वाले फोटॉन की ऊर्जा \(10.2\ eV\) है। माइक्रोसैकेण्ड कोटि के समय अन्तराल के पश्चात् इसी हाइड्रोजन परमाणु से दूसरा फोटॉन \(15\ eV\) ऊर्जा से अप्रत्यास्थ संघट्ट करता है। संसूचक द्वारा क्या प्रेक्षित किया जायेगा
192148 किसी प्रकाश विद्युत सेल में \(2475 \ Å\) एवं \(6000\ Å\) तरंगदैध्र्य का द्विवणी प्रकाश इसके कैथोड पर आपतित होता है। कैथोड का कार्य फलन \(4.8 \ eV\) है। यदि \(3 × 10^{-5}\) \(Tesla\) का एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र प्लेट के समान्तर है तो प्रकाश इलेक्ट्रॉन के द्वारा बनाये गये पथ की त्रिज्या ............... \(cm\) होगी (इलेक्ट्रॉन का द्रव्यमान \(= 9 × 10^{-31}\ kg\))
192149 दो धात्विक प्लेटें \(A\) और \(B\) एक दूसरे के समान्तर \(1\ cm\) की दूरी पर स्थित हैं एवं प्रत्येक प्लेट का क्षेत्रफल \(5 ×10^{-4}m^2\) है। प्लेट \(B\) पर आवेश \(33.7\ pC\) है। एकवर्णी प्रकाष पुंज, जिसके फोटॉन की ऊर्जा \(5\ eV\) है, प्लेट \(A\) पर \(t = 0\) समय से गिरना प्रारम्भ करता है, एवं प्रति वर्ग मीटर क्षेत्रफल पर प्रति सैकण्ड \(10^{16}\) फोटॉन गिरते हैं। यह भी माना जाता है कि उत्सर्जित सभी प्रकाश इलेक्ट्रॉन प्लेट \(B\) पर पहुँच जाते हैं एवं प्लेट \(A\) का कार्यफलन \(2\ eV\) नियत रहता है। प्रारम्भ से \(10\) सैकण्ड पश्चात् प्लेटों के मध्य विद्युत क्षेत्र होगा
192151 मानव नेत्र हरे प्रकाश (\(\lambda\) \(= 5000\ \mathop A\limits^o \)) के \(5 × 10^4\) फोटॉन प्रति वर्ग मीटर प्रति सैकण्ड संसूचित कर सकता है, जबकि कान \({10^{ - 13}}\,(W/{m^2})\) संसूचित कर सकता है। नेत्र, कान की तुलना में लगभग कितने गुणक से अधिक संवेदनशील हैं
192152 मूल अवस्था में स्थित एक स्थिर हाइड्रोजन परमाणु से एक फोटॉन अप्रत्यास्थ संघट्ट करता है। टकराने वाले फोटॉन की ऊर्जा \(10.2\ eV\) है। माइक्रोसैकेण्ड कोटि के समय अन्तराल के पश्चात् इसी हाइड्रोजन परमाणु से दूसरा फोटॉन \(15\ eV\) ऊर्जा से अप्रत्यास्थ संघट्ट करता है। संसूचक द्वारा क्या प्रेक्षित किया जायेगा
192148 किसी प्रकाश विद्युत सेल में \(2475 \ Å\) एवं \(6000\ Å\) तरंगदैध्र्य का द्विवणी प्रकाश इसके कैथोड पर आपतित होता है। कैथोड का कार्य फलन \(4.8 \ eV\) है। यदि \(3 × 10^{-5}\) \(Tesla\) का एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र प्लेट के समान्तर है तो प्रकाश इलेक्ट्रॉन के द्वारा बनाये गये पथ की त्रिज्या ............... \(cm\) होगी (इलेक्ट्रॉन का द्रव्यमान \(= 9 × 10^{-31}\ kg\))
192149 दो धात्विक प्लेटें \(A\) और \(B\) एक दूसरे के समान्तर \(1\ cm\) की दूरी पर स्थित हैं एवं प्रत्येक प्लेट का क्षेत्रफल \(5 ×10^{-4}m^2\) है। प्लेट \(B\) पर आवेश \(33.7\ pC\) है। एकवर्णी प्रकाष पुंज, जिसके फोटॉन की ऊर्जा \(5\ eV\) है, प्लेट \(A\) पर \(t = 0\) समय से गिरना प्रारम्भ करता है, एवं प्रति वर्ग मीटर क्षेत्रफल पर प्रति सैकण्ड \(10^{16}\) फोटॉन गिरते हैं। यह भी माना जाता है कि उत्सर्जित सभी प्रकाश इलेक्ट्रॉन प्लेट \(B\) पर पहुँच जाते हैं एवं प्लेट \(A\) का कार्यफलन \(2\ eV\) नियत रहता है। प्रारम्भ से \(10\) सैकण्ड पश्चात् प्लेटों के मध्य विद्युत क्षेत्र होगा
192151 मानव नेत्र हरे प्रकाश (\(\lambda\) \(= 5000\ \mathop A\limits^o \)) के \(5 × 10^4\) फोटॉन प्रति वर्ग मीटर प्रति सैकण्ड संसूचित कर सकता है, जबकि कान \({10^{ - 13}}\,(W/{m^2})\) संसूचित कर सकता है। नेत्र, कान की तुलना में लगभग कितने गुणक से अधिक संवेदनशील हैं
192152 मूल अवस्था में स्थित एक स्थिर हाइड्रोजन परमाणु से एक फोटॉन अप्रत्यास्थ संघट्ट करता है। टकराने वाले फोटॉन की ऊर्जा \(10.2\ eV\) है। माइक्रोसैकेण्ड कोटि के समय अन्तराल के पश्चात् इसी हाइड्रोजन परमाणु से दूसरा फोटॉन \(15\ eV\) ऊर्जा से अप्रत्यास्थ संघट्ट करता है। संसूचक द्वारा क्या प्रेक्षित किया जायेगा