07. THE P-BLOCK ELEMENTS (HM)
07. THE P-BLOCK ELEMENTS (HM)

207979 सफेद फॉस्फोरस के \({P_4}\) अणु में परमाणु अंतरिक्ष में विन्यासित रहते हैं

1 चतुष्फलक के कोनों पर
2 घन के कोनों पर
3 चार समूह वाले वलय के कोनों पर
4 समबाहु त्रिकोण के केन्द्र तथा कोनों पर
07. THE P-BLOCK ELEMENTS (HM)

207980 फॉस्फोरस के सर्वाधिक सामान्य खनिज हैं

1 हाइड्रॉक्सी एपेटाइट तथा केर्नाइट
2 कोलिमेनाइट तथा फ्लोरेप्टाइट
3 बोरेक्स तथा फ्लोरेप्टाइट
4 हाइड्रॉक्सी एपेटाइट तथा फ्लोरेप्टाइल
07. THE P-BLOCK ELEMENTS (HM)

207981 फॉस्फोरस की तीन महत्वपूर्ण ऑक्सीकरण अवस्थाएँ हैं

1 \( - 3,\, + 3\) तथा \( + 5\)
2 \( - 3,\, + 3\) तथा \( - 5\)
3 \( - 3,\, + 4\) तथा \( - 4\)
4 \( - 3,\, + 3\) तथा \( + 4\)
07. THE P-BLOCK ELEMENTS (HM)

207982 नाइट्रोजन के द्वारा \(NC{l_3}\) बनाया जाता है लेकिन \(NC{l_5}\) नहीं जबकि फॉस्फोरस द्वारा \(PC{l_3}\) तथा \(PC{l_5}\) दोनों बनाये जाते हैंं इसका कारण है

1 \(P\)  मे रिक्त \(d\) - कक्षकों की उपस्थिति जबकि \(N\) में नहीं
2 \(N\) की तुलना में \(P\) की निम्न ऋणविद्युतता
3 \(N\) की तुलना में \(P\)​ की कम हाइड्रोजन बंध बनाने की क्षमता
4 कमरे के ताप पर \(P\) ठोस रूप में तथा \(N\) गैस के रूप में होना
07. THE P-BLOCK ELEMENTS (HM)

207979 सफेद फॉस्फोरस के \({P_4}\) अणु में परमाणु अंतरिक्ष में विन्यासित रहते हैं

1 चतुष्फलक के कोनों पर
2 घन के कोनों पर
3 चार समूह वाले वलय के कोनों पर
4 समबाहु त्रिकोण के केन्द्र तथा कोनों पर
07. THE P-BLOCK ELEMENTS (HM)

207980 फॉस्फोरस के सर्वाधिक सामान्य खनिज हैं

1 हाइड्रॉक्सी एपेटाइट तथा केर्नाइट
2 कोलिमेनाइट तथा फ्लोरेप्टाइट
3 बोरेक्स तथा फ्लोरेप्टाइट
4 हाइड्रॉक्सी एपेटाइट तथा फ्लोरेप्टाइल
07. THE P-BLOCK ELEMENTS (HM)

207981 फॉस्फोरस की तीन महत्वपूर्ण ऑक्सीकरण अवस्थाएँ हैं

1 \( - 3,\, + 3\) तथा \( + 5\)
2 \( - 3,\, + 3\) तथा \( - 5\)
3 \( - 3,\, + 4\) तथा \( - 4\)
4 \( - 3,\, + 3\) तथा \( + 4\)
07. THE P-BLOCK ELEMENTS (HM)

207982 नाइट्रोजन के द्वारा \(NC{l_3}\) बनाया जाता है लेकिन \(NC{l_5}\) नहीं जबकि फॉस्फोरस द्वारा \(PC{l_3}\) तथा \(PC{l_5}\) दोनों बनाये जाते हैंं इसका कारण है

1 \(P\)  मे रिक्त \(d\) - कक्षकों की उपस्थिति जबकि \(N\) में नहीं
2 \(N\) की तुलना में \(P\) की निम्न ऋणविद्युतता
3 \(N\) की तुलना में \(P\)​ की कम हाइड्रोजन बंध बनाने की क्षमता
4 कमरे के ताप पर \(P\) ठोस रूप में तथा \(N\) गैस के रूप में होना
07. THE P-BLOCK ELEMENTS (HM)

207979 सफेद फॉस्फोरस के \({P_4}\) अणु में परमाणु अंतरिक्ष में विन्यासित रहते हैं

1 चतुष्फलक के कोनों पर
2 घन के कोनों पर
3 चार समूह वाले वलय के कोनों पर
4 समबाहु त्रिकोण के केन्द्र तथा कोनों पर
07. THE P-BLOCK ELEMENTS (HM)

207980 फॉस्फोरस के सर्वाधिक सामान्य खनिज हैं

1 हाइड्रॉक्सी एपेटाइट तथा केर्नाइट
2 कोलिमेनाइट तथा फ्लोरेप्टाइट
3 बोरेक्स तथा फ्लोरेप्टाइट
4 हाइड्रॉक्सी एपेटाइट तथा फ्लोरेप्टाइल
07. THE P-BLOCK ELEMENTS (HM)

207981 फॉस्फोरस की तीन महत्वपूर्ण ऑक्सीकरण अवस्थाएँ हैं

1 \( - 3,\, + 3\) तथा \( + 5\)
2 \( - 3,\, + 3\) तथा \( - 5\)
3 \( - 3,\, + 4\) तथा \( - 4\)
4 \( - 3,\, + 3\) तथा \( + 4\)
07. THE P-BLOCK ELEMENTS (HM)

207982 नाइट्रोजन के द्वारा \(NC{l_3}\) बनाया जाता है लेकिन \(NC{l_5}\) नहीं जबकि फॉस्फोरस द्वारा \(PC{l_3}\) तथा \(PC{l_5}\) दोनों बनाये जाते हैंं इसका कारण है

1 \(P\)  मे रिक्त \(d\) - कक्षकों की उपस्थिति जबकि \(N\) में नहीं
2 \(N\) की तुलना में \(P\) की निम्न ऋणविद्युतता
3 \(N\) की तुलना में \(P\)​ की कम हाइड्रोजन बंध बनाने की क्षमता
4 कमरे के ताप पर \(P\) ठोस रूप में तथा \(N\) गैस के रूप में होना
07. THE P-BLOCK ELEMENTS (HM)

207979 सफेद फॉस्फोरस के \({P_4}\) अणु में परमाणु अंतरिक्ष में विन्यासित रहते हैं

1 चतुष्फलक के कोनों पर
2 घन के कोनों पर
3 चार समूह वाले वलय के कोनों पर
4 समबाहु त्रिकोण के केन्द्र तथा कोनों पर
07. THE P-BLOCK ELEMENTS (HM)

207980 फॉस्फोरस के सर्वाधिक सामान्य खनिज हैं

1 हाइड्रॉक्सी एपेटाइट तथा केर्नाइट
2 कोलिमेनाइट तथा फ्लोरेप्टाइट
3 बोरेक्स तथा फ्लोरेप्टाइट
4 हाइड्रॉक्सी एपेटाइट तथा फ्लोरेप्टाइल
07. THE P-BLOCK ELEMENTS (HM)

207981 फॉस्फोरस की तीन महत्वपूर्ण ऑक्सीकरण अवस्थाएँ हैं

1 \( - 3,\, + 3\) तथा \( + 5\)
2 \( - 3,\, + 3\) तथा \( - 5\)
3 \( - 3,\, + 4\) तथा \( - 4\)
4 \( - 3,\, + 3\) तथा \( + 4\)
07. THE P-BLOCK ELEMENTS (HM)

207982 नाइट्रोजन के द्वारा \(NC{l_3}\) बनाया जाता है लेकिन \(NC{l_5}\) नहीं जबकि फॉस्फोरस द्वारा \(PC{l_3}\) तथा \(PC{l_5}\) दोनों बनाये जाते हैंं इसका कारण है

1 \(P\)  मे रिक्त \(d\) - कक्षकों की उपस्थिति जबकि \(N\) में नहीं
2 \(N\) की तुलना में \(P\) की निम्न ऋणविद्युतता
3 \(N\) की तुलना में \(P\)​ की कम हाइड्रोजन बंध बनाने की क्षमता
4 कमरे के ताप पर \(P\) ठोस रूप में तथा \(N\) गैस के रूप में होना