07. THE P-BLOCK ELEMENTS (HM)
07. THE P-BLOCK ELEMENTS (HM)

207983 जब अमोनिया को गर्म कॉपर ऑक्साइड के ऊपर प्रवाहित करते हैंं, तो धात्विक कॉपर प्राप्त होता है इस अभिक्रिया में अमोनिया कार्य करती है

1 निर्जलीकारक की तरह
2 ऑक्सीकारक की तरह
3 अपचायक की तरह
4 नाइट्रीकारक की तरह
07. THE P-BLOCK ELEMENTS (HM)

207984 नाइट्रोजन युक्त उर्वरकों में यूरिया का अमोनियम सल्फेट की तुलना  में अधिक उपयोग किया जाता है, क्योंकि

1 यह जल में अधिक विलेय होता है
2 यह अमोनियम सल्फेट से सस्ता होता है
3 यह अधिक स्थायी होता है
4 यह मृदा में अम्लीयता उत्पन्न नहीं करता है
07. THE P-BLOCK ELEMENTS (HM)

207985 रेफ्रीजरेशन में द्रव अमोनिया का उपयोग करते हैंं, क्योंकि

1 इसका द्विध्रुव आघूर्ण उच्च होता है
2 इसकी वाष्पीकरण ऊष्मा उच्च होती है
3 यह क्षारीय होती है
4 यह एक स्थायी यौगिक है
07. THE P-BLOCK ELEMENTS (HM)

207986 सांद्र नाइट्रिक अम्ल \((HN{O_3})\) की टिन धातु पर क्रिया उत्पé करती है

1 स्टेनिक नाइट्रेट
2 स्टेनस नाइट्रेट
3 स्टेनस नाइट्राइट
4 मेटा स्टेनिक अम्ल
07. THE P-BLOCK ELEMENTS (HM)

207987 प्रयोगशाला में नाइट्रिक ऑक्साइड का संश्लेषण कैसे कर सकते हैं

1 जिंक की ठण्डे तथा तनु \(HN{O_3}\) के साथ क्रिया कराकर
2 जिंक की सांद्र \(HN{O_3}\) के साथ क्रिया कराकर
3 कॉपर की ठण्डे तथा तनु \(HN{O_3}\) के साथ क्रिया कराकर
4 \(N{H_4}N{O_3}\) को गर्म करके
07. THE P-BLOCK ELEMENTS (HM)

207983 जब अमोनिया को गर्म कॉपर ऑक्साइड के ऊपर प्रवाहित करते हैंं, तो धात्विक कॉपर प्राप्त होता है इस अभिक्रिया में अमोनिया कार्य करती है

1 निर्जलीकारक की तरह
2 ऑक्सीकारक की तरह
3 अपचायक की तरह
4 नाइट्रीकारक की तरह
07. THE P-BLOCK ELEMENTS (HM)

207984 नाइट्रोजन युक्त उर्वरकों में यूरिया का अमोनियम सल्फेट की तुलना  में अधिक उपयोग किया जाता है, क्योंकि

1 यह जल में अधिक विलेय होता है
2 यह अमोनियम सल्फेट से सस्ता होता है
3 यह अधिक स्थायी होता है
4 यह मृदा में अम्लीयता उत्पन्न नहीं करता है
07. THE P-BLOCK ELEMENTS (HM)

207985 रेफ्रीजरेशन में द्रव अमोनिया का उपयोग करते हैंं, क्योंकि

1 इसका द्विध्रुव आघूर्ण उच्च होता है
2 इसकी वाष्पीकरण ऊष्मा उच्च होती है
3 यह क्षारीय होती है
4 यह एक स्थायी यौगिक है
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207986 सांद्र नाइट्रिक अम्ल \((HN{O_3})\) की टिन धातु पर क्रिया उत्पé करती है

1 स्टेनिक नाइट्रेट
2 स्टेनस नाइट्रेट
3 स्टेनस नाइट्राइट
4 मेटा स्टेनिक अम्ल
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207987 प्रयोगशाला में नाइट्रिक ऑक्साइड का संश्लेषण कैसे कर सकते हैं

1 जिंक की ठण्डे तथा तनु \(HN{O_3}\) के साथ क्रिया कराकर
2 जिंक की सांद्र \(HN{O_3}\) के साथ क्रिया कराकर
3 कॉपर की ठण्डे तथा तनु \(HN{O_3}\) के साथ क्रिया कराकर
4 \(N{H_4}N{O_3}\) को गर्म करके
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207983 जब अमोनिया को गर्म कॉपर ऑक्साइड के ऊपर प्रवाहित करते हैंं, तो धात्विक कॉपर प्राप्त होता है इस अभिक्रिया में अमोनिया कार्य करती है

1 निर्जलीकारक की तरह
2 ऑक्सीकारक की तरह
3 अपचायक की तरह
4 नाइट्रीकारक की तरह
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207984 नाइट्रोजन युक्त उर्वरकों में यूरिया का अमोनियम सल्फेट की तुलना  में अधिक उपयोग किया जाता है, क्योंकि

1 यह जल में अधिक विलेय होता है
2 यह अमोनियम सल्फेट से सस्ता होता है
3 यह अधिक स्थायी होता है
4 यह मृदा में अम्लीयता उत्पन्न नहीं करता है
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207985 रेफ्रीजरेशन में द्रव अमोनिया का उपयोग करते हैंं, क्योंकि

1 इसका द्विध्रुव आघूर्ण उच्च होता है
2 इसकी वाष्पीकरण ऊष्मा उच्च होती है
3 यह क्षारीय होती है
4 यह एक स्थायी यौगिक है
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207986 सांद्र नाइट्रिक अम्ल \((HN{O_3})\) की टिन धातु पर क्रिया उत्पé करती है

1 स्टेनिक नाइट्रेट
2 स्टेनस नाइट्रेट
3 स्टेनस नाइट्राइट
4 मेटा स्टेनिक अम्ल
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207987 प्रयोगशाला में नाइट्रिक ऑक्साइड का संश्लेषण कैसे कर सकते हैं

1 जिंक की ठण्डे तथा तनु \(HN{O_3}\) के साथ क्रिया कराकर
2 जिंक की सांद्र \(HN{O_3}\) के साथ क्रिया कराकर
3 कॉपर की ठण्डे तथा तनु \(HN{O_3}\) के साथ क्रिया कराकर
4 \(N{H_4}N{O_3}\) को गर्म करके
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207983 जब अमोनिया को गर्म कॉपर ऑक्साइड के ऊपर प्रवाहित करते हैंं, तो धात्विक कॉपर प्राप्त होता है इस अभिक्रिया में अमोनिया कार्य करती है

1 निर्जलीकारक की तरह
2 ऑक्सीकारक की तरह
3 अपचायक की तरह
4 नाइट्रीकारक की तरह
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207984 नाइट्रोजन युक्त उर्वरकों में यूरिया का अमोनियम सल्फेट की तुलना  में अधिक उपयोग किया जाता है, क्योंकि

1 यह जल में अधिक विलेय होता है
2 यह अमोनियम सल्फेट से सस्ता होता है
3 यह अधिक स्थायी होता है
4 यह मृदा में अम्लीयता उत्पन्न नहीं करता है
07. THE P-BLOCK ELEMENTS (HM)

207985 रेफ्रीजरेशन में द्रव अमोनिया का उपयोग करते हैंं, क्योंकि

1 इसका द्विध्रुव आघूर्ण उच्च होता है
2 इसकी वाष्पीकरण ऊष्मा उच्च होती है
3 यह क्षारीय होती है
4 यह एक स्थायी यौगिक है
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207986 सांद्र नाइट्रिक अम्ल \((HN{O_3})\) की टिन धातु पर क्रिया उत्पé करती है

1 स्टेनिक नाइट्रेट
2 स्टेनस नाइट्रेट
3 स्टेनस नाइट्राइट
4 मेटा स्टेनिक अम्ल
07. THE P-BLOCK ELEMENTS (HM)

207987 प्रयोगशाला में नाइट्रिक ऑक्साइड का संश्लेषण कैसे कर सकते हैं

1 जिंक की ठण्डे तथा तनु \(HN{O_3}\) के साथ क्रिया कराकर
2 जिंक की सांद्र \(HN{O_3}\) के साथ क्रिया कराकर
3 कॉपर की ठण्डे तथा तनु \(HN{O_3}\) के साथ क्रिया कराकर
4 \(N{H_4}N{O_3}\) को गर्म करके
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207983 जब अमोनिया को गर्म कॉपर ऑक्साइड के ऊपर प्रवाहित करते हैंं, तो धात्विक कॉपर प्राप्त होता है इस अभिक्रिया में अमोनिया कार्य करती है

1 निर्जलीकारक की तरह
2 ऑक्सीकारक की तरह
3 अपचायक की तरह
4 नाइट्रीकारक की तरह
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207984 नाइट्रोजन युक्त उर्वरकों में यूरिया का अमोनियम सल्फेट की तुलना  में अधिक उपयोग किया जाता है, क्योंकि

1 यह जल में अधिक विलेय होता है
2 यह अमोनियम सल्फेट से सस्ता होता है
3 यह अधिक स्थायी होता है
4 यह मृदा में अम्लीयता उत्पन्न नहीं करता है
07. THE P-BLOCK ELEMENTS (HM)

207985 रेफ्रीजरेशन में द्रव अमोनिया का उपयोग करते हैंं, क्योंकि

1 इसका द्विध्रुव आघूर्ण उच्च होता है
2 इसकी वाष्पीकरण ऊष्मा उच्च होती है
3 यह क्षारीय होती है
4 यह एक स्थायी यौगिक है
07. THE P-BLOCK ELEMENTS (HM)

207986 सांद्र नाइट्रिक अम्ल \((HN{O_3})\) की टिन धातु पर क्रिया उत्पé करती है

1 स्टेनिक नाइट्रेट
2 स्टेनस नाइट्रेट
3 स्टेनस नाइट्राइट
4 मेटा स्टेनिक अम्ल
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207987 प्रयोगशाला में नाइट्रिक ऑक्साइड का संश्लेषण कैसे कर सकते हैं

1 जिंक की ठण्डे तथा तनु \(HN{O_3}\) के साथ क्रिया कराकर
2 जिंक की सांद्र \(HN{O_3}\) के साथ क्रिया कराकर
3 कॉपर की ठण्डे तथा तनु \(HN{O_3}\) के साथ क्रिया कराकर
4 \(N{H_4}N{O_3}\) को गर्म करके