4 द्रवों की प्रकृति पृष्ठ तनाव के कारण न्यूनतम पृष्ठीय क्षेत्रफल प्राप्त करने की होती है
Explanation:
द्रव के किसी दिये हुये आयतन के लिये गोले का पृष्ठ क्षेत्रफल न्यूनतम होता है
SURFACE TENSION (HM)
200969
\(r\) त्रिज्या की एक पतली धात्विक चकती पानी की सतह पर तैरती है एवं यह पानी की सतह को परिधि के अनुदिश ऊध्र्वाधर कोर से \(\theta \) कोण पर दबाती है। यदि चकती द्वारा हटाये गये पानी का भार \(W\) एवं पृष्ठ तनाव \(T\) हो तो चकती का भार होगा
1 \(2\pi rT + W\)
2 \(2\pi rT\,\cos \theta - W\)
3 \({\rm{2}}\pi {\rm{rT\,cos}}\theta + W\)
4 \(W - 2\pi rT\,\cos \theta \)
Explanation:
धातु की चकती का भार = उपर की ओर कुल बल = उत्प्लावन बल + पृष्ठ तनाव के कारण बल = हटाये गये पानी का भार \(+ T \,cos \,\theta\, (2p r)\) \(= W + 2p rT\, cos \,\theta\)
SURFACE TENSION (HM)
200970
एक \(10 \,cm\) लम्बे तार को जल की सतह पर क्षैतिजत: रखा जाता है एवं इसे सन्तुलन में रखने के लिए धीरे से \(2 \times {10^{ - 2}}\,N\) के बल से ऊपर की ओर खींचा जाता है। पानी का पृष्ठ तनाव (\(N{m^{ - 1}}\) में) होगा
4 द्रवों की प्रकृति पृष्ठ तनाव के कारण न्यूनतम पृष्ठीय क्षेत्रफल प्राप्त करने की होती है
Explanation:
द्रव के किसी दिये हुये आयतन के लिये गोले का पृष्ठ क्षेत्रफल न्यूनतम होता है
SURFACE TENSION (HM)
200969
\(r\) त्रिज्या की एक पतली धात्विक चकती पानी की सतह पर तैरती है एवं यह पानी की सतह को परिधि के अनुदिश ऊध्र्वाधर कोर से \(\theta \) कोण पर दबाती है। यदि चकती द्वारा हटाये गये पानी का भार \(W\) एवं पृष्ठ तनाव \(T\) हो तो चकती का भार होगा
1 \(2\pi rT + W\)
2 \(2\pi rT\,\cos \theta - W\)
3 \({\rm{2}}\pi {\rm{rT\,cos}}\theta + W\)
4 \(W - 2\pi rT\,\cos \theta \)
Explanation:
धातु की चकती का भार = उपर की ओर कुल बल = उत्प्लावन बल + पृष्ठ तनाव के कारण बल = हटाये गये पानी का भार \(+ T \,cos \,\theta\, (2p r)\) \(= W + 2p rT\, cos \,\theta\)
SURFACE TENSION (HM)
200970
एक \(10 \,cm\) लम्बे तार को जल की सतह पर क्षैतिजत: रखा जाता है एवं इसे सन्तुलन में रखने के लिए धीरे से \(2 \times {10^{ - 2}}\,N\) के बल से ऊपर की ओर खींचा जाता है। पानी का पृष्ठ तनाव (\(N{m^{ - 1}}\) में) होगा
4 द्रवों की प्रकृति पृष्ठ तनाव के कारण न्यूनतम पृष्ठीय क्षेत्रफल प्राप्त करने की होती है
Explanation:
द्रव के किसी दिये हुये आयतन के लिये गोले का पृष्ठ क्षेत्रफल न्यूनतम होता है
SURFACE TENSION (HM)
200969
\(r\) त्रिज्या की एक पतली धात्विक चकती पानी की सतह पर तैरती है एवं यह पानी की सतह को परिधि के अनुदिश ऊध्र्वाधर कोर से \(\theta \) कोण पर दबाती है। यदि चकती द्वारा हटाये गये पानी का भार \(W\) एवं पृष्ठ तनाव \(T\) हो तो चकती का भार होगा
1 \(2\pi rT + W\)
2 \(2\pi rT\,\cos \theta - W\)
3 \({\rm{2}}\pi {\rm{rT\,cos}}\theta + W\)
4 \(W - 2\pi rT\,\cos \theta \)
Explanation:
धातु की चकती का भार = उपर की ओर कुल बल = उत्प्लावन बल + पृष्ठ तनाव के कारण बल = हटाये गये पानी का भार \(+ T \,cos \,\theta\, (2p r)\) \(= W + 2p rT\, cos \,\theta\)
SURFACE TENSION (HM)
200970
एक \(10 \,cm\) लम्बे तार को जल की सतह पर क्षैतिजत: रखा जाता है एवं इसे सन्तुलन में रखने के लिए धीरे से \(2 \times {10^{ - 2}}\,N\) के बल से ऊपर की ओर खींचा जाता है। पानी का पृष्ठ तनाव (\(N{m^{ - 1}}\) में) होगा
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SURFACE TENSION (HM)
200968
द्रव की छोटी बूँद गोलाकार होती है क्योंकि
1 छोटी बूँद पर वायुमण्डलीय दाब के कारण बल लगता है
2 छोटी बूँद का आयतन न्यूनतम होता है
3 बूँद पर गुरुत्वाकर्षण बल कार्य करता है
4 द्रवों की प्रकृति पृष्ठ तनाव के कारण न्यूनतम पृष्ठीय क्षेत्रफल प्राप्त करने की होती है
Explanation:
द्रव के किसी दिये हुये आयतन के लिये गोले का पृष्ठ क्षेत्रफल न्यूनतम होता है
SURFACE TENSION (HM)
200969
\(r\) त्रिज्या की एक पतली धात्विक चकती पानी की सतह पर तैरती है एवं यह पानी की सतह को परिधि के अनुदिश ऊध्र्वाधर कोर से \(\theta \) कोण पर दबाती है। यदि चकती द्वारा हटाये गये पानी का भार \(W\) एवं पृष्ठ तनाव \(T\) हो तो चकती का भार होगा
1 \(2\pi rT + W\)
2 \(2\pi rT\,\cos \theta - W\)
3 \({\rm{2}}\pi {\rm{rT\,cos}}\theta + W\)
4 \(W - 2\pi rT\,\cos \theta \)
Explanation:
धातु की चकती का भार = उपर की ओर कुल बल = उत्प्लावन बल + पृष्ठ तनाव के कारण बल = हटाये गये पानी का भार \(+ T \,cos \,\theta\, (2p r)\) \(= W + 2p rT\, cos \,\theta\)
SURFACE TENSION (HM)
200970
एक \(10 \,cm\) लम्बे तार को जल की सतह पर क्षैतिजत: रखा जाता है एवं इसे सन्तुलन में रखने के लिए धीरे से \(2 \times {10^{ - 2}}\,N\) के बल से ऊपर की ओर खींचा जाता है। पानी का पृष्ठ तनाव (\(N{m^{ - 1}}\) में) होगा