SURFACE TENSION (HM)
SURFACE TENSION (HM)

200963 यदि काँच की छड़ को पारे में डुबोकर बाहर निकालें तो पारा छड़ से नहीं चिपकता है क्योंकि

1 स्पर्श कोण न्यून होता है
2 ससंजक बल अधिक है
3 आसंजक बल अधिक है
4 पारे का घनत्व अधिक है
SURFACE TENSION (HM)

200964 पारा काँच, लकड़ी अथवा लोहे पर नहीं चिपकता है क्योंकि

1 ससंजक बल आसंजक बल से कम है
2 ससंजक बल आसंजक बल से अधिक है
3 स्पर्श कोण 90° से कम है
4 ससंजक बल आसंजक बल के बराबर है
SURFACE TENSION (HM)

200965 द्रव का पृष्ठ तनाव निम्न प्रकार प्रभावित होता है

1 यह ताप बढ़ाने पर बढ़ता है
2 सम्पर्क में आने वाले द्रव पर निर्भर करता है
3 साबुन की उपस्थिति से बढ़ता है
4 द्रव की सान्द्रता बदलने से बदलता है
SURFACE TENSION (HM)

200966 यदि पानी की बूँद को तेल की सतह पर छोड़ दिया जाये तो

1 यह तेल के साथ मिल जायेगी
2 यह फिल्म के रुप में फैल जायेगी
3 यह विकृत हो जायेगी
4 यह गोलाकार बनी रहेगी
SURFACE TENSION (HM)

200967 दो काँच की प्लेटें जो एक दूसरे के ऊपर इस प्रकार रखी हैं कि इनके मध्य थोड़ा सा पानी है। इन्हें आसानी से अलग नहीं किया जा सकता। इसका कारण है

1 जडत्व
2 दाब
3 पृष्ठ तनाव
4 श्यानता
SURFACE TENSION (HM)

200963 यदि काँच की छड़ को पारे में डुबोकर बाहर निकालें तो पारा छड़ से नहीं चिपकता है क्योंकि

1 स्पर्श कोण न्यून होता है
2 ससंजक बल अधिक है
3 आसंजक बल अधिक है
4 पारे का घनत्व अधिक है
SURFACE TENSION (HM)

200964 पारा काँच, लकड़ी अथवा लोहे पर नहीं चिपकता है क्योंकि

1 ससंजक बल आसंजक बल से कम है
2 ससंजक बल आसंजक बल से अधिक है
3 स्पर्श कोण 90° से कम है
4 ससंजक बल आसंजक बल के बराबर है
SURFACE TENSION (HM)

200965 द्रव का पृष्ठ तनाव निम्न प्रकार प्रभावित होता है

1 यह ताप बढ़ाने पर बढ़ता है
2 सम्पर्क में आने वाले द्रव पर निर्भर करता है
3 साबुन की उपस्थिति से बढ़ता है
4 द्रव की सान्द्रता बदलने से बदलता है
SURFACE TENSION (HM)

200966 यदि पानी की बूँद को तेल की सतह पर छोड़ दिया जाये तो

1 यह तेल के साथ मिल जायेगी
2 यह फिल्म के रुप में फैल जायेगी
3 यह विकृत हो जायेगी
4 यह गोलाकार बनी रहेगी
SURFACE TENSION (HM)

200967 दो काँच की प्लेटें जो एक दूसरे के ऊपर इस प्रकार रखी हैं कि इनके मध्य थोड़ा सा पानी है। इन्हें आसानी से अलग नहीं किया जा सकता। इसका कारण है

1 जडत्व
2 दाब
3 पृष्ठ तनाव
4 श्यानता
SURFACE TENSION (HM)

200963 यदि काँच की छड़ को पारे में डुबोकर बाहर निकालें तो पारा छड़ से नहीं चिपकता है क्योंकि

1 स्पर्श कोण न्यून होता है
2 ससंजक बल अधिक है
3 आसंजक बल अधिक है
4 पारे का घनत्व अधिक है
SURFACE TENSION (HM)

200964 पारा काँच, लकड़ी अथवा लोहे पर नहीं चिपकता है क्योंकि

1 ससंजक बल आसंजक बल से कम है
2 ससंजक बल आसंजक बल से अधिक है
3 स्पर्श कोण 90° से कम है
4 ससंजक बल आसंजक बल के बराबर है
SURFACE TENSION (HM)

200965 द्रव का पृष्ठ तनाव निम्न प्रकार प्रभावित होता है

1 यह ताप बढ़ाने पर बढ़ता है
2 सम्पर्क में आने वाले द्रव पर निर्भर करता है
3 साबुन की उपस्थिति से बढ़ता है
4 द्रव की सान्द्रता बदलने से बदलता है
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200966 यदि पानी की बूँद को तेल की सतह पर छोड़ दिया जाये तो

1 यह तेल के साथ मिल जायेगी
2 यह फिल्म के रुप में फैल जायेगी
3 यह विकृत हो जायेगी
4 यह गोलाकार बनी रहेगी
SURFACE TENSION (HM)

200967 दो काँच की प्लेटें जो एक दूसरे के ऊपर इस प्रकार रखी हैं कि इनके मध्य थोड़ा सा पानी है। इन्हें आसानी से अलग नहीं किया जा सकता। इसका कारण है

1 जडत्व
2 दाब
3 पृष्ठ तनाव
4 श्यानता
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200963 यदि काँच की छड़ को पारे में डुबोकर बाहर निकालें तो पारा छड़ से नहीं चिपकता है क्योंकि

1 स्पर्श कोण न्यून होता है
2 ससंजक बल अधिक है
3 आसंजक बल अधिक है
4 पारे का घनत्व अधिक है
SURFACE TENSION (HM)

200964 पारा काँच, लकड़ी अथवा लोहे पर नहीं चिपकता है क्योंकि

1 ससंजक बल आसंजक बल से कम है
2 ससंजक बल आसंजक बल से अधिक है
3 स्पर्श कोण 90° से कम है
4 ससंजक बल आसंजक बल के बराबर है
SURFACE TENSION (HM)

200965 द्रव का पृष्ठ तनाव निम्न प्रकार प्रभावित होता है

1 यह ताप बढ़ाने पर बढ़ता है
2 सम्पर्क में आने वाले द्रव पर निर्भर करता है
3 साबुन की उपस्थिति से बढ़ता है
4 द्रव की सान्द्रता बदलने से बदलता है
SURFACE TENSION (HM)

200966 यदि पानी की बूँद को तेल की सतह पर छोड़ दिया जाये तो

1 यह तेल के साथ मिल जायेगी
2 यह फिल्म के रुप में फैल जायेगी
3 यह विकृत हो जायेगी
4 यह गोलाकार बनी रहेगी
SURFACE TENSION (HM)

200967 दो काँच की प्लेटें जो एक दूसरे के ऊपर इस प्रकार रखी हैं कि इनके मध्य थोड़ा सा पानी है। इन्हें आसानी से अलग नहीं किया जा सकता। इसका कारण है

1 जडत्व
2 दाब
3 पृष्ठ तनाव
4 श्यानता
SURFACE TENSION (HM)

200963 यदि काँच की छड़ को पारे में डुबोकर बाहर निकालें तो पारा छड़ से नहीं चिपकता है क्योंकि

1 स्पर्श कोण न्यून होता है
2 ससंजक बल अधिक है
3 आसंजक बल अधिक है
4 पारे का घनत्व अधिक है
SURFACE TENSION (HM)

200964 पारा काँच, लकड़ी अथवा लोहे पर नहीं चिपकता है क्योंकि

1 ससंजक बल आसंजक बल से कम है
2 ससंजक बल आसंजक बल से अधिक है
3 स्पर्श कोण 90° से कम है
4 ससंजक बल आसंजक बल के बराबर है
SURFACE TENSION (HM)

200965 द्रव का पृष्ठ तनाव निम्न प्रकार प्रभावित होता है

1 यह ताप बढ़ाने पर बढ़ता है
2 सम्पर्क में आने वाले द्रव पर निर्भर करता है
3 साबुन की उपस्थिति से बढ़ता है
4 द्रव की सान्द्रता बदलने से बदलता है
SURFACE TENSION (HM)

200966 यदि पानी की बूँद को तेल की सतह पर छोड़ दिया जाये तो

1 यह तेल के साथ मिल जायेगी
2 यह फिल्म के रुप में फैल जायेगी
3 यह विकृत हो जायेगी
4 यह गोलाकार बनी रहेगी
SURFACE TENSION (HM)

200967 दो काँच की प्लेटें जो एक दूसरे के ऊपर इस प्रकार रखी हैं कि इनके मध्य थोड़ा सा पानी है। इन्हें आसानी से अलग नहीं किया जा सकता। इसका कारण है

1 जडत्व
2 दाब
3 पृष्ठ तनाव
4 श्यानता