200651 एक समतल प्लेट \({v_1}\) वेग से, पानी के क्षैतिज पाइप (एक समान अनुप्रस्थकाट) की ओर अभिलम्बवत् गति कर रही है। यह पाइप आयतन \(V\) प्रति सैकण्ड की दर से, \({v_2}\) वेग से पानी छोड़ता है। पानी का घनत्व \(\rho \) है। माना कि पानी, प्लेट पर उसकी मूल गति के लम्बवत् पड़ता है, तो पानी के कारण प्लेट पर कार्यरत् बल का परिणाम है
200652 दो एक समान बेलनाकार पात्रों के आधार समान तल पर हैं तथा प्रत्येक पात्र का आधार क्षेत्रफल \(A\) है। प्रत्येक पात्र में समान घनत्व \( \rho\) का द्रव अलग.अलग ऊँचाइयों \(h_1\) तथा \(h_2\) तक भरा हुआ है। यदि दोनों पात्रों को एक दूसरे से जोड़ दिया जाए तब दोनों पात्रों में द्रव का तल समान करने हेतु गुरुत्व द्वारा किया गया कार्य होगा
200651 एक समतल प्लेट \({v_1}\) वेग से, पानी के क्षैतिज पाइप (एक समान अनुप्रस्थकाट) की ओर अभिलम्बवत् गति कर रही है। यह पाइप आयतन \(V\) प्रति सैकण्ड की दर से, \({v_2}\) वेग से पानी छोड़ता है। पानी का घनत्व \(\rho \) है। माना कि पानी, प्लेट पर उसकी मूल गति के लम्बवत् पड़ता है, तो पानी के कारण प्लेट पर कार्यरत् बल का परिणाम है
200652 दो एक समान बेलनाकार पात्रों के आधार समान तल पर हैं तथा प्रत्येक पात्र का आधार क्षेत्रफल \(A\) है। प्रत्येक पात्र में समान घनत्व \( \rho\) का द्रव अलग.अलग ऊँचाइयों \(h_1\) तथा \(h_2\) तक भरा हुआ है। यदि दोनों पात्रों को एक दूसरे से जोड़ दिया जाए तब दोनों पात्रों में द्रव का तल समान करने हेतु गुरुत्व द्वारा किया गया कार्य होगा
200651 एक समतल प्लेट \({v_1}\) वेग से, पानी के क्षैतिज पाइप (एक समान अनुप्रस्थकाट) की ओर अभिलम्बवत् गति कर रही है। यह पाइप आयतन \(V\) प्रति सैकण्ड की दर से, \({v_2}\) वेग से पानी छोड़ता है। पानी का घनत्व \(\rho \) है। माना कि पानी, प्लेट पर उसकी मूल गति के लम्बवत् पड़ता है, तो पानी के कारण प्लेट पर कार्यरत् बल का परिणाम है
200652 दो एक समान बेलनाकार पात्रों के आधार समान तल पर हैं तथा प्रत्येक पात्र का आधार क्षेत्रफल \(A\) है। प्रत्येक पात्र में समान घनत्व \( \rho\) का द्रव अलग.अलग ऊँचाइयों \(h_1\) तथा \(h_2\) तक भरा हुआ है। यदि दोनों पात्रों को एक दूसरे से जोड़ दिया जाए तब दोनों पात्रों में द्रव का तल समान करने हेतु गुरुत्व द्वारा किया गया कार्य होगा
200651 एक समतल प्लेट \({v_1}\) वेग से, पानी के क्षैतिज पाइप (एक समान अनुप्रस्थकाट) की ओर अभिलम्बवत् गति कर रही है। यह पाइप आयतन \(V\) प्रति सैकण्ड की दर से, \({v_2}\) वेग से पानी छोड़ता है। पानी का घनत्व \(\rho \) है। माना कि पानी, प्लेट पर उसकी मूल गति के लम्बवत् पड़ता है, तो पानी के कारण प्लेट पर कार्यरत् बल का परिणाम है
200652 दो एक समान बेलनाकार पात्रों के आधार समान तल पर हैं तथा प्रत्येक पात्र का आधार क्षेत्रफल \(A\) है। प्रत्येक पात्र में समान घनत्व \( \rho\) का द्रव अलग.अलग ऊँचाइयों \(h_1\) तथा \(h_2\) तक भरा हुआ है। यदि दोनों पात्रों को एक दूसरे से जोड़ दिया जाए तब दोनों पात्रों में द्रव का तल समान करने हेतु गुरुत्व द्वारा किया गया कार्य होगा