FLUID MECHANICS (HM)
FLUID MECHANICS (HM)

200647 \(10,000 \) छोटी गेंदें जिनमें प्रत्येक का द्रव्यमान \(1\) ग्राम है, \(1\) वर्ग सेमी क्षेत्रफल से प्रति सैकण्ड \(100\) मी/सै के वेग से लंबवत् टकराती हैं, तथा टकराकर समान वेग से वापस लौटती हैं। सतह पर लगने वाले दाब का मान है

1 \(2 \times {10^3}\,N/{m^2}\)
2 \(2 \times {10^5}\,N/{m^2}\)
3 \({10^7}\,N/{m^2}\)
4 \(2 \times {10^7}\,N/{m^2}\)
FLUID MECHANICS (HM)

200648 बीकर में भरे द्रव में एक पिण्ड तैर रहा है। यदि इस पूरे निकाय को चित्रानुसार स्वतन्त्रतापूर्वक गुरुत्व के अन्तर्गत गिराया जाये तो द्रव के द्वारा पिण्ड पर लगाया गया उत्प्लावन बल होगा

1 शून्य
2 हटाये गये द्रव के भार के बराबर
3 हवा में पिण्ड के भार के बराबर
4 उपरोक्त में से कोई नहीं
FLUID MECHANICS (HM)

200649 हवा में उड़ते हुये वायुयान का भार सन्तुलित होता है

1 वायुयान की पंखुडियों के निचले भाग में वायु के टकराने के कारण उत्पé प्रणोद् के ऊध्र्वाधर घटक से
2 प्रोपेलर के घूमने के कारण उत्सर्जित हवा के प्रतिक्रियात्मक बल से
3 हवा के द्वारा दिये गये उत्प्लावन बल से जिसका मान वायुयान के आयतन के बराबर होता है
4 वायुयान के ऊपरी व निचले भागों में दाब अन्तर के कारण बल से जो कि सतह पर वायु की भिन्न चालों के कारण उत्पन्न होता है
FLUID MECHANICS (HM)

200650 स्प्रिंग तुला \(A\) पर जब \(m\) द्रव्यमान का पिण्ड लटकाया जाता है तब उसका पाठ \(2\) किग्रा आता है। एक तुला \(B\) बीकर में भरे जल का पाठ \(5\) किग्रा पढ़ती है, जब बीकर को तुला के पलड़े पर रखा जाता है। अब इन दोनों को इस प्रकार व्यवस्थित किया जाता है कि द्रव्यमान \(m\) पूर्ण रुप से पानी में डूब जाये जैसा चित्र में दिखाया गया है। इस स्थिति में

1 तुला \(A\) का पाठ \(2\) किग्रा से अधिक होगा
2 तुला \(B\) का पाठ \(5\) किग्रा से अधिक होगा
3 तुला \(A\) का पाठ \(2\) किग्रा से कम तथा तुला \(B\) का पाठ \(5\) किग्रा से अधिक होगा
4 \( (B) \) और \( (c) \) दोनों
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FLUID MECHANICS (HM)

200647 \(10,000 \) छोटी गेंदें जिनमें प्रत्येक का द्रव्यमान \(1\) ग्राम है, \(1\) वर्ग सेमी क्षेत्रफल से प्रति सैकण्ड \(100\) मी/सै के वेग से लंबवत् टकराती हैं, तथा टकराकर समान वेग से वापस लौटती हैं। सतह पर लगने वाले दाब का मान है

1 \(2 \times {10^3}\,N/{m^2}\)
2 \(2 \times {10^5}\,N/{m^2}\)
3 \({10^7}\,N/{m^2}\)
4 \(2 \times {10^7}\,N/{m^2}\)
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200648 बीकर में भरे द्रव में एक पिण्ड तैर रहा है। यदि इस पूरे निकाय को चित्रानुसार स्वतन्त्रतापूर्वक गुरुत्व के अन्तर्गत गिराया जाये तो द्रव के द्वारा पिण्ड पर लगाया गया उत्प्लावन बल होगा

1 शून्य
2 हटाये गये द्रव के भार के बराबर
3 हवा में पिण्ड के भार के बराबर
4 उपरोक्त में से कोई नहीं
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200649 हवा में उड़ते हुये वायुयान का भार सन्तुलित होता है

1 वायुयान की पंखुडियों के निचले भाग में वायु के टकराने के कारण उत्पé प्रणोद् के ऊध्र्वाधर घटक से
2 प्रोपेलर के घूमने के कारण उत्सर्जित हवा के प्रतिक्रियात्मक बल से
3 हवा के द्वारा दिये गये उत्प्लावन बल से जिसका मान वायुयान के आयतन के बराबर होता है
4 वायुयान के ऊपरी व निचले भागों में दाब अन्तर के कारण बल से जो कि सतह पर वायु की भिन्न चालों के कारण उत्पन्न होता है
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200650 स्प्रिंग तुला \(A\) पर जब \(m\) द्रव्यमान का पिण्ड लटकाया जाता है तब उसका पाठ \(2\) किग्रा आता है। एक तुला \(B\) बीकर में भरे जल का पाठ \(5\) किग्रा पढ़ती है, जब बीकर को तुला के पलड़े पर रखा जाता है। अब इन दोनों को इस प्रकार व्यवस्थित किया जाता है कि द्रव्यमान \(m\) पूर्ण रुप से पानी में डूब जाये जैसा चित्र में दिखाया गया है। इस स्थिति में

1 तुला \(A\) का पाठ \(2\) किग्रा से अधिक होगा
2 तुला \(B\) का पाठ \(5\) किग्रा से अधिक होगा
3 तुला \(A\) का पाठ \(2\) किग्रा से कम तथा तुला \(B\) का पाठ \(5\) किग्रा से अधिक होगा
4 \( (B) \) और \( (c) \) दोनों
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200647 \(10,000 \) छोटी गेंदें जिनमें प्रत्येक का द्रव्यमान \(1\) ग्राम है, \(1\) वर्ग सेमी क्षेत्रफल से प्रति सैकण्ड \(100\) मी/सै के वेग से लंबवत् टकराती हैं, तथा टकराकर समान वेग से वापस लौटती हैं। सतह पर लगने वाले दाब का मान है

1 \(2 \times {10^3}\,N/{m^2}\)
2 \(2 \times {10^5}\,N/{m^2}\)
3 \({10^7}\,N/{m^2}\)
4 \(2 \times {10^7}\,N/{m^2}\)
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200648 बीकर में भरे द्रव में एक पिण्ड तैर रहा है। यदि इस पूरे निकाय को चित्रानुसार स्वतन्त्रतापूर्वक गुरुत्व के अन्तर्गत गिराया जाये तो द्रव के द्वारा पिण्ड पर लगाया गया उत्प्लावन बल होगा

1 शून्य
2 हटाये गये द्रव के भार के बराबर
3 हवा में पिण्ड के भार के बराबर
4 उपरोक्त में से कोई नहीं
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200649 हवा में उड़ते हुये वायुयान का भार सन्तुलित होता है

1 वायुयान की पंखुडियों के निचले भाग में वायु के टकराने के कारण उत्पé प्रणोद् के ऊध्र्वाधर घटक से
2 प्रोपेलर के घूमने के कारण उत्सर्जित हवा के प्रतिक्रियात्मक बल से
3 हवा के द्वारा दिये गये उत्प्लावन बल से जिसका मान वायुयान के आयतन के बराबर होता है
4 वायुयान के ऊपरी व निचले भागों में दाब अन्तर के कारण बल से जो कि सतह पर वायु की भिन्न चालों के कारण उत्पन्न होता है
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200650 स्प्रिंग तुला \(A\) पर जब \(m\) द्रव्यमान का पिण्ड लटकाया जाता है तब उसका पाठ \(2\) किग्रा आता है। एक तुला \(B\) बीकर में भरे जल का पाठ \(5\) किग्रा पढ़ती है, जब बीकर को तुला के पलड़े पर रखा जाता है। अब इन दोनों को इस प्रकार व्यवस्थित किया जाता है कि द्रव्यमान \(m\) पूर्ण रुप से पानी में डूब जाये जैसा चित्र में दिखाया गया है। इस स्थिति में

1 तुला \(A\) का पाठ \(2\) किग्रा से अधिक होगा
2 तुला \(B\) का पाठ \(5\) किग्रा से अधिक होगा
3 तुला \(A\) का पाठ \(2\) किग्रा से कम तथा तुला \(B\) का पाठ \(5\) किग्रा से अधिक होगा
4 \( (B) \) और \( (c) \) दोनों
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200647 \(10,000 \) छोटी गेंदें जिनमें प्रत्येक का द्रव्यमान \(1\) ग्राम है, \(1\) वर्ग सेमी क्षेत्रफल से प्रति सैकण्ड \(100\) मी/सै के वेग से लंबवत् टकराती हैं, तथा टकराकर समान वेग से वापस लौटती हैं। सतह पर लगने वाले दाब का मान है

1 \(2 \times {10^3}\,N/{m^2}\)
2 \(2 \times {10^5}\,N/{m^2}\)
3 \({10^7}\,N/{m^2}\)
4 \(2 \times {10^7}\,N/{m^2}\)
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200648 बीकर में भरे द्रव में एक पिण्ड तैर रहा है। यदि इस पूरे निकाय को चित्रानुसार स्वतन्त्रतापूर्वक गुरुत्व के अन्तर्गत गिराया जाये तो द्रव के द्वारा पिण्ड पर लगाया गया उत्प्लावन बल होगा

1 शून्य
2 हटाये गये द्रव के भार के बराबर
3 हवा में पिण्ड के भार के बराबर
4 उपरोक्त में से कोई नहीं
FLUID MECHANICS (HM)

200649 हवा में उड़ते हुये वायुयान का भार सन्तुलित होता है

1 वायुयान की पंखुडियों के निचले भाग में वायु के टकराने के कारण उत्पé प्रणोद् के ऊध्र्वाधर घटक से
2 प्रोपेलर के घूमने के कारण उत्सर्जित हवा के प्रतिक्रियात्मक बल से
3 हवा के द्वारा दिये गये उत्प्लावन बल से जिसका मान वायुयान के आयतन के बराबर होता है
4 वायुयान के ऊपरी व निचले भागों में दाब अन्तर के कारण बल से जो कि सतह पर वायु की भिन्न चालों के कारण उत्पन्न होता है
FLUID MECHANICS (HM)

200650 स्प्रिंग तुला \(A\) पर जब \(m\) द्रव्यमान का पिण्ड लटकाया जाता है तब उसका पाठ \(2\) किग्रा आता है। एक तुला \(B\) बीकर में भरे जल का पाठ \(5\) किग्रा पढ़ती है, जब बीकर को तुला के पलड़े पर रखा जाता है। अब इन दोनों को इस प्रकार व्यवस्थित किया जाता है कि द्रव्यमान \(m\) पूर्ण रुप से पानी में डूब जाये जैसा चित्र में दिखाया गया है। इस स्थिति में

1 तुला \(A\) का पाठ \(2\) किग्रा से अधिक होगा
2 तुला \(B\) का पाठ \(5\) किग्रा से अधिक होगा
3 तुला \(A\) का पाठ \(2\) किग्रा से कम तथा तुला \(B\) का पाठ \(5\) किग्रा से अधिक होगा
4 \( (B) \) और \( (c) \) दोनों