199843 एक ऊष्मागतिकी निकाय को उसकी वास्तविक अवस्था \(D\) से माध्यमिक अवस्था \(E\) तक चित्र में दर्शाये अनुसार रेखीय प्रक्रम से ले जाया जाता है। फिर इसका आयतन इसके वास्तविक आयतन को \(E\) से \(F\) तक समदाबीय प्रक्रम के दौरान घटाया जाता है। गैस द्वारा \(D\) से \(E\) से \(F\) तक किया गया कुल कार्य \(...........J\) होगा :
199844 एक रूद्धोष्म प्रक्रम के दौरान, किसी द्विपरमाणवीय गैस \(\left(\gamma=\frac{7}{5}\right)\) का दाब \(P _1\) एवं घनत्व \(d _1\) से बदलकर अचानक क्रमशः \(P _2\left( > P _1\right)\) एवं \(d _2\) हो जाता है। गैस का तापमान बढ़ेगा, और अपने प्रारम्भिक तापमान का गुना हो $.........$ जाएगा। (दिया है, \(\left.\frac{ d _2}{ d _1}=32\right)\)
199845 एक इंजन \(200 \,K\) तापमान वाले उष्मा भण्डार और एक गर्म पिंड जिसका प्रारंभिक तापमान \(600 \,K\) है के मध्य कार्यरत है. यदि इस प्रक्रिया में गर्म पिंड का शीतलन \(400 \,K\) तक हो जाता है तो इस चक्र में कार्य करते हुए यह इंजन अधिकतम कितना कार्य कर सकता है? (गर्म पिंड की ऊष्मा धारिता \(1 \,J / K\) है)
199843 एक ऊष्मागतिकी निकाय को उसकी वास्तविक अवस्था \(D\) से माध्यमिक अवस्था \(E\) तक चित्र में दर्शाये अनुसार रेखीय प्रक्रम से ले जाया जाता है। फिर इसका आयतन इसके वास्तविक आयतन को \(E\) से \(F\) तक समदाबीय प्रक्रम के दौरान घटाया जाता है। गैस द्वारा \(D\) से \(E\) से \(F\) तक किया गया कुल कार्य \(...........J\) होगा :
199844 एक रूद्धोष्म प्रक्रम के दौरान, किसी द्विपरमाणवीय गैस \(\left(\gamma=\frac{7}{5}\right)\) का दाब \(P _1\) एवं घनत्व \(d _1\) से बदलकर अचानक क्रमशः \(P _2\left( > P _1\right)\) एवं \(d _2\) हो जाता है। गैस का तापमान बढ़ेगा, और अपने प्रारम्भिक तापमान का गुना हो $.........$ जाएगा। (दिया है, \(\left.\frac{ d _2}{ d _1}=32\right)\)
199845 एक इंजन \(200 \,K\) तापमान वाले उष्मा भण्डार और एक गर्म पिंड जिसका प्रारंभिक तापमान \(600 \,K\) है के मध्य कार्यरत है. यदि इस प्रक्रिया में गर्म पिंड का शीतलन \(400 \,K\) तक हो जाता है तो इस चक्र में कार्य करते हुए यह इंजन अधिकतम कितना कार्य कर सकता है? (गर्म पिंड की ऊष्मा धारिता \(1 \,J / K\) है)
199843 एक ऊष्मागतिकी निकाय को उसकी वास्तविक अवस्था \(D\) से माध्यमिक अवस्था \(E\) तक चित्र में दर्शाये अनुसार रेखीय प्रक्रम से ले जाया जाता है। फिर इसका आयतन इसके वास्तविक आयतन को \(E\) से \(F\) तक समदाबीय प्रक्रम के दौरान घटाया जाता है। गैस द्वारा \(D\) से \(E\) से \(F\) तक किया गया कुल कार्य \(...........J\) होगा :
199844 एक रूद्धोष्म प्रक्रम के दौरान, किसी द्विपरमाणवीय गैस \(\left(\gamma=\frac{7}{5}\right)\) का दाब \(P _1\) एवं घनत्व \(d _1\) से बदलकर अचानक क्रमशः \(P _2\left( > P _1\right)\) एवं \(d _2\) हो जाता है। गैस का तापमान बढ़ेगा, और अपने प्रारम्भिक तापमान का गुना हो $.........$ जाएगा। (दिया है, \(\left.\frac{ d _2}{ d _1}=32\right)\)
199845 एक इंजन \(200 \,K\) तापमान वाले उष्मा भण्डार और एक गर्म पिंड जिसका प्रारंभिक तापमान \(600 \,K\) है के मध्य कार्यरत है. यदि इस प्रक्रिया में गर्म पिंड का शीतलन \(400 \,K\) तक हो जाता है तो इस चक्र में कार्य करते हुए यह इंजन अधिकतम कितना कार्य कर सकता है? (गर्म पिंड की ऊष्मा धारिता \(1 \,J / K\) है)
199843 एक ऊष्मागतिकी निकाय को उसकी वास्तविक अवस्था \(D\) से माध्यमिक अवस्था \(E\) तक चित्र में दर्शाये अनुसार रेखीय प्रक्रम से ले जाया जाता है। फिर इसका आयतन इसके वास्तविक आयतन को \(E\) से \(F\) तक समदाबीय प्रक्रम के दौरान घटाया जाता है। गैस द्वारा \(D\) से \(E\) से \(F\) तक किया गया कुल कार्य \(...........J\) होगा :
199844 एक रूद्धोष्म प्रक्रम के दौरान, किसी द्विपरमाणवीय गैस \(\left(\gamma=\frac{7}{5}\right)\) का दाब \(P _1\) एवं घनत्व \(d _1\) से बदलकर अचानक क्रमशः \(P _2\left( > P _1\right)\) एवं \(d _2\) हो जाता है। गैस का तापमान बढ़ेगा, और अपने प्रारम्भिक तापमान का गुना हो $.........$ जाएगा। (दिया है, \(\left.\frac{ d _2}{ d _1}=32\right)\)
199845 एक इंजन \(200 \,K\) तापमान वाले उष्मा भण्डार और एक गर्म पिंड जिसका प्रारंभिक तापमान \(600 \,K\) है के मध्य कार्यरत है. यदि इस प्रक्रिया में गर्म पिंड का शीतलन \(400 \,K\) तक हो जाता है तो इस चक्र में कार्य करते हुए यह इंजन अधिकतम कितना कार्य कर सकता है? (गर्म पिंड की ऊष्मा धारिता \(1 \,J / K\) है)
199843 एक ऊष्मागतिकी निकाय को उसकी वास्तविक अवस्था \(D\) से माध्यमिक अवस्था \(E\) तक चित्र में दर्शाये अनुसार रेखीय प्रक्रम से ले जाया जाता है। फिर इसका आयतन इसके वास्तविक आयतन को \(E\) से \(F\) तक समदाबीय प्रक्रम के दौरान घटाया जाता है। गैस द्वारा \(D\) से \(E\) से \(F\) तक किया गया कुल कार्य \(...........J\) होगा :
199844 एक रूद्धोष्म प्रक्रम के दौरान, किसी द्विपरमाणवीय गैस \(\left(\gamma=\frac{7}{5}\right)\) का दाब \(P _1\) एवं घनत्व \(d _1\) से बदलकर अचानक क्रमशः \(P _2\left( > P _1\right)\) एवं \(d _2\) हो जाता है। गैस का तापमान बढ़ेगा, और अपने प्रारम्भिक तापमान का गुना हो $.........$ जाएगा। (दिया है, \(\left.\frac{ d _2}{ d _1}=32\right)\)
199845 एक इंजन \(200 \,K\) तापमान वाले उष्मा भण्डार और एक गर्म पिंड जिसका प्रारंभिक तापमान \(600 \,K\) है के मध्य कार्यरत है. यदि इस प्रक्रिया में गर्म पिंड का शीतलन \(400 \,K\) तक हो जाता है तो इस चक्र में कार्य करते हुए यह इंजन अधिकतम कितना कार्य कर सकता है? (गर्म पिंड की ऊष्मा धारिता \(1 \,J / K\) है)