12. THERMODYNAMICS (HM)
12. THERMODYNAMICS (HM)

199755 \(^{\prime}n^{\prime}\) मोल आदर्श गैस एक प्रक्रम \(A \rightarrow B\) से गुज़रती है (चित्र देखिये)। इस प्रक्रम के दौरान उसका आधिकतम तापमान होगा:

1 \(\frac{{9{P_0}{V_0}}}{{2nR}}\)
2 \(\;\frac{{9{P_0}{V_0}}}{{nR}}\)
3 \(\;\frac{{9{P_0}{V_0}}}{{4nR}}\)
4 \(\;\frac{{3{P_0}{V_0}}}{{2nR}}\)
12. THERMODYNAMICS (HM)

199756 एक आदर्श गैस उत्क्रमणीय स्थैतिक-कल्प प्रक्रम से गुज़रती है तथा उसकी मोलर-ऊष्मा-धारिता \(C\) स्थिर रहती है। यदि इस प्रक़म में उसकें दाब \(P\) व आयतन \(V\) के बीच संबंध \(PV^n =\) नियतांक है। \(\left(C_{P}\right.\) तथा \(C_{V}\) क्रमशः स्थिर दाब व स्थिर आयतन पर ऊष्मा-धारिता हैं) तब \('n'\) के लिये समीकरण हैं:

1 \(n = \frac{{{C_p} - C}}{{C - {C_V}}}\;\;\;\;\;\;\;\;\;\;\;\;\;\;\)
2 \(\;n = \frac{{C - {C_V}}}{{C - {C_p}}}\)
3 \(\;n = \frac{{{C_p}}}{{{C_V}}}\)
4 \(\;n = \frac{{C - {C_p}}}{{C - {C_V}}}\)
12. THERMODYNAMICS (HM)

199757 किसी एकपरमाणुक आदर्श गैस के \(2\) मोल, \(27^{\circ} C\) तापमान पर \(V\) आयतन घेरते है। गैस का आयतन रूद्वोष्म प्रक्रम द्वारा फैल कर \(2\, V\) हो जाता है। गैस के \((A)\) अंतिम तापमान का मान एवं \((B)\) उसकी आंतरिक ऊर्जा में परिवर्तन का मान होगा

1 \((a)\) \(195 \) \(K\)       \((b)\) \(-2.7\) \(kJ\)
2 \((a)\) \(189\) \(K\)       \((b)\) \(-2.7\) \(kJ\)
3 \((a)\) \(195\) \(K\)      \((b)\) \(2.7\) \(kJ\)
4 \((a)\) \(189\) \( K\)       \((b)\) \(2.7\) \(kJ\)
12. THERMODYNAMICS (HM)

199758 एक आदर्श कार्नो इंजन की दक्षता \(40 \%\) है जबकि वह \(500\, K\) से ऊष्मा प्राप्त करता है । यदि दक्षता \(50 \%\) करनी हो तो कितने ताप पर ऊष्मा प्राप्त करेगा

1 \(800\)
2 \(900\)
3 \(600\)
4 \(700\)
12. THERMODYNAMICS (HM)

199755 \(^{\prime}n^{\prime}\) मोल आदर्श गैस एक प्रक्रम \(A \rightarrow B\) से गुज़रती है (चित्र देखिये)। इस प्रक्रम के दौरान उसका आधिकतम तापमान होगा:

1 \(\frac{{9{P_0}{V_0}}}{{2nR}}\)
2 \(\;\frac{{9{P_0}{V_0}}}{{nR}}\)
3 \(\;\frac{{9{P_0}{V_0}}}{{4nR}}\)
4 \(\;\frac{{3{P_0}{V_0}}}{{2nR}}\)
12. THERMODYNAMICS (HM)

199756 एक आदर्श गैस उत्क्रमणीय स्थैतिक-कल्प प्रक्रम से गुज़रती है तथा उसकी मोलर-ऊष्मा-धारिता \(C\) स्थिर रहती है। यदि इस प्रक़म में उसकें दाब \(P\) व आयतन \(V\) के बीच संबंध \(PV^n =\) नियतांक है। \(\left(C_{P}\right.\) तथा \(C_{V}\) क्रमशः स्थिर दाब व स्थिर आयतन पर ऊष्मा-धारिता हैं) तब \('n'\) के लिये समीकरण हैं:

1 \(n = \frac{{{C_p} - C}}{{C - {C_V}}}\;\;\;\;\;\;\;\;\;\;\;\;\;\;\)
2 \(\;n = \frac{{C - {C_V}}}{{C - {C_p}}}\)
3 \(\;n = \frac{{{C_p}}}{{{C_V}}}\)
4 \(\;n = \frac{{C - {C_p}}}{{C - {C_V}}}\)
12. THERMODYNAMICS (HM)

199757 किसी एकपरमाणुक आदर्श गैस के \(2\) मोल, \(27^{\circ} C\) तापमान पर \(V\) आयतन घेरते है। गैस का आयतन रूद्वोष्म प्रक्रम द्वारा फैल कर \(2\, V\) हो जाता है। गैस के \((A)\) अंतिम तापमान का मान एवं \((B)\) उसकी आंतरिक ऊर्जा में परिवर्तन का मान होगा

1 \((a)\) \(195 \) \(K\)       \((b)\) \(-2.7\) \(kJ\)
2 \((a)\) \(189\) \(K\)       \((b)\) \(-2.7\) \(kJ\)
3 \((a)\) \(195\) \(K\)      \((b)\) \(2.7\) \(kJ\)
4 \((a)\) \(189\) \( K\)       \((b)\) \(2.7\) \(kJ\)
12. THERMODYNAMICS (HM)

199758 एक आदर्श कार्नो इंजन की दक्षता \(40 \%\) है जबकि वह \(500\, K\) से ऊष्मा प्राप्त करता है । यदि दक्षता \(50 \%\) करनी हो तो कितने ताप पर ऊष्मा प्राप्त करेगा

1 \(800\)
2 \(900\)
3 \(600\)
4 \(700\)
12. THERMODYNAMICS (HM)

199755 \(^{\prime}n^{\prime}\) मोल आदर्श गैस एक प्रक्रम \(A \rightarrow B\) से गुज़रती है (चित्र देखिये)। इस प्रक्रम के दौरान उसका आधिकतम तापमान होगा:

1 \(\frac{{9{P_0}{V_0}}}{{2nR}}\)
2 \(\;\frac{{9{P_0}{V_0}}}{{nR}}\)
3 \(\;\frac{{9{P_0}{V_0}}}{{4nR}}\)
4 \(\;\frac{{3{P_0}{V_0}}}{{2nR}}\)
12. THERMODYNAMICS (HM)

199756 एक आदर्श गैस उत्क्रमणीय स्थैतिक-कल्प प्रक्रम से गुज़रती है तथा उसकी मोलर-ऊष्मा-धारिता \(C\) स्थिर रहती है। यदि इस प्रक़म में उसकें दाब \(P\) व आयतन \(V\) के बीच संबंध \(PV^n =\) नियतांक है। \(\left(C_{P}\right.\) तथा \(C_{V}\) क्रमशः स्थिर दाब व स्थिर आयतन पर ऊष्मा-धारिता हैं) तब \('n'\) के लिये समीकरण हैं:

1 \(n = \frac{{{C_p} - C}}{{C - {C_V}}}\;\;\;\;\;\;\;\;\;\;\;\;\;\;\)
2 \(\;n = \frac{{C - {C_V}}}{{C - {C_p}}}\)
3 \(\;n = \frac{{{C_p}}}{{{C_V}}}\)
4 \(\;n = \frac{{C - {C_p}}}{{C - {C_V}}}\)
12. THERMODYNAMICS (HM)

199757 किसी एकपरमाणुक आदर्श गैस के \(2\) मोल, \(27^{\circ} C\) तापमान पर \(V\) आयतन घेरते है। गैस का आयतन रूद्वोष्म प्रक्रम द्वारा फैल कर \(2\, V\) हो जाता है। गैस के \((A)\) अंतिम तापमान का मान एवं \((B)\) उसकी आंतरिक ऊर्जा में परिवर्तन का मान होगा

1 \((a)\) \(195 \) \(K\)       \((b)\) \(-2.7\) \(kJ\)
2 \((a)\) \(189\) \(K\)       \((b)\) \(-2.7\) \(kJ\)
3 \((a)\) \(195\) \(K\)      \((b)\) \(2.7\) \(kJ\)
4 \((a)\) \(189\) \( K\)       \((b)\) \(2.7\) \(kJ\)
12. THERMODYNAMICS (HM)

199758 एक आदर्श कार्नो इंजन की दक्षता \(40 \%\) है जबकि वह \(500\, K\) से ऊष्मा प्राप्त करता है । यदि दक्षता \(50 \%\) करनी हो तो कितने ताप पर ऊष्मा प्राप्त करेगा

1 \(800\)
2 \(900\)
3 \(600\)
4 \(700\)
12. THERMODYNAMICS (HM)

199755 \(^{\prime}n^{\prime}\) मोल आदर्श गैस एक प्रक्रम \(A \rightarrow B\) से गुज़रती है (चित्र देखिये)। इस प्रक्रम के दौरान उसका आधिकतम तापमान होगा:

1 \(\frac{{9{P_0}{V_0}}}{{2nR}}\)
2 \(\;\frac{{9{P_0}{V_0}}}{{nR}}\)
3 \(\;\frac{{9{P_0}{V_0}}}{{4nR}}\)
4 \(\;\frac{{3{P_0}{V_0}}}{{2nR}}\)
12. THERMODYNAMICS (HM)

199756 एक आदर्श गैस उत्क्रमणीय स्थैतिक-कल्प प्रक्रम से गुज़रती है तथा उसकी मोलर-ऊष्मा-धारिता \(C\) स्थिर रहती है। यदि इस प्रक़म में उसकें दाब \(P\) व आयतन \(V\) के बीच संबंध \(PV^n =\) नियतांक है। \(\left(C_{P}\right.\) तथा \(C_{V}\) क्रमशः स्थिर दाब व स्थिर आयतन पर ऊष्मा-धारिता हैं) तब \('n'\) के लिये समीकरण हैं:

1 \(n = \frac{{{C_p} - C}}{{C - {C_V}}}\;\;\;\;\;\;\;\;\;\;\;\;\;\;\)
2 \(\;n = \frac{{C - {C_V}}}{{C - {C_p}}}\)
3 \(\;n = \frac{{{C_p}}}{{{C_V}}}\)
4 \(\;n = \frac{{C - {C_p}}}{{C - {C_V}}}\)
12. THERMODYNAMICS (HM)

199757 किसी एकपरमाणुक आदर्श गैस के \(2\) मोल, \(27^{\circ} C\) तापमान पर \(V\) आयतन घेरते है। गैस का आयतन रूद्वोष्म प्रक्रम द्वारा फैल कर \(2\, V\) हो जाता है। गैस के \((A)\) अंतिम तापमान का मान एवं \((B)\) उसकी आंतरिक ऊर्जा में परिवर्तन का मान होगा

1 \((a)\) \(195 \) \(K\)       \((b)\) \(-2.7\) \(kJ\)
2 \((a)\) \(189\) \(K\)       \((b)\) \(-2.7\) \(kJ\)
3 \((a)\) \(195\) \(K\)      \((b)\) \(2.7\) \(kJ\)
4 \((a)\) \(189\) \( K\)       \((b)\) \(2.7\) \(kJ\)
12. THERMODYNAMICS (HM)

199758 एक आदर्श कार्नो इंजन की दक्षता \(40 \%\) है जबकि वह \(500\, K\) से ऊष्मा प्राप्त करता है । यदि दक्षता \(50 \%\) करनी हो तो कितने ताप पर ऊष्मा प्राप्त करेगा

1 \(800\)
2 \(900\)
3 \(600\)
4 \(700\)