198413 \(10 ms ^{-1}\) की चाल से किसी दीवार की ओर जाता हुआ एक चमगादड़, दीवार की ओर \(8000 Hz\) का ध्वनि संकेत (सिग्नल) प्रेषित करता (भेजता) है। दीवार से परावर्तन के पश्चात् वह ' \(f\) ' आवृत्ति की ध्वनि, सुनता है। यदि, ध्वनि की चाल \(320 ms ^{-1}\) है तो, \(Hz\) में \(f\) का सन्निकट मान होगा :
198414 ध्वनि के एक स्रोत से \(f _{0}\) आवृत्ति की तरंगें उत्सर्जित (उत्पत्र) होती हैं। यह स्रोत किसी श्रोता की ओर एक नियत चाल \(v_{ s }\) से चल रहा है \(\left(v_{ S } < v\right.\), जहाँ \(v\) वायु में ध्वनि की चाल है)। यदि श्रोता \(v_{0}\) चाल से स्रोत की ओर चलने लगे, तो \(v_{0}\) में परिवर्तन से, श्रोता द्वारा सुनी गई आवृत्ति के सही विचरण ( परिवर्तन ) को निम्नांकित ग्राफ \(A\) या \(B\) में से एक ग्राफ दर्शायेगा।तो, \(v_{0}\) के साथ \(f\) के विचरण (परिवर्तन) को सही दर्शाता है :
198413 \(10 ms ^{-1}\) की चाल से किसी दीवार की ओर जाता हुआ एक चमगादड़, दीवार की ओर \(8000 Hz\) का ध्वनि संकेत (सिग्नल) प्रेषित करता (भेजता) है। दीवार से परावर्तन के पश्चात् वह ' \(f\) ' आवृत्ति की ध्वनि, सुनता है। यदि, ध्वनि की चाल \(320 ms ^{-1}\) है तो, \(Hz\) में \(f\) का सन्निकट मान होगा :
198414 ध्वनि के एक स्रोत से \(f _{0}\) आवृत्ति की तरंगें उत्सर्जित (उत्पत्र) होती हैं। यह स्रोत किसी श्रोता की ओर एक नियत चाल \(v_{ s }\) से चल रहा है \(\left(v_{ S } < v\right.\), जहाँ \(v\) वायु में ध्वनि की चाल है)। यदि श्रोता \(v_{0}\) चाल से स्रोत की ओर चलने लगे, तो \(v_{0}\) में परिवर्तन से, श्रोता द्वारा सुनी गई आवृत्ति के सही विचरण ( परिवर्तन ) को निम्नांकित ग्राफ \(A\) या \(B\) में से एक ग्राफ दर्शायेगा।तो, \(v_{0}\) के साथ \(f\) के विचरण (परिवर्तन) को सही दर्शाता है :
198413 \(10 ms ^{-1}\) की चाल से किसी दीवार की ओर जाता हुआ एक चमगादड़, दीवार की ओर \(8000 Hz\) का ध्वनि संकेत (सिग्नल) प्रेषित करता (भेजता) है। दीवार से परावर्तन के पश्चात् वह ' \(f\) ' आवृत्ति की ध्वनि, सुनता है। यदि, ध्वनि की चाल \(320 ms ^{-1}\) है तो, \(Hz\) में \(f\) का सन्निकट मान होगा :
198414 ध्वनि के एक स्रोत से \(f _{0}\) आवृत्ति की तरंगें उत्सर्जित (उत्पत्र) होती हैं। यह स्रोत किसी श्रोता की ओर एक नियत चाल \(v_{ s }\) से चल रहा है \(\left(v_{ S } < v\right.\), जहाँ \(v\) वायु में ध्वनि की चाल है)। यदि श्रोता \(v_{0}\) चाल से स्रोत की ओर चलने लगे, तो \(v_{0}\) में परिवर्तन से, श्रोता द्वारा सुनी गई आवृत्ति के सही विचरण ( परिवर्तन ) को निम्नांकित ग्राफ \(A\) या \(B\) में से एक ग्राफ दर्शायेगा।तो, \(v_{0}\) के साथ \(f\) के विचरण (परिवर्तन) को सही दर्शाता है :
198413 \(10 ms ^{-1}\) की चाल से किसी दीवार की ओर जाता हुआ एक चमगादड़, दीवार की ओर \(8000 Hz\) का ध्वनि संकेत (सिग्नल) प्रेषित करता (भेजता) है। दीवार से परावर्तन के पश्चात् वह ' \(f\) ' आवृत्ति की ध्वनि, सुनता है। यदि, ध्वनि की चाल \(320 ms ^{-1}\) है तो, \(Hz\) में \(f\) का सन्निकट मान होगा :
198414 ध्वनि के एक स्रोत से \(f _{0}\) आवृत्ति की तरंगें उत्सर्जित (उत्पत्र) होती हैं। यह स्रोत किसी श्रोता की ओर एक नियत चाल \(v_{ s }\) से चल रहा है \(\left(v_{ S } < v\right.\), जहाँ \(v\) वायु में ध्वनि की चाल है)। यदि श्रोता \(v_{0}\) चाल से स्रोत की ओर चलने लगे, तो \(v_{0}\) में परिवर्तन से, श्रोता द्वारा सुनी गई आवृत्ति के सही विचरण ( परिवर्तन ) को निम्नांकित ग्राफ \(A\) या \(B\) में से एक ग्राफ दर्शायेगा।तो, \(v_{0}\) के साथ \(f\) के विचरण (परिवर्तन) को सही दर्शाता है :