198367 किसी स्वरित्र द्विभुज का उपयोग किसी ऐसी काँच की नलिका में अनुनाद उत्पन्न करने के लिए किया गया है, जिसमें वायु स्तम्भ की लम्बाई को परिवर्ती पिस्टन द्वारा समायोजित किया जा सकता है । \(27^{\circ} C\) कक्ष ताप पर स्तम्भ की लम्बाई \(20\, cm\) और \(73 cm\) होने पर दो क्रमागत अनुनाद उत्पन्न होते हैं । यदि स्वरित्र द्विभुज की आवृत्ति \(320 Hz\) है, तो वायु में ध्वनि का \(27^{\circ} C\) पर वेग.........\(m/s\) है
198367 किसी स्वरित्र द्विभुज का उपयोग किसी ऐसी काँच की नलिका में अनुनाद उत्पन्न करने के लिए किया गया है, जिसमें वायु स्तम्भ की लम्बाई को परिवर्ती पिस्टन द्वारा समायोजित किया जा सकता है । \(27^{\circ} C\) कक्ष ताप पर स्तम्भ की लम्बाई \(20\, cm\) और \(73 cm\) होने पर दो क्रमागत अनुनाद उत्पन्न होते हैं । यदि स्वरित्र द्विभुज की आवृत्ति \(320 Hz\) है, तो वायु में ध्वनि का \(27^{\circ} C\) पर वेग.........\(m/s\) है
198367 किसी स्वरित्र द्विभुज का उपयोग किसी ऐसी काँच की नलिका में अनुनाद उत्पन्न करने के लिए किया गया है, जिसमें वायु स्तम्भ की लम्बाई को परिवर्ती पिस्टन द्वारा समायोजित किया जा सकता है । \(27^{\circ} C\) कक्ष ताप पर स्तम्भ की लम्बाई \(20\, cm\) और \(73 cm\) होने पर दो क्रमागत अनुनाद उत्पन्न होते हैं । यदि स्वरित्र द्विभुज की आवृत्ति \(320 Hz\) है, तो वायु में ध्वनि का \(27^{\circ} C\) पर वेग.........\(m/s\) है
198367 किसी स्वरित्र द्विभुज का उपयोग किसी ऐसी काँच की नलिका में अनुनाद उत्पन्न करने के लिए किया गया है, जिसमें वायु स्तम्भ की लम्बाई को परिवर्ती पिस्टन द्वारा समायोजित किया जा सकता है । \(27^{\circ} C\) कक्ष ताप पर स्तम्भ की लम्बाई \(20\, cm\) और \(73 cm\) होने पर दो क्रमागत अनुनाद उत्पन्न होते हैं । यदि स्वरित्र द्विभुज की आवृत्ति \(320 Hz\) है, तो वायु में ध्वनि का \(27^{\circ} C\) पर वेग.........\(m/s\) है