197690 दिये गये चित्र में एक \(RC\) परिपथ के आवेशन (Charging) के लिए \(i\) एवं समय के बीच का ग्राफ बिन्दुवत रेखा के द्वारा दर्शाया गया है, जहाँ \(i\) परिपथ की धारा हैं यदि परिपथ के प्रतिरोध को दुगना कर दिया जाये तो कौनसा ठोस वक्र उचित रूप से \(i\) के परिवर्तन को समय के साथ दर्शाता है
197691 दो \({r_A}\) और \({r_B}\) त्रिज्याओं \(({r_B} > {r_A})\) के संकेन्द्रीय पतले चालक गोलीय कोशों (spherical shells) \(A\) और \(B\) को \({Q_A}\) और \( - {Q_B}\) \((|{Q_B}|\, > \,|{Q_A}|)\) आवेश दिया गया है। केन्द्र से गुजरती हुयी रेखा के साथ-साथ (along) विद्युत क्षेत्र किस ग्राफ से अनुरुप परिवर्तित होगा
197692 मिलिकन के तेल बूँद प्रयोग में एक आवेशित बूँद सीमान्त वेग \(v\) से गिरती है। यदि \(E\) परिमाण का विद्युत क्षेत्र अग्र दिशा में आरोपित करने पर बूँद अग्र दिशा में \(2v\) सीमान्त वेग से गति प्रारम्भ कर देती है, तो विद्युत क्षेत्र का मान घटाकर \(\frac{E}{2}\) करने पर सीमान्त वेग का मान होगा
197693 एक प्रतिरोथक \(R\) से धारिता \(C\) का एक संधारित्र विसर्जित हो रहा है। यह मान लें कि संधारित्र से संभारित ऊर्जा को अपने प्रारंभिक मान से घटकर आधा रह जाने में \(t_{1}\) समय लगता है और आवेश को अपने प्रारम्भिक मान से घटकर एक-चोथाई रह जाने में \(t_{2}\) समय लगता है। तब अनुपात \(t_{1} / t_{2}\) होगा
197690 दिये गये चित्र में एक \(RC\) परिपथ के आवेशन (Charging) के लिए \(i\) एवं समय के बीच का ग्राफ बिन्दुवत रेखा के द्वारा दर्शाया गया है, जहाँ \(i\) परिपथ की धारा हैं यदि परिपथ के प्रतिरोध को दुगना कर दिया जाये तो कौनसा ठोस वक्र उचित रूप से \(i\) के परिवर्तन को समय के साथ दर्शाता है
197691 दो \({r_A}\) और \({r_B}\) त्रिज्याओं \(({r_B} > {r_A})\) के संकेन्द्रीय पतले चालक गोलीय कोशों (spherical shells) \(A\) और \(B\) को \({Q_A}\) और \( - {Q_B}\) \((|{Q_B}|\, > \,|{Q_A}|)\) आवेश दिया गया है। केन्द्र से गुजरती हुयी रेखा के साथ-साथ (along) विद्युत क्षेत्र किस ग्राफ से अनुरुप परिवर्तित होगा
197692 मिलिकन के तेल बूँद प्रयोग में एक आवेशित बूँद सीमान्त वेग \(v\) से गिरती है। यदि \(E\) परिमाण का विद्युत क्षेत्र अग्र दिशा में आरोपित करने पर बूँद अग्र दिशा में \(2v\) सीमान्त वेग से गति प्रारम्भ कर देती है, तो विद्युत क्षेत्र का मान घटाकर \(\frac{E}{2}\) करने पर सीमान्त वेग का मान होगा
197693 एक प्रतिरोथक \(R\) से धारिता \(C\) का एक संधारित्र विसर्जित हो रहा है। यह मान लें कि संधारित्र से संभारित ऊर्जा को अपने प्रारंभिक मान से घटकर आधा रह जाने में \(t_{1}\) समय लगता है और आवेश को अपने प्रारम्भिक मान से घटकर एक-चोथाई रह जाने में \(t_{2}\) समय लगता है। तब अनुपात \(t_{1} / t_{2}\) होगा
197690 दिये गये चित्र में एक \(RC\) परिपथ के आवेशन (Charging) के लिए \(i\) एवं समय के बीच का ग्राफ बिन्दुवत रेखा के द्वारा दर्शाया गया है, जहाँ \(i\) परिपथ की धारा हैं यदि परिपथ के प्रतिरोध को दुगना कर दिया जाये तो कौनसा ठोस वक्र उचित रूप से \(i\) के परिवर्तन को समय के साथ दर्शाता है
197691 दो \({r_A}\) और \({r_B}\) त्रिज्याओं \(({r_B} > {r_A})\) के संकेन्द्रीय पतले चालक गोलीय कोशों (spherical shells) \(A\) और \(B\) को \({Q_A}\) और \( - {Q_B}\) \((|{Q_B}|\, > \,|{Q_A}|)\) आवेश दिया गया है। केन्द्र से गुजरती हुयी रेखा के साथ-साथ (along) विद्युत क्षेत्र किस ग्राफ से अनुरुप परिवर्तित होगा
197692 मिलिकन के तेल बूँद प्रयोग में एक आवेशित बूँद सीमान्त वेग \(v\) से गिरती है। यदि \(E\) परिमाण का विद्युत क्षेत्र अग्र दिशा में आरोपित करने पर बूँद अग्र दिशा में \(2v\) सीमान्त वेग से गति प्रारम्भ कर देती है, तो विद्युत क्षेत्र का मान घटाकर \(\frac{E}{2}\) करने पर सीमान्त वेग का मान होगा
197693 एक प्रतिरोथक \(R\) से धारिता \(C\) का एक संधारित्र विसर्जित हो रहा है। यह मान लें कि संधारित्र से संभारित ऊर्जा को अपने प्रारंभिक मान से घटकर आधा रह जाने में \(t_{1}\) समय लगता है और आवेश को अपने प्रारम्भिक मान से घटकर एक-चोथाई रह जाने में \(t_{2}\) समय लगता है। तब अनुपात \(t_{1} / t_{2}\) होगा
197690 दिये गये चित्र में एक \(RC\) परिपथ के आवेशन (Charging) के लिए \(i\) एवं समय के बीच का ग्राफ बिन्दुवत रेखा के द्वारा दर्शाया गया है, जहाँ \(i\) परिपथ की धारा हैं यदि परिपथ के प्रतिरोध को दुगना कर दिया जाये तो कौनसा ठोस वक्र उचित रूप से \(i\) के परिवर्तन को समय के साथ दर्शाता है
197691 दो \({r_A}\) और \({r_B}\) त्रिज्याओं \(({r_B} > {r_A})\) के संकेन्द्रीय पतले चालक गोलीय कोशों (spherical shells) \(A\) और \(B\) को \({Q_A}\) और \( - {Q_B}\) \((|{Q_B}|\, > \,|{Q_A}|)\) आवेश दिया गया है। केन्द्र से गुजरती हुयी रेखा के साथ-साथ (along) विद्युत क्षेत्र किस ग्राफ से अनुरुप परिवर्तित होगा
197692 मिलिकन के तेल बूँद प्रयोग में एक आवेशित बूँद सीमान्त वेग \(v\) से गिरती है। यदि \(E\) परिमाण का विद्युत क्षेत्र अग्र दिशा में आरोपित करने पर बूँद अग्र दिशा में \(2v\) सीमान्त वेग से गति प्रारम्भ कर देती है, तो विद्युत क्षेत्र का मान घटाकर \(\frac{E}{2}\) करने पर सीमान्त वेग का मान होगा
197693 एक प्रतिरोथक \(R\) से धारिता \(C\) का एक संधारित्र विसर्जित हो रहा है। यह मान लें कि संधारित्र से संभारित ऊर्जा को अपने प्रारंभिक मान से घटकर आधा रह जाने में \(t_{1}\) समय लगता है और आवेश को अपने प्रारम्भिक मान से घटकर एक-चोथाई रह जाने में \(t_{2}\) समय लगता है। तब अनुपात \(t_{1} / t_{2}\) होगा