197684
यदि एक संधारित्र को आवेशित करते समय धारा नियत् रखी जाती है, तो संधारित्र पर विभव \(V\) समय \(t\) के साथ परिवर्तित होता है, जैसा कि दर्शाया गया है
1
2
3
4
Explanation:
संधारित्र के आवेशन पर \(q = {q_0}\left( {1 - {e^{ - \,\frac{t}{{CR}}}}} \right)\) एवं विभवान्तर \(V = {V_0}\left( {1 - {e^{ - \,\frac{t}{{CR}}}}} \right)\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
197676
चित्र में, एक स्थिर बिन्दु से \(R\) दूरी पर विभव में परिवर्तन दिखाया गया है। \(R = 5\,m\) पर विद्युत क्षेत्र.......\(volt/m\) होगा
1 \( - 2/5\)
2 \(2.5\)
3 \( - 2.5\)
4 \(2/5\)
Explanation:
\(R = 5\) मीटर पर विद्युत क्षेत्र की तीव्रता बिन्दु \(B\) व \(C\) के बीच स्थित किसी बिन्दु पर तीव्रता के बराबर होगी क्योंकि \(BC\) की प्रवणता प्रत्येक बिन्दु पर समान है (अर्थात् \(B\) एवं \(C\) के बीच विद्युत क्षेत्र समरूप है) इसलिए \(R = 5\) मीटर पर विद्युत क्षेत्र रेखा \(BC\) की प्रवणता के बराबर है। अत: \(E = \frac{{ - dV}}{{dr}}\); से \(E = - \frac{{(0 - 5)}}{{6 - 4}} = 2.5\,\frac{V}{m}\) \(R = 1\, m\), \(E = - \frac{{(5 - 0)}}{{(2 - 0)}} = - 2.5\,\frac{V}{m}\) \(R = 3\,m\) पर विभव नियत है अत: \(E = 0\).
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
197677
निम्न चित्र में विभव \(V\) का \(x\)-अक्ष पर पाँच क्षेत्रों में दूरी के साथ परिवर्तन दर्शाया गया है। इन क्षेत्रों में विद्युत क्षेत्र \(E\) के लिए क्या सही है
1 \({E_1} > {E_2} > {E_3} > {E_4} > {E_5}\)
2 \({E_1} = {E_3} = {E_5}\) तथा \({E_2} < {E_4}\)
3 \({E_2} = {E_4} = {E_5}\) तथा \({E_1} < {E_3}\)
4 \({E_1} < {E_2} < {E_3} < {E_4} < {E_5}\)
Explanation:
क्षेत्र \(1, \,3\) एवं \(5\) में विद्युत क्षेत्र शून्य है। अत: \({E_1} = {E_3} = {E_5}\) रेखा \(BC\) की प्रवणता \(<\) रेखा \(DE\) की प्रवणता i.e. \( E_2 < E_4\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
197678
निम्न में से कौनसा ग्राफ, \(R\) त्रिज्या के खोखले गोलीय चालक के कारण विद्युत क्षेत्र \(E\) तथा गोले के केन्द्र से दूरी \(r\) में परिवर्तन को दर्शाता है
1
2
3
4
Explanation:
खोखले गोलीय चालक के कारण विद्युत क्षेत्र निम्न समीकरणों से व्यक्त है, \(r < R\) के लिये \(E = 0,\) ...\((i)\) एवं \(r \ge R\) के लिये \(E = \frac{Q}{{4\pi {\varepsilon _0}{r^2}}}\)....\((ii)\) अर्थात् चालक गोले के अंदर विद्युत क्षेत्र शून्य होगा एवं चालक गोले के बाहर \(E \propto \frac{1}{{{r^2}}}\) के अनुरूप परिवर्तित होगा।
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
197679
किसी खोखले गोले में विभव \((V)\) केन्द्र से दूरी \((s)\) के सापेक्ष निम्न ग्राफ के अनुसार परिवर्तित होगा
1
2
3
4
Explanation:
\({V_{inside}} = \frac{Q}{{4\pi {\varepsilon _0}R}}\) for \(r \le R\) ....\((i)\) and \({V_{out}} = \frac{Q}{{4\pi {\varepsilon _0}r}}\) for \(r \ge R\) ....\((ii)\) अर्थात् खोखले गोलीय कोश के अंदर विभव नियत होता है एवं बाहर \(V \propto \frac{1}{r}\) के अनुरूप बदलता है।
197684
यदि एक संधारित्र को आवेशित करते समय धारा नियत् रखी जाती है, तो संधारित्र पर विभव \(V\) समय \(t\) के साथ परिवर्तित होता है, जैसा कि दर्शाया गया है
1
2
3
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Explanation:
संधारित्र के आवेशन पर \(q = {q_0}\left( {1 - {e^{ - \,\frac{t}{{CR}}}}} \right)\) एवं विभवान्तर \(V = {V_0}\left( {1 - {e^{ - \,\frac{t}{{CR}}}}} \right)\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
197676
चित्र में, एक स्थिर बिन्दु से \(R\) दूरी पर विभव में परिवर्तन दिखाया गया है। \(R = 5\,m\) पर विद्युत क्षेत्र.......\(volt/m\) होगा
1 \( - 2/5\)
2 \(2.5\)
3 \( - 2.5\)
4 \(2/5\)
Explanation:
\(R = 5\) मीटर पर विद्युत क्षेत्र की तीव्रता बिन्दु \(B\) व \(C\) के बीच स्थित किसी बिन्दु पर तीव्रता के बराबर होगी क्योंकि \(BC\) की प्रवणता प्रत्येक बिन्दु पर समान है (अर्थात् \(B\) एवं \(C\) के बीच विद्युत क्षेत्र समरूप है) इसलिए \(R = 5\) मीटर पर विद्युत क्षेत्र रेखा \(BC\) की प्रवणता के बराबर है। अत: \(E = \frac{{ - dV}}{{dr}}\); से \(E = - \frac{{(0 - 5)}}{{6 - 4}} = 2.5\,\frac{V}{m}\) \(R = 1\, m\), \(E = - \frac{{(5 - 0)}}{{(2 - 0)}} = - 2.5\,\frac{V}{m}\) \(R = 3\,m\) पर विभव नियत है अत: \(E = 0\).
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
197677
निम्न चित्र में विभव \(V\) का \(x\)-अक्ष पर पाँच क्षेत्रों में दूरी के साथ परिवर्तन दर्शाया गया है। इन क्षेत्रों में विद्युत क्षेत्र \(E\) के लिए क्या सही है
1 \({E_1} > {E_2} > {E_3} > {E_4} > {E_5}\)
2 \({E_1} = {E_3} = {E_5}\) तथा \({E_2} < {E_4}\)
3 \({E_2} = {E_4} = {E_5}\) तथा \({E_1} < {E_3}\)
4 \({E_1} < {E_2} < {E_3} < {E_4} < {E_5}\)
Explanation:
क्षेत्र \(1, \,3\) एवं \(5\) में विद्युत क्षेत्र शून्य है। अत: \({E_1} = {E_3} = {E_5}\) रेखा \(BC\) की प्रवणता \(<\) रेखा \(DE\) की प्रवणता i.e. \( E_2 < E_4\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
197678
निम्न में से कौनसा ग्राफ, \(R\) त्रिज्या के खोखले गोलीय चालक के कारण विद्युत क्षेत्र \(E\) तथा गोले के केन्द्र से दूरी \(r\) में परिवर्तन को दर्शाता है
1
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Explanation:
खोखले गोलीय चालक के कारण विद्युत क्षेत्र निम्न समीकरणों से व्यक्त है, \(r < R\) के लिये \(E = 0,\) ...\((i)\) एवं \(r \ge R\) के लिये \(E = \frac{Q}{{4\pi {\varepsilon _0}{r^2}}}\)....\((ii)\) अर्थात् चालक गोले के अंदर विद्युत क्षेत्र शून्य होगा एवं चालक गोले के बाहर \(E \propto \frac{1}{{{r^2}}}\) के अनुरूप परिवर्तित होगा।
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
197679
किसी खोखले गोले में विभव \((V)\) केन्द्र से दूरी \((s)\) के सापेक्ष निम्न ग्राफ के अनुसार परिवर्तित होगा
1
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Explanation:
\({V_{inside}} = \frac{Q}{{4\pi {\varepsilon _0}R}}\) for \(r \le R\) ....\((i)\) and \({V_{out}} = \frac{Q}{{4\pi {\varepsilon _0}r}}\) for \(r \ge R\) ....\((ii)\) अर्थात् खोखले गोलीय कोश के अंदर विभव नियत होता है एवं बाहर \(V \propto \frac{1}{r}\) के अनुरूप बदलता है।
197684
यदि एक संधारित्र को आवेशित करते समय धारा नियत् रखी जाती है, तो संधारित्र पर विभव \(V\) समय \(t\) के साथ परिवर्तित होता है, जैसा कि दर्शाया गया है
1
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Explanation:
संधारित्र के आवेशन पर \(q = {q_0}\left( {1 - {e^{ - \,\frac{t}{{CR}}}}} \right)\) एवं विभवान्तर \(V = {V_0}\left( {1 - {e^{ - \,\frac{t}{{CR}}}}} \right)\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
197676
चित्र में, एक स्थिर बिन्दु से \(R\) दूरी पर विभव में परिवर्तन दिखाया गया है। \(R = 5\,m\) पर विद्युत क्षेत्र.......\(volt/m\) होगा
1 \( - 2/5\)
2 \(2.5\)
3 \( - 2.5\)
4 \(2/5\)
Explanation:
\(R = 5\) मीटर पर विद्युत क्षेत्र की तीव्रता बिन्दु \(B\) व \(C\) के बीच स्थित किसी बिन्दु पर तीव्रता के बराबर होगी क्योंकि \(BC\) की प्रवणता प्रत्येक बिन्दु पर समान है (अर्थात् \(B\) एवं \(C\) के बीच विद्युत क्षेत्र समरूप है) इसलिए \(R = 5\) मीटर पर विद्युत क्षेत्र रेखा \(BC\) की प्रवणता के बराबर है। अत: \(E = \frac{{ - dV}}{{dr}}\); से \(E = - \frac{{(0 - 5)}}{{6 - 4}} = 2.5\,\frac{V}{m}\) \(R = 1\, m\), \(E = - \frac{{(5 - 0)}}{{(2 - 0)}} = - 2.5\,\frac{V}{m}\) \(R = 3\,m\) पर विभव नियत है अत: \(E = 0\).
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
197677
निम्न चित्र में विभव \(V\) का \(x\)-अक्ष पर पाँच क्षेत्रों में दूरी के साथ परिवर्तन दर्शाया गया है। इन क्षेत्रों में विद्युत क्षेत्र \(E\) के लिए क्या सही है
1 \({E_1} > {E_2} > {E_3} > {E_4} > {E_5}\)
2 \({E_1} = {E_3} = {E_5}\) तथा \({E_2} < {E_4}\)
3 \({E_2} = {E_4} = {E_5}\) तथा \({E_1} < {E_3}\)
4 \({E_1} < {E_2} < {E_3} < {E_4} < {E_5}\)
Explanation:
क्षेत्र \(1, \,3\) एवं \(5\) में विद्युत क्षेत्र शून्य है। अत: \({E_1} = {E_3} = {E_5}\) रेखा \(BC\) की प्रवणता \(<\) रेखा \(DE\) की प्रवणता i.e. \( E_2 < E_4\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
197678
निम्न में से कौनसा ग्राफ, \(R\) त्रिज्या के खोखले गोलीय चालक के कारण विद्युत क्षेत्र \(E\) तथा गोले के केन्द्र से दूरी \(r\) में परिवर्तन को दर्शाता है
1
2
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Explanation:
खोखले गोलीय चालक के कारण विद्युत क्षेत्र निम्न समीकरणों से व्यक्त है, \(r < R\) के लिये \(E = 0,\) ...\((i)\) एवं \(r \ge R\) के लिये \(E = \frac{Q}{{4\pi {\varepsilon _0}{r^2}}}\)....\((ii)\) अर्थात् चालक गोले के अंदर विद्युत क्षेत्र शून्य होगा एवं चालक गोले के बाहर \(E \propto \frac{1}{{{r^2}}}\) के अनुरूप परिवर्तित होगा।
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
197679
किसी खोखले गोले में विभव \((V)\) केन्द्र से दूरी \((s)\) के सापेक्ष निम्न ग्राफ के अनुसार परिवर्तित होगा
1
2
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4
Explanation:
\({V_{inside}} = \frac{Q}{{4\pi {\varepsilon _0}R}}\) for \(r \le R\) ....\((i)\) and \({V_{out}} = \frac{Q}{{4\pi {\varepsilon _0}r}}\) for \(r \ge R\) ....\((ii)\) अर्थात् खोखले गोलीय कोश के अंदर विभव नियत होता है एवं बाहर \(V \propto \frac{1}{r}\) के अनुरूप बदलता है।
197684
यदि एक संधारित्र को आवेशित करते समय धारा नियत् रखी जाती है, तो संधारित्र पर विभव \(V\) समय \(t\) के साथ परिवर्तित होता है, जैसा कि दर्शाया गया है
1
2
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Explanation:
संधारित्र के आवेशन पर \(q = {q_0}\left( {1 - {e^{ - \,\frac{t}{{CR}}}}} \right)\) एवं विभवान्तर \(V = {V_0}\left( {1 - {e^{ - \,\frac{t}{{CR}}}}} \right)\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
197676
चित्र में, एक स्थिर बिन्दु से \(R\) दूरी पर विभव में परिवर्तन दिखाया गया है। \(R = 5\,m\) पर विद्युत क्षेत्र.......\(volt/m\) होगा
1 \( - 2/5\)
2 \(2.5\)
3 \( - 2.5\)
4 \(2/5\)
Explanation:
\(R = 5\) मीटर पर विद्युत क्षेत्र की तीव्रता बिन्दु \(B\) व \(C\) के बीच स्थित किसी बिन्दु पर तीव्रता के बराबर होगी क्योंकि \(BC\) की प्रवणता प्रत्येक बिन्दु पर समान है (अर्थात् \(B\) एवं \(C\) के बीच विद्युत क्षेत्र समरूप है) इसलिए \(R = 5\) मीटर पर विद्युत क्षेत्र रेखा \(BC\) की प्रवणता के बराबर है। अत: \(E = \frac{{ - dV}}{{dr}}\); से \(E = - \frac{{(0 - 5)}}{{6 - 4}} = 2.5\,\frac{V}{m}\) \(R = 1\, m\), \(E = - \frac{{(5 - 0)}}{{(2 - 0)}} = - 2.5\,\frac{V}{m}\) \(R = 3\,m\) पर विभव नियत है अत: \(E = 0\).
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
197677
निम्न चित्र में विभव \(V\) का \(x\)-अक्ष पर पाँच क्षेत्रों में दूरी के साथ परिवर्तन दर्शाया गया है। इन क्षेत्रों में विद्युत क्षेत्र \(E\) के लिए क्या सही है
1 \({E_1} > {E_2} > {E_3} > {E_4} > {E_5}\)
2 \({E_1} = {E_3} = {E_5}\) तथा \({E_2} < {E_4}\)
3 \({E_2} = {E_4} = {E_5}\) तथा \({E_1} < {E_3}\)
4 \({E_1} < {E_2} < {E_3} < {E_4} < {E_5}\)
Explanation:
क्षेत्र \(1, \,3\) एवं \(5\) में विद्युत क्षेत्र शून्य है। अत: \({E_1} = {E_3} = {E_5}\) रेखा \(BC\) की प्रवणता \(<\) रेखा \(DE\) की प्रवणता i.e. \( E_2 < E_4\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
197678
निम्न में से कौनसा ग्राफ, \(R\) त्रिज्या के खोखले गोलीय चालक के कारण विद्युत क्षेत्र \(E\) तथा गोले के केन्द्र से दूरी \(r\) में परिवर्तन को दर्शाता है
1
2
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Explanation:
खोखले गोलीय चालक के कारण विद्युत क्षेत्र निम्न समीकरणों से व्यक्त है, \(r < R\) के लिये \(E = 0,\) ...\((i)\) एवं \(r \ge R\) के लिये \(E = \frac{Q}{{4\pi {\varepsilon _0}{r^2}}}\)....\((ii)\) अर्थात् चालक गोले के अंदर विद्युत क्षेत्र शून्य होगा एवं चालक गोले के बाहर \(E \propto \frac{1}{{{r^2}}}\) के अनुरूप परिवर्तित होगा।
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
197679
किसी खोखले गोले में विभव \((V)\) केन्द्र से दूरी \((s)\) के सापेक्ष निम्न ग्राफ के अनुसार परिवर्तित होगा
1
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Explanation:
\({V_{inside}} = \frac{Q}{{4\pi {\varepsilon _0}R}}\) for \(r \le R\) ....\((i)\) and \({V_{out}} = \frac{Q}{{4\pi {\varepsilon _0}r}}\) for \(r \ge R\) ....\((ii)\) अर्थात् खोखले गोलीय कोश के अंदर विभव नियत होता है एवं बाहर \(V \propto \frac{1}{r}\) के अनुरूप बदलता है।
197684
यदि एक संधारित्र को आवेशित करते समय धारा नियत् रखी जाती है, तो संधारित्र पर विभव \(V\) समय \(t\) के साथ परिवर्तित होता है, जैसा कि दर्शाया गया है
1
2
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Explanation:
संधारित्र के आवेशन पर \(q = {q_0}\left( {1 - {e^{ - \,\frac{t}{{CR}}}}} \right)\) एवं विभवान्तर \(V = {V_0}\left( {1 - {e^{ - \,\frac{t}{{CR}}}}} \right)\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
197676
चित्र में, एक स्थिर बिन्दु से \(R\) दूरी पर विभव में परिवर्तन दिखाया गया है। \(R = 5\,m\) पर विद्युत क्षेत्र.......\(volt/m\) होगा
1 \( - 2/5\)
2 \(2.5\)
3 \( - 2.5\)
4 \(2/5\)
Explanation:
\(R = 5\) मीटर पर विद्युत क्षेत्र की तीव्रता बिन्दु \(B\) व \(C\) के बीच स्थित किसी बिन्दु पर तीव्रता के बराबर होगी क्योंकि \(BC\) की प्रवणता प्रत्येक बिन्दु पर समान है (अर्थात् \(B\) एवं \(C\) के बीच विद्युत क्षेत्र समरूप है) इसलिए \(R = 5\) मीटर पर विद्युत क्षेत्र रेखा \(BC\) की प्रवणता के बराबर है। अत: \(E = \frac{{ - dV}}{{dr}}\); से \(E = - \frac{{(0 - 5)}}{{6 - 4}} = 2.5\,\frac{V}{m}\) \(R = 1\, m\), \(E = - \frac{{(5 - 0)}}{{(2 - 0)}} = - 2.5\,\frac{V}{m}\) \(R = 3\,m\) पर विभव नियत है अत: \(E = 0\).
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
197677
निम्न चित्र में विभव \(V\) का \(x\)-अक्ष पर पाँच क्षेत्रों में दूरी के साथ परिवर्तन दर्शाया गया है। इन क्षेत्रों में विद्युत क्षेत्र \(E\) के लिए क्या सही है
1 \({E_1} > {E_2} > {E_3} > {E_4} > {E_5}\)
2 \({E_1} = {E_3} = {E_5}\) तथा \({E_2} < {E_4}\)
3 \({E_2} = {E_4} = {E_5}\) तथा \({E_1} < {E_3}\)
4 \({E_1} < {E_2} < {E_3} < {E_4} < {E_5}\)
Explanation:
क्षेत्र \(1, \,3\) एवं \(5\) में विद्युत क्षेत्र शून्य है। अत: \({E_1} = {E_3} = {E_5}\) रेखा \(BC\) की प्रवणता \(<\) रेखा \(DE\) की प्रवणता i.e. \( E_2 < E_4\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
197678
निम्न में से कौनसा ग्राफ, \(R\) त्रिज्या के खोखले गोलीय चालक के कारण विद्युत क्षेत्र \(E\) तथा गोले के केन्द्र से दूरी \(r\) में परिवर्तन को दर्शाता है
1
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Explanation:
खोखले गोलीय चालक के कारण विद्युत क्षेत्र निम्न समीकरणों से व्यक्त है, \(r < R\) के लिये \(E = 0,\) ...\((i)\) एवं \(r \ge R\) के लिये \(E = \frac{Q}{{4\pi {\varepsilon _0}{r^2}}}\)....\((ii)\) अर्थात् चालक गोले के अंदर विद्युत क्षेत्र शून्य होगा एवं चालक गोले के बाहर \(E \propto \frac{1}{{{r^2}}}\) के अनुरूप परिवर्तित होगा।
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
197679
किसी खोखले गोले में विभव \((V)\) केन्द्र से दूरी \((s)\) के सापेक्ष निम्न ग्राफ के अनुसार परिवर्तित होगा
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Explanation:
\({V_{inside}} = \frac{Q}{{4\pi {\varepsilon _0}R}}\) for \(r \le R\) ....\((i)\) and \({V_{out}} = \frac{Q}{{4\pi {\varepsilon _0}r}}\) for \(r \ge R\) ....\((ii)\) अर्थात् खोखले गोलीय कोश के अंदर विभव नियत होता है एवं बाहर \(V \propto \frac{1}{r}\) के अनुरूप बदलता है।