07. ALTERNATING CURRENT (HM)
07. ALTERNATING CURRENT (HM)

194223 दिये गये परिपथ में, प्रतिरोध \(\mathrm{R}\) में बहने वाली धारा का वर्ग माध्य मूल मान \(\left(\mathrm{I}_{\mathrm{rms}}\right)\) है :

1 \(2\)
2 \(\frac{1}{2}\)
3 \(20\)
4 \(2 \sqrt{2}\)
07. ALTERNATING CURRENT (HM)

194222 श्रेणीबद्ध \(L R\) परिपथ में \(X_L=R\) एवं शक्ति गुणांक \(P_1\) है। यदि \(\mathrm{X}_{\mathrm{C}}=\mathrm{X}_{\mathrm{L}}\) के साथ एक संधारित्र \(\mathrm{C}\) परिपथ में जोड़ दिया जाए तो शक्ति गुणांक \(\mathrm{P}_2\) हो जाता है। \(\mathrm{P}_1\) एवं \(\mathrm{P}_2\) का अनुपात होगा :

1 \(1: 3\)
2 \(1: \sqrt{2}\)
3 \(1: 1\)
4 \(1: 2\)
07. ALTERNATING CURRENT (HM)

194224 \(0.5\  \mathrm{mH}\) की एक प्रेरक कुण्डली, \(20 \ \mu \mathrm{F}\) के एक संधारित्र एवं \(20 \ \Omega\) के एक प्रतिरोध को श्रेणी क्रम में एक \(220 \mathrm{~V}\) के प्रत्यावर्ती धारा स्त्रोत से जोडा जाता है। यदि धारा, विद्युत वाहक बल की समान कला में है, तो परिपथ में धारा का आयाम \(\sqrt{\mathrm{x}} \mathrm{A}\) है। \(\mathrm{x}\) का मान ____________ है।

1 \(242\)
2 \(241\)
3 \(240\)
4 \(236\)
07. ALTERNATING CURRENT (HM)

194225 \(\mathrm{V}=260 \sin (628 \ \mathrm{t})\) वाला एक प्रत्यावर्ती वोल्टेज स्र्रोत, \(5\  \mathrm{mH}\) की शुद्ध प्रेरक कुण्डली के सिरों पर लगाया जाता है। परिपथ में प्रेरकीय प्रतिघात\(......... \Omega\) है :

1 \(3.14\)
2 \(6.28\)
3 \(0.5\)
4 \(0.318\)
07. ALTERNATING CURRENT (HM)

194223 दिये गये परिपथ में, प्रतिरोध \(\mathrm{R}\) में बहने वाली धारा का वर्ग माध्य मूल मान \(\left(\mathrm{I}_{\mathrm{rms}}\right)\) है :

1 \(2\)
2 \(\frac{1}{2}\)
3 \(20\)
4 \(2 \sqrt{2}\)
07. ALTERNATING CURRENT (HM)

194222 श्रेणीबद्ध \(L R\) परिपथ में \(X_L=R\) एवं शक्ति गुणांक \(P_1\) है। यदि \(\mathrm{X}_{\mathrm{C}}=\mathrm{X}_{\mathrm{L}}\) के साथ एक संधारित्र \(\mathrm{C}\) परिपथ में जोड़ दिया जाए तो शक्ति गुणांक \(\mathrm{P}_2\) हो जाता है। \(\mathrm{P}_1\) एवं \(\mathrm{P}_2\) का अनुपात होगा :

1 \(1: 3\)
2 \(1: \sqrt{2}\)
3 \(1: 1\)
4 \(1: 2\)
07. ALTERNATING CURRENT (HM)

194224 \(0.5\  \mathrm{mH}\) की एक प्रेरक कुण्डली, \(20 \ \mu \mathrm{F}\) के एक संधारित्र एवं \(20 \ \Omega\) के एक प्रतिरोध को श्रेणी क्रम में एक \(220 \mathrm{~V}\) के प्रत्यावर्ती धारा स्त्रोत से जोडा जाता है। यदि धारा, विद्युत वाहक बल की समान कला में है, तो परिपथ में धारा का आयाम \(\sqrt{\mathrm{x}} \mathrm{A}\) है। \(\mathrm{x}\) का मान ____________ है।

1 \(242\)
2 \(241\)
3 \(240\)
4 \(236\)
07. ALTERNATING CURRENT (HM)

194225 \(\mathrm{V}=260 \sin (628 \ \mathrm{t})\) वाला एक प्रत्यावर्ती वोल्टेज स्र्रोत, \(5\  \mathrm{mH}\) की शुद्ध प्रेरक कुण्डली के सिरों पर लगाया जाता है। परिपथ में प्रेरकीय प्रतिघात\(......... \Omega\) है :

1 \(3.14\)
2 \(6.28\)
3 \(0.5\)
4 \(0.318\)
07. ALTERNATING CURRENT (HM)

194223 दिये गये परिपथ में, प्रतिरोध \(\mathrm{R}\) में बहने वाली धारा का वर्ग माध्य मूल मान \(\left(\mathrm{I}_{\mathrm{rms}}\right)\) है :

1 \(2\)
2 \(\frac{1}{2}\)
3 \(20\)
4 \(2 \sqrt{2}\)
07. ALTERNATING CURRENT (HM)

194222 श्रेणीबद्ध \(L R\) परिपथ में \(X_L=R\) एवं शक्ति गुणांक \(P_1\) है। यदि \(\mathrm{X}_{\mathrm{C}}=\mathrm{X}_{\mathrm{L}}\) के साथ एक संधारित्र \(\mathrm{C}\) परिपथ में जोड़ दिया जाए तो शक्ति गुणांक \(\mathrm{P}_2\) हो जाता है। \(\mathrm{P}_1\) एवं \(\mathrm{P}_2\) का अनुपात होगा :

1 \(1: 3\)
2 \(1: \sqrt{2}\)
3 \(1: 1\)
4 \(1: 2\)
07. ALTERNATING CURRENT (HM)

194224 \(0.5\  \mathrm{mH}\) की एक प्रेरक कुण्डली, \(20 \ \mu \mathrm{F}\) के एक संधारित्र एवं \(20 \ \Omega\) के एक प्रतिरोध को श्रेणी क्रम में एक \(220 \mathrm{~V}\) के प्रत्यावर्ती धारा स्त्रोत से जोडा जाता है। यदि धारा, विद्युत वाहक बल की समान कला में है, तो परिपथ में धारा का आयाम \(\sqrt{\mathrm{x}} \mathrm{A}\) है। \(\mathrm{x}\) का मान ____________ है।

1 \(242\)
2 \(241\)
3 \(240\)
4 \(236\)
07. ALTERNATING CURRENT (HM)

194225 \(\mathrm{V}=260 \sin (628 \ \mathrm{t})\) वाला एक प्रत्यावर्ती वोल्टेज स्र्रोत, \(5\  \mathrm{mH}\) की शुद्ध प्रेरक कुण्डली के सिरों पर लगाया जाता है। परिपथ में प्रेरकीय प्रतिघात\(......... \Omega\) है :

1 \(3.14\)
2 \(6.28\)
3 \(0.5\)
4 \(0.318\)
07. ALTERNATING CURRENT (HM)

194223 दिये गये परिपथ में, प्रतिरोध \(\mathrm{R}\) में बहने वाली धारा का वर्ग माध्य मूल मान \(\left(\mathrm{I}_{\mathrm{rms}}\right)\) है :

1 \(2\)
2 \(\frac{1}{2}\)
3 \(20\)
4 \(2 \sqrt{2}\)
07. ALTERNATING CURRENT (HM)

194222 श्रेणीबद्ध \(L R\) परिपथ में \(X_L=R\) एवं शक्ति गुणांक \(P_1\) है। यदि \(\mathrm{X}_{\mathrm{C}}=\mathrm{X}_{\mathrm{L}}\) के साथ एक संधारित्र \(\mathrm{C}\) परिपथ में जोड़ दिया जाए तो शक्ति गुणांक \(\mathrm{P}_2\) हो जाता है। \(\mathrm{P}_1\) एवं \(\mathrm{P}_2\) का अनुपात होगा :

1 \(1: 3\)
2 \(1: \sqrt{2}\)
3 \(1: 1\)
4 \(1: 2\)
07. ALTERNATING CURRENT (HM)

194224 \(0.5\  \mathrm{mH}\) की एक प्रेरक कुण्डली, \(20 \ \mu \mathrm{F}\) के एक संधारित्र एवं \(20 \ \Omega\) के एक प्रतिरोध को श्रेणी क्रम में एक \(220 \mathrm{~V}\) के प्रत्यावर्ती धारा स्त्रोत से जोडा जाता है। यदि धारा, विद्युत वाहक बल की समान कला में है, तो परिपथ में धारा का आयाम \(\sqrt{\mathrm{x}} \mathrm{A}\) है। \(\mathrm{x}\) का मान ____________ है।

1 \(242\)
2 \(241\)
3 \(240\)
4 \(236\)
07. ALTERNATING CURRENT (HM)

194225 \(\mathrm{V}=260 \sin (628 \ \mathrm{t})\) वाला एक प्रत्यावर्ती वोल्टेज स्र्रोत, \(5\  \mathrm{mH}\) की शुद्ध प्रेरक कुण्डली के सिरों पर लगाया जाता है। परिपथ में प्रेरकीय प्रतिघात\(......... \Omega\) है :

1 \(3.14\)
2 \(6.28\)
3 \(0.5\)
4 \(0.318\)