11. DUAL NATURE OF RADIATION AND MATTER (HM)
11. DUAL NATURE OF RADIATION AND MATTER (HM)

192161 जब \(\lambda_{1}\) तरंगदैर्ध्य के फोटान एक विलगित गोले को प्रदीप्त करते हैं, तो संगत 'निरोधी-विभव' का मान \(V\) पाया जाता है। जब \(\lambda_{2}\) तरंगदैर्ध्य के फोटान उपयोग में लाये जाते हैं तो निरोधी-विभव का मान तिगुना \((3\;V)\) हो जाता है। अगर \(\lambda_{3}\) तरंगदैर्ध्य के फोटान से गोले को प्रदीप्त किया जाए तो निरोधी-विभव का मान होगा

1 \(\frac{{hc}}{e}\left[ {\frac{1}{{{\lambda _3}}} + \frac{1}{{{\lambda _2}}} - \frac{1}{{{\lambda _1}}}} \right]\)
2 \(\frac{{hc}}{e}\left[ {\frac{1}{{{\lambda _3}}} + \frac{1}{{{2\lambda _2}}} - \frac{1}{{{\lambda _1}}}} \right]\)
3 \(\frac{{hc}}{e}\left[ {\frac{1}{{{\lambda _3}}} - \frac{1}{{{\lambda _2}}} - \frac{1}{{{\lambda _1}}}} \right]\)
4 \(\frac{{hc}}{e}\left[ {\frac{1}{{{\lambda _3}}} + \frac{1}{{{2\lambda _2}}} - \frac{3}{{{2\lambda _1}}}} \right]\)
11. DUAL NATURE OF RADIATION AND MATTER (HM)

192162 \(50 V\) वोल्टता द्वारा त्वरित इलेक्ट्रॉन की दे-ब्रॉग्ली तरंगदैर्घ्य का निकटतम मान होगा :\((| e |=1.6 \times 10^{-19} C , m _{ e }=9.1 \times 10^{-31} kg, \left. h =6.6 \times 10^{-34} Js \right)\)

1 \(2.4\)
2 \(0.5\)
3 \(1.7\)
4 \(1.2\)
11. DUAL NATURE OF RADIATION AND MATTER (HM)

192163 निम्नलिखित कणों में से किस कण के लिये डी-ब्राग्ली सम्बन्ध का प्रायोगिक सत्यापन अत्यधिक मुश्किल होगा ?

1 एक इलेक्ट्रान.
2 एक प्रोटॉन
3 एक \(\alpha\)-कण
4 एक धूल का कण
11. DUAL NATURE OF RADIATION AND MATTER (HM)

192164 विश्राम अवस्था के एक इलेक्ट्रान से तरंगदैर्घ्य \(\lambda\) का एक फोटान प्रकीर्णित होता है। तरंगदैर्घ्य स्थानान्तर \(\Delta \lambda\) तरंगदैर्घ्य \(\lambda\) का तीन गुना है और प्रकीर्णन कोण \(\theta=60^{\circ}\) है। इलेक्ट्रान \(\phi\) कोण पर प्रतिक्षिप्त होता है। \(\tan \phi\) का मान है : (इलेक्ट्रान की चाल प्रकाश की चाल से काफी कम है)

1 \(0.16\)
2 \(0.25\)
3 \(0.22\)
4 \(0.22\)
NEET Test Series from KOTA - 10 Papers In MS WORD WhatsApp Here
11. DUAL NATURE OF RADIATION AND MATTER (HM)

192161 जब \(\lambda_{1}\) तरंगदैर्ध्य के फोटान एक विलगित गोले को प्रदीप्त करते हैं, तो संगत 'निरोधी-विभव' का मान \(V\) पाया जाता है। जब \(\lambda_{2}\) तरंगदैर्ध्य के फोटान उपयोग में लाये जाते हैं तो निरोधी-विभव का मान तिगुना \((3\;V)\) हो जाता है। अगर \(\lambda_{3}\) तरंगदैर्ध्य के फोटान से गोले को प्रदीप्त किया जाए तो निरोधी-विभव का मान होगा

1 \(\frac{{hc}}{e}\left[ {\frac{1}{{{\lambda _3}}} + \frac{1}{{{\lambda _2}}} - \frac{1}{{{\lambda _1}}}} \right]\)
2 \(\frac{{hc}}{e}\left[ {\frac{1}{{{\lambda _3}}} + \frac{1}{{{2\lambda _2}}} - \frac{1}{{{\lambda _1}}}} \right]\)
3 \(\frac{{hc}}{e}\left[ {\frac{1}{{{\lambda _3}}} - \frac{1}{{{\lambda _2}}} - \frac{1}{{{\lambda _1}}}} \right]\)
4 \(\frac{{hc}}{e}\left[ {\frac{1}{{{\lambda _3}}} + \frac{1}{{{2\lambda _2}}} - \frac{3}{{{2\lambda _1}}}} \right]\)
11. DUAL NATURE OF RADIATION AND MATTER (HM)

192162 \(50 V\) वोल्टता द्वारा त्वरित इलेक्ट्रॉन की दे-ब्रॉग्ली तरंगदैर्घ्य का निकटतम मान होगा :\((| e |=1.6 \times 10^{-19} C , m _{ e }=9.1 \times 10^{-31} kg, \left. h =6.6 \times 10^{-34} Js \right)\)

1 \(2.4\)
2 \(0.5\)
3 \(1.7\)
4 \(1.2\)
11. DUAL NATURE OF RADIATION AND MATTER (HM)

192163 निम्नलिखित कणों में से किस कण के लिये डी-ब्राग्ली सम्बन्ध का प्रायोगिक सत्यापन अत्यधिक मुश्किल होगा ?

1 एक इलेक्ट्रान.
2 एक प्रोटॉन
3 एक \(\alpha\)-कण
4 एक धूल का कण
11. DUAL NATURE OF RADIATION AND MATTER (HM)

192164 विश्राम अवस्था के एक इलेक्ट्रान से तरंगदैर्घ्य \(\lambda\) का एक फोटान प्रकीर्णित होता है। तरंगदैर्घ्य स्थानान्तर \(\Delta \lambda\) तरंगदैर्घ्य \(\lambda\) का तीन गुना है और प्रकीर्णन कोण \(\theta=60^{\circ}\) है। इलेक्ट्रान \(\phi\) कोण पर प्रतिक्षिप्त होता है। \(\tan \phi\) का मान है : (इलेक्ट्रान की चाल प्रकाश की चाल से काफी कम है)

1 \(0.16\)
2 \(0.25\)
3 \(0.22\)
4 \(0.22\)
11. DUAL NATURE OF RADIATION AND MATTER (HM)

192161 जब \(\lambda_{1}\) तरंगदैर्ध्य के फोटान एक विलगित गोले को प्रदीप्त करते हैं, तो संगत 'निरोधी-विभव' का मान \(V\) पाया जाता है। जब \(\lambda_{2}\) तरंगदैर्ध्य के फोटान उपयोग में लाये जाते हैं तो निरोधी-विभव का मान तिगुना \((3\;V)\) हो जाता है। अगर \(\lambda_{3}\) तरंगदैर्ध्य के फोटान से गोले को प्रदीप्त किया जाए तो निरोधी-विभव का मान होगा

1 \(\frac{{hc}}{e}\left[ {\frac{1}{{{\lambda _3}}} + \frac{1}{{{\lambda _2}}} - \frac{1}{{{\lambda _1}}}} \right]\)
2 \(\frac{{hc}}{e}\left[ {\frac{1}{{{\lambda _3}}} + \frac{1}{{{2\lambda _2}}} - \frac{1}{{{\lambda _1}}}} \right]\)
3 \(\frac{{hc}}{e}\left[ {\frac{1}{{{\lambda _3}}} - \frac{1}{{{\lambda _2}}} - \frac{1}{{{\lambda _1}}}} \right]\)
4 \(\frac{{hc}}{e}\left[ {\frac{1}{{{\lambda _3}}} + \frac{1}{{{2\lambda _2}}} - \frac{3}{{{2\lambda _1}}}} \right]\)
11. DUAL NATURE OF RADIATION AND MATTER (HM)

192162 \(50 V\) वोल्टता द्वारा त्वरित इलेक्ट्रॉन की दे-ब्रॉग्ली तरंगदैर्घ्य का निकटतम मान होगा :\((| e |=1.6 \times 10^{-19} C , m _{ e }=9.1 \times 10^{-31} kg, \left. h =6.6 \times 10^{-34} Js \right)\)

1 \(2.4\)
2 \(0.5\)
3 \(1.7\)
4 \(1.2\)
11. DUAL NATURE OF RADIATION AND MATTER (HM)

192163 निम्नलिखित कणों में से किस कण के लिये डी-ब्राग्ली सम्बन्ध का प्रायोगिक सत्यापन अत्यधिक मुश्किल होगा ?

1 एक इलेक्ट्रान.
2 एक प्रोटॉन
3 एक \(\alpha\)-कण
4 एक धूल का कण
11. DUAL NATURE OF RADIATION AND MATTER (HM)

192164 विश्राम अवस्था के एक इलेक्ट्रान से तरंगदैर्घ्य \(\lambda\) का एक फोटान प्रकीर्णित होता है। तरंगदैर्घ्य स्थानान्तर \(\Delta \lambda\) तरंगदैर्घ्य \(\lambda\) का तीन गुना है और प्रकीर्णन कोण \(\theta=60^{\circ}\) है। इलेक्ट्रान \(\phi\) कोण पर प्रतिक्षिप्त होता है। \(\tan \phi\) का मान है : (इलेक्ट्रान की चाल प्रकाश की चाल से काफी कम है)

1 \(0.16\)
2 \(0.25\)
3 \(0.22\)
4 \(0.22\)
11. DUAL NATURE OF RADIATION AND MATTER (HM)

192161 जब \(\lambda_{1}\) तरंगदैर्ध्य के फोटान एक विलगित गोले को प्रदीप्त करते हैं, तो संगत 'निरोधी-विभव' का मान \(V\) पाया जाता है। जब \(\lambda_{2}\) तरंगदैर्ध्य के फोटान उपयोग में लाये जाते हैं तो निरोधी-विभव का मान तिगुना \((3\;V)\) हो जाता है। अगर \(\lambda_{3}\) तरंगदैर्ध्य के फोटान से गोले को प्रदीप्त किया जाए तो निरोधी-विभव का मान होगा

1 \(\frac{{hc}}{e}\left[ {\frac{1}{{{\lambda _3}}} + \frac{1}{{{\lambda _2}}} - \frac{1}{{{\lambda _1}}}} \right]\)
2 \(\frac{{hc}}{e}\left[ {\frac{1}{{{\lambda _3}}} + \frac{1}{{{2\lambda _2}}} - \frac{1}{{{\lambda _1}}}} \right]\)
3 \(\frac{{hc}}{e}\left[ {\frac{1}{{{\lambda _3}}} - \frac{1}{{{\lambda _2}}} - \frac{1}{{{\lambda _1}}}} \right]\)
4 \(\frac{{hc}}{e}\left[ {\frac{1}{{{\lambda _3}}} + \frac{1}{{{2\lambda _2}}} - \frac{3}{{{2\lambda _1}}}} \right]\)
11. DUAL NATURE OF RADIATION AND MATTER (HM)

192162 \(50 V\) वोल्टता द्वारा त्वरित इलेक्ट्रॉन की दे-ब्रॉग्ली तरंगदैर्घ्य का निकटतम मान होगा :\((| e |=1.6 \times 10^{-19} C , m _{ e }=9.1 \times 10^{-31} kg, \left. h =6.6 \times 10^{-34} Js \right)\)

1 \(2.4\)
2 \(0.5\)
3 \(1.7\)
4 \(1.2\)
11. DUAL NATURE OF RADIATION AND MATTER (HM)

192163 निम्नलिखित कणों में से किस कण के लिये डी-ब्राग्ली सम्बन्ध का प्रायोगिक सत्यापन अत्यधिक मुश्किल होगा ?

1 एक इलेक्ट्रान.
2 एक प्रोटॉन
3 एक \(\alpha\)-कण
4 एक धूल का कण
11. DUAL NATURE OF RADIATION AND MATTER (HM)

192164 विश्राम अवस्था के एक इलेक्ट्रान से तरंगदैर्घ्य \(\lambda\) का एक फोटान प्रकीर्णित होता है। तरंगदैर्घ्य स्थानान्तर \(\Delta \lambda\) तरंगदैर्घ्य \(\lambda\) का तीन गुना है और प्रकीर्णन कोण \(\theta=60^{\circ}\) है। इलेक्ट्रान \(\phi\) कोण पर प्रतिक्षिप्त होता है। \(\tan \phi\) का मान है : (इलेक्ट्रान की चाल प्रकाश की चाल से काफी कम है)

1 \(0.16\)
2 \(0.25\)
3 \(0.22\)
4 \(0.22\)
NEET Test Series from KOTA - 10 Papers In MS WORD WhatsApp Here