192135 \(0.1 \ Å\) तरंगदैध्र्य की \(X-\) किरणें जब धातु पर गिरती हैं तो इनका प्रकीर्णन हो जाता है। प्रकीर्णित विकिरण की तरंगदैध्र्य \(0.111\ Å\) है यदि \(h = 6.624\) \( \times \) \(10^{-34} J-s\) ओर \(m_0\) = 9 \( \times \) \(10^{-31}\) \(kg\) है तो प्रकीर्णित फोटॉनों की दिशा होगी
192137 एक \(X-\) किरण ट्यूब \(50\,kV\) और \(20\,mA\) पर कार्य करती है। ट्यूब के लक्ष्य-पदार्थ का द्रव्यमान \(1\,kg\) और विशिष्ट ऊष्मा \(495\,Jk{g^{ - 1}}^\circ {C^{ - 1}}\) है। दी गई विद्युत शक्ति का \(1\% \), \(X-\) किरणों में बदल जाता है और शेष सम्पूर्ण ऊर्जा, लक्ष्य को ऊष्मा प्रदान करती है, तब
192135 \(0.1 \ Å\) तरंगदैध्र्य की \(X-\) किरणें जब धातु पर गिरती हैं तो इनका प्रकीर्णन हो जाता है। प्रकीर्णित विकिरण की तरंगदैध्र्य \(0.111\ Å\) है यदि \(h = 6.624\) \( \times \) \(10^{-34} J-s\) ओर \(m_0\) = 9 \( \times \) \(10^{-31}\) \(kg\) है तो प्रकीर्णित फोटॉनों की दिशा होगी
192137 एक \(X-\) किरण ट्यूब \(50\,kV\) और \(20\,mA\) पर कार्य करती है। ट्यूब के लक्ष्य-पदार्थ का द्रव्यमान \(1\,kg\) और विशिष्ट ऊष्मा \(495\,Jk{g^{ - 1}}^\circ {C^{ - 1}}\) है। दी गई विद्युत शक्ति का \(1\% \), \(X-\) किरणों में बदल जाता है और शेष सम्पूर्ण ऊर्जा, लक्ष्य को ऊष्मा प्रदान करती है, तब
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192137 एक \(X-\) किरण ट्यूब \(50\,kV\) और \(20\,mA\) पर कार्य करती है। ट्यूब के लक्ष्य-पदार्थ का द्रव्यमान \(1\,kg\) और विशिष्ट ऊष्मा \(495\,Jk{g^{ - 1}}^\circ {C^{ - 1}}\) है। दी गई विद्युत शक्ति का \(1\% \), \(X-\) किरणों में बदल जाता है और शेष सम्पूर्ण ऊर्जा, लक्ष्य को ऊष्मा प्रदान करती है, तब
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192137 एक \(X-\) किरण ट्यूब \(50\,kV\) और \(20\,mA\) पर कार्य करती है। ट्यूब के लक्ष्य-पदार्थ का द्रव्यमान \(1\,kg\) और विशिष्ट ऊष्मा \(495\,Jk{g^{ - 1}}^\circ {C^{ - 1}}\) है। दी गई विद्युत शक्ति का \(1\% \), \(X-\) किरणों में बदल जाता है और शेष सम्पूर्ण ऊर्जा, लक्ष्य को ऊष्मा प्रदान करती है, तब