192124 जब \(4.25\, eV\) ऊर्जा का फोटॉन धातु \(A\) के पृष्ठ से टकराता है। उत्सर्जित फोटो इलेक्ट्रॉन की अधिकतम गतिज ऊर्जा \(T_A\, eV\) व डी-ब्रोग्ली तरंगदैध्र्य \({\lambda _A}\) है। एक अन्य धातु \(B\) से \(4.70 \,eV\) ऊर्जा के फोटॉन द्वारा स्वतन्त्र फोटो इलेक्ट्रॉनों की अधिकतम गतिज ऊर्जा \({T_B} = ({T_A} - 1.50)\;eV\) है। यदि इन फोटो इलेक्ट्रॉनों की डी-ब्रोग्ली तरंगदैध्र्य \({\lambda _B} = 2{\lambda _A}\) है, तो
192125 \(30 cm\) फोकस दूरी के लेंस द्वारा सूर्य का प्रतिबिम्ब प्रकाश विद्युतीय सेल की धात्विक पृष्ठ पर बनता है और प्रकाश विद्युत धारा \(I\) उत्पन्न होती है। प्रतिबिम्ब बनाने वाले लेन्स को अब समान व्यास के लेकिन \(15 cm\) फोकस दूरी के लेन्स द्वारा बदल दिया गया है। इस स्थिति में प्रकाश विद्युत धारा का मान है
192124 जब \(4.25\, eV\) ऊर्जा का फोटॉन धातु \(A\) के पृष्ठ से टकराता है। उत्सर्जित फोटो इलेक्ट्रॉन की अधिकतम गतिज ऊर्जा \(T_A\, eV\) व डी-ब्रोग्ली तरंगदैध्र्य \({\lambda _A}\) है। एक अन्य धातु \(B\) से \(4.70 \,eV\) ऊर्जा के फोटॉन द्वारा स्वतन्त्र फोटो इलेक्ट्रॉनों की अधिकतम गतिज ऊर्जा \({T_B} = ({T_A} - 1.50)\;eV\) है। यदि इन फोटो इलेक्ट्रॉनों की डी-ब्रोग्ली तरंगदैध्र्य \({\lambda _B} = 2{\lambda _A}\) है, तो
192125 \(30 cm\) फोकस दूरी के लेंस द्वारा सूर्य का प्रतिबिम्ब प्रकाश विद्युतीय सेल की धात्विक पृष्ठ पर बनता है और प्रकाश विद्युत धारा \(I\) उत्पन्न होती है। प्रतिबिम्ब बनाने वाले लेन्स को अब समान व्यास के लेकिन \(15 cm\) फोकस दूरी के लेन्स द्वारा बदल दिया गया है। इस स्थिति में प्रकाश विद्युत धारा का मान है
192124 जब \(4.25\, eV\) ऊर्जा का फोटॉन धातु \(A\) के पृष्ठ से टकराता है। उत्सर्जित फोटो इलेक्ट्रॉन की अधिकतम गतिज ऊर्जा \(T_A\, eV\) व डी-ब्रोग्ली तरंगदैध्र्य \({\lambda _A}\) है। एक अन्य धातु \(B\) से \(4.70 \,eV\) ऊर्जा के फोटॉन द्वारा स्वतन्त्र फोटो इलेक्ट्रॉनों की अधिकतम गतिज ऊर्जा \({T_B} = ({T_A} - 1.50)\;eV\) है। यदि इन फोटो इलेक्ट्रॉनों की डी-ब्रोग्ली तरंगदैध्र्य \({\lambda _B} = 2{\lambda _A}\) है, तो
192125 \(30 cm\) फोकस दूरी के लेंस द्वारा सूर्य का प्रतिबिम्ब प्रकाश विद्युतीय सेल की धात्विक पृष्ठ पर बनता है और प्रकाश विद्युत धारा \(I\) उत्पन्न होती है। प्रतिबिम्ब बनाने वाले लेन्स को अब समान व्यास के लेकिन \(15 cm\) फोकस दूरी के लेन्स द्वारा बदल दिया गया है। इस स्थिति में प्रकाश विद्युत धारा का मान है
192124 जब \(4.25\, eV\) ऊर्जा का फोटॉन धातु \(A\) के पृष्ठ से टकराता है। उत्सर्जित फोटो इलेक्ट्रॉन की अधिकतम गतिज ऊर्जा \(T_A\, eV\) व डी-ब्रोग्ली तरंगदैध्र्य \({\lambda _A}\) है। एक अन्य धातु \(B\) से \(4.70 \,eV\) ऊर्जा के फोटॉन द्वारा स्वतन्त्र फोटो इलेक्ट्रॉनों की अधिकतम गतिज ऊर्जा \({T_B} = ({T_A} - 1.50)\;eV\) है। यदि इन फोटो इलेक्ट्रॉनों की डी-ब्रोग्ली तरंगदैध्र्य \({\lambda _B} = 2{\lambda _A}\) है, तो
192125 \(30 cm\) फोकस दूरी के लेंस द्वारा सूर्य का प्रतिबिम्ब प्रकाश विद्युतीय सेल की धात्विक पृष्ठ पर बनता है और प्रकाश विद्युत धारा \(I\) उत्पन्न होती है। प्रतिबिम्ब बनाने वाले लेन्स को अब समान व्यास के लेकिन \(15 cm\) फोकस दूरी के लेन्स द्वारा बदल दिया गया है। इस स्थिति में प्रकाश विद्युत धारा का मान है