192188 जब किसी धात्विक सतह पर, \(\lambda-\) तरंगदैर्ध्य का विकिरण का उपयोग किया जाता है तो रोधिका विभव \(V\) है। जब इस सतह पर \(3 \lambda\) तरंगदैर्ध्य्य का विकिरण आपतित होता है तो रोधिका विभव \(\frac{ V }{4}\) है। यदि इस सतह का देहली तरंगदैर्ध्य \(n \lambda\) हो तो \(n\) का मान होगा
192189 एक धातु पर पड़ने वाले विकीरण की तरंगदैर्ध्य जब \(500\, nm\) से बदलकर \(200\, nm\) की जाती है, तो इससे उत्सर्जित होने वाले फोटोइलैक्ट्रॉन्स की अधिकतम गतिज ऊर्जा तीन गुना हो जाती है। ऐसी स्थिति में धातु की कार्यफलन निम्न में से किसके निकटतम है? (\(eV\) में)
192188 जब किसी धात्विक सतह पर, \(\lambda-\) तरंगदैर्ध्य का विकिरण का उपयोग किया जाता है तो रोधिका विभव \(V\) है। जब इस सतह पर \(3 \lambda\) तरंगदैर्ध्य्य का विकिरण आपतित होता है तो रोधिका विभव \(\frac{ V }{4}\) है। यदि इस सतह का देहली तरंगदैर्ध्य \(n \lambda\) हो तो \(n\) का मान होगा
192189 एक धातु पर पड़ने वाले विकीरण की तरंगदैर्ध्य जब \(500\, nm\) से बदलकर \(200\, nm\) की जाती है, तो इससे उत्सर्जित होने वाले फोटोइलैक्ट्रॉन्स की अधिकतम गतिज ऊर्जा तीन गुना हो जाती है। ऐसी स्थिति में धातु की कार्यफलन निम्न में से किसके निकटतम है? (\(eV\) में)
192188 जब किसी धात्विक सतह पर, \(\lambda-\) तरंगदैर्ध्य का विकिरण का उपयोग किया जाता है तो रोधिका विभव \(V\) है। जब इस सतह पर \(3 \lambda\) तरंगदैर्ध्य्य का विकिरण आपतित होता है तो रोधिका विभव \(\frac{ V }{4}\) है। यदि इस सतह का देहली तरंगदैर्ध्य \(n \lambda\) हो तो \(n\) का मान होगा
192189 एक धातु पर पड़ने वाले विकीरण की तरंगदैर्ध्य जब \(500\, nm\) से बदलकर \(200\, nm\) की जाती है, तो इससे उत्सर्जित होने वाले फोटोइलैक्ट्रॉन्स की अधिकतम गतिज ऊर्जा तीन गुना हो जाती है। ऐसी स्थिति में धातु की कार्यफलन निम्न में से किसके निकटतम है? (\(eV\) में)
192188 जब किसी धात्विक सतह पर, \(\lambda-\) तरंगदैर्ध्य का विकिरण का उपयोग किया जाता है तो रोधिका विभव \(V\) है। जब इस सतह पर \(3 \lambda\) तरंगदैर्ध्य्य का विकिरण आपतित होता है तो रोधिका विभव \(\frac{ V }{4}\) है। यदि इस सतह का देहली तरंगदैर्ध्य \(n \lambda\) हो तो \(n\) का मान होगा
192189 एक धातु पर पड़ने वाले विकीरण की तरंगदैर्ध्य जब \(500\, nm\) से बदलकर \(200\, nm\) की जाती है, तो इससे उत्सर्जित होने वाले फोटोइलैक्ट्रॉन्स की अधिकतम गतिज ऊर्जा तीन गुना हो जाती है। ऐसी स्थिति में धातु की कार्यफलन निम्न में से किसके निकटतम है? (\(eV\) में)