192227 एक धातु प्लेट पर देहली आवृति से दुगनी आवृति का प्रकाश गिराया जाता है तो उत्सर्जित इलेक्ट्रॉन का अधिकतम वेग \(v _1\) है। यदि आपतित प्रकाश की आवृति देहली आवृति से \(5\) गुना बढा दी जाये तो उत्सर्जित इलेक्ट्रॉन का अधिकतम वेग \(v _2\) हो जाता है। यदि \(v _2= x _1\) है तो \(x\) का मान है $...........$
192191 द्रव्यमान \(m _{ A }=\frac{ m }{2}\) वाला एक कण \(A , v _{0}\) वेग से \(x\)-अक्ष के अनुदिश गति करता हुआ विरामावस्था में स्थित द्रव्यमान \(m _{ B }=\frac{ m }{3}\) वाले एक अन्य कण \(B\) से प्रत्यास्थ रूप से टकराता है। यदि टक्कर के बाद दोनों कण \(x\)-अक्ष के अनुदिश गति करते है तो कण \(A\) की डी-ब्रोग्ली तरंगदैर्ध्य \(\Delta \lambda\) में परिवर्तन टक्कर से पूर्व इसकी डी-ब्रोग्ली तरंगदैर्ध्य \(\left(\lambda_{0}\right)\) के पदों में होगा।
192193 यह मान लें कि नाइट्रोजन अणु \(400 \,K\) पर वर्गमाध्य मूल वेग से गतिशील है, तब नाइट्रोजन अणुओं की डे-ब्रॉग्ली तरंगदैर्ध्य लगभग \(......\mathring {A}\) है।(दिया है : नाइट्रोजन अणु का भार : \(4.64 \times 10^{-26} \,kg\), वोल्टजमान स्थिरांक : \(1.38 \times 10^{-23}\, J / K\), प्लांक स्थिरांक : \(6.63 \times 10^{-34} \,J . s\) )
192227 एक धातु प्लेट पर देहली आवृति से दुगनी आवृति का प्रकाश गिराया जाता है तो उत्सर्जित इलेक्ट्रॉन का अधिकतम वेग \(v _1\) है। यदि आपतित प्रकाश की आवृति देहली आवृति से \(5\) गुना बढा दी जाये तो उत्सर्जित इलेक्ट्रॉन का अधिकतम वेग \(v _2\) हो जाता है। यदि \(v _2= x _1\) है तो \(x\) का मान है $...........$
192191 द्रव्यमान \(m _{ A }=\frac{ m }{2}\) वाला एक कण \(A , v _{0}\) वेग से \(x\)-अक्ष के अनुदिश गति करता हुआ विरामावस्था में स्थित द्रव्यमान \(m _{ B }=\frac{ m }{3}\) वाले एक अन्य कण \(B\) से प्रत्यास्थ रूप से टकराता है। यदि टक्कर के बाद दोनों कण \(x\)-अक्ष के अनुदिश गति करते है तो कण \(A\) की डी-ब्रोग्ली तरंगदैर्ध्य \(\Delta \lambda\) में परिवर्तन टक्कर से पूर्व इसकी डी-ब्रोग्ली तरंगदैर्ध्य \(\left(\lambda_{0}\right)\) के पदों में होगा।
192193 यह मान लें कि नाइट्रोजन अणु \(400 \,K\) पर वर्गमाध्य मूल वेग से गतिशील है, तब नाइट्रोजन अणुओं की डे-ब्रॉग्ली तरंगदैर्ध्य लगभग \(......\mathring {A}\) है।(दिया है : नाइट्रोजन अणु का भार : \(4.64 \times 10^{-26} \,kg\), वोल्टजमान स्थिरांक : \(1.38 \times 10^{-23}\, J / K\), प्लांक स्थिरांक : \(6.63 \times 10^{-34} \,J . s\) )
192227 एक धातु प्लेट पर देहली आवृति से दुगनी आवृति का प्रकाश गिराया जाता है तो उत्सर्जित इलेक्ट्रॉन का अधिकतम वेग \(v _1\) है। यदि आपतित प्रकाश की आवृति देहली आवृति से \(5\) गुना बढा दी जाये तो उत्सर्जित इलेक्ट्रॉन का अधिकतम वेग \(v _2\) हो जाता है। यदि \(v _2= x _1\) है तो \(x\) का मान है $...........$
192191 द्रव्यमान \(m _{ A }=\frac{ m }{2}\) वाला एक कण \(A , v _{0}\) वेग से \(x\)-अक्ष के अनुदिश गति करता हुआ विरामावस्था में स्थित द्रव्यमान \(m _{ B }=\frac{ m }{3}\) वाले एक अन्य कण \(B\) से प्रत्यास्थ रूप से टकराता है। यदि टक्कर के बाद दोनों कण \(x\)-अक्ष के अनुदिश गति करते है तो कण \(A\) की डी-ब्रोग्ली तरंगदैर्ध्य \(\Delta \lambda\) में परिवर्तन टक्कर से पूर्व इसकी डी-ब्रोग्ली तरंगदैर्ध्य \(\left(\lambda_{0}\right)\) के पदों में होगा।
192193 यह मान लें कि नाइट्रोजन अणु \(400 \,K\) पर वर्गमाध्य मूल वेग से गतिशील है, तब नाइट्रोजन अणुओं की डे-ब्रॉग्ली तरंगदैर्ध्य लगभग \(......\mathring {A}\) है।(दिया है : नाइट्रोजन अणु का भार : \(4.64 \times 10^{-26} \,kg\), वोल्टजमान स्थिरांक : \(1.38 \times 10^{-23}\, J / K\), प्लांक स्थिरांक : \(6.63 \times 10^{-34} \,J . s\) )
192227 एक धातु प्लेट पर देहली आवृति से दुगनी आवृति का प्रकाश गिराया जाता है तो उत्सर्जित इलेक्ट्रॉन का अधिकतम वेग \(v _1\) है। यदि आपतित प्रकाश की आवृति देहली आवृति से \(5\) गुना बढा दी जाये तो उत्सर्जित इलेक्ट्रॉन का अधिकतम वेग \(v _2\) हो जाता है। यदि \(v _2= x _1\) है तो \(x\) का मान है $...........$
192191 द्रव्यमान \(m _{ A }=\frac{ m }{2}\) वाला एक कण \(A , v _{0}\) वेग से \(x\)-अक्ष के अनुदिश गति करता हुआ विरामावस्था में स्थित द्रव्यमान \(m _{ B }=\frac{ m }{3}\) वाले एक अन्य कण \(B\) से प्रत्यास्थ रूप से टकराता है। यदि टक्कर के बाद दोनों कण \(x\)-अक्ष के अनुदिश गति करते है तो कण \(A\) की डी-ब्रोग्ली तरंगदैर्ध्य \(\Delta \lambda\) में परिवर्तन टक्कर से पूर्व इसकी डी-ब्रोग्ली तरंगदैर्ध्य \(\left(\lambda_{0}\right)\) के पदों में होगा।
192193 यह मान लें कि नाइट्रोजन अणु \(400 \,K\) पर वर्गमाध्य मूल वेग से गतिशील है, तब नाइट्रोजन अणुओं की डे-ब्रॉग्ली तरंगदैर्ध्य लगभग \(......\mathring {A}\) है।(दिया है : नाइट्रोजन अणु का भार : \(4.64 \times 10^{-26} \,kg\), वोल्टजमान स्थिरांक : \(1.38 \times 10^{-23}\, J / K\), प्लांक स्थिरांक : \(6.63 \times 10^{-34} \,J . s\) )