(b) प्रत्यक्ष रंजक हाइड्रोजन बंधों के द्वारा तंतुओं से जुड़ जाते हैं। ये ऐजोडाई की श्रेणी में आते हैं। इसमें कपड़े को रंजक के जलीय विलयन में डुबाकर प्रत्यक्ष रूप से रंगा जाता है। उदा. : मर्टियस यलो, कांगो रेड आदि।
16. CHEMISTRY IN EVERYDAY LIFE (HM)
212918
निम्नलिखित में कौन वेट रंजक है, और इसका उपयोग जीन्स के रंजन में होता है
1 इन्डिगो
2 एलिजारीन
3 पिक्रिक अम्ल
4 क्रिस्टल वायलेट
Explanation:
(a) वैट रंजक अविलेय यौगिक हैं जो अपचयन पर विलेय उत्पाद (ल्यूको रूप) देते हैं। उत्पाद रंगीन भी हो सकता है और रंगहीन भी और विशिष्ट रेशे या तंतुओं के लिये इनकी बंधुता होती है। उदा. :- इंडिगो
16. CHEMISTRY IN EVERYDAY LIFE (HM)
212934
ब्रॉड स्पेक्ट्रम एन्टीबायोटिक
1 एन्टीबॉडीज को मारता है
2 विशिष्ट एन्टीजन पर क्रिया करता है
3 भिन्न एन्टीजनों पर क्रिया करता है
4 एन्टीजन एवं एन्टीबॉडीज दोनों पर क्रिया करता है
Explanation:
(c) ब्रॉड स्पेक्ट्रम प्रतिजैविक विभिन्न एंटीजन पर क्रिया करता है।
16. CHEMISTRY IN EVERYDAY LIFE (HM)
212933
वे रंजक जो रंगहीन अपचयित अवस्था में कपड़ों पर डाले जाते हैंं और फिर रंगीन अवस्था में ऑक्सीकृत किये जाते हैंं कहलाते हैंं
1 वैट रंजक
2 परिक्षिप्त (disperse) रंजक
3 ट्राईफेनिल मेथेन रंजक
4 ऐजो रंजक
Explanation:
(a) वैट रंजक अविलेय यौगिक है जो अपचयन पर विलेय(ल्यूकोफॉर्म) उत्पाद देता है। उत्पाद रंगीन या रंगहीन हो सकता है। यह विशिष्ट रेशों-तंतुओं के प्रति बंधुता रखता है। जैसे कि इंडिगो।
16. CHEMISTRY IN EVERYDAY LIFE (HM)
212919
निम्नलिखित में कौन क्रोमोफोर नहीं है
1
2
3
4
Explanation:
(d) एक रंजक अणु दो भिन्न भागों से बना होता है (i) क्रोमोफोर (ii) ऑक्सोक्रोम। वह समूह जो एक यौगिक में रंग उत्पन्न करता है अर्थात् क्रोमोफोर जो सामान्यत: असंतृप्त समूह होते हैं जैसे नाइट्रो, नाइट्रोसो, ऐजो, एजॉक्सी, कार्बोनिल और ऑलिफिनिक बंध। ऑक्सोक्रोम सामान्यत: अम्लीय/क्षारीय क्रियात्मक समूह जैसे आदि होते हैं। एक यौगिक जिसमें केवल क्रोमोफोर होता है वह रंगीन पदार्थ हो सकता है लेकिन एक रंजक नहीं। उदाहरण के लिये ऐजो बेंजीन लाल रंग का है लेकिन एक रंजक नहीं है। जबकि पैरा एमीनो ऐजोबैंजीन (एनिलीन यलो) एक रंजक है।
(b) प्रत्यक्ष रंजक हाइड्रोजन बंधों के द्वारा तंतुओं से जुड़ जाते हैं। ये ऐजोडाई की श्रेणी में आते हैं। इसमें कपड़े को रंजक के जलीय विलयन में डुबाकर प्रत्यक्ष रूप से रंगा जाता है। उदा. : मर्टियस यलो, कांगो रेड आदि।
16. CHEMISTRY IN EVERYDAY LIFE (HM)
212918
निम्नलिखित में कौन वेट रंजक है, और इसका उपयोग जीन्स के रंजन में होता है
1 इन्डिगो
2 एलिजारीन
3 पिक्रिक अम्ल
4 क्रिस्टल वायलेट
Explanation:
(a) वैट रंजक अविलेय यौगिक हैं जो अपचयन पर विलेय उत्पाद (ल्यूको रूप) देते हैं। उत्पाद रंगीन भी हो सकता है और रंगहीन भी और विशिष्ट रेशे या तंतुओं के लिये इनकी बंधुता होती है। उदा. :- इंडिगो
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212934
ब्रॉड स्पेक्ट्रम एन्टीबायोटिक
1 एन्टीबॉडीज को मारता है
2 विशिष्ट एन्टीजन पर क्रिया करता है
3 भिन्न एन्टीजनों पर क्रिया करता है
4 एन्टीजन एवं एन्टीबॉडीज दोनों पर क्रिया करता है
Explanation:
(c) ब्रॉड स्पेक्ट्रम प्रतिजैविक विभिन्न एंटीजन पर क्रिया करता है।
16. CHEMISTRY IN EVERYDAY LIFE (HM)
212933
वे रंजक जो रंगहीन अपचयित अवस्था में कपड़ों पर डाले जाते हैंं और फिर रंगीन अवस्था में ऑक्सीकृत किये जाते हैंं कहलाते हैंं
1 वैट रंजक
2 परिक्षिप्त (disperse) रंजक
3 ट्राईफेनिल मेथेन रंजक
4 ऐजो रंजक
Explanation:
(a) वैट रंजक अविलेय यौगिक है जो अपचयन पर विलेय(ल्यूकोफॉर्म) उत्पाद देता है। उत्पाद रंगीन या रंगहीन हो सकता है। यह विशिष्ट रेशों-तंतुओं के प्रति बंधुता रखता है। जैसे कि इंडिगो।
16. CHEMISTRY IN EVERYDAY LIFE (HM)
212919
निम्नलिखित में कौन क्रोमोफोर नहीं है
1
2
3
4
Explanation:
(d) एक रंजक अणु दो भिन्न भागों से बना होता है (i) क्रोमोफोर (ii) ऑक्सोक्रोम। वह समूह जो एक यौगिक में रंग उत्पन्न करता है अर्थात् क्रोमोफोर जो सामान्यत: असंतृप्त समूह होते हैं जैसे नाइट्रो, नाइट्रोसो, ऐजो, एजॉक्सी, कार्बोनिल और ऑलिफिनिक बंध। ऑक्सोक्रोम सामान्यत: अम्लीय/क्षारीय क्रियात्मक समूह जैसे आदि होते हैं। एक यौगिक जिसमें केवल क्रोमोफोर होता है वह रंगीन पदार्थ हो सकता है लेकिन एक रंजक नहीं। उदाहरण के लिये ऐजो बेंजीन लाल रंग का है लेकिन एक रंजक नहीं है। जबकि पैरा एमीनो ऐजोबैंजीन (एनिलीन यलो) एक रंजक है।
(b) प्रत्यक्ष रंजक हाइड्रोजन बंधों के द्वारा तंतुओं से जुड़ जाते हैं। ये ऐजोडाई की श्रेणी में आते हैं। इसमें कपड़े को रंजक के जलीय विलयन में डुबाकर प्रत्यक्ष रूप से रंगा जाता है। उदा. : मर्टियस यलो, कांगो रेड आदि।
16. CHEMISTRY IN EVERYDAY LIFE (HM)
212918
निम्नलिखित में कौन वेट रंजक है, और इसका उपयोग जीन्स के रंजन में होता है
1 इन्डिगो
2 एलिजारीन
3 पिक्रिक अम्ल
4 क्रिस्टल वायलेट
Explanation:
(a) वैट रंजक अविलेय यौगिक हैं जो अपचयन पर विलेय उत्पाद (ल्यूको रूप) देते हैं। उत्पाद रंगीन भी हो सकता है और रंगहीन भी और विशिष्ट रेशे या तंतुओं के लिये इनकी बंधुता होती है। उदा. :- इंडिगो
16. CHEMISTRY IN EVERYDAY LIFE (HM)
212934
ब्रॉड स्पेक्ट्रम एन्टीबायोटिक
1 एन्टीबॉडीज को मारता है
2 विशिष्ट एन्टीजन पर क्रिया करता है
3 भिन्न एन्टीजनों पर क्रिया करता है
4 एन्टीजन एवं एन्टीबॉडीज दोनों पर क्रिया करता है
Explanation:
(c) ब्रॉड स्पेक्ट्रम प्रतिजैविक विभिन्न एंटीजन पर क्रिया करता है।
16. CHEMISTRY IN EVERYDAY LIFE (HM)
212933
वे रंजक जो रंगहीन अपचयित अवस्था में कपड़ों पर डाले जाते हैंं और फिर रंगीन अवस्था में ऑक्सीकृत किये जाते हैंं कहलाते हैंं
1 वैट रंजक
2 परिक्षिप्त (disperse) रंजक
3 ट्राईफेनिल मेथेन रंजक
4 ऐजो रंजक
Explanation:
(a) वैट रंजक अविलेय यौगिक है जो अपचयन पर विलेय(ल्यूकोफॉर्म) उत्पाद देता है। उत्पाद रंगीन या रंगहीन हो सकता है। यह विशिष्ट रेशों-तंतुओं के प्रति बंधुता रखता है। जैसे कि इंडिगो।
16. CHEMISTRY IN EVERYDAY LIFE (HM)
212919
निम्नलिखित में कौन क्रोमोफोर नहीं है
1
2
3
4
Explanation:
(d) एक रंजक अणु दो भिन्न भागों से बना होता है (i) क्रोमोफोर (ii) ऑक्सोक्रोम। वह समूह जो एक यौगिक में रंग उत्पन्न करता है अर्थात् क्रोमोफोर जो सामान्यत: असंतृप्त समूह होते हैं जैसे नाइट्रो, नाइट्रोसो, ऐजो, एजॉक्सी, कार्बोनिल और ऑलिफिनिक बंध। ऑक्सोक्रोम सामान्यत: अम्लीय/क्षारीय क्रियात्मक समूह जैसे आदि होते हैं। एक यौगिक जिसमें केवल क्रोमोफोर होता है वह रंगीन पदार्थ हो सकता है लेकिन एक रंजक नहीं। उदाहरण के लिये ऐजो बेंजीन लाल रंग का है लेकिन एक रंजक नहीं है। जबकि पैरा एमीनो ऐजोबैंजीन (एनिलीन यलो) एक रंजक है।
(b) प्रत्यक्ष रंजक हाइड्रोजन बंधों के द्वारा तंतुओं से जुड़ जाते हैं। ये ऐजोडाई की श्रेणी में आते हैं। इसमें कपड़े को रंजक के जलीय विलयन में डुबाकर प्रत्यक्ष रूप से रंगा जाता है। उदा. : मर्टियस यलो, कांगो रेड आदि।
16. CHEMISTRY IN EVERYDAY LIFE (HM)
212918
निम्नलिखित में कौन वेट रंजक है, और इसका उपयोग जीन्स के रंजन में होता है
1 इन्डिगो
2 एलिजारीन
3 पिक्रिक अम्ल
4 क्रिस्टल वायलेट
Explanation:
(a) वैट रंजक अविलेय यौगिक हैं जो अपचयन पर विलेय उत्पाद (ल्यूको रूप) देते हैं। उत्पाद रंगीन भी हो सकता है और रंगहीन भी और विशिष्ट रेशे या तंतुओं के लिये इनकी बंधुता होती है। उदा. :- इंडिगो
16. CHEMISTRY IN EVERYDAY LIFE (HM)
212934
ब्रॉड स्पेक्ट्रम एन्टीबायोटिक
1 एन्टीबॉडीज को मारता है
2 विशिष्ट एन्टीजन पर क्रिया करता है
3 भिन्न एन्टीजनों पर क्रिया करता है
4 एन्टीजन एवं एन्टीबॉडीज दोनों पर क्रिया करता है
Explanation:
(c) ब्रॉड स्पेक्ट्रम प्रतिजैविक विभिन्न एंटीजन पर क्रिया करता है।
16. CHEMISTRY IN EVERYDAY LIFE (HM)
212933
वे रंजक जो रंगहीन अपचयित अवस्था में कपड़ों पर डाले जाते हैंं और फिर रंगीन अवस्था में ऑक्सीकृत किये जाते हैंं कहलाते हैंं
1 वैट रंजक
2 परिक्षिप्त (disperse) रंजक
3 ट्राईफेनिल मेथेन रंजक
4 ऐजो रंजक
Explanation:
(a) वैट रंजक अविलेय यौगिक है जो अपचयन पर विलेय(ल्यूकोफॉर्म) उत्पाद देता है। उत्पाद रंगीन या रंगहीन हो सकता है। यह विशिष्ट रेशों-तंतुओं के प्रति बंधुता रखता है। जैसे कि इंडिगो।
16. CHEMISTRY IN EVERYDAY LIFE (HM)
212919
निम्नलिखित में कौन क्रोमोफोर नहीं है
1
2
3
4
Explanation:
(d) एक रंजक अणु दो भिन्न भागों से बना होता है (i) क्रोमोफोर (ii) ऑक्सोक्रोम। वह समूह जो एक यौगिक में रंग उत्पन्न करता है अर्थात् क्रोमोफोर जो सामान्यत: असंतृप्त समूह होते हैं जैसे नाइट्रो, नाइट्रोसो, ऐजो, एजॉक्सी, कार्बोनिल और ऑलिफिनिक बंध। ऑक्सोक्रोम सामान्यत: अम्लीय/क्षारीय क्रियात्मक समूह जैसे आदि होते हैं। एक यौगिक जिसमें केवल क्रोमोफोर होता है वह रंगीन पदार्थ हो सकता है लेकिन एक रंजक नहीं। उदाहरण के लिये ऐजो बेंजीन लाल रंग का है लेकिन एक रंजक नहीं है। जबकि पैरा एमीनो ऐजोबैंजीन (एनिलीन यलो) एक रंजक है।
(b) प्रत्यक्ष रंजक हाइड्रोजन बंधों के द्वारा तंतुओं से जुड़ जाते हैं। ये ऐजोडाई की श्रेणी में आते हैं। इसमें कपड़े को रंजक के जलीय विलयन में डुबाकर प्रत्यक्ष रूप से रंगा जाता है। उदा. : मर्टियस यलो, कांगो रेड आदि।
16. CHEMISTRY IN EVERYDAY LIFE (HM)
212918
निम्नलिखित में कौन वेट रंजक है, और इसका उपयोग जीन्स के रंजन में होता है
1 इन्डिगो
2 एलिजारीन
3 पिक्रिक अम्ल
4 क्रिस्टल वायलेट
Explanation:
(a) वैट रंजक अविलेय यौगिक हैं जो अपचयन पर विलेय उत्पाद (ल्यूको रूप) देते हैं। उत्पाद रंगीन भी हो सकता है और रंगहीन भी और विशिष्ट रेशे या तंतुओं के लिये इनकी बंधुता होती है। उदा. :- इंडिगो
16. CHEMISTRY IN EVERYDAY LIFE (HM)
212934
ब्रॉड स्पेक्ट्रम एन्टीबायोटिक
1 एन्टीबॉडीज को मारता है
2 विशिष्ट एन्टीजन पर क्रिया करता है
3 भिन्न एन्टीजनों पर क्रिया करता है
4 एन्टीजन एवं एन्टीबॉडीज दोनों पर क्रिया करता है
Explanation:
(c) ब्रॉड स्पेक्ट्रम प्रतिजैविक विभिन्न एंटीजन पर क्रिया करता है।
16. CHEMISTRY IN EVERYDAY LIFE (HM)
212933
वे रंजक जो रंगहीन अपचयित अवस्था में कपड़ों पर डाले जाते हैंं और फिर रंगीन अवस्था में ऑक्सीकृत किये जाते हैंं कहलाते हैंं
1 वैट रंजक
2 परिक्षिप्त (disperse) रंजक
3 ट्राईफेनिल मेथेन रंजक
4 ऐजो रंजक
Explanation:
(a) वैट रंजक अविलेय यौगिक है जो अपचयन पर विलेय(ल्यूकोफॉर्म) उत्पाद देता है। उत्पाद रंगीन या रंगहीन हो सकता है। यह विशिष्ट रेशों-तंतुओं के प्रति बंधुता रखता है। जैसे कि इंडिगो।
16. CHEMISTRY IN EVERYDAY LIFE (HM)
212919
निम्नलिखित में कौन क्रोमोफोर नहीं है
1
2
3
4
Explanation:
(d) एक रंजक अणु दो भिन्न भागों से बना होता है (i) क्रोमोफोर (ii) ऑक्सोक्रोम। वह समूह जो एक यौगिक में रंग उत्पन्न करता है अर्थात् क्रोमोफोर जो सामान्यत: असंतृप्त समूह होते हैं जैसे नाइट्रो, नाइट्रोसो, ऐजो, एजॉक्सी, कार्बोनिल और ऑलिफिनिक बंध। ऑक्सोक्रोम सामान्यत: अम्लीय/क्षारीय क्रियात्मक समूह जैसे आदि होते हैं। एक यौगिक जिसमें केवल क्रोमोफोर होता है वह रंगीन पदार्थ हो सकता है लेकिन एक रंजक नहीं। उदाहरण के लिये ऐजो बेंजीन लाल रंग का है लेकिन एक रंजक नहीं है। जबकि पैरा एमीनो ऐजोबैंजीन (एनिलीन यलो) एक रंजक है।