210985
निम्न में से कौन सी अभिक्रिया \(\alpha - \) ब्रोमो एसीटिक अम्ल के निर्माण में उपयोग होती है
1 कोल्बे अभिक्रिया
2 रीमर-टीमेन अभिक्रिया
3 हेल वोल्हार्ड जेलिन्स्की अभिक्रिया
4 पर्किन अभिक्रिया
Explanation:
(c) जब कार्बोक्सिलिक अम्ल की क्रिया \(C{l_2}\) या \(B{r_2}\) से लाल फॉस्फोरस की उपस्थिति में होती है तब कार्बोक्सिलिक अम्ल \(\alpha\) -हाइड्रोजन, \(C{l_2}\) या \(B{r_2}\)से प्रतिस्थापित हो जाता है। \(\mathop {C{H_3}COOH}\limits_{Acetic\;acid} \xrightarrow{{B{r_2}}}\mathop {C{H_2}BrCOOH}\limits_{\alpha - bromo\;acetic\;acid} \)
यह अभिक्रिया हेल वोल्हार्ड जेलिन्सकी अभिक्रिया कहलाती है।
12. ALDEHYDES KETONES AND CARBOXYLIC ACIDS (HM)
210986
तृतीयक एल्कोहल \((3^\circ )\) जिसमें कम से कम 4 कार्बन परमाणु उपस्थित हों तीव्र ऑक्सीकरण पर एक ऐसा कार्बोक्सिलिक अम्ल देते हैं जिसमें निम्न कार्बन परमाणु होते हैं
1 एल्कोहल से एक कार्बन परमाणु कम
2 एल्कोहल से दो कार्बन परमाणु कम
3 एल्कोहल से तीन कार्बन परमाणु कम
4 ये तीनों विकल्प सहीं हैं
Explanation:
(b)तृतीयक एल्कोहल आसानी से ऑक्सीकृत नहीं होते लेकिन तीव्र परिस्थितियों में ये ऑक्सीकृत होकर सर्वप्रथम कीटोन देते हैंं और फिर अम्ल, प्रत्येक पद में एक कार्बन कम हो जाता है।
12. ALDEHYDES KETONES AND CARBOXYLIC ACIDS (HM)
210987
जब सक्सीनिक अम्ल गर्म होता है तो निर्मित उत्पाद है
1 सक्सीनिक एनहाइड्राइड
2 एसीटिक अम्ल
3 \(C{O_2}\) एवं मेथेन
4 प्रोपिऑनिक अम्ल
Explanation:
(a)जब सक्सीनिक अम्ल को गर्म किया जाता है तो यह सक्सीनिक एनहाइड्राइड बनाता है।
(d) जब फिनॉल के सोडियम लवण को अधिक दाब पर \(C{O_2}\) के साथ अभिकृत करवाया जाता है तो वलय पर उपस्थित \(H - \)परमाणु का प्रतिस्थापन कार्बोनिल समूह या \( - COOH\) समूह से होता है। यह अभिक्रिया कोल्बे अभिक्रिया कहलाती है।
210985
निम्न में से कौन सी अभिक्रिया \(\alpha - \) ब्रोमो एसीटिक अम्ल के निर्माण में उपयोग होती है
1 कोल्बे अभिक्रिया
2 रीमर-टीमेन अभिक्रिया
3 हेल वोल्हार्ड जेलिन्स्की अभिक्रिया
4 पर्किन अभिक्रिया
Explanation:
(c) जब कार्बोक्सिलिक अम्ल की क्रिया \(C{l_2}\) या \(B{r_2}\) से लाल फॉस्फोरस की उपस्थिति में होती है तब कार्बोक्सिलिक अम्ल \(\alpha\) -हाइड्रोजन, \(C{l_2}\) या \(B{r_2}\)से प्रतिस्थापित हो जाता है। \(\mathop {C{H_3}COOH}\limits_{Acetic\;acid} \xrightarrow{{B{r_2}}}\mathop {C{H_2}BrCOOH}\limits_{\alpha - bromo\;acetic\;acid} \)
यह अभिक्रिया हेल वोल्हार्ड जेलिन्सकी अभिक्रिया कहलाती है।
12. ALDEHYDES KETONES AND CARBOXYLIC ACIDS (HM)
210986
तृतीयक एल्कोहल \((3^\circ )\) जिसमें कम से कम 4 कार्बन परमाणु उपस्थित हों तीव्र ऑक्सीकरण पर एक ऐसा कार्बोक्सिलिक अम्ल देते हैं जिसमें निम्न कार्बन परमाणु होते हैं
1 एल्कोहल से एक कार्बन परमाणु कम
2 एल्कोहल से दो कार्बन परमाणु कम
3 एल्कोहल से तीन कार्बन परमाणु कम
4 ये तीनों विकल्प सहीं हैं
Explanation:
(b)तृतीयक एल्कोहल आसानी से ऑक्सीकृत नहीं होते लेकिन तीव्र परिस्थितियों में ये ऑक्सीकृत होकर सर्वप्रथम कीटोन देते हैंं और फिर अम्ल, प्रत्येक पद में एक कार्बन कम हो जाता है।
12. ALDEHYDES KETONES AND CARBOXYLIC ACIDS (HM)
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जब सक्सीनिक अम्ल गर्म होता है तो निर्मित उत्पाद है
1 सक्सीनिक एनहाइड्राइड
2 एसीटिक अम्ल
3 \(C{O_2}\) एवं मेथेन
4 प्रोपिऑनिक अम्ल
Explanation:
(a)जब सक्सीनिक अम्ल को गर्म किया जाता है तो यह सक्सीनिक एनहाइड्राइड बनाता है।
(d) जब फिनॉल के सोडियम लवण को अधिक दाब पर \(C{O_2}\) के साथ अभिकृत करवाया जाता है तो वलय पर उपस्थित \(H - \)परमाणु का प्रतिस्थापन कार्बोनिल समूह या \( - COOH\) समूह से होता है। यह अभिक्रिया कोल्बे अभिक्रिया कहलाती है।
210985
निम्न में से कौन सी अभिक्रिया \(\alpha - \) ब्रोमो एसीटिक अम्ल के निर्माण में उपयोग होती है
1 कोल्बे अभिक्रिया
2 रीमर-टीमेन अभिक्रिया
3 हेल वोल्हार्ड जेलिन्स्की अभिक्रिया
4 पर्किन अभिक्रिया
Explanation:
(c) जब कार्बोक्सिलिक अम्ल की क्रिया \(C{l_2}\) या \(B{r_2}\) से लाल फॉस्फोरस की उपस्थिति में होती है तब कार्बोक्सिलिक अम्ल \(\alpha\) -हाइड्रोजन, \(C{l_2}\) या \(B{r_2}\)से प्रतिस्थापित हो जाता है। \(\mathop {C{H_3}COOH}\limits_{Acetic\;acid} \xrightarrow{{B{r_2}}}\mathop {C{H_2}BrCOOH}\limits_{\alpha - bromo\;acetic\;acid} \)
यह अभिक्रिया हेल वोल्हार्ड जेलिन्सकी अभिक्रिया कहलाती है।
12. ALDEHYDES KETONES AND CARBOXYLIC ACIDS (HM)
210986
तृतीयक एल्कोहल \((3^\circ )\) जिसमें कम से कम 4 कार्बन परमाणु उपस्थित हों तीव्र ऑक्सीकरण पर एक ऐसा कार्बोक्सिलिक अम्ल देते हैं जिसमें निम्न कार्बन परमाणु होते हैं
1 एल्कोहल से एक कार्बन परमाणु कम
2 एल्कोहल से दो कार्बन परमाणु कम
3 एल्कोहल से तीन कार्बन परमाणु कम
4 ये तीनों विकल्प सहीं हैं
Explanation:
(b)तृतीयक एल्कोहल आसानी से ऑक्सीकृत नहीं होते लेकिन तीव्र परिस्थितियों में ये ऑक्सीकृत होकर सर्वप्रथम कीटोन देते हैंं और फिर अम्ल, प्रत्येक पद में एक कार्बन कम हो जाता है।
12. ALDEHYDES KETONES AND CARBOXYLIC ACIDS (HM)
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जब सक्सीनिक अम्ल गर्म होता है तो निर्मित उत्पाद है
1 सक्सीनिक एनहाइड्राइड
2 एसीटिक अम्ल
3 \(C{O_2}\) एवं मेथेन
4 प्रोपिऑनिक अम्ल
Explanation:
(a)जब सक्सीनिक अम्ल को गर्म किया जाता है तो यह सक्सीनिक एनहाइड्राइड बनाता है।
(d) जब फिनॉल के सोडियम लवण को अधिक दाब पर \(C{O_2}\) के साथ अभिकृत करवाया जाता है तो वलय पर उपस्थित \(H - \)परमाणु का प्रतिस्थापन कार्बोनिल समूह या \( - COOH\) समूह से होता है। यह अभिक्रिया कोल्बे अभिक्रिया कहलाती है।
210985
निम्न में से कौन सी अभिक्रिया \(\alpha - \) ब्रोमो एसीटिक अम्ल के निर्माण में उपयोग होती है
1 कोल्बे अभिक्रिया
2 रीमर-टीमेन अभिक्रिया
3 हेल वोल्हार्ड जेलिन्स्की अभिक्रिया
4 पर्किन अभिक्रिया
Explanation:
(c) जब कार्बोक्सिलिक अम्ल की क्रिया \(C{l_2}\) या \(B{r_2}\) से लाल फॉस्फोरस की उपस्थिति में होती है तब कार्बोक्सिलिक अम्ल \(\alpha\) -हाइड्रोजन, \(C{l_2}\) या \(B{r_2}\)से प्रतिस्थापित हो जाता है। \(\mathop {C{H_3}COOH}\limits_{Acetic\;acid} \xrightarrow{{B{r_2}}}\mathop {C{H_2}BrCOOH}\limits_{\alpha - bromo\;acetic\;acid} \)
यह अभिक्रिया हेल वोल्हार्ड जेलिन्सकी अभिक्रिया कहलाती है।
12. ALDEHYDES KETONES AND CARBOXYLIC ACIDS (HM)
210986
तृतीयक एल्कोहल \((3^\circ )\) जिसमें कम से कम 4 कार्बन परमाणु उपस्थित हों तीव्र ऑक्सीकरण पर एक ऐसा कार्बोक्सिलिक अम्ल देते हैं जिसमें निम्न कार्बन परमाणु होते हैं
1 एल्कोहल से एक कार्बन परमाणु कम
2 एल्कोहल से दो कार्बन परमाणु कम
3 एल्कोहल से तीन कार्बन परमाणु कम
4 ये तीनों विकल्प सहीं हैं
Explanation:
(b)तृतीयक एल्कोहल आसानी से ऑक्सीकृत नहीं होते लेकिन तीव्र परिस्थितियों में ये ऑक्सीकृत होकर सर्वप्रथम कीटोन देते हैंं और फिर अम्ल, प्रत्येक पद में एक कार्बन कम हो जाता है।
12. ALDEHYDES KETONES AND CARBOXYLIC ACIDS (HM)
210987
जब सक्सीनिक अम्ल गर्म होता है तो निर्मित उत्पाद है
1 सक्सीनिक एनहाइड्राइड
2 एसीटिक अम्ल
3 \(C{O_2}\) एवं मेथेन
4 प्रोपिऑनिक अम्ल
Explanation:
(a)जब सक्सीनिक अम्ल को गर्म किया जाता है तो यह सक्सीनिक एनहाइड्राइड बनाता है।
(d) जब फिनॉल के सोडियम लवण को अधिक दाब पर \(C{O_2}\) के साथ अभिकृत करवाया जाता है तो वलय पर उपस्थित \(H - \)परमाणु का प्रतिस्थापन कार्बोनिल समूह या \( - COOH\) समूह से होता है। यह अभिक्रिया कोल्बे अभिक्रिया कहलाती है।
210985
निम्न में से कौन सी अभिक्रिया \(\alpha - \) ब्रोमो एसीटिक अम्ल के निर्माण में उपयोग होती है
1 कोल्बे अभिक्रिया
2 रीमर-टीमेन अभिक्रिया
3 हेल वोल्हार्ड जेलिन्स्की अभिक्रिया
4 पर्किन अभिक्रिया
Explanation:
(c) जब कार्बोक्सिलिक अम्ल की क्रिया \(C{l_2}\) या \(B{r_2}\) से लाल फॉस्फोरस की उपस्थिति में होती है तब कार्बोक्सिलिक अम्ल \(\alpha\) -हाइड्रोजन, \(C{l_2}\) या \(B{r_2}\)से प्रतिस्थापित हो जाता है। \(\mathop {C{H_3}COOH}\limits_{Acetic\;acid} \xrightarrow{{B{r_2}}}\mathop {C{H_2}BrCOOH}\limits_{\alpha - bromo\;acetic\;acid} \)
यह अभिक्रिया हेल वोल्हार्ड जेलिन्सकी अभिक्रिया कहलाती है।
12. ALDEHYDES KETONES AND CARBOXYLIC ACIDS (HM)
210986
तृतीयक एल्कोहल \((3^\circ )\) जिसमें कम से कम 4 कार्बन परमाणु उपस्थित हों तीव्र ऑक्सीकरण पर एक ऐसा कार्बोक्सिलिक अम्ल देते हैं जिसमें निम्न कार्बन परमाणु होते हैं
1 एल्कोहल से एक कार्बन परमाणु कम
2 एल्कोहल से दो कार्बन परमाणु कम
3 एल्कोहल से तीन कार्बन परमाणु कम
4 ये तीनों विकल्प सहीं हैं
Explanation:
(b)तृतीयक एल्कोहल आसानी से ऑक्सीकृत नहीं होते लेकिन तीव्र परिस्थितियों में ये ऑक्सीकृत होकर सर्वप्रथम कीटोन देते हैंं और फिर अम्ल, प्रत्येक पद में एक कार्बन कम हो जाता है।
12. ALDEHYDES KETONES AND CARBOXYLIC ACIDS (HM)
210987
जब सक्सीनिक अम्ल गर्म होता है तो निर्मित उत्पाद है
1 सक्सीनिक एनहाइड्राइड
2 एसीटिक अम्ल
3 \(C{O_2}\) एवं मेथेन
4 प्रोपिऑनिक अम्ल
Explanation:
(a)जब सक्सीनिक अम्ल को गर्म किया जाता है तो यह सक्सीनिक एनहाइड्राइड बनाता है।
(d) जब फिनॉल के सोडियम लवण को अधिक दाब पर \(C{O_2}\) के साथ अभिकृत करवाया जाता है तो वलय पर उपस्थित \(H - \)परमाणु का प्रतिस्थापन कार्बोनिल समूह या \( - COOH\) समूह से होता है। यह अभिक्रिया कोल्बे अभिक्रिया कहलाती है।