(a)एसीटिक अम्ल सिरके का प्रमुख घटक है और इसलिये इसका नाम (लैटिन : एसीटम = सिरका) है।
12. ALDEHYDES KETONES AND CARBOXYLIC ACIDS (HM)
210945
कार्बोलिक अम्ल है
1 \({C_6}{H_5}CHO\)
2 \({C_6}{H_6}\)
3 \({C_6}{H_5}COOH\)
4 \({C_6}{H_5}OH\)
Explanation:
फिनॉल को रंगे (Runge) ने कोलतार के आसवन के मध्य तेल प्रभाज से अन्वेषित किया और इसका नाम कार्बोलिक अम्ल (carbo $=$ oil, oleum $=$ oil) या फिनॉल दिया गया। फिनॉल द्रव में कमरे के ताप पर \(5\%\) जल होता है और इसे कार्बोलिक अम्ल कहते हैंं।
12. ALDEHYDES KETONES AND CARBOXYLIC ACIDS (HM)
210946
निम्न में से सर्वाधिक अम्लीय है
1 \(ClC{H_2}COOH\)
2 \({C_6}{H_5}COOH\)
3 \(C{D_3}COOH\)
4 \(C{H_3}C{H_2}COOH\)
Explanation:
(a) कोई भी इलेक्ट्रॉन आकष्र्ाी प्रतिस्थापी (जिसमें\(-I-\)प्रभाव हो) ऋणात्मक आवेश को परिक्षेपित कर देता है जिससे एनायन स्थायी हो जाता है और अम्लीयता बढ़ जाती है। \(Cl\) एक इलेक्ट्रॉन आकर्षी समूह है।
12. ALDEHYDES KETONES AND CARBOXYLIC ACIDS (HM)
210947
निम्नलिखित में से कौन सर्वाधिक क्रियाशील हे
1 एथिल एसीटेट
2 एसीटिक एनहाइड्राइड
3 एसीटामाइड
4 एसीटिल क्लोराइड
Explanation:
(d)विभिन्न अभिक्रियाओं के प्रति अम्ल व्युत्पन्नों की क्रियाशीलता का घटता हुआ क्रम निम्न प्रकार से है, \(RCOCl > {(RCO)_2}O > RCOOR' > RCON{H_2}\) दूसरे शब्दों में जैसे-जैसे हटने वाले समूह की क्षारीयता बढ़ती है, क्रियाशीलता घटती है अर्थात \(C{l^ - } < RCO{O^ - } < R{O^ - } < NH_2^ - \)
(a)एसीटिक अम्ल सिरके का प्रमुख घटक है और इसलिये इसका नाम (लैटिन : एसीटम = सिरका) है।
12. ALDEHYDES KETONES AND CARBOXYLIC ACIDS (HM)
210945
कार्बोलिक अम्ल है
1 \({C_6}{H_5}CHO\)
2 \({C_6}{H_6}\)
3 \({C_6}{H_5}COOH\)
4 \({C_6}{H_5}OH\)
Explanation:
फिनॉल को रंगे (Runge) ने कोलतार के आसवन के मध्य तेल प्रभाज से अन्वेषित किया और इसका नाम कार्बोलिक अम्ल (carbo $=$ oil, oleum $=$ oil) या फिनॉल दिया गया। फिनॉल द्रव में कमरे के ताप पर \(5\%\) जल होता है और इसे कार्बोलिक अम्ल कहते हैंं।
12. ALDEHYDES KETONES AND CARBOXYLIC ACIDS (HM)
210946
निम्न में से सर्वाधिक अम्लीय है
1 \(ClC{H_2}COOH\)
2 \({C_6}{H_5}COOH\)
3 \(C{D_3}COOH\)
4 \(C{H_3}C{H_2}COOH\)
Explanation:
(a) कोई भी इलेक्ट्रॉन आकष्र्ाी प्रतिस्थापी (जिसमें\(-I-\)प्रभाव हो) ऋणात्मक आवेश को परिक्षेपित कर देता है जिससे एनायन स्थायी हो जाता है और अम्लीयता बढ़ जाती है। \(Cl\) एक इलेक्ट्रॉन आकर्षी समूह है।
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210947
निम्नलिखित में से कौन सर्वाधिक क्रियाशील हे
1 एथिल एसीटेट
2 एसीटिक एनहाइड्राइड
3 एसीटामाइड
4 एसीटिल क्लोराइड
Explanation:
(d)विभिन्न अभिक्रियाओं के प्रति अम्ल व्युत्पन्नों की क्रियाशीलता का घटता हुआ क्रम निम्न प्रकार से है, \(RCOCl > {(RCO)_2}O > RCOOR' > RCON{H_2}\) दूसरे शब्दों में जैसे-जैसे हटने वाले समूह की क्षारीयता बढ़ती है, क्रियाशीलता घटती है अर्थात \(C{l^ - } < RCO{O^ - } < R{O^ - } < NH_2^ - \)
(a)एसीटिक अम्ल सिरके का प्रमुख घटक है और इसलिये इसका नाम (लैटिन : एसीटम = सिरका) है।
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210945
कार्बोलिक अम्ल है
1 \({C_6}{H_5}CHO\)
2 \({C_6}{H_6}\)
3 \({C_6}{H_5}COOH\)
4 \({C_6}{H_5}OH\)
Explanation:
फिनॉल को रंगे (Runge) ने कोलतार के आसवन के मध्य तेल प्रभाज से अन्वेषित किया और इसका नाम कार्बोलिक अम्ल (carbo $=$ oil, oleum $=$ oil) या फिनॉल दिया गया। फिनॉल द्रव में कमरे के ताप पर \(5\%\) जल होता है और इसे कार्बोलिक अम्ल कहते हैंं।
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210946
निम्न में से सर्वाधिक अम्लीय है
1 \(ClC{H_2}COOH\)
2 \({C_6}{H_5}COOH\)
3 \(C{D_3}COOH\)
4 \(C{H_3}C{H_2}COOH\)
Explanation:
(a) कोई भी इलेक्ट्रॉन आकष्र्ाी प्रतिस्थापी (जिसमें\(-I-\)प्रभाव हो) ऋणात्मक आवेश को परिक्षेपित कर देता है जिससे एनायन स्थायी हो जाता है और अम्लीयता बढ़ जाती है। \(Cl\) एक इलेक्ट्रॉन आकर्षी समूह है।
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210947
निम्नलिखित में से कौन सर्वाधिक क्रियाशील हे
1 एथिल एसीटेट
2 एसीटिक एनहाइड्राइड
3 एसीटामाइड
4 एसीटिल क्लोराइड
Explanation:
(d)विभिन्न अभिक्रियाओं के प्रति अम्ल व्युत्पन्नों की क्रियाशीलता का घटता हुआ क्रम निम्न प्रकार से है, \(RCOCl > {(RCO)_2}O > RCOOR' > RCON{H_2}\) दूसरे शब्दों में जैसे-जैसे हटने वाले समूह की क्षारीयता बढ़ती है, क्रियाशीलता घटती है अर्थात \(C{l^ - } < RCO{O^ - } < R{O^ - } < NH_2^ - \)
(a)एसीटिक अम्ल सिरके का प्रमुख घटक है और इसलिये इसका नाम (लैटिन : एसीटम = सिरका) है।
12. ALDEHYDES KETONES AND CARBOXYLIC ACIDS (HM)
210945
कार्बोलिक अम्ल है
1 \({C_6}{H_5}CHO\)
2 \({C_6}{H_6}\)
3 \({C_6}{H_5}COOH\)
4 \({C_6}{H_5}OH\)
Explanation:
फिनॉल को रंगे (Runge) ने कोलतार के आसवन के मध्य तेल प्रभाज से अन्वेषित किया और इसका नाम कार्बोलिक अम्ल (carbo $=$ oil, oleum $=$ oil) या फिनॉल दिया गया। फिनॉल द्रव में कमरे के ताप पर \(5\%\) जल होता है और इसे कार्बोलिक अम्ल कहते हैंं।
12. ALDEHYDES KETONES AND CARBOXYLIC ACIDS (HM)
210946
निम्न में से सर्वाधिक अम्लीय है
1 \(ClC{H_2}COOH\)
2 \({C_6}{H_5}COOH\)
3 \(C{D_3}COOH\)
4 \(C{H_3}C{H_2}COOH\)
Explanation:
(a) कोई भी इलेक्ट्रॉन आकष्र्ाी प्रतिस्थापी (जिसमें\(-I-\)प्रभाव हो) ऋणात्मक आवेश को परिक्षेपित कर देता है जिससे एनायन स्थायी हो जाता है और अम्लीयता बढ़ जाती है। \(Cl\) एक इलेक्ट्रॉन आकर्षी समूह है।
12. ALDEHYDES KETONES AND CARBOXYLIC ACIDS (HM)
210947
निम्नलिखित में से कौन सर्वाधिक क्रियाशील हे
1 एथिल एसीटेट
2 एसीटिक एनहाइड्राइड
3 एसीटामाइड
4 एसीटिल क्लोराइड
Explanation:
(d)विभिन्न अभिक्रियाओं के प्रति अम्ल व्युत्पन्नों की क्रियाशीलता का घटता हुआ क्रम निम्न प्रकार से है, \(RCOCl > {(RCO)_2}O > RCOOR' > RCON{H_2}\) दूसरे शब्दों में जैसे-जैसे हटने वाले समूह की क्षारीयता बढ़ती है, क्रियाशीलता घटती है अर्थात \(C{l^ - } < RCO{O^ - } < R{O^ - } < NH_2^ - \)