09. COORDINATION COMPOUNDS (HM)
09. COORDINATION COMPOUNDS (HM)

209497 द्विक् लवण का उदाहरण है

1 विरंजक चूर्ण
2 हाइपो
3 \({K_4}[Fe{(CN)_6}]\)
4 पोटाश एलम
09. COORDINATION COMPOUNDS (HM)

209498 संकुल यौगिक में धातु लिगेण्ड बन्ध होता है

1 उपसहसंयोजी बन्ध
2 हाइड्रोजन बन्ध
3 आयनिक बन्ध
4 सहसंयोजक बन्ध
09. COORDINATION COMPOUNDS (HM)

209499 अमोनिया, क्षारीय विलयन में, कॉपर आयनों के साथ मिलकर \({[Cu{(N{H_3})_4}]^{2 + }}\) संकुल आयन बनाती है, लेकिन अम्लीय विलयन में नहीं। इसका क्या कारण है

1 अम्लीय विलयनों में, जलयोजन, कॉपर आयनों की रक्षा करता है।
2 अम्लीय विलयनों में, प्रोटॉन, अमोनिया अणुओं के साथ उपसहसंयोजित होकर \(NH_4^ + \) बनाते हैंं एवं \(N{H_3}\) अणु उपलब्ध नहीं होते
3 क्षारीय विलयनों में, अविलेय \(Cu{(OH)_2}\) अवक्षेपित हो जाता है जो किसी भी क्षार की अधिकता में, विलेय है
4 कॉपर हाइड्रॉक्साइड, एक उभयधर्मी पदार्थ है
09. COORDINATION COMPOUNDS (HM)

209500 जिग्लर नाटा उत्प्रेरक का उपयोग किस प्रकार की अभिक्रियाओं के लिए होता है

1 हाइड्रोजनीकरण
2 बहुलीकरण
3 ऑक्सीकरण
4 अपचयन
09. COORDINATION COMPOUNDS (HM)

209497 द्विक् लवण का उदाहरण है

1 विरंजक चूर्ण
2 हाइपो
3 \({K_4}[Fe{(CN)_6}]\)
4 पोटाश एलम
09. COORDINATION COMPOUNDS (HM)

209498 संकुल यौगिक में धातु लिगेण्ड बन्ध होता है

1 उपसहसंयोजी बन्ध
2 हाइड्रोजन बन्ध
3 आयनिक बन्ध
4 सहसंयोजक बन्ध
09. COORDINATION COMPOUNDS (HM)

209499 अमोनिया, क्षारीय विलयन में, कॉपर आयनों के साथ मिलकर \({[Cu{(N{H_3})_4}]^{2 + }}\) संकुल आयन बनाती है, लेकिन अम्लीय विलयन में नहीं। इसका क्या कारण है

1 अम्लीय विलयनों में, जलयोजन, कॉपर आयनों की रक्षा करता है।
2 अम्लीय विलयनों में, प्रोटॉन, अमोनिया अणुओं के साथ उपसहसंयोजित होकर \(NH_4^ + \) बनाते हैंं एवं \(N{H_3}\) अणु उपलब्ध नहीं होते
3 क्षारीय विलयनों में, अविलेय \(Cu{(OH)_2}\) अवक्षेपित हो जाता है जो किसी भी क्षार की अधिकता में, विलेय है
4 कॉपर हाइड्रॉक्साइड, एक उभयधर्मी पदार्थ है
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209500 जिग्लर नाटा उत्प्रेरक का उपयोग किस प्रकार की अभिक्रियाओं के लिए होता है

1 हाइड्रोजनीकरण
2 बहुलीकरण
3 ऑक्सीकरण
4 अपचयन
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209497 द्विक् लवण का उदाहरण है

1 विरंजक चूर्ण
2 हाइपो
3 \({K_4}[Fe{(CN)_6}]\)
4 पोटाश एलम
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209498 संकुल यौगिक में धातु लिगेण्ड बन्ध होता है

1 उपसहसंयोजी बन्ध
2 हाइड्रोजन बन्ध
3 आयनिक बन्ध
4 सहसंयोजक बन्ध
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209499 अमोनिया, क्षारीय विलयन में, कॉपर आयनों के साथ मिलकर \({[Cu{(N{H_3})_4}]^{2 + }}\) संकुल आयन बनाती है, लेकिन अम्लीय विलयन में नहीं। इसका क्या कारण है

1 अम्लीय विलयनों में, जलयोजन, कॉपर आयनों की रक्षा करता है।
2 अम्लीय विलयनों में, प्रोटॉन, अमोनिया अणुओं के साथ उपसहसंयोजित होकर \(NH_4^ + \) बनाते हैंं एवं \(N{H_3}\) अणु उपलब्ध नहीं होते
3 क्षारीय विलयनों में, अविलेय \(Cu{(OH)_2}\) अवक्षेपित हो जाता है जो किसी भी क्षार की अधिकता में, विलेय है
4 कॉपर हाइड्रॉक्साइड, एक उभयधर्मी पदार्थ है
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209500 जिग्लर नाटा उत्प्रेरक का उपयोग किस प्रकार की अभिक्रियाओं के लिए होता है

1 हाइड्रोजनीकरण
2 बहुलीकरण
3 ऑक्सीकरण
4 अपचयन
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209497 द्विक् लवण का उदाहरण है

1 विरंजक चूर्ण
2 हाइपो
3 \({K_4}[Fe{(CN)_6}]\)
4 पोटाश एलम
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209498 संकुल यौगिक में धातु लिगेण्ड बन्ध होता है

1 उपसहसंयोजी बन्ध
2 हाइड्रोजन बन्ध
3 आयनिक बन्ध
4 सहसंयोजक बन्ध
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209499 अमोनिया, क्षारीय विलयन में, कॉपर आयनों के साथ मिलकर \({[Cu{(N{H_3})_4}]^{2 + }}\) संकुल आयन बनाती है, लेकिन अम्लीय विलयन में नहीं। इसका क्या कारण है

1 अम्लीय विलयनों में, जलयोजन, कॉपर आयनों की रक्षा करता है।
2 अम्लीय विलयनों में, प्रोटॉन, अमोनिया अणुओं के साथ उपसहसंयोजित होकर \(NH_4^ + \) बनाते हैंं एवं \(N{H_3}\) अणु उपलब्ध नहीं होते
3 क्षारीय विलयनों में, अविलेय \(Cu{(OH)_2}\) अवक्षेपित हो जाता है जो किसी भी क्षार की अधिकता में, विलेय है
4 कॉपर हाइड्रॉक्साइड, एक उभयधर्मी पदार्थ है
09. COORDINATION COMPOUNDS (HM)

209500 जिग्लर नाटा उत्प्रेरक का उपयोग किस प्रकार की अभिक्रियाओं के लिए होता है

1 हाइड्रोजनीकरण
2 बहुलीकरण
3 ऑक्सीकरण
4 अपचयन