05. SURFACE CHEMISTRY (HM)
05. SURFACE CHEMISTRY (HM)

207078 हैबर विधि द्वारा \({H_2}\) और \({N_2}\) से अमोनिया का निर्माण करते हैं जिसमें \(Fe\) प्रयोग होता है। यह उदाहरण है

1 विषमांगी उत्प्रेरण
2 समांगी उत्प्रेरण
3 एन्जाइम उत्प्रेरण
4 अनउत्प्रेरकीय विधि
05. SURFACE CHEMISTRY (HM)

207079 गोल्ड संख्या है

1 यह मिलीग्राम में द्रव-स्नेही कोलॉइड की वह संख्या है जिसका कलिल घोल बनाया गया है और यह कलिल घोल जब \(10\, ml \) फैरिक हाइड्रॉक्साइड के कलिल घोल में मिलाया जाता है तो यह उसमें \(10\,\%\)  सोडियम क्लोराइड के  \(1\, ml \) को मिलाने पर कोलॉइड के स्कन्दन को रोक देता है
2 यह मिलीग्राम में द्रव-स्नेही कोलॉइड की वह मात्रा है जिसका कलिल घोल बनाया गया है और यह कलिल घोल जब \(10 \,ml\)  मानक गोल्ड सॉल के कलिल घोल में मिलाया जाता है तो यह उसमें \(10\,\% \)  \(NaCl\) के \(1 \,ml \) को मिलाने पर उसके स्कन्दन को रोक देता है
3 यह मिलीग्राम में सोने के लवण की वह मात्रा है जिसे द्रव-स्नेही (लायोफिलिक) कोलॉइड में मिलाने से वह स्कन्दित हो जाता है।
4 यह मिलीग्राम में किसी विद्युत-अपघट्य की वह मात्रा जो कोलॉइड का स्कन्दन कर सके
05. SURFACE CHEMISTRY (HM)

207080 निम्नलिखित में से कौनसा कथन लायोफोबिक सॉल (द्रव-विरोधी सॉल) के लिये गलत है

1 परिक्षेपित प्रावस्था (Dispersed phase) सामान्यत: कार्बनिक पदार्थ में होती है
2 विद्युत-अपघट्य को कम मात्रा में मिलाकर इसे सरलता से स्कन्दित किया जा सकता है
3 परिक्षेपित प्रावस्था कण बहुत कम हाइड्रेटेड है और कोलॉइडी कणों पर आवेश के कारण कोलॉइड स्थिर (Stable) होते हैं
4 प्रकृति में उत्क्रमणीय होने के कारण स्कन्दन के बाद वे आसानी से कोलॉइडी रूप में आ जाते हैं
05. SURFACE CHEMISTRY (HM)

207081 एक द्रव-विरोधी सॉल के लिए निम्न कथनों में से कौन-सा कथन सत्य नहीं है

1 इन्हें आसानी से विलायकित किया जा सकता है
2 इस पर आवेश होता है
3 इस सॉल का स्कन्दन अनुत्क्रमणीय होता है
4 एक विलायक में यह कम स्थाई होता है
05. SURFACE CHEMISTRY (HM)

207078 हैबर विधि द्वारा \({H_2}\) और \({N_2}\) से अमोनिया का निर्माण करते हैं जिसमें \(Fe\) प्रयोग होता है। यह उदाहरण है

1 विषमांगी उत्प्रेरण
2 समांगी उत्प्रेरण
3 एन्जाइम उत्प्रेरण
4 अनउत्प्रेरकीय विधि
05. SURFACE CHEMISTRY (HM)

207079 गोल्ड संख्या है

1 यह मिलीग्राम में द्रव-स्नेही कोलॉइड की वह संख्या है जिसका कलिल घोल बनाया गया है और यह कलिल घोल जब \(10\, ml \) फैरिक हाइड्रॉक्साइड के कलिल घोल में मिलाया जाता है तो यह उसमें \(10\,\%\)  सोडियम क्लोराइड के  \(1\, ml \) को मिलाने पर कोलॉइड के स्कन्दन को रोक देता है
2 यह मिलीग्राम में द्रव-स्नेही कोलॉइड की वह मात्रा है जिसका कलिल घोल बनाया गया है और यह कलिल घोल जब \(10 \,ml\)  मानक गोल्ड सॉल के कलिल घोल में मिलाया जाता है तो यह उसमें \(10\,\% \)  \(NaCl\) के \(1 \,ml \) को मिलाने पर उसके स्कन्दन को रोक देता है
3 यह मिलीग्राम में सोने के लवण की वह मात्रा है जिसे द्रव-स्नेही (लायोफिलिक) कोलॉइड में मिलाने से वह स्कन्दित हो जाता है।
4 यह मिलीग्राम में किसी विद्युत-अपघट्य की वह मात्रा जो कोलॉइड का स्कन्दन कर सके
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207080 निम्नलिखित में से कौनसा कथन लायोफोबिक सॉल (द्रव-विरोधी सॉल) के लिये गलत है

1 परिक्षेपित प्रावस्था (Dispersed phase) सामान्यत: कार्बनिक पदार्थ में होती है
2 विद्युत-अपघट्य को कम मात्रा में मिलाकर इसे सरलता से स्कन्दित किया जा सकता है
3 परिक्षेपित प्रावस्था कण बहुत कम हाइड्रेटेड है और कोलॉइडी कणों पर आवेश के कारण कोलॉइड स्थिर (Stable) होते हैं
4 प्रकृति में उत्क्रमणीय होने के कारण स्कन्दन के बाद वे आसानी से कोलॉइडी रूप में आ जाते हैं
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207081 एक द्रव-विरोधी सॉल के लिए निम्न कथनों में से कौन-सा कथन सत्य नहीं है

1 इन्हें आसानी से विलायकित किया जा सकता है
2 इस पर आवेश होता है
3 इस सॉल का स्कन्दन अनुत्क्रमणीय होता है
4 एक विलायक में यह कम स्थाई होता है
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207078 हैबर विधि द्वारा \({H_2}\) और \({N_2}\) से अमोनिया का निर्माण करते हैं जिसमें \(Fe\) प्रयोग होता है। यह उदाहरण है

1 विषमांगी उत्प्रेरण
2 समांगी उत्प्रेरण
3 एन्जाइम उत्प्रेरण
4 अनउत्प्रेरकीय विधि
05. SURFACE CHEMISTRY (HM)

207079 गोल्ड संख्या है

1 यह मिलीग्राम में द्रव-स्नेही कोलॉइड की वह संख्या है जिसका कलिल घोल बनाया गया है और यह कलिल घोल जब \(10\, ml \) फैरिक हाइड्रॉक्साइड के कलिल घोल में मिलाया जाता है तो यह उसमें \(10\,\%\)  सोडियम क्लोराइड के  \(1\, ml \) को मिलाने पर कोलॉइड के स्कन्दन को रोक देता है
2 यह मिलीग्राम में द्रव-स्नेही कोलॉइड की वह मात्रा है जिसका कलिल घोल बनाया गया है और यह कलिल घोल जब \(10 \,ml\)  मानक गोल्ड सॉल के कलिल घोल में मिलाया जाता है तो यह उसमें \(10\,\% \)  \(NaCl\) के \(1 \,ml \) को मिलाने पर उसके स्कन्दन को रोक देता है
3 यह मिलीग्राम में सोने के लवण की वह मात्रा है जिसे द्रव-स्नेही (लायोफिलिक) कोलॉइड में मिलाने से वह स्कन्दित हो जाता है।
4 यह मिलीग्राम में किसी विद्युत-अपघट्य की वह मात्रा जो कोलॉइड का स्कन्दन कर सके
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207080 निम्नलिखित में से कौनसा कथन लायोफोबिक सॉल (द्रव-विरोधी सॉल) के लिये गलत है

1 परिक्षेपित प्रावस्था (Dispersed phase) सामान्यत: कार्बनिक पदार्थ में होती है
2 विद्युत-अपघट्य को कम मात्रा में मिलाकर इसे सरलता से स्कन्दित किया जा सकता है
3 परिक्षेपित प्रावस्था कण बहुत कम हाइड्रेटेड है और कोलॉइडी कणों पर आवेश के कारण कोलॉइड स्थिर (Stable) होते हैं
4 प्रकृति में उत्क्रमणीय होने के कारण स्कन्दन के बाद वे आसानी से कोलॉइडी रूप में आ जाते हैं
05. SURFACE CHEMISTRY (HM)

207081 एक द्रव-विरोधी सॉल के लिए निम्न कथनों में से कौन-सा कथन सत्य नहीं है

1 इन्हें आसानी से विलायकित किया जा सकता है
2 इस पर आवेश होता है
3 इस सॉल का स्कन्दन अनुत्क्रमणीय होता है
4 एक विलायक में यह कम स्थाई होता है
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207078 हैबर विधि द्वारा \({H_2}\) और \({N_2}\) से अमोनिया का निर्माण करते हैं जिसमें \(Fe\) प्रयोग होता है। यह उदाहरण है

1 विषमांगी उत्प्रेरण
2 समांगी उत्प्रेरण
3 एन्जाइम उत्प्रेरण
4 अनउत्प्रेरकीय विधि
05. SURFACE CHEMISTRY (HM)

207079 गोल्ड संख्या है

1 यह मिलीग्राम में द्रव-स्नेही कोलॉइड की वह संख्या है जिसका कलिल घोल बनाया गया है और यह कलिल घोल जब \(10\, ml \) फैरिक हाइड्रॉक्साइड के कलिल घोल में मिलाया जाता है तो यह उसमें \(10\,\%\)  सोडियम क्लोराइड के  \(1\, ml \) को मिलाने पर कोलॉइड के स्कन्दन को रोक देता है
2 यह मिलीग्राम में द्रव-स्नेही कोलॉइड की वह मात्रा है जिसका कलिल घोल बनाया गया है और यह कलिल घोल जब \(10 \,ml\)  मानक गोल्ड सॉल के कलिल घोल में मिलाया जाता है तो यह उसमें \(10\,\% \)  \(NaCl\) के \(1 \,ml \) को मिलाने पर उसके स्कन्दन को रोक देता है
3 यह मिलीग्राम में सोने के लवण की वह मात्रा है जिसे द्रव-स्नेही (लायोफिलिक) कोलॉइड में मिलाने से वह स्कन्दित हो जाता है।
4 यह मिलीग्राम में किसी विद्युत-अपघट्य की वह मात्रा जो कोलॉइड का स्कन्दन कर सके
05. SURFACE CHEMISTRY (HM)

207080 निम्नलिखित में से कौनसा कथन लायोफोबिक सॉल (द्रव-विरोधी सॉल) के लिये गलत है

1 परिक्षेपित प्रावस्था (Dispersed phase) सामान्यत: कार्बनिक पदार्थ में होती है
2 विद्युत-अपघट्य को कम मात्रा में मिलाकर इसे सरलता से स्कन्दित किया जा सकता है
3 परिक्षेपित प्रावस्था कण बहुत कम हाइड्रेटेड है और कोलॉइडी कणों पर आवेश के कारण कोलॉइड स्थिर (Stable) होते हैं
4 प्रकृति में उत्क्रमणीय होने के कारण स्कन्दन के बाद वे आसानी से कोलॉइडी रूप में आ जाते हैं
05. SURFACE CHEMISTRY (HM)

207081 एक द्रव-विरोधी सॉल के लिए निम्न कथनों में से कौन-सा कथन सत्य नहीं है

1 इन्हें आसानी से विलायकित किया जा सकता है
2 इस पर आवेश होता है
3 इस सॉल का स्कन्दन अनुत्क्रमणीय होता है
4 एक विलायक में यह कम स्थाई होता है