206136
यह देखा गया है कि गैसीय हाइड्रोजन क्लोराइड विद्युत का बहुत दुर्बल सुचालक है लेकिन हाइड्रोजन क्लोराइड का जलीय विलयन विद्युत का अच्छा सुचालक है। इसका सही कारण है
1 जल विद्युत का अच्छा सुचालक है
2 हाइड्रोजन क्लोराइड गैस जलीय विलयन में आयनित हो जाती है
3 एक गैस विद्युत की कुचालक है लेकिन एक द्रव विद्युत का सुचालक है
4 एक गैस ओम के नियम का पालन नहीं करती जबकि विलयन करता है
Explanation:
\(HCl \stackrel{ H _2 O }{\longrightarrow} \underset{( aq )}{ H ^{+}}+\underset{( aq )}{ Cl ^{-}}\)
03. ELECTROCHEMISTRY (HM)
206137
विद्युत-अपघट्य चालन तथा धात्विक चालन के मध्य विभेद होता है क्योंकि वैद्युत-अपघट्य चालन में
1 ताप वृद्धि के साथ-साथ प्रतिरोध बढ़ता है
2 ताप वृद्धि के साथ-साथ प्रतिरोध घटता है
3 धारा प्रवाह से ऊष्मा उत्पन्न नहीं होती है
4 प्रतिरोध चालक की लम्बाई से मुक्त होता है
Explanation:
विद्युत अपघटन चालकता प्रतिरोध, ताप में वृद्धि के साथ घटता है।
03. ELECTROCHEMISTRY (HM)
206138
वैद्युत-अपघट्य चालक सीधा मापक है
1 प्रतिरोध
2 विभव
3 सान्द्रण
4 वियोजन
Explanation:
क्योंकि चालकता बढ़ती है जबकि वियोजन अधिक हो।
03. ELECTROCHEMISTRY (HM)
206139
प्रबल वै़द्युत-अपघट्य की चालकता
1 तनुता के साथ बढ़ती है
2 तनुता के साथ परिवर्तित नहीं होती है
3 तनुता के साथ घटती है
4 घनत्व पर निर्भर करती है
Explanation:
प्रबल विद्युत अपघट्य सभी तनुताओं पर पूर्ण आयनित होते हैं और आयनों की संख्या तनुता पर नहीं बढ़ती। तनुता के साथ \({ \wedge _m}\) आयतन में सूक्ष्म वृद्धि तनुता पर आयनों के बीच स्थिर वैद्युत आकर्षण में दुर्बलता के कारण होती है।
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03. ELECTROCHEMISTRY (HM)
206136
यह देखा गया है कि गैसीय हाइड्रोजन क्लोराइड विद्युत का बहुत दुर्बल सुचालक है लेकिन हाइड्रोजन क्लोराइड का जलीय विलयन विद्युत का अच्छा सुचालक है। इसका सही कारण है
1 जल विद्युत का अच्छा सुचालक है
2 हाइड्रोजन क्लोराइड गैस जलीय विलयन में आयनित हो जाती है
3 एक गैस विद्युत की कुचालक है लेकिन एक द्रव विद्युत का सुचालक है
4 एक गैस ओम के नियम का पालन नहीं करती जबकि विलयन करता है
Explanation:
\(HCl \stackrel{ H _2 O }{\longrightarrow} \underset{( aq )}{ H ^{+}}+\underset{( aq )}{ Cl ^{-}}\)
03. ELECTROCHEMISTRY (HM)
206137
विद्युत-अपघट्य चालन तथा धात्विक चालन के मध्य विभेद होता है क्योंकि वैद्युत-अपघट्य चालन में
1 ताप वृद्धि के साथ-साथ प्रतिरोध बढ़ता है
2 ताप वृद्धि के साथ-साथ प्रतिरोध घटता है
3 धारा प्रवाह से ऊष्मा उत्पन्न नहीं होती है
4 प्रतिरोध चालक की लम्बाई से मुक्त होता है
Explanation:
विद्युत अपघटन चालकता प्रतिरोध, ताप में वृद्धि के साथ घटता है।
03. ELECTROCHEMISTRY (HM)
206138
वैद्युत-अपघट्य चालक सीधा मापक है
1 प्रतिरोध
2 विभव
3 सान्द्रण
4 वियोजन
Explanation:
क्योंकि चालकता बढ़ती है जबकि वियोजन अधिक हो।
03. ELECTROCHEMISTRY (HM)
206139
प्रबल वै़द्युत-अपघट्य की चालकता
1 तनुता के साथ बढ़ती है
2 तनुता के साथ परिवर्तित नहीं होती है
3 तनुता के साथ घटती है
4 घनत्व पर निर्भर करती है
Explanation:
प्रबल विद्युत अपघट्य सभी तनुताओं पर पूर्ण आयनित होते हैं और आयनों की संख्या तनुता पर नहीं बढ़ती। तनुता के साथ \({ \wedge _m}\) आयतन में सूक्ष्म वृद्धि तनुता पर आयनों के बीच स्थिर वैद्युत आकर्षण में दुर्बलता के कारण होती है।
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यह देखा गया है कि गैसीय हाइड्रोजन क्लोराइड विद्युत का बहुत दुर्बल सुचालक है लेकिन हाइड्रोजन क्लोराइड का जलीय विलयन विद्युत का अच्छा सुचालक है। इसका सही कारण है
1 जल विद्युत का अच्छा सुचालक है
2 हाइड्रोजन क्लोराइड गैस जलीय विलयन में आयनित हो जाती है
3 एक गैस विद्युत की कुचालक है लेकिन एक द्रव विद्युत का सुचालक है
4 एक गैस ओम के नियम का पालन नहीं करती जबकि विलयन करता है
Explanation:
\(HCl \stackrel{ H _2 O }{\longrightarrow} \underset{( aq )}{ H ^{+}}+\underset{( aq )}{ Cl ^{-}}\)
03. ELECTROCHEMISTRY (HM)
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विद्युत-अपघट्य चालन तथा धात्विक चालन के मध्य विभेद होता है क्योंकि वैद्युत-अपघट्य चालन में
1 ताप वृद्धि के साथ-साथ प्रतिरोध बढ़ता है
2 ताप वृद्धि के साथ-साथ प्रतिरोध घटता है
3 धारा प्रवाह से ऊष्मा उत्पन्न नहीं होती है
4 प्रतिरोध चालक की लम्बाई से मुक्त होता है
Explanation:
विद्युत अपघटन चालकता प्रतिरोध, ताप में वृद्धि के साथ घटता है।
03. ELECTROCHEMISTRY (HM)
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वैद्युत-अपघट्य चालक सीधा मापक है
1 प्रतिरोध
2 विभव
3 सान्द्रण
4 वियोजन
Explanation:
क्योंकि चालकता बढ़ती है जबकि वियोजन अधिक हो।
03. ELECTROCHEMISTRY (HM)
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प्रबल वै़द्युत-अपघट्य की चालकता
1 तनुता के साथ बढ़ती है
2 तनुता के साथ परिवर्तित नहीं होती है
3 तनुता के साथ घटती है
4 घनत्व पर निर्भर करती है
Explanation:
प्रबल विद्युत अपघट्य सभी तनुताओं पर पूर्ण आयनित होते हैं और आयनों की संख्या तनुता पर नहीं बढ़ती। तनुता के साथ \({ \wedge _m}\) आयतन में सूक्ष्म वृद्धि तनुता पर आयनों के बीच स्थिर वैद्युत आकर्षण में दुर्बलता के कारण होती है।
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यह देखा गया है कि गैसीय हाइड्रोजन क्लोराइड विद्युत का बहुत दुर्बल सुचालक है लेकिन हाइड्रोजन क्लोराइड का जलीय विलयन विद्युत का अच्छा सुचालक है। इसका सही कारण है
1 जल विद्युत का अच्छा सुचालक है
2 हाइड्रोजन क्लोराइड गैस जलीय विलयन में आयनित हो जाती है
3 एक गैस विद्युत की कुचालक है लेकिन एक द्रव विद्युत का सुचालक है
4 एक गैस ओम के नियम का पालन नहीं करती जबकि विलयन करता है
Explanation:
\(HCl \stackrel{ H _2 O }{\longrightarrow} \underset{( aq )}{ H ^{+}}+\underset{( aq )}{ Cl ^{-}}\)
03. ELECTROCHEMISTRY (HM)
206137
विद्युत-अपघट्य चालन तथा धात्विक चालन के मध्य विभेद होता है क्योंकि वैद्युत-अपघट्य चालन में
1 ताप वृद्धि के साथ-साथ प्रतिरोध बढ़ता है
2 ताप वृद्धि के साथ-साथ प्रतिरोध घटता है
3 धारा प्रवाह से ऊष्मा उत्पन्न नहीं होती है
4 प्रतिरोध चालक की लम्बाई से मुक्त होता है
Explanation:
विद्युत अपघटन चालकता प्रतिरोध, ताप में वृद्धि के साथ घटता है।
03. ELECTROCHEMISTRY (HM)
206138
वैद्युत-अपघट्य चालक सीधा मापक है
1 प्रतिरोध
2 विभव
3 सान्द्रण
4 वियोजन
Explanation:
क्योंकि चालकता बढ़ती है जबकि वियोजन अधिक हो।
03. ELECTROCHEMISTRY (HM)
206139
प्रबल वै़द्युत-अपघट्य की चालकता
1 तनुता के साथ बढ़ती है
2 तनुता के साथ परिवर्तित नहीं होती है
3 तनुता के साथ घटती है
4 घनत्व पर निर्भर करती है
Explanation:
प्रबल विद्युत अपघट्य सभी तनुताओं पर पूर्ण आयनित होते हैं और आयनों की संख्या तनुता पर नहीं बढ़ती। तनुता के साथ \({ \wedge _m}\) आयतन में सूक्ष्म वृद्धि तनुता पर आयनों के बीच स्थिर वैद्युत आकर्षण में दुर्बलता के कारण होती है।