204219
कण का विस्थापन, समय के फलन के रुप में चित्र में प्रदर्शित है। चित्र से ज्ञात होता है कि
1 कण एक निश्चित वेग से गति प्रारम्भ करता है परन्तु गति अवमन्दित है तथा अन्त में कण रुक जाता है
2 पूरे समय तक कण का वेग अचर बना रहता है
3 पूरे समय तक कण का त्वरण अचर बना रहता है
4 कण एक निश्चित वेग से गति प्रारम्भ करता है, फिर कण की गति त्वरित होती है, तथा अन्त में कण एक अन्य निश्चित वेग से गतिशील हो जाता है
Explanation:
(a)विस्थापन-समय ग्राफ का ढाल यहां पर घट रहा है अर्थात् वेग घट रहा है। अत: गति अवमंदित हो रही है तथा अंत में ढाल शून्य है अर्थात् कण विराम अवस्था में आ जाता है।
03. MOTION IN A STRAIGHT LINE (HM)
204080
किसी \(200\) मीटर ऊँची मीनार की चोटी से एक पत्थर को ऊध्र्वाधर ऊपर की ओर \(20\) मीटर/सैकण्ड की चाल से प्रक्षेपित किया जाता है। पृथ्वी से टकराते समय इसकी चाल होगी (लगभग).........\(m/sec\)
1 \(60\)
2 \(65\)
3 \(70 \)
4 \(75 \)
Explanation:
(b) ऊध्र्वाधर ऊपर की ओर पत्थर की चाल \(20\;m/s\) है इसलिये नीचे की ओर पत्थर की चाल \(u = - 20\;m/s\) \({v^2} = {u^2} + 2gh = {( - 20)^2} + 2 \times 9.8 \times 200 = 4320\;m/s\) \(v\simeq 65\,m/s\)
03. MOTION IN A STRAIGHT LINE (HM)
204081
विरामावस्था से गिरने वाली वस्तु का \(h\) ऊँचाई से गिरने पर वेग \(v\) हो जाता है, तो कितनी ऊँचाई गिरने के पश्चात् इसका वेग \(2v\) हो जाएगाई
1 \(2h\)
2 \(4h\)
3 \(6h\)
4 \(8h\)
Explanation:
(b) माना बिन्दु \(A\) पर वस्तु का प्रांरभिक वेग शून्य है \(AB\) दूरी के लिये \({v^2} = 0 + 2gh\)…(i) \(AC\) दूरी के लिये \({(2v)^2} = 0 + 2gx\) \(4{v^2} = 2gx\)…(ii) समीकरण (i) व (ii) को हल करने पर \(x = 4h\)
03. MOTION IN A STRAIGHT LINE (HM)
204082
\(9.8\) मीटर लंबाई तथा \({30^o}\)झुकाव कोण वाले चिकने नत समतल के शीर्ष से लकड़ी के गुटके को नीचे तक आने में कितना..........\(sec\) समय लगेगा (जबकि गुटका प्रारंभ में विरामावस्था में था)
1 \(0.5\)
2 \(2\)
3 \(4\)
4 \(1\)
Explanation:
(b) किसी तल में एक विमीय गति के लिये, \(S = ut + \frac{1}{2}a{t^2}\)\( \Rightarrow 9.8 = O + \frac{1}{2}\)\((g\sin {30^o}){t^2}\) $⇒$ \( t = 2\sec \)
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03. MOTION IN A STRAIGHT LINE (HM)
204219
कण का विस्थापन, समय के फलन के रुप में चित्र में प्रदर्शित है। चित्र से ज्ञात होता है कि
1 कण एक निश्चित वेग से गति प्रारम्भ करता है परन्तु गति अवमन्दित है तथा अन्त में कण रुक जाता है
2 पूरे समय तक कण का वेग अचर बना रहता है
3 पूरे समय तक कण का त्वरण अचर बना रहता है
4 कण एक निश्चित वेग से गति प्रारम्भ करता है, फिर कण की गति त्वरित होती है, तथा अन्त में कण एक अन्य निश्चित वेग से गतिशील हो जाता है
Explanation:
(a)विस्थापन-समय ग्राफ का ढाल यहां पर घट रहा है अर्थात् वेग घट रहा है। अत: गति अवमंदित हो रही है तथा अंत में ढाल शून्य है अर्थात् कण विराम अवस्था में आ जाता है।
03. MOTION IN A STRAIGHT LINE (HM)
204080
किसी \(200\) मीटर ऊँची मीनार की चोटी से एक पत्थर को ऊध्र्वाधर ऊपर की ओर \(20\) मीटर/सैकण्ड की चाल से प्रक्षेपित किया जाता है। पृथ्वी से टकराते समय इसकी चाल होगी (लगभग).........\(m/sec\)
1 \(60\)
2 \(65\)
3 \(70 \)
4 \(75 \)
Explanation:
(b) ऊध्र्वाधर ऊपर की ओर पत्थर की चाल \(20\;m/s\) है इसलिये नीचे की ओर पत्थर की चाल \(u = - 20\;m/s\) \({v^2} = {u^2} + 2gh = {( - 20)^2} + 2 \times 9.8 \times 200 = 4320\;m/s\) \(v\simeq 65\,m/s\)
03. MOTION IN A STRAIGHT LINE (HM)
204081
विरामावस्था से गिरने वाली वस्तु का \(h\) ऊँचाई से गिरने पर वेग \(v\) हो जाता है, तो कितनी ऊँचाई गिरने के पश्चात् इसका वेग \(2v\) हो जाएगाई
1 \(2h\)
2 \(4h\)
3 \(6h\)
4 \(8h\)
Explanation:
(b) माना बिन्दु \(A\) पर वस्तु का प्रांरभिक वेग शून्य है \(AB\) दूरी के लिये \({v^2} = 0 + 2gh\)…(i) \(AC\) दूरी के लिये \({(2v)^2} = 0 + 2gx\) \(4{v^2} = 2gx\)…(ii) समीकरण (i) व (ii) को हल करने पर \(x = 4h\)
03. MOTION IN A STRAIGHT LINE (HM)
204082
\(9.8\) मीटर लंबाई तथा \({30^o}\)झुकाव कोण वाले चिकने नत समतल के शीर्ष से लकड़ी के गुटके को नीचे तक आने में कितना..........\(sec\) समय लगेगा (जबकि गुटका प्रारंभ में विरामावस्था में था)
1 \(0.5\)
2 \(2\)
3 \(4\)
4 \(1\)
Explanation:
(b) किसी तल में एक विमीय गति के लिये, \(S = ut + \frac{1}{2}a{t^2}\)\( \Rightarrow 9.8 = O + \frac{1}{2}\)\((g\sin {30^o}){t^2}\) $⇒$ \( t = 2\sec \)
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कण का विस्थापन, समय के फलन के रुप में चित्र में प्रदर्शित है। चित्र से ज्ञात होता है कि
1 कण एक निश्चित वेग से गति प्रारम्भ करता है परन्तु गति अवमन्दित है तथा अन्त में कण रुक जाता है
2 पूरे समय तक कण का वेग अचर बना रहता है
3 पूरे समय तक कण का त्वरण अचर बना रहता है
4 कण एक निश्चित वेग से गति प्रारम्भ करता है, फिर कण की गति त्वरित होती है, तथा अन्त में कण एक अन्य निश्चित वेग से गतिशील हो जाता है
Explanation:
(a)विस्थापन-समय ग्राफ का ढाल यहां पर घट रहा है अर्थात् वेग घट रहा है। अत: गति अवमंदित हो रही है तथा अंत में ढाल शून्य है अर्थात् कण विराम अवस्था में आ जाता है।
03. MOTION IN A STRAIGHT LINE (HM)
204080
किसी \(200\) मीटर ऊँची मीनार की चोटी से एक पत्थर को ऊध्र्वाधर ऊपर की ओर \(20\) मीटर/सैकण्ड की चाल से प्रक्षेपित किया जाता है। पृथ्वी से टकराते समय इसकी चाल होगी (लगभग).........\(m/sec\)
1 \(60\)
2 \(65\)
3 \(70 \)
4 \(75 \)
Explanation:
(b) ऊध्र्वाधर ऊपर की ओर पत्थर की चाल \(20\;m/s\) है इसलिये नीचे की ओर पत्थर की चाल \(u = - 20\;m/s\) \({v^2} = {u^2} + 2gh = {( - 20)^2} + 2 \times 9.8 \times 200 = 4320\;m/s\) \(v\simeq 65\,m/s\)
03. MOTION IN A STRAIGHT LINE (HM)
204081
विरामावस्था से गिरने वाली वस्तु का \(h\) ऊँचाई से गिरने पर वेग \(v\) हो जाता है, तो कितनी ऊँचाई गिरने के पश्चात् इसका वेग \(2v\) हो जाएगाई
1 \(2h\)
2 \(4h\)
3 \(6h\)
4 \(8h\)
Explanation:
(b) माना बिन्दु \(A\) पर वस्तु का प्रांरभिक वेग शून्य है \(AB\) दूरी के लिये \({v^2} = 0 + 2gh\)…(i) \(AC\) दूरी के लिये \({(2v)^2} = 0 + 2gx\) \(4{v^2} = 2gx\)…(ii) समीकरण (i) व (ii) को हल करने पर \(x = 4h\)
03. MOTION IN A STRAIGHT LINE (HM)
204082
\(9.8\) मीटर लंबाई तथा \({30^o}\)झुकाव कोण वाले चिकने नत समतल के शीर्ष से लकड़ी के गुटके को नीचे तक आने में कितना..........\(sec\) समय लगेगा (जबकि गुटका प्रारंभ में विरामावस्था में था)
1 \(0.5\)
2 \(2\)
3 \(4\)
4 \(1\)
Explanation:
(b) किसी तल में एक विमीय गति के लिये, \(S = ut + \frac{1}{2}a{t^2}\)\( \Rightarrow 9.8 = O + \frac{1}{2}\)\((g\sin {30^o}){t^2}\) $⇒$ \( t = 2\sec \)
204219
कण का विस्थापन, समय के फलन के रुप में चित्र में प्रदर्शित है। चित्र से ज्ञात होता है कि
1 कण एक निश्चित वेग से गति प्रारम्भ करता है परन्तु गति अवमन्दित है तथा अन्त में कण रुक जाता है
2 पूरे समय तक कण का वेग अचर बना रहता है
3 पूरे समय तक कण का त्वरण अचर बना रहता है
4 कण एक निश्चित वेग से गति प्रारम्भ करता है, फिर कण की गति त्वरित होती है, तथा अन्त में कण एक अन्य निश्चित वेग से गतिशील हो जाता है
Explanation:
(a)विस्थापन-समय ग्राफ का ढाल यहां पर घट रहा है अर्थात् वेग घट रहा है। अत: गति अवमंदित हो रही है तथा अंत में ढाल शून्य है अर्थात् कण विराम अवस्था में आ जाता है।
03. MOTION IN A STRAIGHT LINE (HM)
204080
किसी \(200\) मीटर ऊँची मीनार की चोटी से एक पत्थर को ऊध्र्वाधर ऊपर की ओर \(20\) मीटर/सैकण्ड की चाल से प्रक्षेपित किया जाता है। पृथ्वी से टकराते समय इसकी चाल होगी (लगभग).........\(m/sec\)
1 \(60\)
2 \(65\)
3 \(70 \)
4 \(75 \)
Explanation:
(b) ऊध्र्वाधर ऊपर की ओर पत्थर की चाल \(20\;m/s\) है इसलिये नीचे की ओर पत्थर की चाल \(u = - 20\;m/s\) \({v^2} = {u^2} + 2gh = {( - 20)^2} + 2 \times 9.8 \times 200 = 4320\;m/s\) \(v\simeq 65\,m/s\)
03. MOTION IN A STRAIGHT LINE (HM)
204081
विरामावस्था से गिरने वाली वस्तु का \(h\) ऊँचाई से गिरने पर वेग \(v\) हो जाता है, तो कितनी ऊँचाई गिरने के पश्चात् इसका वेग \(2v\) हो जाएगाई
1 \(2h\)
2 \(4h\)
3 \(6h\)
4 \(8h\)
Explanation:
(b) माना बिन्दु \(A\) पर वस्तु का प्रांरभिक वेग शून्य है \(AB\) दूरी के लिये \({v^2} = 0 + 2gh\)…(i) \(AC\) दूरी के लिये \({(2v)^2} = 0 + 2gx\) \(4{v^2} = 2gx\)…(ii) समीकरण (i) व (ii) को हल करने पर \(x = 4h\)
03. MOTION IN A STRAIGHT LINE (HM)
204082
\(9.8\) मीटर लंबाई तथा \({30^o}\)झुकाव कोण वाले चिकने नत समतल के शीर्ष से लकड़ी के गुटके को नीचे तक आने में कितना..........\(sec\) समय लगेगा (जबकि गुटका प्रारंभ में विरामावस्था में था)
1 \(0.5\)
2 \(2\)
3 \(4\)
4 \(1\)
Explanation:
(b) किसी तल में एक विमीय गति के लिये, \(S = ut + \frac{1}{2}a{t^2}\)\( \Rightarrow 9.8 = O + \frac{1}{2}\)\((g\sin {30^o}){t^2}\) $⇒$ \( t = 2\sec \)