203235
एक मोटर-साइकिल चालक जब मुड़ता है, तो अपने वेग को दोगुना कर लेता है। तब उस पर बाहर की ओर लगने वाला बल हो जायेगा
1 दोगुना
2 आधा
3 \(4\) गुना
4 \(\frac{1}{4}\) गुना
Explanation:
(c) \(F = \frac{{m{v^2}}}{r}\) $⇒$ \(F \propto {v^2}\) अर्थात् बल चार गुना हो जायेगा।
05. LAWS OF MOTION (HM)
203197
\(m\) द्रव्यमान का एक पत्थर \(l\) लम्बाई के धागे से बाँधकर नियत चाल \(v\) से वृत्तीय पथ पर घुमाया जाता है यदि डोरी को छोड़ दें, तो पत्थर की गति होगी
1 त्रिज्यीय बाहर की ओर
2 त्रिज्यीय भीतर की ओर
3 स्पर्शरेखीय बाहर की ओर
4 त्वरण \(\frac{{m{v^2}}}{l}\)से
Explanation:
पत्थर अपने जड़त्व के कारण तात्क्षणिक वेग की दिशा में चला जायेगा।
05. LAWS OF MOTION (HM)
203198
समान द्रव्यमान के दो कण क्रमश:\({r_1}\) तथा \({r_2}\) त्रिज्याओं के वृत्ताकार पथों पर घूम रहे हैं। उनकी चालें समान हैं, उनके अभिकेन्द्रीय बलों का अनुपात होगा
\(F = \frac{{m{v^2}}}{r},\) यदि \(m\) तथा \(v\) नियतांक हैं तो \(F \propto \frac{1}{r}\) \(\frac{{{F_1}}}{{{F_2}}} = \left( {\frac{{{r_2}}}{{{r_1}}}} \right)\)
05. LAWS OF MOTION (HM)
203248
किसी पिण्ड का जडत्व वह गुण होता है, जिसके कारण वस्तु
1 अपनी विरामावस्था में परिवर्तन का विरोध करती है
2 अपनी गत्यावस्था में परिवर्तन का विरोध करती है
3 गति की दिशा में परिवर्तन का विरोध करती है
4 विरामावस्था तथा एकसमान रेखीय गति दोनों का विरोध करती है
Explanation:
(d) Inertia means resistance to change. It is the property of the body by virtue of which it cannot change by itself its state of rest or of uniform motion.
203235
एक मोटर-साइकिल चालक जब मुड़ता है, तो अपने वेग को दोगुना कर लेता है। तब उस पर बाहर की ओर लगने वाला बल हो जायेगा
1 दोगुना
2 आधा
3 \(4\) गुना
4 \(\frac{1}{4}\) गुना
Explanation:
(c) \(F = \frac{{m{v^2}}}{r}\) $⇒$ \(F \propto {v^2}\) अर्थात् बल चार गुना हो जायेगा।
05. LAWS OF MOTION (HM)
203197
\(m\) द्रव्यमान का एक पत्थर \(l\) लम्बाई के धागे से बाँधकर नियत चाल \(v\) से वृत्तीय पथ पर घुमाया जाता है यदि डोरी को छोड़ दें, तो पत्थर की गति होगी
1 त्रिज्यीय बाहर की ओर
2 त्रिज्यीय भीतर की ओर
3 स्पर्शरेखीय बाहर की ओर
4 त्वरण \(\frac{{m{v^2}}}{l}\)से
Explanation:
पत्थर अपने जड़त्व के कारण तात्क्षणिक वेग की दिशा में चला जायेगा।
05. LAWS OF MOTION (HM)
203198
समान द्रव्यमान के दो कण क्रमश:\({r_1}\) तथा \({r_2}\) त्रिज्याओं के वृत्ताकार पथों पर घूम रहे हैं। उनकी चालें समान हैं, उनके अभिकेन्द्रीय बलों का अनुपात होगा
\(F = \frac{{m{v^2}}}{r},\) यदि \(m\) तथा \(v\) नियतांक हैं तो \(F \propto \frac{1}{r}\) \(\frac{{{F_1}}}{{{F_2}}} = \left( {\frac{{{r_2}}}{{{r_1}}}} \right)\)
05. LAWS OF MOTION (HM)
203248
किसी पिण्ड का जडत्व वह गुण होता है, जिसके कारण वस्तु
1 अपनी विरामावस्था में परिवर्तन का विरोध करती है
2 अपनी गत्यावस्था में परिवर्तन का विरोध करती है
3 गति की दिशा में परिवर्तन का विरोध करती है
4 विरामावस्था तथा एकसमान रेखीय गति दोनों का विरोध करती है
Explanation:
(d) Inertia means resistance to change. It is the property of the body by virtue of which it cannot change by itself its state of rest or of uniform motion.
203235
एक मोटर-साइकिल चालक जब मुड़ता है, तो अपने वेग को दोगुना कर लेता है। तब उस पर बाहर की ओर लगने वाला बल हो जायेगा
1 दोगुना
2 आधा
3 \(4\) गुना
4 \(\frac{1}{4}\) गुना
Explanation:
(c) \(F = \frac{{m{v^2}}}{r}\) $⇒$ \(F \propto {v^2}\) अर्थात् बल चार गुना हो जायेगा।
05. LAWS OF MOTION (HM)
203197
\(m\) द्रव्यमान का एक पत्थर \(l\) लम्बाई के धागे से बाँधकर नियत चाल \(v\) से वृत्तीय पथ पर घुमाया जाता है यदि डोरी को छोड़ दें, तो पत्थर की गति होगी
1 त्रिज्यीय बाहर की ओर
2 त्रिज्यीय भीतर की ओर
3 स्पर्शरेखीय बाहर की ओर
4 त्वरण \(\frac{{m{v^2}}}{l}\)से
Explanation:
पत्थर अपने जड़त्व के कारण तात्क्षणिक वेग की दिशा में चला जायेगा।
05. LAWS OF MOTION (HM)
203198
समान द्रव्यमान के दो कण क्रमश:\({r_1}\) तथा \({r_2}\) त्रिज्याओं के वृत्ताकार पथों पर घूम रहे हैं। उनकी चालें समान हैं, उनके अभिकेन्द्रीय बलों का अनुपात होगा
\(F = \frac{{m{v^2}}}{r},\) यदि \(m\) तथा \(v\) नियतांक हैं तो \(F \propto \frac{1}{r}\) \(\frac{{{F_1}}}{{{F_2}}} = \left( {\frac{{{r_2}}}{{{r_1}}}} \right)\)
05. LAWS OF MOTION (HM)
203248
किसी पिण्ड का जडत्व वह गुण होता है, जिसके कारण वस्तु
1 अपनी विरामावस्था में परिवर्तन का विरोध करती है
2 अपनी गत्यावस्था में परिवर्तन का विरोध करती है
3 गति की दिशा में परिवर्तन का विरोध करती है
4 विरामावस्था तथा एकसमान रेखीय गति दोनों का विरोध करती है
Explanation:
(d) Inertia means resistance to change. It is the property of the body by virtue of which it cannot change by itself its state of rest or of uniform motion.
203235
एक मोटर-साइकिल चालक जब मुड़ता है, तो अपने वेग को दोगुना कर लेता है। तब उस पर बाहर की ओर लगने वाला बल हो जायेगा
1 दोगुना
2 आधा
3 \(4\) गुना
4 \(\frac{1}{4}\) गुना
Explanation:
(c) \(F = \frac{{m{v^2}}}{r}\) $⇒$ \(F \propto {v^2}\) अर्थात् बल चार गुना हो जायेगा।
05. LAWS OF MOTION (HM)
203197
\(m\) द्रव्यमान का एक पत्थर \(l\) लम्बाई के धागे से बाँधकर नियत चाल \(v\) से वृत्तीय पथ पर घुमाया जाता है यदि डोरी को छोड़ दें, तो पत्थर की गति होगी
1 त्रिज्यीय बाहर की ओर
2 त्रिज्यीय भीतर की ओर
3 स्पर्शरेखीय बाहर की ओर
4 त्वरण \(\frac{{m{v^2}}}{l}\)से
Explanation:
पत्थर अपने जड़त्व के कारण तात्क्षणिक वेग की दिशा में चला जायेगा।
05. LAWS OF MOTION (HM)
203198
समान द्रव्यमान के दो कण क्रमश:\({r_1}\) तथा \({r_2}\) त्रिज्याओं के वृत्ताकार पथों पर घूम रहे हैं। उनकी चालें समान हैं, उनके अभिकेन्द्रीय बलों का अनुपात होगा
\(F = \frac{{m{v^2}}}{r},\) यदि \(m\) तथा \(v\) नियतांक हैं तो \(F \propto \frac{1}{r}\) \(\frac{{{F_1}}}{{{F_2}}} = \left( {\frac{{{r_2}}}{{{r_1}}}} \right)\)
05. LAWS OF MOTION (HM)
203248
किसी पिण्ड का जडत्व वह गुण होता है, जिसके कारण वस्तु
1 अपनी विरामावस्था में परिवर्तन का विरोध करती है
2 अपनी गत्यावस्था में परिवर्तन का विरोध करती है
3 गति की दिशा में परिवर्तन का विरोध करती है
4 विरामावस्था तथा एकसमान रेखीय गति दोनों का विरोध करती है
Explanation:
(d) Inertia means resistance to change. It is the property of the body by virtue of which it cannot change by itself its state of rest or of uniform motion.