05. LAWS OF MOTION (HM)
05. LAWS OF MOTION (HM)

203243 एक द्रव्यमान घर्षण रहित क्षैतिज सतह पर रखा है तथा इसे एक डोरी से बाँधा गया है। इसे एक डोरी से बाँधकर निश्चित केन्द्र के परित: अचर कोणीय वेग\({\omega _0}\)से घुमाया जाता है। यदि कोणीय वेग तथा डोरी की लम्बाई दोगुनी कर दें, तो डोरी में तनाव क्या होगा जबकि डोरी का प्रारम्भिक तनाव \( = {T_0}\) है

1 \({T_0}\)
2 \({T_0}/2\)
3 \(4{T_0}\)
4 \(8{T_0}\)
05. LAWS OF MOTION (HM)

203244 तीन एक समान कण किसी डोरी द्वारा चित्रानुसार आपस में जुड़े हैं। सभी तीनों कण क्षैतिज तल में गति कर रहे हैं यदि बाह्यतम कण का वेग \(v_0\) हो तो डोरी के तीनों भागों में तनावों का अनुपात है

1 \(3:5:7\)
2 \(3:4:5\)
3 \(7:11:6\)
4 \(3:5:6\)
05. LAWS OF MOTION (HM)

203245 एक कण नियत चाल \(v\) से \(R\) त्रिज्या के वृत्त में गति कर रहा है, यदि त्रिज्या को दोगुना कर दिया जाये, तब चाल वही बनाये रखने के लिये आवश्यक अभिकेन्द्रीय बल होगा

1 दोगुना
2 आधा
3 चार गुना
4 अपरिवर्तित
05. LAWS OF MOTION (HM)

203246 जब एक घोड़ा यकायक दौडने लगता है तब घुड़सवार पीछे की ओर गिर जाता है। इसका कारण है

1 कि घुड़सवार पीछे हट जाता है
2 कि घुड़सवार डर के कारण गिरता है
3 विराम के जड़़त्व के कारण उसके शरीर का ऊपरी भाग स्थिर रहता है तथा निचला भाग घोडे़ के साथ गति में आ जाता है
4 उपरोक्त में से कोई नहीं
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203243 एक द्रव्यमान घर्षण रहित क्षैतिज सतह पर रखा है तथा इसे एक डोरी से बाँधा गया है। इसे एक डोरी से बाँधकर निश्चित केन्द्र के परित: अचर कोणीय वेग\({\omega _0}\)से घुमाया जाता है। यदि कोणीय वेग तथा डोरी की लम्बाई दोगुनी कर दें, तो डोरी में तनाव क्या होगा जबकि डोरी का प्रारम्भिक तनाव \( = {T_0}\) है

1 \({T_0}\)
2 \({T_0}/2\)
3 \(4{T_0}\)
4 \(8{T_0}\)
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203244 तीन एक समान कण किसी डोरी द्वारा चित्रानुसार आपस में जुड़े हैं। सभी तीनों कण क्षैतिज तल में गति कर रहे हैं यदि बाह्यतम कण का वेग \(v_0\) हो तो डोरी के तीनों भागों में तनावों का अनुपात है

1 \(3:5:7\)
2 \(3:4:5\)
3 \(7:11:6\)
4 \(3:5:6\)
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203245 एक कण नियत चाल \(v\) से \(R\) त्रिज्या के वृत्त में गति कर रहा है, यदि त्रिज्या को दोगुना कर दिया जाये, तब चाल वही बनाये रखने के लिये आवश्यक अभिकेन्द्रीय बल होगा

1 दोगुना
2 आधा
3 चार गुना
4 अपरिवर्तित
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203246 जब एक घोड़ा यकायक दौडने लगता है तब घुड़सवार पीछे की ओर गिर जाता है। इसका कारण है

1 कि घुड़सवार पीछे हट जाता है
2 कि घुड़सवार डर के कारण गिरता है
3 विराम के जड़़त्व के कारण उसके शरीर का ऊपरी भाग स्थिर रहता है तथा निचला भाग घोडे़ के साथ गति में आ जाता है
4 उपरोक्त में से कोई नहीं
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203243 एक द्रव्यमान घर्षण रहित क्षैतिज सतह पर रखा है तथा इसे एक डोरी से बाँधा गया है। इसे एक डोरी से बाँधकर निश्चित केन्द्र के परित: अचर कोणीय वेग\({\omega _0}\)से घुमाया जाता है। यदि कोणीय वेग तथा डोरी की लम्बाई दोगुनी कर दें, तो डोरी में तनाव क्या होगा जबकि डोरी का प्रारम्भिक तनाव \( = {T_0}\) है

1 \({T_0}\)
2 \({T_0}/2\)
3 \(4{T_0}\)
4 \(8{T_0}\)
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203244 तीन एक समान कण किसी डोरी द्वारा चित्रानुसार आपस में जुड़े हैं। सभी तीनों कण क्षैतिज तल में गति कर रहे हैं यदि बाह्यतम कण का वेग \(v_0\) हो तो डोरी के तीनों भागों में तनावों का अनुपात है

1 \(3:5:7\)
2 \(3:4:5\)
3 \(7:11:6\)
4 \(3:5:6\)
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203245 एक कण नियत चाल \(v\) से \(R\) त्रिज्या के वृत्त में गति कर रहा है, यदि त्रिज्या को दोगुना कर दिया जाये, तब चाल वही बनाये रखने के लिये आवश्यक अभिकेन्द्रीय बल होगा

1 दोगुना
2 आधा
3 चार गुना
4 अपरिवर्तित
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203246 जब एक घोड़ा यकायक दौडने लगता है तब घुड़सवार पीछे की ओर गिर जाता है। इसका कारण है

1 कि घुड़सवार पीछे हट जाता है
2 कि घुड़सवार डर के कारण गिरता है
3 विराम के जड़़त्व के कारण उसके शरीर का ऊपरी भाग स्थिर रहता है तथा निचला भाग घोडे़ के साथ गति में आ जाता है
4 उपरोक्त में से कोई नहीं
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203243 एक द्रव्यमान घर्षण रहित क्षैतिज सतह पर रखा है तथा इसे एक डोरी से बाँधा गया है। इसे एक डोरी से बाँधकर निश्चित केन्द्र के परित: अचर कोणीय वेग\({\omega _0}\)से घुमाया जाता है। यदि कोणीय वेग तथा डोरी की लम्बाई दोगुनी कर दें, तो डोरी में तनाव क्या होगा जबकि डोरी का प्रारम्भिक तनाव \( = {T_0}\) है

1 \({T_0}\)
2 \({T_0}/2\)
3 \(4{T_0}\)
4 \(8{T_0}\)
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203244 तीन एक समान कण किसी डोरी द्वारा चित्रानुसार आपस में जुड़े हैं। सभी तीनों कण क्षैतिज तल में गति कर रहे हैं यदि बाह्यतम कण का वेग \(v_0\) हो तो डोरी के तीनों भागों में तनावों का अनुपात है

1 \(3:5:7\)
2 \(3:4:5\)
3 \(7:11:6\)
4 \(3:5:6\)
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203245 एक कण नियत चाल \(v\) से \(R\) त्रिज्या के वृत्त में गति कर रहा है, यदि त्रिज्या को दोगुना कर दिया जाये, तब चाल वही बनाये रखने के लिये आवश्यक अभिकेन्द्रीय बल होगा

1 दोगुना
2 आधा
3 चार गुना
4 अपरिवर्तित
05. LAWS OF MOTION (HM)

203246 जब एक घोड़ा यकायक दौडने लगता है तब घुड़सवार पीछे की ओर गिर जाता है। इसका कारण है

1 कि घुड़सवार पीछे हट जाता है
2 कि घुड़सवार डर के कारण गिरता है
3 विराम के जड़़त्व के कारण उसके शरीर का ऊपरी भाग स्थिर रहता है तथा निचला भाग घोडे़ के साथ गति में आ जाता है
4 उपरोक्त में से कोई नहीं