203223
एक कार उत्तलाकार पुल से गुजरते समय उस पर जो बल लगायेगी, वह होगा
1 \(Mg + \frac{{M{v^2}}}{r}\)
2 \(\frac{{M{v^2}}}{r}\)
3 \(Mg\)
4 उपरोक्त में से कोई नहीं
Explanation:
\(F = mg - \frac{{m{v^2}}}{r}\)
05. LAWS OF MOTION (HM)
203233
\(150\) मीटर त्रिज्या तथा \(0.6\) घर्षण गुणांक वाले वक्राकार मार्ग को पार करते समय एक कार ड्रायवर को किस अधिकतम चाल (मीटर/सैकण्ड में) से कार को चलाना चाहिए जिससे कि वह फिसले नहीं
203234
एक कार उच्च गति से जब एक मोड़ पर मुड़ती है, तो इस पर बाहर की ओर एक बल कार्य करता है। इसका कारण है
1 अभिकेन्द्रीय बल
2 अपकेन्द्रीय बल
3 गुरुत्वाकर्षण बल
4 उपरोक्त सभी
Explanation:
05. LAWS OF MOTION (HM)
203200
एक वस्तु अचर चाल से वृत्तीय पथ पर गति कर रही है। यदि इसकी गति की दिशा उलट दें किन्तु चाल स्थिर रखें, तो निम्न कथन/कथनों में सत्य कथन होगा
1 अभिकेन्द्रीय बल का परिमाण स्थिर रहता है
2 अभिकेन्द्रीय बल की दिशा विपरीत हो जाती है
3 अभिकेन्द्रीय बल की दिशा में कोई परिवर्तन नही होता
4 \((a)\) और \((c)\) दोनों
Explanation:
अभिकेन्द्रीय बल = \(\frac{{m{v^2}}}{r}\) तथा यह सदैव वृत्त के केंद्र की ओर रहता है। घूर्णन की दिशा, अभिकेन्द्रीय बल के परिमाण एवं इसकी दिशा पर, कोई प्रभाव नहीं डालती।
203223
एक कार उत्तलाकार पुल से गुजरते समय उस पर जो बल लगायेगी, वह होगा
1 \(Mg + \frac{{M{v^2}}}{r}\)
2 \(\frac{{M{v^2}}}{r}\)
3 \(Mg\)
4 उपरोक्त में से कोई नहीं
Explanation:
\(F = mg - \frac{{m{v^2}}}{r}\)
05. LAWS OF MOTION (HM)
203233
\(150\) मीटर त्रिज्या तथा \(0.6\) घर्षण गुणांक वाले वक्राकार मार्ग को पार करते समय एक कार ड्रायवर को किस अधिकतम चाल (मीटर/सैकण्ड में) से कार को चलाना चाहिए जिससे कि वह फिसले नहीं
203234
एक कार उच्च गति से जब एक मोड़ पर मुड़ती है, तो इस पर बाहर की ओर एक बल कार्य करता है। इसका कारण है
1 अभिकेन्द्रीय बल
2 अपकेन्द्रीय बल
3 गुरुत्वाकर्षण बल
4 उपरोक्त सभी
Explanation:
05. LAWS OF MOTION (HM)
203200
एक वस्तु अचर चाल से वृत्तीय पथ पर गति कर रही है। यदि इसकी गति की दिशा उलट दें किन्तु चाल स्थिर रखें, तो निम्न कथन/कथनों में सत्य कथन होगा
1 अभिकेन्द्रीय बल का परिमाण स्थिर रहता है
2 अभिकेन्द्रीय बल की दिशा विपरीत हो जाती है
3 अभिकेन्द्रीय बल की दिशा में कोई परिवर्तन नही होता
4 \((a)\) और \((c)\) दोनों
Explanation:
अभिकेन्द्रीय बल = \(\frac{{m{v^2}}}{r}\) तथा यह सदैव वृत्त के केंद्र की ओर रहता है। घूर्णन की दिशा, अभिकेन्द्रीय बल के परिमाण एवं इसकी दिशा पर, कोई प्रभाव नहीं डालती।
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05. LAWS OF MOTION (HM)
203223
एक कार उत्तलाकार पुल से गुजरते समय उस पर जो बल लगायेगी, वह होगा
1 \(Mg + \frac{{M{v^2}}}{r}\)
2 \(\frac{{M{v^2}}}{r}\)
3 \(Mg\)
4 उपरोक्त में से कोई नहीं
Explanation:
\(F = mg - \frac{{m{v^2}}}{r}\)
05. LAWS OF MOTION (HM)
203233
\(150\) मीटर त्रिज्या तथा \(0.6\) घर्षण गुणांक वाले वक्राकार मार्ग को पार करते समय एक कार ड्रायवर को किस अधिकतम चाल (मीटर/सैकण्ड में) से कार को चलाना चाहिए जिससे कि वह फिसले नहीं
203234
एक कार उच्च गति से जब एक मोड़ पर मुड़ती है, तो इस पर बाहर की ओर एक बल कार्य करता है। इसका कारण है
1 अभिकेन्द्रीय बल
2 अपकेन्द्रीय बल
3 गुरुत्वाकर्षण बल
4 उपरोक्त सभी
Explanation:
05. LAWS OF MOTION (HM)
203200
एक वस्तु अचर चाल से वृत्तीय पथ पर गति कर रही है। यदि इसकी गति की दिशा उलट दें किन्तु चाल स्थिर रखें, तो निम्न कथन/कथनों में सत्य कथन होगा
1 अभिकेन्द्रीय बल का परिमाण स्थिर रहता है
2 अभिकेन्द्रीय बल की दिशा विपरीत हो जाती है
3 अभिकेन्द्रीय बल की दिशा में कोई परिवर्तन नही होता
4 \((a)\) और \((c)\) दोनों
Explanation:
अभिकेन्द्रीय बल = \(\frac{{m{v^2}}}{r}\) तथा यह सदैव वृत्त के केंद्र की ओर रहता है। घूर्णन की दिशा, अभिकेन्द्रीय बल के परिमाण एवं इसकी दिशा पर, कोई प्रभाव नहीं डालती।
203223
एक कार उत्तलाकार पुल से गुजरते समय उस पर जो बल लगायेगी, वह होगा
1 \(Mg + \frac{{M{v^2}}}{r}\)
2 \(\frac{{M{v^2}}}{r}\)
3 \(Mg\)
4 उपरोक्त में से कोई नहीं
Explanation:
\(F = mg - \frac{{m{v^2}}}{r}\)
05. LAWS OF MOTION (HM)
203233
\(150\) मीटर त्रिज्या तथा \(0.6\) घर्षण गुणांक वाले वक्राकार मार्ग को पार करते समय एक कार ड्रायवर को किस अधिकतम चाल (मीटर/सैकण्ड में) से कार को चलाना चाहिए जिससे कि वह फिसले नहीं
203234
एक कार उच्च गति से जब एक मोड़ पर मुड़ती है, तो इस पर बाहर की ओर एक बल कार्य करता है। इसका कारण है
1 अभिकेन्द्रीय बल
2 अपकेन्द्रीय बल
3 गुरुत्वाकर्षण बल
4 उपरोक्त सभी
Explanation:
05. LAWS OF MOTION (HM)
203200
एक वस्तु अचर चाल से वृत्तीय पथ पर गति कर रही है। यदि इसकी गति की दिशा उलट दें किन्तु चाल स्थिर रखें, तो निम्न कथन/कथनों में सत्य कथन होगा
1 अभिकेन्द्रीय बल का परिमाण स्थिर रहता है
2 अभिकेन्द्रीय बल की दिशा विपरीत हो जाती है
3 अभिकेन्द्रीय बल की दिशा में कोई परिवर्तन नही होता
4 \((a)\) और \((c)\) दोनों
Explanation:
अभिकेन्द्रीय बल = \(\frac{{m{v^2}}}{r}\) तथा यह सदैव वृत्त के केंद्र की ओर रहता है। घूर्णन की दिशा, अभिकेन्द्रीय बल के परिमाण एवं इसकी दिशा पर, कोई प्रभाव नहीं डालती।