202664
\(m\) द्रव्यमान का एक पिण्ड \(r\) त्रिज्या के वृत्त में अचर वेग \(v\) से गति कर रहा है। इस पिण्ड पर केन्द्र की ओर लगने वाला बल \(m{v^2}/r\) है। वृत्त की आधी परिधि तक पिण्ड को इस बल द्वारा घुमाने में किया गया कार्य होगा
1 \(\frac{{m{v^2}}}{{\pi {r^2}}}\)
2 शून्य
3 \(\frac{{m{v^2}}}{{{r^2}}}\)
4 \(\frac{{\pi {r^2}}}{{m{v^2}}}\)
Explanation:
अभिकेंद्रीय बल द्वारा किया गया कार्य हमेशा शून्य होता है क्योंकि बल तथा तात्कालिक विस्थापन हमेशा लंबवत् होते हैं। \(W = \overrightarrow F .\overrightarrow s = Fs\cos \theta = Fs\cos (90^\circ ) = 0\)
06. WORK ENERGY AND POWER (HM)
202665
यदि बल तथा लम्बाई दोनों के मात्रक चार गुने कर दिये जायें, तो ऊर्जा का मात्रक ....... गुना हो जायेगा
1 \(16\)
2 \(8\)
3 \(2\)
4 \(4\)
Explanation:
कार्य $=$ बल $×$ विस्थापन (लम्बाई) यदि बल तथा लम्बाई के मात्रक को \(4\) गुना कर दिया जाये तो ऊर्जा का मात्रक \(16\) गुना बढ़ जाएगा।
06. WORK ENERGY AND POWER (HM)
202666
एक व्यक्ति एक दीवार पर बल लगाता है परन्तु उसे विस्थापित नहीं कर पाता, इस स्थिति मे
1 उसने ऋणात्मक कार्य किया
2 उसने धनात्मक कार्य किया जो अधिकतम नहीं है
3 उसने कोई कार्य नहीं किया
4 उसके द्वारा अधिकतम कार्य किया गया
Explanation:
क्योंकि इस प्रक्रिया में कोई विस्थापन नहीं होता।
06. WORK ENERGY AND POWER (HM)
202667
एक चलती हुई रेलगाड़ी को ब्रेक (मंदक बल) लगाकर रोका जाता है, तो यह \(80\) मीटर चलकर रुक जाती है। यदि गाड़ी का वेग दोगुना कर दिया जाये तो इस अवमन्दक बल से गाड़ी रुकेगी
1 समान दूरी पर
2 दोगुनी दूरी पर
3 आधी दूरी पर
4 चार गुनी दूरी पर
Explanation:
रुकने से पूर्व तय की गई दूरी \(S \propto {u^2}\), यदि चाल को दोगुना कर दिया जाये तब दूरी चार गुना अधिक होगी।
202664
\(m\) द्रव्यमान का एक पिण्ड \(r\) त्रिज्या के वृत्त में अचर वेग \(v\) से गति कर रहा है। इस पिण्ड पर केन्द्र की ओर लगने वाला बल \(m{v^2}/r\) है। वृत्त की आधी परिधि तक पिण्ड को इस बल द्वारा घुमाने में किया गया कार्य होगा
1 \(\frac{{m{v^2}}}{{\pi {r^2}}}\)
2 शून्य
3 \(\frac{{m{v^2}}}{{{r^2}}}\)
4 \(\frac{{\pi {r^2}}}{{m{v^2}}}\)
Explanation:
अभिकेंद्रीय बल द्वारा किया गया कार्य हमेशा शून्य होता है क्योंकि बल तथा तात्कालिक विस्थापन हमेशा लंबवत् होते हैं। \(W = \overrightarrow F .\overrightarrow s = Fs\cos \theta = Fs\cos (90^\circ ) = 0\)
06. WORK ENERGY AND POWER (HM)
202665
यदि बल तथा लम्बाई दोनों के मात्रक चार गुने कर दिये जायें, तो ऊर्जा का मात्रक ....... गुना हो जायेगा
1 \(16\)
2 \(8\)
3 \(2\)
4 \(4\)
Explanation:
कार्य $=$ बल $×$ विस्थापन (लम्बाई) यदि बल तथा लम्बाई के मात्रक को \(4\) गुना कर दिया जाये तो ऊर्जा का मात्रक \(16\) गुना बढ़ जाएगा।
06. WORK ENERGY AND POWER (HM)
202666
एक व्यक्ति एक दीवार पर बल लगाता है परन्तु उसे विस्थापित नहीं कर पाता, इस स्थिति मे
1 उसने ऋणात्मक कार्य किया
2 उसने धनात्मक कार्य किया जो अधिकतम नहीं है
3 उसने कोई कार्य नहीं किया
4 उसके द्वारा अधिकतम कार्य किया गया
Explanation:
क्योंकि इस प्रक्रिया में कोई विस्थापन नहीं होता।
06. WORK ENERGY AND POWER (HM)
202667
एक चलती हुई रेलगाड़ी को ब्रेक (मंदक बल) लगाकर रोका जाता है, तो यह \(80\) मीटर चलकर रुक जाती है। यदि गाड़ी का वेग दोगुना कर दिया जाये तो इस अवमन्दक बल से गाड़ी रुकेगी
1 समान दूरी पर
2 दोगुनी दूरी पर
3 आधी दूरी पर
4 चार गुनी दूरी पर
Explanation:
रुकने से पूर्व तय की गई दूरी \(S \propto {u^2}\), यदि चाल को दोगुना कर दिया जाये तब दूरी चार गुना अधिक होगी।
202664
\(m\) द्रव्यमान का एक पिण्ड \(r\) त्रिज्या के वृत्त में अचर वेग \(v\) से गति कर रहा है। इस पिण्ड पर केन्द्र की ओर लगने वाला बल \(m{v^2}/r\) है। वृत्त की आधी परिधि तक पिण्ड को इस बल द्वारा घुमाने में किया गया कार्य होगा
1 \(\frac{{m{v^2}}}{{\pi {r^2}}}\)
2 शून्य
3 \(\frac{{m{v^2}}}{{{r^2}}}\)
4 \(\frac{{\pi {r^2}}}{{m{v^2}}}\)
Explanation:
अभिकेंद्रीय बल द्वारा किया गया कार्य हमेशा शून्य होता है क्योंकि बल तथा तात्कालिक विस्थापन हमेशा लंबवत् होते हैं। \(W = \overrightarrow F .\overrightarrow s = Fs\cos \theta = Fs\cos (90^\circ ) = 0\)
06. WORK ENERGY AND POWER (HM)
202665
यदि बल तथा लम्बाई दोनों के मात्रक चार गुने कर दिये जायें, तो ऊर्जा का मात्रक ....... गुना हो जायेगा
1 \(16\)
2 \(8\)
3 \(2\)
4 \(4\)
Explanation:
कार्य $=$ बल $×$ विस्थापन (लम्बाई) यदि बल तथा लम्बाई के मात्रक को \(4\) गुना कर दिया जाये तो ऊर्जा का मात्रक \(16\) गुना बढ़ जाएगा।
06. WORK ENERGY AND POWER (HM)
202666
एक व्यक्ति एक दीवार पर बल लगाता है परन्तु उसे विस्थापित नहीं कर पाता, इस स्थिति मे
1 उसने ऋणात्मक कार्य किया
2 उसने धनात्मक कार्य किया जो अधिकतम नहीं है
3 उसने कोई कार्य नहीं किया
4 उसके द्वारा अधिकतम कार्य किया गया
Explanation:
क्योंकि इस प्रक्रिया में कोई विस्थापन नहीं होता।
06. WORK ENERGY AND POWER (HM)
202667
एक चलती हुई रेलगाड़ी को ब्रेक (मंदक बल) लगाकर रोका जाता है, तो यह \(80\) मीटर चलकर रुक जाती है। यदि गाड़ी का वेग दोगुना कर दिया जाये तो इस अवमन्दक बल से गाड़ी रुकेगी
1 समान दूरी पर
2 दोगुनी दूरी पर
3 आधी दूरी पर
4 चार गुनी दूरी पर
Explanation:
रुकने से पूर्व तय की गई दूरी \(S \propto {u^2}\), यदि चाल को दोगुना कर दिया जाये तब दूरी चार गुना अधिक होगी।
202664
\(m\) द्रव्यमान का एक पिण्ड \(r\) त्रिज्या के वृत्त में अचर वेग \(v\) से गति कर रहा है। इस पिण्ड पर केन्द्र की ओर लगने वाला बल \(m{v^2}/r\) है। वृत्त की आधी परिधि तक पिण्ड को इस बल द्वारा घुमाने में किया गया कार्य होगा
1 \(\frac{{m{v^2}}}{{\pi {r^2}}}\)
2 शून्य
3 \(\frac{{m{v^2}}}{{{r^2}}}\)
4 \(\frac{{\pi {r^2}}}{{m{v^2}}}\)
Explanation:
अभिकेंद्रीय बल द्वारा किया गया कार्य हमेशा शून्य होता है क्योंकि बल तथा तात्कालिक विस्थापन हमेशा लंबवत् होते हैं। \(W = \overrightarrow F .\overrightarrow s = Fs\cos \theta = Fs\cos (90^\circ ) = 0\)
06. WORK ENERGY AND POWER (HM)
202665
यदि बल तथा लम्बाई दोनों के मात्रक चार गुने कर दिये जायें, तो ऊर्जा का मात्रक ....... गुना हो जायेगा
1 \(16\)
2 \(8\)
3 \(2\)
4 \(4\)
Explanation:
कार्य $=$ बल $×$ विस्थापन (लम्बाई) यदि बल तथा लम्बाई के मात्रक को \(4\) गुना कर दिया जाये तो ऊर्जा का मात्रक \(16\) गुना बढ़ जाएगा।
06. WORK ENERGY AND POWER (HM)
202666
एक व्यक्ति एक दीवार पर बल लगाता है परन्तु उसे विस्थापित नहीं कर पाता, इस स्थिति मे
1 उसने ऋणात्मक कार्य किया
2 उसने धनात्मक कार्य किया जो अधिकतम नहीं है
3 उसने कोई कार्य नहीं किया
4 उसके द्वारा अधिकतम कार्य किया गया
Explanation:
क्योंकि इस प्रक्रिया में कोई विस्थापन नहीं होता।
06. WORK ENERGY AND POWER (HM)
202667
एक चलती हुई रेलगाड़ी को ब्रेक (मंदक बल) लगाकर रोका जाता है, तो यह \(80\) मीटर चलकर रुक जाती है। यदि गाड़ी का वेग दोगुना कर दिया जाये तो इस अवमन्दक बल से गाड़ी रुकेगी
1 समान दूरी पर
2 दोगुनी दूरी पर
3 आधी दूरी पर
4 चार गुनी दूरी पर
Explanation:
रुकने से पूर्व तय की गई दूरी \(S \propto {u^2}\), यदि चाल को दोगुना कर दिया जाये तब दूरी चार गुना अधिक होगी।