202614
\(M\) द्रव्यमान का कोई कण \(R\) त्रिज्या के क्षैतिज वृत्त में एक समान चाल \(V\) से गति कर रहा है। एक बिन्दु से प्रारंभ कर व्यास के विपरीत बिन्दु पर पहुँचने पर, इसकी
1 गतिज ऊर्जा में परिवर्तन \(M{V^2}/4\)है
2 संवेग परिवर्तित नहीं होता
3 संवेग में परिवर्तन \(2MV\) है
4 गतिज ऊर्जा में परिवर्तन\(M{V^2}\)है
Explanation:
(c) On the diametrically opposite points, the velocities have same magnitude but opposite directions. Therefore change in momentum is \(\mathrm{Mv}-(-\mathrm{M} \mathrm{v})=2 \mathrm{Mv}\)
06. WORK ENERGY AND POWER (HM)
202615
जब कोई वस्तु वृत्ताकार मार्ग में गति करती है, तब लगने वाले बल द्वारा कोई कार्य नहीं किया जाता है, क्योंकि
1 वस्तु का विस्थापन शून्य है
2 कोई परिणामी बल विद्यमान नहीं है
3 बल तथा विस्थापन परस्पर लम्बवत् होते हैं
4 बल हमेशा केन्द्र से दूर की ओर लगता हैं
Explanation:
(c) \(W = FS\cos \theta\,⇒ \theta = 90^°\)
06. WORK ENERGY AND POWER (HM)
202616
सर्कस का स्टंटमेन ऊध्र्व तल में \(R\) त्रिज्या के वृत्तीय पथ पर मोटर-साइकिल चलाता है। पथ के उच्चतम बिन्दु पर इसका न्यूनतम वेग होगा
1 \(\sqrt {2gR} \)
2 \(2gR\)
3 \(\sqrt {3gR} \)
4 \(\sqrt {gR} \)
Explanation:
ऊध्र्वाधर वृत्तीय पथ के उच्चतम बिन्दु पर न्यूनतम चाल \(v = \sqrt {gR} \)
06. WORK ENERGY AND POWER (HM)
202606
एक वस्तु, बल \(\mathop F\limits^ \to = ( - 2\hat i + 15\hat j + 6\hat k)\,N\) के प्रभाव में \(Y-\) दिशा में गति करती है। इस बल द्वारा वस्तु को \(Y-\)अक्ष के अनुदिश \(10 m\) विस्थापित करने में किया गया कार्य ....... \(J\) होगा
202614
\(M\) द्रव्यमान का कोई कण \(R\) त्रिज्या के क्षैतिज वृत्त में एक समान चाल \(V\) से गति कर रहा है। एक बिन्दु से प्रारंभ कर व्यास के विपरीत बिन्दु पर पहुँचने पर, इसकी
1 गतिज ऊर्जा में परिवर्तन \(M{V^2}/4\)है
2 संवेग परिवर्तित नहीं होता
3 संवेग में परिवर्तन \(2MV\) है
4 गतिज ऊर्जा में परिवर्तन\(M{V^2}\)है
Explanation:
(c) On the diametrically opposite points, the velocities have same magnitude but opposite directions. Therefore change in momentum is \(\mathrm{Mv}-(-\mathrm{M} \mathrm{v})=2 \mathrm{Mv}\)
06. WORK ENERGY AND POWER (HM)
202615
जब कोई वस्तु वृत्ताकार मार्ग में गति करती है, तब लगने वाले बल द्वारा कोई कार्य नहीं किया जाता है, क्योंकि
1 वस्तु का विस्थापन शून्य है
2 कोई परिणामी बल विद्यमान नहीं है
3 बल तथा विस्थापन परस्पर लम्बवत् होते हैं
4 बल हमेशा केन्द्र से दूर की ओर लगता हैं
Explanation:
(c) \(W = FS\cos \theta\,⇒ \theta = 90^°\)
06. WORK ENERGY AND POWER (HM)
202616
सर्कस का स्टंटमेन ऊध्र्व तल में \(R\) त्रिज्या के वृत्तीय पथ पर मोटर-साइकिल चलाता है। पथ के उच्चतम बिन्दु पर इसका न्यूनतम वेग होगा
1 \(\sqrt {2gR} \)
2 \(2gR\)
3 \(\sqrt {3gR} \)
4 \(\sqrt {gR} \)
Explanation:
ऊध्र्वाधर वृत्तीय पथ के उच्चतम बिन्दु पर न्यूनतम चाल \(v = \sqrt {gR} \)
06. WORK ENERGY AND POWER (HM)
202606
एक वस्तु, बल \(\mathop F\limits^ \to = ( - 2\hat i + 15\hat j + 6\hat k)\,N\) के प्रभाव में \(Y-\) दिशा में गति करती है। इस बल द्वारा वस्तु को \(Y-\)अक्ष के अनुदिश \(10 m\) विस्थापित करने में किया गया कार्य ....... \(J\) होगा
202614
\(M\) द्रव्यमान का कोई कण \(R\) त्रिज्या के क्षैतिज वृत्त में एक समान चाल \(V\) से गति कर रहा है। एक बिन्दु से प्रारंभ कर व्यास के विपरीत बिन्दु पर पहुँचने पर, इसकी
1 गतिज ऊर्जा में परिवर्तन \(M{V^2}/4\)है
2 संवेग परिवर्तित नहीं होता
3 संवेग में परिवर्तन \(2MV\) है
4 गतिज ऊर्जा में परिवर्तन\(M{V^2}\)है
Explanation:
(c) On the diametrically opposite points, the velocities have same magnitude but opposite directions. Therefore change in momentum is \(\mathrm{Mv}-(-\mathrm{M} \mathrm{v})=2 \mathrm{Mv}\)
06. WORK ENERGY AND POWER (HM)
202615
जब कोई वस्तु वृत्ताकार मार्ग में गति करती है, तब लगने वाले बल द्वारा कोई कार्य नहीं किया जाता है, क्योंकि
1 वस्तु का विस्थापन शून्य है
2 कोई परिणामी बल विद्यमान नहीं है
3 बल तथा विस्थापन परस्पर लम्बवत् होते हैं
4 बल हमेशा केन्द्र से दूर की ओर लगता हैं
Explanation:
(c) \(W = FS\cos \theta\,⇒ \theta = 90^°\)
06. WORK ENERGY AND POWER (HM)
202616
सर्कस का स्टंटमेन ऊध्र्व तल में \(R\) त्रिज्या के वृत्तीय पथ पर मोटर-साइकिल चलाता है। पथ के उच्चतम बिन्दु पर इसका न्यूनतम वेग होगा
1 \(\sqrt {2gR} \)
2 \(2gR\)
3 \(\sqrt {3gR} \)
4 \(\sqrt {gR} \)
Explanation:
ऊध्र्वाधर वृत्तीय पथ के उच्चतम बिन्दु पर न्यूनतम चाल \(v = \sqrt {gR} \)
06. WORK ENERGY AND POWER (HM)
202606
एक वस्तु, बल \(\mathop F\limits^ \to = ( - 2\hat i + 15\hat j + 6\hat k)\,N\) के प्रभाव में \(Y-\) दिशा में गति करती है। इस बल द्वारा वस्तु को \(Y-\)अक्ष के अनुदिश \(10 m\) विस्थापित करने में किया गया कार्य ....... \(J\) होगा
202614
\(M\) द्रव्यमान का कोई कण \(R\) त्रिज्या के क्षैतिज वृत्त में एक समान चाल \(V\) से गति कर रहा है। एक बिन्दु से प्रारंभ कर व्यास के विपरीत बिन्दु पर पहुँचने पर, इसकी
1 गतिज ऊर्जा में परिवर्तन \(M{V^2}/4\)है
2 संवेग परिवर्तित नहीं होता
3 संवेग में परिवर्तन \(2MV\) है
4 गतिज ऊर्जा में परिवर्तन\(M{V^2}\)है
Explanation:
(c) On the diametrically opposite points, the velocities have same magnitude but opposite directions. Therefore change in momentum is \(\mathrm{Mv}-(-\mathrm{M} \mathrm{v})=2 \mathrm{Mv}\)
06. WORK ENERGY AND POWER (HM)
202615
जब कोई वस्तु वृत्ताकार मार्ग में गति करती है, तब लगने वाले बल द्वारा कोई कार्य नहीं किया जाता है, क्योंकि
1 वस्तु का विस्थापन शून्य है
2 कोई परिणामी बल विद्यमान नहीं है
3 बल तथा विस्थापन परस्पर लम्बवत् होते हैं
4 बल हमेशा केन्द्र से दूर की ओर लगता हैं
Explanation:
(c) \(W = FS\cos \theta\,⇒ \theta = 90^°\)
06. WORK ENERGY AND POWER (HM)
202616
सर्कस का स्टंटमेन ऊध्र्व तल में \(R\) त्रिज्या के वृत्तीय पथ पर मोटर-साइकिल चलाता है। पथ के उच्चतम बिन्दु पर इसका न्यूनतम वेग होगा
1 \(\sqrt {2gR} \)
2 \(2gR\)
3 \(\sqrt {3gR} \)
4 \(\sqrt {gR} \)
Explanation:
ऊध्र्वाधर वृत्तीय पथ के उच्चतम बिन्दु पर न्यूनतम चाल \(v = \sqrt {gR} \)
06. WORK ENERGY AND POWER (HM)
202606
एक वस्तु, बल \(\mathop F\limits^ \to = ( - 2\hat i + 15\hat j + 6\hat k)\,N\) के प्रभाव में \(Y-\) दिशा में गति करती है। इस बल द्वारा वस्तु को \(Y-\)अक्ष के अनुदिश \(10 m\) विस्थापित करने में किया गया कार्य ....... \(J\) होगा