09. MECHANICAL PROPERTIES OF SOLIDS (HM)
09. MECHANICAL PROPERTIES OF SOLIDS (HM)

201201 \(1\) मीटर लम्बी और एक सेमी \(2\) अनुप्रस्थ परिच्छेद की लोहे की छड़ का ताप \(0°C\) से \(100°C\) बढ़ाया जाता है। यदि छड़ की लम्बाई को बढ़ने नहीं दिया जाता है, तो इसके लिये बल का परिमाण है\((\alpha = {10^{ - 5}}/^\circ C\) and \(Y = {10^{11}}\,N/{m^2})\)

1 \({10^3}N\)
2 \({10^4}N\)
3 \({10^5}N\)
4 \({10^9}N\)
09. MECHANICAL PROPERTIES OF SOLIDS (HM)

201202 \(l\) लम्बाई तथा \(A\) अनुप्रस्थ परिच्छेद की लोहे की छड़ को \(0°C\) से \(100°C\) तक गर्म किया गया है। यदि इस छड़ को इस प्रकार रखा जाता है कि इसकी लम्बाई को बढ़ने नहीं दिया जाता हैए तो इसमें उत्पन्न बल \(F\) समानुपाती रहता है

1 \(l\) के
2 \({l^{ - 1}}\) के
3 \(A\) के
4 \({A^{ - 1}}\) के
09. MECHANICAL PROPERTIES OF SOLIDS (HM)

201203 एक एल्युमीनियम की छड़ (यंग प्रत्यास्थता गुणांक \(7.0×10\)\({^9}\) न्यूटन/मी\(^2\)) \(0.2\%\) विकृति से टूट जाती है। \(10\) \({^4}\) न्यूटन के भार को लटकाने से न टूटने के लिये छड़ की अनुप्रस्थ काट का क्षेत्रफल कम से कम होना चाहिए

1 \(1 \times {10^{ - 2}}\,{m^2}\)
2 \(1.4 \times {10^{ - 3}}\,{m^2}\)
3 \(3.5 \times {10^{ - 3}}\,{m^2}\)
4 \(7.1 \times {10^{ - 4}}\,{m^2}\)
09. MECHANICAL PROPERTIES OF SOLIDS (HM)

201204 तांबे के ऐसे दो तार जिनकी लम्बाई और अर्द्धव्यास (त्रिज्या) का अनुपात क्रमश: \(4:1\) तथा \(1:4\) है। दोनों तारों पर समान बल आरोपित किया जाता है। दोनों तारों में उत्पन्न अनुदैध्र्य विकृति की निष्पत्ति है

1 \(1:16\)
2 \(16:1\)
3 \(1:64\)
4 \(64:1\)
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201201 \(1\) मीटर लम्बी और एक सेमी \(2\) अनुप्रस्थ परिच्छेद की लोहे की छड़ का ताप \(0°C\) से \(100°C\) बढ़ाया जाता है। यदि छड़ की लम्बाई को बढ़ने नहीं दिया जाता है, तो इसके लिये बल का परिमाण है\((\alpha = {10^{ - 5}}/^\circ C\) and \(Y = {10^{11}}\,N/{m^2})\)

1 \({10^3}N\)
2 \({10^4}N\)
3 \({10^5}N\)
4 \({10^9}N\)
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201202 \(l\) लम्बाई तथा \(A\) अनुप्रस्थ परिच्छेद की लोहे की छड़ को \(0°C\) से \(100°C\) तक गर्म किया गया है। यदि इस छड़ को इस प्रकार रखा जाता है कि इसकी लम्बाई को बढ़ने नहीं दिया जाता हैए तो इसमें उत्पन्न बल \(F\) समानुपाती रहता है

1 \(l\) के
2 \({l^{ - 1}}\) के
3 \(A\) के
4 \({A^{ - 1}}\) के
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201203 एक एल्युमीनियम की छड़ (यंग प्रत्यास्थता गुणांक \(7.0×10\)\({^9}\) न्यूटन/मी\(^2\)) \(0.2\%\) विकृति से टूट जाती है। \(10\) \({^4}\) न्यूटन के भार को लटकाने से न टूटने के लिये छड़ की अनुप्रस्थ काट का क्षेत्रफल कम से कम होना चाहिए

1 \(1 \times {10^{ - 2}}\,{m^2}\)
2 \(1.4 \times {10^{ - 3}}\,{m^2}\)
3 \(3.5 \times {10^{ - 3}}\,{m^2}\)
4 \(7.1 \times {10^{ - 4}}\,{m^2}\)
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201204 तांबे के ऐसे दो तार जिनकी लम्बाई और अर्द्धव्यास (त्रिज्या) का अनुपात क्रमश: \(4:1\) तथा \(1:4\) है। दोनों तारों पर समान बल आरोपित किया जाता है। दोनों तारों में उत्पन्न अनुदैध्र्य विकृति की निष्पत्ति है

1 \(1:16\)
2 \(16:1\)
3 \(1:64\)
4 \(64:1\)
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201201 \(1\) मीटर लम्बी और एक सेमी \(2\) अनुप्रस्थ परिच्छेद की लोहे की छड़ का ताप \(0°C\) से \(100°C\) बढ़ाया जाता है। यदि छड़ की लम्बाई को बढ़ने नहीं दिया जाता है, तो इसके लिये बल का परिमाण है\((\alpha = {10^{ - 5}}/^\circ C\) and \(Y = {10^{11}}\,N/{m^2})\)

1 \({10^3}N\)
2 \({10^4}N\)
3 \({10^5}N\)
4 \({10^9}N\)
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201202 \(l\) लम्बाई तथा \(A\) अनुप्रस्थ परिच्छेद की लोहे की छड़ को \(0°C\) से \(100°C\) तक गर्म किया गया है। यदि इस छड़ को इस प्रकार रखा जाता है कि इसकी लम्बाई को बढ़ने नहीं दिया जाता हैए तो इसमें उत्पन्न बल \(F\) समानुपाती रहता है

1 \(l\) के
2 \({l^{ - 1}}\) के
3 \(A\) के
4 \({A^{ - 1}}\) के
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201203 एक एल्युमीनियम की छड़ (यंग प्रत्यास्थता गुणांक \(7.0×10\)\({^9}\) न्यूटन/मी\(^2\)) \(0.2\%\) विकृति से टूट जाती है। \(10\) \({^4}\) न्यूटन के भार को लटकाने से न टूटने के लिये छड़ की अनुप्रस्थ काट का क्षेत्रफल कम से कम होना चाहिए

1 \(1 \times {10^{ - 2}}\,{m^2}\)
2 \(1.4 \times {10^{ - 3}}\,{m^2}\)
3 \(3.5 \times {10^{ - 3}}\,{m^2}\)
4 \(7.1 \times {10^{ - 4}}\,{m^2}\)
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201204 तांबे के ऐसे दो तार जिनकी लम्बाई और अर्द्धव्यास (त्रिज्या) का अनुपात क्रमश: \(4:1\) तथा \(1:4\) है। दोनों तारों पर समान बल आरोपित किया जाता है। दोनों तारों में उत्पन्न अनुदैध्र्य विकृति की निष्पत्ति है

1 \(1:16\)
2 \(16:1\)
3 \(1:64\)
4 \(64:1\)
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201201 \(1\) मीटर लम्बी और एक सेमी \(2\) अनुप्रस्थ परिच्छेद की लोहे की छड़ का ताप \(0°C\) से \(100°C\) बढ़ाया जाता है। यदि छड़ की लम्बाई को बढ़ने नहीं दिया जाता है, तो इसके लिये बल का परिमाण है\((\alpha = {10^{ - 5}}/^\circ C\) and \(Y = {10^{11}}\,N/{m^2})\)

1 \({10^3}N\)
2 \({10^4}N\)
3 \({10^5}N\)
4 \({10^9}N\)
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201202 \(l\) लम्बाई तथा \(A\) अनुप्रस्थ परिच्छेद की लोहे की छड़ को \(0°C\) से \(100°C\) तक गर्म किया गया है। यदि इस छड़ को इस प्रकार रखा जाता है कि इसकी लम्बाई को बढ़ने नहीं दिया जाता हैए तो इसमें उत्पन्न बल \(F\) समानुपाती रहता है

1 \(l\) के
2 \({l^{ - 1}}\) के
3 \(A\) के
4 \({A^{ - 1}}\) के
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201203 एक एल्युमीनियम की छड़ (यंग प्रत्यास्थता गुणांक \(7.0×10\)\({^9}\) न्यूटन/मी\(^2\)) \(0.2\%\) विकृति से टूट जाती है। \(10\) \({^4}\) न्यूटन के भार को लटकाने से न टूटने के लिये छड़ की अनुप्रस्थ काट का क्षेत्रफल कम से कम होना चाहिए

1 \(1 \times {10^{ - 2}}\,{m^2}\)
2 \(1.4 \times {10^{ - 3}}\,{m^2}\)
3 \(3.5 \times {10^{ - 3}}\,{m^2}\)
4 \(7.1 \times {10^{ - 4}}\,{m^2}\)
09. MECHANICAL PROPERTIES OF SOLIDS (HM)

201204 तांबे के ऐसे दो तार जिनकी लम्बाई और अर्द्धव्यास (त्रिज्या) का अनुपात क्रमश: \(4:1\) तथा \(1:4\) है। दोनों तारों पर समान बल आरोपित किया जाता है। दोनों तारों में उत्पन्न अनुदैध्र्य विकृति की निष्पत्ति है

1 \(1:16\)
2 \(16:1\)
3 \(1:64\)
4 \(64:1\)