200718
वायुयान के पंख के ऊपर व नीचे से वायु क्रमश: \(120 m/s\) व \(90 m/s\) के क्षैतिज वेग से बह रही है। वायु का घनत्व \( 1.3 kg / m^3\) है। पंख की लम्बाई \(10 m\) व औसत चौड़ाई \(2 m\) है। पंख के दोनों ओर दाबांतर ........ पास्कल होगा
1 \(4095.0 \)
2 \(409.50\)
3 \(40.950 \)
4 \(4.0950\)
Explanation:
(a)बरनॉली की प्रमेय के अनुसार \({P_1} - {P_2} = \frac{1}{2}\rho (v_2^2 - v_1^2)\)\( = \frac{1}{2} \times 1.3 \times [{(120)^2} - {(90)^2}]\) \( = 4095\,N/{m^2}\) अथवा पास्कल
FLUID MECHANICS (HM)
200719
एक बड़ा पात्र \(‘h’ \) ऊँचाई तक जल से भरा है। उसके पेंदे में छेद करके खाली करने पर, जल स्तर \(h\) से \(\frac{h}{2}\) व \(\frac{h}{2}\) से \(0 \) होने में लगे समयों का अनुपात होगा
1 \(\sqrt 2 \)
2 \(\frac{1}{{\sqrt 2 }}\)
3 \(\sqrt 2 - 1\)
4 \(\frac{1}{{\sqrt 2 - 1}}\)
Explanation:
(c)जल स्तर \( H\) ऊँचाई से \(H'\) तक गिरने में लगा समय \(t = \frac{A}{{{A_0}}}\sqrt {\frac{2}{g}} \,\,\left[ {\sqrt H - \sqrt {H'} } \right]\) प्रश्नानुसार \(h \) से \(\frac{h}{2}\) तक जल स्तर गिरने में लगा समय \({t_1} = \frac{A}{{{A_0}}}\sqrt {\frac{2}{g}} \;\;\left[ {\sqrt h - \sqrt {\frac{h}{2}} } \right]\) तथा इसी प्रकार \(\frac{h}{2}\) से शून्य तक जल स्तर गिरने में लगा समय\({t_2} = \frac{A}{{{A_0}}}\sqrt {\frac{2}{g}} \;\left[ {\sqrt {\frac{h}{2}} - 0} \right]\) \( \Rightarrow \;\frac{{{t_1}}}{{{t_2}}} = \frac{{1 - \frac{1}{{\sqrt 2 }}}}{{\frac{1}{{\sqrt 2 }} - 0}} = \sqrt 2 - 1\)
FLUID MECHANICS (HM)
200720
\(20 \) मीटर ऊँचा बेलनाकार पात्र पूर्णत: जल से भरा है। पात्र के तल के एकदम समीप दीवार में छिद्र से निकलने वाले द्रव का बहि:स्राव वेग \( (m/s) \) होगा
200721
जल से भरे पात्र के तली में एक छिद्र है। तली पर कुल दाब \( 3 atm \) (\(1 atm = 10^5N/m^2\) ) है। छिद्र से निकलने वाले जल का वेग होगा
1 \(\sqrt {400} \,m/s\)
2 \(\sqrt {600\,} \,m/s\)
3 \(\sqrt {60} \,m/s\)
4 उपरोक्त में से कोई नही
Explanation:
(a) टैंक के तल पर दाब \(P = h\rho g = 3 \times {10^5}\frac{N}{{{m^2}}}\) द्रव स्तंभ के कारण दाब \( Pl = \) \(3 \times {10^5} - 1 \times {10^5} = 2 \times {10^5}\) तथा पानी का वेग \(v = \sqrt {2gh} \) \( \Rightarrow \;v = \sqrt {\frac{{2{P_l}}}{\rho }} = \sqrt {\frac{{2 \times 2 \times {{10}^5}}}{{{{10}^3}}}} = \sqrt {400} \,m/s\)
FLUID MECHANICS (HM)
200722
बेलनाकार पात्र के तल में \(A\) त्रिज्या का छिद्र है। पात्र में जल \(h\) ऊँचाई तक भरा जाए, तो, पात्र \(t\) सैकण्ड में खाली हो जाता है। यदि जल \( 4h\) ऊँचाई तक भर दिया जाए, तो पात्र खाली होने में लगा समय होगा
1 \(t\)
2 \(4t\)
3 \(2 t\)
4 \(t/4\)
Explanation:
(c)टैंक को खाली करने के लिये आवश्यक समय \(t = \frac{A}{{{A_0}}}\sqrt {\frac{{2H}}{g}} \) ==> \(\frac{{{t_2}}}{{{t_1}}} = \sqrt {\frac{{{H_2}}}{{{H_1}}}} = \sqrt {\frac{{4h}}{h}} = 2\) अत: \(\;\;{t_2} = 2t\)
200718
वायुयान के पंख के ऊपर व नीचे से वायु क्रमश: \(120 m/s\) व \(90 m/s\) के क्षैतिज वेग से बह रही है। वायु का घनत्व \( 1.3 kg / m^3\) है। पंख की लम्बाई \(10 m\) व औसत चौड़ाई \(2 m\) है। पंख के दोनों ओर दाबांतर ........ पास्कल होगा
1 \(4095.0 \)
2 \(409.50\)
3 \(40.950 \)
4 \(4.0950\)
Explanation:
(a)बरनॉली की प्रमेय के अनुसार \({P_1} - {P_2} = \frac{1}{2}\rho (v_2^2 - v_1^2)\)\( = \frac{1}{2} \times 1.3 \times [{(120)^2} - {(90)^2}]\) \( = 4095\,N/{m^2}\) अथवा पास्कल
FLUID MECHANICS (HM)
200719
एक बड़ा पात्र \(‘h’ \) ऊँचाई तक जल से भरा है। उसके पेंदे में छेद करके खाली करने पर, जल स्तर \(h\) से \(\frac{h}{2}\) व \(\frac{h}{2}\) से \(0 \) होने में लगे समयों का अनुपात होगा
1 \(\sqrt 2 \)
2 \(\frac{1}{{\sqrt 2 }}\)
3 \(\sqrt 2 - 1\)
4 \(\frac{1}{{\sqrt 2 - 1}}\)
Explanation:
(c)जल स्तर \( H\) ऊँचाई से \(H'\) तक गिरने में लगा समय \(t = \frac{A}{{{A_0}}}\sqrt {\frac{2}{g}} \,\,\left[ {\sqrt H - \sqrt {H'} } \right]\) प्रश्नानुसार \(h \) से \(\frac{h}{2}\) तक जल स्तर गिरने में लगा समय \({t_1} = \frac{A}{{{A_0}}}\sqrt {\frac{2}{g}} \;\;\left[ {\sqrt h - \sqrt {\frac{h}{2}} } \right]\) तथा इसी प्रकार \(\frac{h}{2}\) से शून्य तक जल स्तर गिरने में लगा समय\({t_2} = \frac{A}{{{A_0}}}\sqrt {\frac{2}{g}} \;\left[ {\sqrt {\frac{h}{2}} - 0} \right]\) \( \Rightarrow \;\frac{{{t_1}}}{{{t_2}}} = \frac{{1 - \frac{1}{{\sqrt 2 }}}}{{\frac{1}{{\sqrt 2 }} - 0}} = \sqrt 2 - 1\)
FLUID MECHANICS (HM)
200720
\(20 \) मीटर ऊँचा बेलनाकार पात्र पूर्णत: जल से भरा है। पात्र के तल के एकदम समीप दीवार में छिद्र से निकलने वाले द्रव का बहि:स्राव वेग \( (m/s) \) होगा
200721
जल से भरे पात्र के तली में एक छिद्र है। तली पर कुल दाब \( 3 atm \) (\(1 atm = 10^5N/m^2\) ) है। छिद्र से निकलने वाले जल का वेग होगा
1 \(\sqrt {400} \,m/s\)
2 \(\sqrt {600\,} \,m/s\)
3 \(\sqrt {60} \,m/s\)
4 उपरोक्त में से कोई नही
Explanation:
(a) टैंक के तल पर दाब \(P = h\rho g = 3 \times {10^5}\frac{N}{{{m^2}}}\) द्रव स्तंभ के कारण दाब \( Pl = \) \(3 \times {10^5} - 1 \times {10^5} = 2 \times {10^5}\) तथा पानी का वेग \(v = \sqrt {2gh} \) \( \Rightarrow \;v = \sqrt {\frac{{2{P_l}}}{\rho }} = \sqrt {\frac{{2 \times 2 \times {{10}^5}}}{{{{10}^3}}}} = \sqrt {400} \,m/s\)
FLUID MECHANICS (HM)
200722
बेलनाकार पात्र के तल में \(A\) त्रिज्या का छिद्र है। पात्र में जल \(h\) ऊँचाई तक भरा जाए, तो, पात्र \(t\) सैकण्ड में खाली हो जाता है। यदि जल \( 4h\) ऊँचाई तक भर दिया जाए, तो पात्र खाली होने में लगा समय होगा
1 \(t\)
2 \(4t\)
3 \(2 t\)
4 \(t/4\)
Explanation:
(c)टैंक को खाली करने के लिये आवश्यक समय \(t = \frac{A}{{{A_0}}}\sqrt {\frac{{2H}}{g}} \) ==> \(\frac{{{t_2}}}{{{t_1}}} = \sqrt {\frac{{{H_2}}}{{{H_1}}}} = \sqrt {\frac{{4h}}{h}} = 2\) अत: \(\;\;{t_2} = 2t\)
NEET Test Series from KOTA - 10 Papers In MS WORD
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FLUID MECHANICS (HM)
200718
वायुयान के पंख के ऊपर व नीचे से वायु क्रमश: \(120 m/s\) व \(90 m/s\) के क्षैतिज वेग से बह रही है। वायु का घनत्व \( 1.3 kg / m^3\) है। पंख की लम्बाई \(10 m\) व औसत चौड़ाई \(2 m\) है। पंख के दोनों ओर दाबांतर ........ पास्कल होगा
1 \(4095.0 \)
2 \(409.50\)
3 \(40.950 \)
4 \(4.0950\)
Explanation:
(a)बरनॉली की प्रमेय के अनुसार \({P_1} - {P_2} = \frac{1}{2}\rho (v_2^2 - v_1^2)\)\( = \frac{1}{2} \times 1.3 \times [{(120)^2} - {(90)^2}]\) \( = 4095\,N/{m^2}\) अथवा पास्कल
FLUID MECHANICS (HM)
200719
एक बड़ा पात्र \(‘h’ \) ऊँचाई तक जल से भरा है। उसके पेंदे में छेद करके खाली करने पर, जल स्तर \(h\) से \(\frac{h}{2}\) व \(\frac{h}{2}\) से \(0 \) होने में लगे समयों का अनुपात होगा
1 \(\sqrt 2 \)
2 \(\frac{1}{{\sqrt 2 }}\)
3 \(\sqrt 2 - 1\)
4 \(\frac{1}{{\sqrt 2 - 1}}\)
Explanation:
(c)जल स्तर \( H\) ऊँचाई से \(H'\) तक गिरने में लगा समय \(t = \frac{A}{{{A_0}}}\sqrt {\frac{2}{g}} \,\,\left[ {\sqrt H - \sqrt {H'} } \right]\) प्रश्नानुसार \(h \) से \(\frac{h}{2}\) तक जल स्तर गिरने में लगा समय \({t_1} = \frac{A}{{{A_0}}}\sqrt {\frac{2}{g}} \;\;\left[ {\sqrt h - \sqrt {\frac{h}{2}} } \right]\) तथा इसी प्रकार \(\frac{h}{2}\) से शून्य तक जल स्तर गिरने में लगा समय\({t_2} = \frac{A}{{{A_0}}}\sqrt {\frac{2}{g}} \;\left[ {\sqrt {\frac{h}{2}} - 0} \right]\) \( \Rightarrow \;\frac{{{t_1}}}{{{t_2}}} = \frac{{1 - \frac{1}{{\sqrt 2 }}}}{{\frac{1}{{\sqrt 2 }} - 0}} = \sqrt 2 - 1\)
FLUID MECHANICS (HM)
200720
\(20 \) मीटर ऊँचा बेलनाकार पात्र पूर्णत: जल से भरा है। पात्र के तल के एकदम समीप दीवार में छिद्र से निकलने वाले द्रव का बहि:स्राव वेग \( (m/s) \) होगा
200721
जल से भरे पात्र के तली में एक छिद्र है। तली पर कुल दाब \( 3 atm \) (\(1 atm = 10^5N/m^2\) ) है। छिद्र से निकलने वाले जल का वेग होगा
1 \(\sqrt {400} \,m/s\)
2 \(\sqrt {600\,} \,m/s\)
3 \(\sqrt {60} \,m/s\)
4 उपरोक्त में से कोई नही
Explanation:
(a) टैंक के तल पर दाब \(P = h\rho g = 3 \times {10^5}\frac{N}{{{m^2}}}\) द्रव स्तंभ के कारण दाब \( Pl = \) \(3 \times {10^5} - 1 \times {10^5} = 2 \times {10^5}\) तथा पानी का वेग \(v = \sqrt {2gh} \) \( \Rightarrow \;v = \sqrt {\frac{{2{P_l}}}{\rho }} = \sqrt {\frac{{2 \times 2 \times {{10}^5}}}{{{{10}^3}}}} = \sqrt {400} \,m/s\)
FLUID MECHANICS (HM)
200722
बेलनाकार पात्र के तल में \(A\) त्रिज्या का छिद्र है। पात्र में जल \(h\) ऊँचाई तक भरा जाए, तो, पात्र \(t\) सैकण्ड में खाली हो जाता है। यदि जल \( 4h\) ऊँचाई तक भर दिया जाए, तो पात्र खाली होने में लगा समय होगा
1 \(t\)
2 \(4t\)
3 \(2 t\)
4 \(t/4\)
Explanation:
(c)टैंक को खाली करने के लिये आवश्यक समय \(t = \frac{A}{{{A_0}}}\sqrt {\frac{{2H}}{g}} \) ==> \(\frac{{{t_2}}}{{{t_1}}} = \sqrt {\frac{{{H_2}}}{{{H_1}}}} = \sqrt {\frac{{4h}}{h}} = 2\) अत: \(\;\;{t_2} = 2t\)
200718
वायुयान के पंख के ऊपर व नीचे से वायु क्रमश: \(120 m/s\) व \(90 m/s\) के क्षैतिज वेग से बह रही है। वायु का घनत्व \( 1.3 kg / m^3\) है। पंख की लम्बाई \(10 m\) व औसत चौड़ाई \(2 m\) है। पंख के दोनों ओर दाबांतर ........ पास्कल होगा
1 \(4095.0 \)
2 \(409.50\)
3 \(40.950 \)
4 \(4.0950\)
Explanation:
(a)बरनॉली की प्रमेय के अनुसार \({P_1} - {P_2} = \frac{1}{2}\rho (v_2^2 - v_1^2)\)\( = \frac{1}{2} \times 1.3 \times [{(120)^2} - {(90)^2}]\) \( = 4095\,N/{m^2}\) अथवा पास्कल
FLUID MECHANICS (HM)
200719
एक बड़ा पात्र \(‘h’ \) ऊँचाई तक जल से भरा है। उसके पेंदे में छेद करके खाली करने पर, जल स्तर \(h\) से \(\frac{h}{2}\) व \(\frac{h}{2}\) से \(0 \) होने में लगे समयों का अनुपात होगा
1 \(\sqrt 2 \)
2 \(\frac{1}{{\sqrt 2 }}\)
3 \(\sqrt 2 - 1\)
4 \(\frac{1}{{\sqrt 2 - 1}}\)
Explanation:
(c)जल स्तर \( H\) ऊँचाई से \(H'\) तक गिरने में लगा समय \(t = \frac{A}{{{A_0}}}\sqrt {\frac{2}{g}} \,\,\left[ {\sqrt H - \sqrt {H'} } \right]\) प्रश्नानुसार \(h \) से \(\frac{h}{2}\) तक जल स्तर गिरने में लगा समय \({t_1} = \frac{A}{{{A_0}}}\sqrt {\frac{2}{g}} \;\;\left[ {\sqrt h - \sqrt {\frac{h}{2}} } \right]\) तथा इसी प्रकार \(\frac{h}{2}\) से शून्य तक जल स्तर गिरने में लगा समय\({t_2} = \frac{A}{{{A_0}}}\sqrt {\frac{2}{g}} \;\left[ {\sqrt {\frac{h}{2}} - 0} \right]\) \( \Rightarrow \;\frac{{{t_1}}}{{{t_2}}} = \frac{{1 - \frac{1}{{\sqrt 2 }}}}{{\frac{1}{{\sqrt 2 }} - 0}} = \sqrt 2 - 1\)
FLUID MECHANICS (HM)
200720
\(20 \) मीटर ऊँचा बेलनाकार पात्र पूर्णत: जल से भरा है। पात्र के तल के एकदम समीप दीवार में छिद्र से निकलने वाले द्रव का बहि:स्राव वेग \( (m/s) \) होगा
200721
जल से भरे पात्र के तली में एक छिद्र है। तली पर कुल दाब \( 3 atm \) (\(1 atm = 10^5N/m^2\) ) है। छिद्र से निकलने वाले जल का वेग होगा
1 \(\sqrt {400} \,m/s\)
2 \(\sqrt {600\,} \,m/s\)
3 \(\sqrt {60} \,m/s\)
4 उपरोक्त में से कोई नही
Explanation:
(a) टैंक के तल पर दाब \(P = h\rho g = 3 \times {10^5}\frac{N}{{{m^2}}}\) द्रव स्तंभ के कारण दाब \( Pl = \) \(3 \times {10^5} - 1 \times {10^5} = 2 \times {10^5}\) तथा पानी का वेग \(v = \sqrt {2gh} \) \( \Rightarrow \;v = \sqrt {\frac{{2{P_l}}}{\rho }} = \sqrt {\frac{{2 \times 2 \times {{10}^5}}}{{{{10}^3}}}} = \sqrt {400} \,m/s\)
FLUID MECHANICS (HM)
200722
बेलनाकार पात्र के तल में \(A\) त्रिज्या का छिद्र है। पात्र में जल \(h\) ऊँचाई तक भरा जाए, तो, पात्र \(t\) सैकण्ड में खाली हो जाता है। यदि जल \( 4h\) ऊँचाई तक भर दिया जाए, तो पात्र खाली होने में लगा समय होगा
1 \(t\)
2 \(4t\)
3 \(2 t\)
4 \(t/4\)
Explanation:
(c)टैंक को खाली करने के लिये आवश्यक समय \(t = \frac{A}{{{A_0}}}\sqrt {\frac{{2H}}{g}} \) ==> \(\frac{{{t_2}}}{{{t_1}}} = \sqrt {\frac{{{H_2}}}{{{H_1}}}} = \sqrt {\frac{{4h}}{h}} = 2\) अत: \(\;\;{t_2} = 2t\)
200718
वायुयान के पंख के ऊपर व नीचे से वायु क्रमश: \(120 m/s\) व \(90 m/s\) के क्षैतिज वेग से बह रही है। वायु का घनत्व \( 1.3 kg / m^3\) है। पंख की लम्बाई \(10 m\) व औसत चौड़ाई \(2 m\) है। पंख के दोनों ओर दाबांतर ........ पास्कल होगा
1 \(4095.0 \)
2 \(409.50\)
3 \(40.950 \)
4 \(4.0950\)
Explanation:
(a)बरनॉली की प्रमेय के अनुसार \({P_1} - {P_2} = \frac{1}{2}\rho (v_2^2 - v_1^2)\)\( = \frac{1}{2} \times 1.3 \times [{(120)^2} - {(90)^2}]\) \( = 4095\,N/{m^2}\) अथवा पास्कल
FLUID MECHANICS (HM)
200719
एक बड़ा पात्र \(‘h’ \) ऊँचाई तक जल से भरा है। उसके पेंदे में छेद करके खाली करने पर, जल स्तर \(h\) से \(\frac{h}{2}\) व \(\frac{h}{2}\) से \(0 \) होने में लगे समयों का अनुपात होगा
1 \(\sqrt 2 \)
2 \(\frac{1}{{\sqrt 2 }}\)
3 \(\sqrt 2 - 1\)
4 \(\frac{1}{{\sqrt 2 - 1}}\)
Explanation:
(c)जल स्तर \( H\) ऊँचाई से \(H'\) तक गिरने में लगा समय \(t = \frac{A}{{{A_0}}}\sqrt {\frac{2}{g}} \,\,\left[ {\sqrt H - \sqrt {H'} } \right]\) प्रश्नानुसार \(h \) से \(\frac{h}{2}\) तक जल स्तर गिरने में लगा समय \({t_1} = \frac{A}{{{A_0}}}\sqrt {\frac{2}{g}} \;\;\left[ {\sqrt h - \sqrt {\frac{h}{2}} } \right]\) तथा इसी प्रकार \(\frac{h}{2}\) से शून्य तक जल स्तर गिरने में लगा समय\({t_2} = \frac{A}{{{A_0}}}\sqrt {\frac{2}{g}} \;\left[ {\sqrt {\frac{h}{2}} - 0} \right]\) \( \Rightarrow \;\frac{{{t_1}}}{{{t_2}}} = \frac{{1 - \frac{1}{{\sqrt 2 }}}}{{\frac{1}{{\sqrt 2 }} - 0}} = \sqrt 2 - 1\)
FLUID MECHANICS (HM)
200720
\(20 \) मीटर ऊँचा बेलनाकार पात्र पूर्णत: जल से भरा है। पात्र के तल के एकदम समीप दीवार में छिद्र से निकलने वाले द्रव का बहि:स्राव वेग \( (m/s) \) होगा
200721
जल से भरे पात्र के तली में एक छिद्र है। तली पर कुल दाब \( 3 atm \) (\(1 atm = 10^5N/m^2\) ) है। छिद्र से निकलने वाले जल का वेग होगा
1 \(\sqrt {400} \,m/s\)
2 \(\sqrt {600\,} \,m/s\)
3 \(\sqrt {60} \,m/s\)
4 उपरोक्त में से कोई नही
Explanation:
(a) टैंक के तल पर दाब \(P = h\rho g = 3 \times {10^5}\frac{N}{{{m^2}}}\) द्रव स्तंभ के कारण दाब \( Pl = \) \(3 \times {10^5} - 1 \times {10^5} = 2 \times {10^5}\) तथा पानी का वेग \(v = \sqrt {2gh} \) \( \Rightarrow \;v = \sqrt {\frac{{2{P_l}}}{\rho }} = \sqrt {\frac{{2 \times 2 \times {{10}^5}}}{{{{10}^3}}}} = \sqrt {400} \,m/s\)
FLUID MECHANICS (HM)
200722
बेलनाकार पात्र के तल में \(A\) त्रिज्या का छिद्र है। पात्र में जल \(h\) ऊँचाई तक भरा जाए, तो, पात्र \(t\) सैकण्ड में खाली हो जाता है। यदि जल \( 4h\) ऊँचाई तक भर दिया जाए, तो पात्र खाली होने में लगा समय होगा
1 \(t\)
2 \(4t\)
3 \(2 t\)
4 \(t/4\)
Explanation:
(c)टैंक को खाली करने के लिये आवश्यक समय \(t = \frac{A}{{{A_0}}}\sqrt {\frac{{2H}}{g}} \) ==> \(\frac{{{t_2}}}{{{t_1}}} = \sqrt {\frac{{{H_2}}}{{{H_1}}}} = \sqrt {\frac{{4h}}{h}} = 2\) अत: \(\;\;{t_2} = 2t\)