199993 एक आदर्श गैस \(\left( {{C_P} = \frac{7}{2}R} \right)\) के तीन मोल दाब \({P_A}\) एवं ताप \({T_A}\) पर समतापीय रूप से अपने प्रारम्भिक आयतन के दोगुने तक प्रसारित होती है। इसके बाद स्थिर दाब पर इसे प्रारम्भिक आयतन तक संपीडित किया जाता है। अंत में गैस को नियत आयतन पर इसके प्रारम्भिक दाब \({P_A}\) तक संपीड़ित किया जाता है। प्रक्रम को सही व्यक्त करने वाले \(P-V\) एवं \(P-T\) वक्र हैं
199994 \(1kg\) द्रव्यमान वाले एक सिलिण्डर को स्थिर दाब पर \(20000 J\) ऊष्मा दी जाती है। यदि सिलिण्डर का प्रारम्भिक ताप \(20^oC\) हो तब सिलिण्डर द्वारा किया गया कार्य ....... \(J\) होगा (दिया है, सिलिण्डर की विशिष्ट ऊष्मा = \(400Jkg^{-1}\), आयतन प्रसार गुणांक \(=9 \times10^{-5}\, {^o} C^{-1}\), वायुमण्डलीय दाब \(=10^5 N/m^2 \) एवं सिलिण्डर का घनत्व \(9000kg/m^3\) है)
199993 एक आदर्श गैस \(\left( {{C_P} = \frac{7}{2}R} \right)\) के तीन मोल दाब \({P_A}\) एवं ताप \({T_A}\) पर समतापीय रूप से अपने प्रारम्भिक आयतन के दोगुने तक प्रसारित होती है। इसके बाद स्थिर दाब पर इसे प्रारम्भिक आयतन तक संपीडित किया जाता है। अंत में गैस को नियत आयतन पर इसके प्रारम्भिक दाब \({P_A}\) तक संपीड़ित किया जाता है। प्रक्रम को सही व्यक्त करने वाले \(P-V\) एवं \(P-T\) वक्र हैं
199994 \(1kg\) द्रव्यमान वाले एक सिलिण्डर को स्थिर दाब पर \(20000 J\) ऊष्मा दी जाती है। यदि सिलिण्डर का प्रारम्भिक ताप \(20^oC\) हो तब सिलिण्डर द्वारा किया गया कार्य ....... \(J\) होगा (दिया है, सिलिण्डर की विशिष्ट ऊष्मा = \(400Jkg^{-1}\), आयतन प्रसार गुणांक \(=9 \times10^{-5}\, {^o} C^{-1}\), वायुमण्डलीय दाब \(=10^5 N/m^2 \) एवं सिलिण्डर का घनत्व \(9000kg/m^3\) है)
199993 एक आदर्श गैस \(\left( {{C_P} = \frac{7}{2}R} \right)\) के तीन मोल दाब \({P_A}\) एवं ताप \({T_A}\) पर समतापीय रूप से अपने प्रारम्भिक आयतन के दोगुने तक प्रसारित होती है। इसके बाद स्थिर दाब पर इसे प्रारम्भिक आयतन तक संपीडित किया जाता है। अंत में गैस को नियत आयतन पर इसके प्रारम्भिक दाब \({P_A}\) तक संपीड़ित किया जाता है। प्रक्रम को सही व्यक्त करने वाले \(P-V\) एवं \(P-T\) वक्र हैं
199994 \(1kg\) द्रव्यमान वाले एक सिलिण्डर को स्थिर दाब पर \(20000 J\) ऊष्मा दी जाती है। यदि सिलिण्डर का प्रारम्भिक ताप \(20^oC\) हो तब सिलिण्डर द्वारा किया गया कार्य ....... \(J\) होगा (दिया है, सिलिण्डर की विशिष्ट ऊष्मा = \(400Jkg^{-1}\), आयतन प्रसार गुणांक \(=9 \times10^{-5}\, {^o} C^{-1}\), वायुमण्डलीय दाब \(=10^5 N/m^2 \) एवं सिलिण्डर का घनत्व \(9000kg/m^3\) है)
199993 एक आदर्श गैस \(\left( {{C_P} = \frac{7}{2}R} \right)\) के तीन मोल दाब \({P_A}\) एवं ताप \({T_A}\) पर समतापीय रूप से अपने प्रारम्भिक आयतन के दोगुने तक प्रसारित होती है। इसके बाद स्थिर दाब पर इसे प्रारम्भिक आयतन तक संपीडित किया जाता है। अंत में गैस को नियत आयतन पर इसके प्रारम्भिक दाब \({P_A}\) तक संपीड़ित किया जाता है। प्रक्रम को सही व्यक्त करने वाले \(P-V\) एवं \(P-T\) वक्र हैं
199994 \(1kg\) द्रव्यमान वाले एक सिलिण्डर को स्थिर दाब पर \(20000 J\) ऊष्मा दी जाती है। यदि सिलिण्डर का प्रारम्भिक ताप \(20^oC\) हो तब सिलिण्डर द्वारा किया गया कार्य ....... \(J\) होगा (दिया है, सिलिण्डर की विशिष्ट ऊष्मा = \(400Jkg^{-1}\), आयतन प्रसार गुणांक \(=9 \times10^{-5}\, {^o} C^{-1}\), वायुमण्डलीय दाब \(=10^5 N/m^2 \) एवं सिलिण्डर का घनत्व \(9000kg/m^3\) है)