199961 एक मोल आदर्श गैस, प्रारंभिक अवस्था \(A\) से अन्तिम अवस्था \(B\) को निम्नलिखित दो प्रक्रमों से होकर जाती है। पहले इसके आयतन का \(V\) से \(3\, V\) तक समतापीय रूप से प्रसार होता है। फिर, स्थिर दाब पर इसका आयतन \(3 V\) से \(V\) तक कम किया जाता है तो, इन दो प्रकमों को निरूपित करने के लिए सही \(P-V\) आरेख है
199961 एक मोल आदर्श गैस, प्रारंभिक अवस्था \(A\) से अन्तिम अवस्था \(B\) को निम्नलिखित दो प्रक्रमों से होकर जाती है। पहले इसके आयतन का \(V\) से \(3\, V\) तक समतापीय रूप से प्रसार होता है। फिर, स्थिर दाब पर इसका आयतन \(3 V\) से \(V\) तक कम किया जाता है तो, इन दो प्रकमों को निरूपित करने के लिए सही \(P-V\) आरेख है
199961 एक मोल आदर्श गैस, प्रारंभिक अवस्था \(A\) से अन्तिम अवस्था \(B\) को निम्नलिखित दो प्रक्रमों से होकर जाती है। पहले इसके आयतन का \(V\) से \(3\, V\) तक समतापीय रूप से प्रसार होता है। फिर, स्थिर दाब पर इसका आयतन \(3 V\) से \(V\) तक कम किया जाता है तो, इन दो प्रकमों को निरूपित करने के लिए सही \(P-V\) आरेख है
199961 एक मोल आदर्श गैस, प्रारंभिक अवस्था \(A\) से अन्तिम अवस्था \(B\) को निम्नलिखित दो प्रक्रमों से होकर जाती है। पहले इसके आयतन का \(V\) से \(3\, V\) तक समतापीय रूप से प्रसार होता है। फिर, स्थिर दाब पर इसका आयतन \(3 V\) से \(V\) तक कम किया जाता है तो, इन दो प्रकमों को निरूपित करने के लिए सही \(P-V\) आरेख है