12. THERMODYNAMICS (HM)
12. THERMODYNAMICS (HM)

199821 \(3.00\) मोल आदर्श द्विपरमाण्विक गैस का ताप बिना दाब परिवर्तित किए \(40.0^{\circ}\) सेल्सियस बढ़ा दिया जाता है। गैस के अणु घूर्णन करते है परन्तु दोलन नहीं करते है। यदि गैस के आन्तरिक ऊर्जा परिवर्तन तथा गैस द्वारा किये गये कार्य का अनुपात \(\frac{x}{10}\) हो, तो \(x\) मान $.....$ (निकटतम पूर्णांक में पूर्णांकित) है। (दिया है \(: R =8.31 \,J\, mol ^{-1} \,K ^{-1}\) )

1 \(25\)
2 \(2.5\)
3 \(125\)
4 \(250\)
12. THERMODYNAMICS (HM)

199822 किसी दढ़ द्विपरमाणुक गैस के \(4\) मोल के ताप में \(0^{\circ} C\) से \(50^{\circ} C\) तक वृद्धि करने के लिए आवश्यक ऊष्मा की मात्रा, जब कोई कार्य नहीं हो रहा है, होगी। (\(R\) में)( \(R\) - सार्वत्रिक गैस नियतांक है।)

1 \(750\)
2 \(175\)
3 \(500\)
4 \(250\)
12. THERMODYNAMICS (HM)

199823 चित्रानुसार एक चक्रीय प्रक्रम से होकर जाने वाले निकाय के द्वारा अवशोषित ऊष्मा का मान \(......\,\pi J\) है।

1 \(50\)
2 \(150\)
3 \(100\)
4 \(200\)
12. THERMODYNAMICS (HM)

199824 दिए गए \(PV\) सूचक आरेख में दर्शाए अनुसार \(27^{\circ} C\) पर किसी आदर्श गैस के \(1\) मोल को \(A\) से \(B\) तक ले जाया गया है। निकाय द्वारा किया गया कार्य \(.....\,\times 10^{-1} \,J\) होगा।[दिया है : \(R =8.3 \,J /\, mole \,K, \,\,\, \ln 2=0.6931]\) (निकटतम पूर्णांक में)

1 \(30012\)
2 \(2147\)
3 \(834\)
4 \(17258\)
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199821 \(3.00\) मोल आदर्श द्विपरमाण्विक गैस का ताप बिना दाब परिवर्तित किए \(40.0^{\circ}\) सेल्सियस बढ़ा दिया जाता है। गैस के अणु घूर्णन करते है परन्तु दोलन नहीं करते है। यदि गैस के आन्तरिक ऊर्जा परिवर्तन तथा गैस द्वारा किये गये कार्य का अनुपात \(\frac{x}{10}\) हो, तो \(x\) मान $.....$ (निकटतम पूर्णांक में पूर्णांकित) है। (दिया है \(: R =8.31 \,J\, mol ^{-1} \,K ^{-1}\) )

1 \(25\)
2 \(2.5\)
3 \(125\)
4 \(250\)
12. THERMODYNAMICS (HM)

199822 किसी दढ़ द्विपरमाणुक गैस के \(4\) मोल के ताप में \(0^{\circ} C\) से \(50^{\circ} C\) तक वृद्धि करने के लिए आवश्यक ऊष्मा की मात्रा, जब कोई कार्य नहीं हो रहा है, होगी। (\(R\) में)( \(R\) - सार्वत्रिक गैस नियतांक है।)

1 \(750\)
2 \(175\)
3 \(500\)
4 \(250\)
12. THERMODYNAMICS (HM)

199823 चित्रानुसार एक चक्रीय प्रक्रम से होकर जाने वाले निकाय के द्वारा अवशोषित ऊष्मा का मान \(......\,\pi J\) है।

1 \(50\)
2 \(150\)
3 \(100\)
4 \(200\)
12. THERMODYNAMICS (HM)

199824 दिए गए \(PV\) सूचक आरेख में दर्शाए अनुसार \(27^{\circ} C\) पर किसी आदर्श गैस के \(1\) मोल को \(A\) से \(B\) तक ले जाया गया है। निकाय द्वारा किया गया कार्य \(.....\,\times 10^{-1} \,J\) होगा।[दिया है : \(R =8.3 \,J /\, mole \,K, \,\,\, \ln 2=0.6931]\) (निकटतम पूर्णांक में)

1 \(30012\)
2 \(2147\)
3 \(834\)
4 \(17258\)
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199821 \(3.00\) मोल आदर्श द्विपरमाण्विक गैस का ताप बिना दाब परिवर्तित किए \(40.0^{\circ}\) सेल्सियस बढ़ा दिया जाता है। गैस के अणु घूर्णन करते है परन्तु दोलन नहीं करते है। यदि गैस के आन्तरिक ऊर्जा परिवर्तन तथा गैस द्वारा किये गये कार्य का अनुपात \(\frac{x}{10}\) हो, तो \(x\) मान $.....$ (निकटतम पूर्णांक में पूर्णांकित) है। (दिया है \(: R =8.31 \,J\, mol ^{-1} \,K ^{-1}\) )

1 \(25\)
2 \(2.5\)
3 \(125\)
4 \(250\)
12. THERMODYNAMICS (HM)

199822 किसी दढ़ द्विपरमाणुक गैस के \(4\) मोल के ताप में \(0^{\circ} C\) से \(50^{\circ} C\) तक वृद्धि करने के लिए आवश्यक ऊष्मा की मात्रा, जब कोई कार्य नहीं हो रहा है, होगी। (\(R\) में)( \(R\) - सार्वत्रिक गैस नियतांक है।)

1 \(750\)
2 \(175\)
3 \(500\)
4 \(250\)
12. THERMODYNAMICS (HM)

199823 चित्रानुसार एक चक्रीय प्रक्रम से होकर जाने वाले निकाय के द्वारा अवशोषित ऊष्मा का मान \(......\,\pi J\) है।

1 \(50\)
2 \(150\)
3 \(100\)
4 \(200\)
12. THERMODYNAMICS (HM)

199824 दिए गए \(PV\) सूचक आरेख में दर्शाए अनुसार \(27^{\circ} C\) पर किसी आदर्श गैस के \(1\) मोल को \(A\) से \(B\) तक ले जाया गया है। निकाय द्वारा किया गया कार्य \(.....\,\times 10^{-1} \,J\) होगा।[दिया है : \(R =8.3 \,J /\, mole \,K, \,\,\, \ln 2=0.6931]\) (निकटतम पूर्णांक में)

1 \(30012\)
2 \(2147\)
3 \(834\)
4 \(17258\)
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12. THERMODYNAMICS (HM)

199821 \(3.00\) मोल आदर्श द्विपरमाण्विक गैस का ताप बिना दाब परिवर्तित किए \(40.0^{\circ}\) सेल्सियस बढ़ा दिया जाता है। गैस के अणु घूर्णन करते है परन्तु दोलन नहीं करते है। यदि गैस के आन्तरिक ऊर्जा परिवर्तन तथा गैस द्वारा किये गये कार्य का अनुपात \(\frac{x}{10}\) हो, तो \(x\) मान $.....$ (निकटतम पूर्णांक में पूर्णांकित) है। (दिया है \(: R =8.31 \,J\, mol ^{-1} \,K ^{-1}\) )

1 \(25\)
2 \(2.5\)
3 \(125\)
4 \(250\)
12. THERMODYNAMICS (HM)

199822 किसी दढ़ द्विपरमाणुक गैस के \(4\) मोल के ताप में \(0^{\circ} C\) से \(50^{\circ} C\) तक वृद्धि करने के लिए आवश्यक ऊष्मा की मात्रा, जब कोई कार्य नहीं हो रहा है, होगी। (\(R\) में)( \(R\) - सार्वत्रिक गैस नियतांक है।)

1 \(750\)
2 \(175\)
3 \(500\)
4 \(250\)
12. THERMODYNAMICS (HM)

199823 चित्रानुसार एक चक्रीय प्रक्रम से होकर जाने वाले निकाय के द्वारा अवशोषित ऊष्मा का मान \(......\,\pi J\) है।

1 \(50\)
2 \(150\)
3 \(100\)
4 \(200\)
12. THERMODYNAMICS (HM)

199824 दिए गए \(PV\) सूचक आरेख में दर्शाए अनुसार \(27^{\circ} C\) पर किसी आदर्श गैस के \(1\) मोल को \(A\) से \(B\) तक ले जाया गया है। निकाय द्वारा किया गया कार्य \(.....\,\times 10^{-1} \,J\) होगा।[दिया है : \(R =8.3 \,J /\, mole \,K, \,\,\, \ln 2=0.6931]\) (निकटतम पूर्णांक में)

1 \(30012\)
2 \(2147\)
3 \(834\)
4 \(17258\)