12. THERMODYNAMICS (HM)
12. THERMODYNAMICS (HM)

199750 एक कार्नों इन्जिन, जिसकी दक्षता \(40\, \%\) है, \(500\, K\) के तापमान पर अनुरक्षित एक स्रोत से ऊप्मा लेता है। यह इच्छा की जाती है कि एक इन्जिन की दक्षता \(60\, \%\) हो। तब, उसी निष्कास (सिंक) तापमान के लिए स्रोत का तापमान ..... \(K\) चाहिए

1 \(1200\)
2 \(750\)
3 \(600 \)
4 कार्नोट इंजन की दक्षता को \(50\%\) से बड़ा नहीं बनाया जा सकता है
12. THERMODYNAMICS (HM)

199751 उपर्युक्त \(P - V\) आरेख इंजन के ऊष्मागतिक चक्र को निरूपित करता है। इंजन में एक आदर्श परमाण्विक गैस हैं। एक सम्पूर्ण चक्र में स्रोत से प्राप्त ऊष्मा की मात्रा होगी

1 \(4P_0V_0\)
2 \(P_0V_0\)
3 \(\left( {\frac{{13}}{2}} \right)\) \( P_0V_0\)
4 \(\;\left( {\frac{{11}}{2}} \right)\) \( P_0V_0\)
12. THERMODYNAMICS (HM)

199752 द्विपरमाणुक आदर्श गैस का एक मोल चक्रोय प्रक्रिया \(A B C\) से गुजरता है जैसा कि चित्र में दर्शाया गया है। प्रक्रिया \(B C\) रूद्धोष्म है। \(A, B\) एवं \(C\) के तापमान क्रमश: \(400\, K , 800\, K\) एवं \(600\, K\) हैं। सही कथन चुनिये :

1 प्रक्रिया \(C A\) में आन्तरिक ऊर्जा में परिवर्तन \(700\) \(R\) है।
2 प्रक्रिया \(A B\) में आन्तरिक ऊर्जा में परिवर्तन \(-350\) \(R\) है।
3 प्रक्रिया \(B C\) में आन्तरिक ऊर्जा में परिवर्तन \(-500\) \(R\) है।
4 सम्पूर्ण चक्रीय प्रक्रिया में आन्तरिक ऊर्जा में परिवर्तन \(250\) \(R\) है
12. THERMODYNAMICS (HM)

199753 एक ठोस पिंड की स्थिर ऊप्मा धारिता \(1 J /{ }^{\circ} C\) है। इसको ऊप्मकों ( ऊष्मा भंडारों) के सम्मर्क में रखकर निम्न दों प्रकार से गर्म किया जाता है,\((i)\) अनुक्रमिक रूप से \(2\) ऊष्मकों के सम्पर्क में इस प्रकार रखकर कि प्रत्येक ऊष्मक समान मात्रा में ऊष्मा देता है,\((ii)\) अनुक्रमिक रूप से \(8\) ऊष्मकों के सम्पर्क में इस प्रकार रखकर कि प्रत्येक ऊष्मक समान मात्रा में ऊष्मा देता है, दोनों स्थितियों में पिंड का प्रारंभिक ताप \(100^{\circ} C\) तथा अन्तिम ताप \(200^{\circ} C\) है। इन दो स्थितियों में पिंड की एन्ट्रॉपी में परिवर्तन होगा, क्रमशः

1 \(ln \) \(2\),\(ln \) \(2\)
2 \(ln\) \(2\),\(2ln\) \(2\)
3 \(2\) \(ln\) \(2\),\(8ln\) \(2\)
4 \(ln\) \(2\),\(4ln\) \(2\)
12. THERMODYNAMICS (HM)

199754 किसी गोलीय कोश (शेल) की त्रिज्या \(R\) और तापमान \(T\) है। इसके भीतर कुष्षिका विकिरणों को फोटॉनों की एक ऐंसी आदर्श़ गैंस माना जा सकता है जिसकी प्रति इकाई आयतन आन्तरिक ऊर्जा, \(u=\frac{U}{V} \propto T^{4}\) तथा दाब, \(p=\frac{1}{3}\left(\frac{U}{V}\right)\) है। यदि इस कोश़ में रुधोष्म प्रसार हां तो, \(T\) तथा \(R\) के वीच संबंध होगा

1 \(T \propto {e^{ - 3R}}\;\;\;\;\;\;\;\;\;\;\;\;\)
2 \(\;T \propto \frac{1}{R}\)
3 \(\;T \propto \frac{1}{{{R^3}}}\)
4 \(\;T \propto {e^{ - R}}\)
12. THERMODYNAMICS (HM)

199750 एक कार्नों इन्जिन, जिसकी दक्षता \(40\, \%\) है, \(500\, K\) के तापमान पर अनुरक्षित एक स्रोत से ऊप्मा लेता है। यह इच्छा की जाती है कि एक इन्जिन की दक्षता \(60\, \%\) हो। तब, उसी निष्कास (सिंक) तापमान के लिए स्रोत का तापमान ..... \(K\) चाहिए

1 \(1200\)
2 \(750\)
3 \(600 \)
4 कार्नोट इंजन की दक्षता को \(50\%\) से बड़ा नहीं बनाया जा सकता है
12. THERMODYNAMICS (HM)

199751 उपर्युक्त \(P - V\) आरेख इंजन के ऊष्मागतिक चक्र को निरूपित करता है। इंजन में एक आदर्श परमाण्विक गैस हैं। एक सम्पूर्ण चक्र में स्रोत से प्राप्त ऊष्मा की मात्रा होगी

1 \(4P_0V_0\)
2 \(P_0V_0\)
3 \(\left( {\frac{{13}}{2}} \right)\) \( P_0V_0\)
4 \(\;\left( {\frac{{11}}{2}} \right)\) \( P_0V_0\)
12. THERMODYNAMICS (HM)

199752 द्विपरमाणुक आदर्श गैस का एक मोल चक्रोय प्रक्रिया \(A B C\) से गुजरता है जैसा कि चित्र में दर्शाया गया है। प्रक्रिया \(B C\) रूद्धोष्म है। \(A, B\) एवं \(C\) के तापमान क्रमश: \(400\, K , 800\, K\) एवं \(600\, K\) हैं। सही कथन चुनिये :

1 प्रक्रिया \(C A\) में आन्तरिक ऊर्जा में परिवर्तन \(700\) \(R\) है।
2 प्रक्रिया \(A B\) में आन्तरिक ऊर्जा में परिवर्तन \(-350\) \(R\) है।
3 प्रक्रिया \(B C\) में आन्तरिक ऊर्जा में परिवर्तन \(-500\) \(R\) है।
4 सम्पूर्ण चक्रीय प्रक्रिया में आन्तरिक ऊर्जा में परिवर्तन \(250\) \(R\) है
12. THERMODYNAMICS (HM)

199753 एक ठोस पिंड की स्थिर ऊप्मा धारिता \(1 J /{ }^{\circ} C\) है। इसको ऊप्मकों ( ऊष्मा भंडारों) के सम्मर्क में रखकर निम्न दों प्रकार से गर्म किया जाता है,\((i)\) अनुक्रमिक रूप से \(2\) ऊष्मकों के सम्पर्क में इस प्रकार रखकर कि प्रत्येक ऊष्मक समान मात्रा में ऊष्मा देता है,\((ii)\) अनुक्रमिक रूप से \(8\) ऊष्मकों के सम्पर्क में इस प्रकार रखकर कि प्रत्येक ऊष्मक समान मात्रा में ऊष्मा देता है, दोनों स्थितियों में पिंड का प्रारंभिक ताप \(100^{\circ} C\) तथा अन्तिम ताप \(200^{\circ} C\) है। इन दो स्थितियों में पिंड की एन्ट्रॉपी में परिवर्तन होगा, क्रमशः

1 \(ln \) \(2\),\(ln \) \(2\)
2 \(ln\) \(2\),\(2ln\) \(2\)
3 \(2\) \(ln\) \(2\),\(8ln\) \(2\)
4 \(ln\) \(2\),\(4ln\) \(2\)
12. THERMODYNAMICS (HM)

199754 किसी गोलीय कोश (शेल) की त्रिज्या \(R\) और तापमान \(T\) है। इसके भीतर कुष्षिका विकिरणों को फोटॉनों की एक ऐंसी आदर्श़ गैंस माना जा सकता है जिसकी प्रति इकाई आयतन आन्तरिक ऊर्जा, \(u=\frac{U}{V} \propto T^{4}\) तथा दाब, \(p=\frac{1}{3}\left(\frac{U}{V}\right)\) है। यदि इस कोश़ में रुधोष्म प्रसार हां तो, \(T\) तथा \(R\) के वीच संबंध होगा

1 \(T \propto {e^{ - 3R}}\;\;\;\;\;\;\;\;\;\;\;\;\)
2 \(\;T \propto \frac{1}{R}\)
3 \(\;T \propto \frac{1}{{{R^3}}}\)
4 \(\;T \propto {e^{ - R}}\)
12. THERMODYNAMICS (HM)

199750 एक कार्नों इन्जिन, जिसकी दक्षता \(40\, \%\) है, \(500\, K\) के तापमान पर अनुरक्षित एक स्रोत से ऊप्मा लेता है। यह इच्छा की जाती है कि एक इन्जिन की दक्षता \(60\, \%\) हो। तब, उसी निष्कास (सिंक) तापमान के लिए स्रोत का तापमान ..... \(K\) चाहिए

1 \(1200\)
2 \(750\)
3 \(600 \)
4 कार्नोट इंजन की दक्षता को \(50\%\) से बड़ा नहीं बनाया जा सकता है
12. THERMODYNAMICS (HM)

199751 उपर्युक्त \(P - V\) आरेख इंजन के ऊष्मागतिक चक्र को निरूपित करता है। इंजन में एक आदर्श परमाण्विक गैस हैं। एक सम्पूर्ण चक्र में स्रोत से प्राप्त ऊष्मा की मात्रा होगी

1 \(4P_0V_0\)
2 \(P_0V_0\)
3 \(\left( {\frac{{13}}{2}} \right)\) \( P_0V_0\)
4 \(\;\left( {\frac{{11}}{2}} \right)\) \( P_0V_0\)
12. THERMODYNAMICS (HM)

199752 द्विपरमाणुक आदर्श गैस का एक मोल चक्रोय प्रक्रिया \(A B C\) से गुजरता है जैसा कि चित्र में दर्शाया गया है। प्रक्रिया \(B C\) रूद्धोष्म है। \(A, B\) एवं \(C\) के तापमान क्रमश: \(400\, K , 800\, K\) एवं \(600\, K\) हैं। सही कथन चुनिये :

1 प्रक्रिया \(C A\) में आन्तरिक ऊर्जा में परिवर्तन \(700\) \(R\) है।
2 प्रक्रिया \(A B\) में आन्तरिक ऊर्जा में परिवर्तन \(-350\) \(R\) है।
3 प्रक्रिया \(B C\) में आन्तरिक ऊर्जा में परिवर्तन \(-500\) \(R\) है।
4 सम्पूर्ण चक्रीय प्रक्रिया में आन्तरिक ऊर्जा में परिवर्तन \(250\) \(R\) है
12. THERMODYNAMICS (HM)

199753 एक ठोस पिंड की स्थिर ऊप्मा धारिता \(1 J /{ }^{\circ} C\) है। इसको ऊप्मकों ( ऊष्मा भंडारों) के सम्मर्क में रखकर निम्न दों प्रकार से गर्म किया जाता है,\((i)\) अनुक्रमिक रूप से \(2\) ऊष्मकों के सम्पर्क में इस प्रकार रखकर कि प्रत्येक ऊष्मक समान मात्रा में ऊष्मा देता है,\((ii)\) अनुक्रमिक रूप से \(8\) ऊष्मकों के सम्पर्क में इस प्रकार रखकर कि प्रत्येक ऊष्मक समान मात्रा में ऊष्मा देता है, दोनों स्थितियों में पिंड का प्रारंभिक ताप \(100^{\circ} C\) तथा अन्तिम ताप \(200^{\circ} C\) है। इन दो स्थितियों में पिंड की एन्ट्रॉपी में परिवर्तन होगा, क्रमशः

1 \(ln \) \(2\),\(ln \) \(2\)
2 \(ln\) \(2\),\(2ln\) \(2\)
3 \(2\) \(ln\) \(2\),\(8ln\) \(2\)
4 \(ln\) \(2\),\(4ln\) \(2\)
12. THERMODYNAMICS (HM)

199754 किसी गोलीय कोश (शेल) की त्रिज्या \(R\) और तापमान \(T\) है। इसके भीतर कुष्षिका विकिरणों को फोटॉनों की एक ऐंसी आदर्श़ गैंस माना जा सकता है जिसकी प्रति इकाई आयतन आन्तरिक ऊर्जा, \(u=\frac{U}{V} \propto T^{4}\) तथा दाब, \(p=\frac{1}{3}\left(\frac{U}{V}\right)\) है। यदि इस कोश़ में रुधोष्म प्रसार हां तो, \(T\) तथा \(R\) के वीच संबंध होगा

1 \(T \propto {e^{ - 3R}}\;\;\;\;\;\;\;\;\;\;\;\;\)
2 \(\;T \propto \frac{1}{R}\)
3 \(\;T \propto \frac{1}{{{R^3}}}\)
4 \(\;T \propto {e^{ - R}}\)
12. THERMODYNAMICS (HM)

199750 एक कार्नों इन्जिन, जिसकी दक्षता \(40\, \%\) है, \(500\, K\) के तापमान पर अनुरक्षित एक स्रोत से ऊप्मा लेता है। यह इच्छा की जाती है कि एक इन्जिन की दक्षता \(60\, \%\) हो। तब, उसी निष्कास (सिंक) तापमान के लिए स्रोत का तापमान ..... \(K\) चाहिए

1 \(1200\)
2 \(750\)
3 \(600 \)
4 कार्नोट इंजन की दक्षता को \(50\%\) से बड़ा नहीं बनाया जा सकता है
12. THERMODYNAMICS (HM)

199751 उपर्युक्त \(P - V\) आरेख इंजन के ऊष्मागतिक चक्र को निरूपित करता है। इंजन में एक आदर्श परमाण्विक गैस हैं। एक सम्पूर्ण चक्र में स्रोत से प्राप्त ऊष्मा की मात्रा होगी

1 \(4P_0V_0\)
2 \(P_0V_0\)
3 \(\left( {\frac{{13}}{2}} \right)\) \( P_0V_0\)
4 \(\;\left( {\frac{{11}}{2}} \right)\) \( P_0V_0\)
12. THERMODYNAMICS (HM)

199752 द्विपरमाणुक आदर्श गैस का एक मोल चक्रोय प्रक्रिया \(A B C\) से गुजरता है जैसा कि चित्र में दर्शाया गया है। प्रक्रिया \(B C\) रूद्धोष्म है। \(A, B\) एवं \(C\) के तापमान क्रमश: \(400\, K , 800\, K\) एवं \(600\, K\) हैं। सही कथन चुनिये :

1 प्रक्रिया \(C A\) में आन्तरिक ऊर्जा में परिवर्तन \(700\) \(R\) है।
2 प्रक्रिया \(A B\) में आन्तरिक ऊर्जा में परिवर्तन \(-350\) \(R\) है।
3 प्रक्रिया \(B C\) में आन्तरिक ऊर्जा में परिवर्तन \(-500\) \(R\) है।
4 सम्पूर्ण चक्रीय प्रक्रिया में आन्तरिक ऊर्जा में परिवर्तन \(250\) \(R\) है
12. THERMODYNAMICS (HM)

199753 एक ठोस पिंड की स्थिर ऊप्मा धारिता \(1 J /{ }^{\circ} C\) है। इसको ऊप्मकों ( ऊष्मा भंडारों) के सम्मर्क में रखकर निम्न दों प्रकार से गर्म किया जाता है,\((i)\) अनुक्रमिक रूप से \(2\) ऊष्मकों के सम्पर्क में इस प्रकार रखकर कि प्रत्येक ऊष्मक समान मात्रा में ऊष्मा देता है,\((ii)\) अनुक्रमिक रूप से \(8\) ऊष्मकों के सम्पर्क में इस प्रकार रखकर कि प्रत्येक ऊष्मक समान मात्रा में ऊष्मा देता है, दोनों स्थितियों में पिंड का प्रारंभिक ताप \(100^{\circ} C\) तथा अन्तिम ताप \(200^{\circ} C\) है। इन दो स्थितियों में पिंड की एन्ट्रॉपी में परिवर्तन होगा, क्रमशः

1 \(ln \) \(2\),\(ln \) \(2\)
2 \(ln\) \(2\),\(2ln\) \(2\)
3 \(2\) \(ln\) \(2\),\(8ln\) \(2\)
4 \(ln\) \(2\),\(4ln\) \(2\)
12. THERMODYNAMICS (HM)

199754 किसी गोलीय कोश (शेल) की त्रिज्या \(R\) और तापमान \(T\) है। इसके भीतर कुष्षिका विकिरणों को फोटॉनों की एक ऐंसी आदर्श़ गैंस माना जा सकता है जिसकी प्रति इकाई आयतन आन्तरिक ऊर्जा, \(u=\frac{U}{V} \propto T^{4}\) तथा दाब, \(p=\frac{1}{3}\left(\frac{U}{V}\right)\) है। यदि इस कोश़ में रुधोष्म प्रसार हां तो, \(T\) तथा \(R\) के वीच संबंध होगा

1 \(T \propto {e^{ - 3R}}\;\;\;\;\;\;\;\;\;\;\;\;\)
2 \(\;T \propto \frac{1}{R}\)
3 \(\;T \propto \frac{1}{{{R^3}}}\)
4 \(\;T \propto {e^{ - R}}\)
12. THERMODYNAMICS (HM)

199750 एक कार्नों इन्जिन, जिसकी दक्षता \(40\, \%\) है, \(500\, K\) के तापमान पर अनुरक्षित एक स्रोत से ऊप्मा लेता है। यह इच्छा की जाती है कि एक इन्जिन की दक्षता \(60\, \%\) हो। तब, उसी निष्कास (सिंक) तापमान के लिए स्रोत का तापमान ..... \(K\) चाहिए

1 \(1200\)
2 \(750\)
3 \(600 \)
4 कार्नोट इंजन की दक्षता को \(50\%\) से बड़ा नहीं बनाया जा सकता है
12. THERMODYNAMICS (HM)

199751 उपर्युक्त \(P - V\) आरेख इंजन के ऊष्मागतिक चक्र को निरूपित करता है। इंजन में एक आदर्श परमाण्विक गैस हैं। एक सम्पूर्ण चक्र में स्रोत से प्राप्त ऊष्मा की मात्रा होगी

1 \(4P_0V_0\)
2 \(P_0V_0\)
3 \(\left( {\frac{{13}}{2}} \right)\) \( P_0V_0\)
4 \(\;\left( {\frac{{11}}{2}} \right)\) \( P_0V_0\)
12. THERMODYNAMICS (HM)

199752 द्विपरमाणुक आदर्श गैस का एक मोल चक्रोय प्रक्रिया \(A B C\) से गुजरता है जैसा कि चित्र में दर्शाया गया है। प्रक्रिया \(B C\) रूद्धोष्म है। \(A, B\) एवं \(C\) के तापमान क्रमश: \(400\, K , 800\, K\) एवं \(600\, K\) हैं। सही कथन चुनिये :

1 प्रक्रिया \(C A\) में आन्तरिक ऊर्जा में परिवर्तन \(700\) \(R\) है।
2 प्रक्रिया \(A B\) में आन्तरिक ऊर्जा में परिवर्तन \(-350\) \(R\) है।
3 प्रक्रिया \(B C\) में आन्तरिक ऊर्जा में परिवर्तन \(-500\) \(R\) है।
4 सम्पूर्ण चक्रीय प्रक्रिया में आन्तरिक ऊर्जा में परिवर्तन \(250\) \(R\) है
12. THERMODYNAMICS (HM)

199753 एक ठोस पिंड की स्थिर ऊप्मा धारिता \(1 J /{ }^{\circ} C\) है। इसको ऊप्मकों ( ऊष्मा भंडारों) के सम्मर्क में रखकर निम्न दों प्रकार से गर्म किया जाता है,\((i)\) अनुक्रमिक रूप से \(2\) ऊष्मकों के सम्पर्क में इस प्रकार रखकर कि प्रत्येक ऊष्मक समान मात्रा में ऊष्मा देता है,\((ii)\) अनुक्रमिक रूप से \(8\) ऊष्मकों के सम्पर्क में इस प्रकार रखकर कि प्रत्येक ऊष्मक समान मात्रा में ऊष्मा देता है, दोनों स्थितियों में पिंड का प्रारंभिक ताप \(100^{\circ} C\) तथा अन्तिम ताप \(200^{\circ} C\) है। इन दो स्थितियों में पिंड की एन्ट्रॉपी में परिवर्तन होगा, क्रमशः

1 \(ln \) \(2\),\(ln \) \(2\)
2 \(ln\) \(2\),\(2ln\) \(2\)
3 \(2\) \(ln\) \(2\),\(8ln\) \(2\)
4 \(ln\) \(2\),\(4ln\) \(2\)
12. THERMODYNAMICS (HM)

199754 किसी गोलीय कोश (शेल) की त्रिज्या \(R\) और तापमान \(T\) है। इसके भीतर कुष्षिका विकिरणों को फोटॉनों की एक ऐंसी आदर्श़ गैंस माना जा सकता है जिसकी प्रति इकाई आयतन आन्तरिक ऊर्जा, \(u=\frac{U}{V} \propto T^{4}\) तथा दाब, \(p=\frac{1}{3}\left(\frac{U}{V}\right)\) है। यदि इस कोश़ में रुधोष्म प्रसार हां तो, \(T\) तथा \(R\) के वीच संबंध होगा

1 \(T \propto {e^{ - 3R}}\;\;\;\;\;\;\;\;\;\;\;\;\)
2 \(\;T \propto \frac{1}{R}\)
3 \(\;T \propto \frac{1}{{{R^3}}}\)
4 \(\;T \propto {e^{ - R}}\)