199567 एक गैस को यकायक इसके प्रारम्भिक आयतन के एक-चौथाई भाग तक संपीड़ित किया जाता है। यदि प्रारम्भिक दाब P हो तब अन्तिम दाब होगा
PVγ=नियतांक ⇒ P2P1=(V1V2)γ=(V1V1/4)γ=4γ⇒ P2=4γPचूँकि γ का मान सदैव 1 से बड़ा होता है, इसलिए 4γ>4⇒ P2>4P
199568 एक गैस γ=1.5 को अपने प्रारम्भिक आयतन के एक चौथाई तक अचानक संपीडित किया जाता है। अन्तिम एवं प्रारम्भिक दाब का अनुपात होगा
P1V1γ=P2V2γ⇒ P2P1=[V1V2]γ=[41]3/2=81
199569 γ=1.4 वाली गैस के एक मोल को रुद्धोष्म रूप से संपीडित किया जाता है। जिससे उसका ताप 27°C से 35°C तक बढ़ जाता है। गैस की आन्तरिक ऊर्जा में ....... J परिवर्तन होगा (R=8.3J/mol.K)
गैस की आन्तरिक ऊर्जा में परिवर्तन ΔU=−ΔWRγ−1[T2−T1]=8.3(1.4−1)[308−300]=166J
199570 27°C ताप पर एक गैस को अपने प्रारम्भिक आयतन के एक चौथाई तक संपीड़ित किया जाता है, यदि γ=1.4 हो तब गैस का नया ताप होगा
रुद्धोष्म परिवर्तन से TVγ−1= नियतांकT2T1=(V1V2)γ−1Þ T2=(V1V2)γ−1×T1 T2=(VV/4)1.4−1×300 =300×(4)0.4K
199571 एक गैस के 2 मोल के प्रसार के दौरान गैस की आन्तरिक ऊर्जा में परिवर्तन −50J है। प्रक्रम के दौरान किया गया कार्य ..... J है
रुद्धोष्म प्रक्रम से, ΔW=−ΔU (∵ΔQ=0)⇒ ΔW=−(−50)=+50J