199908 नीचे दर्शाये गये चित्र में, एक कुचालक बेलनाकार पात्र का आयतन \({V_0}\) है। इसे एक चिकने पिस्टन (क्षेत्रफल = \(A\) ) द्वारा दो समान भागों में बाँटा गया है। एक आदर्श गैस \(({C_P}/{C_V} = \gamma )\) दाब, \(P_1\) एवं ताप \(T_1\) पर पात्र के बाँये भाग में भरी गयी है। एवं दाँये भाग में भी यही गैस दाब \( P_2\) एवं ताप \(T_2\) पर भरी गयी है। पिस्टन धीरे से विस्थापित होता है, एवं साम्यावस्था में स्थिर हो जाता है। दोनों भागों का अंतिम दाब होगा (मान लीजिए \(x\) = पिस्टन का विस्थापन है)
199909 दो सिलिण्डर \(A\) तथा \(B\) में समान मात्रा में द्विपरमाण्विक गैस \(300 K\) तापक्रम पर भरी है। \( A\) का पिस्टन गति हेतु स्वतंत्र है जबकि \(B\) का पिस्टन स्थिर है। दोनों सिलिण्डरों में ऊष्मा की समान मात्रा दी जाती है। \( A\) की गैस का ताप \(30 K\) बढ़ जाता है तब \( B\) की गैस के तापक्रम में ....... \(K\) वृद्धि होगी
199908 नीचे दर्शाये गये चित्र में, एक कुचालक बेलनाकार पात्र का आयतन \({V_0}\) है। इसे एक चिकने पिस्टन (क्षेत्रफल = \(A\) ) द्वारा दो समान भागों में बाँटा गया है। एक आदर्श गैस \(({C_P}/{C_V} = \gamma )\) दाब, \(P_1\) एवं ताप \(T_1\) पर पात्र के बाँये भाग में भरी गयी है। एवं दाँये भाग में भी यही गैस दाब \( P_2\) एवं ताप \(T_2\) पर भरी गयी है। पिस्टन धीरे से विस्थापित होता है, एवं साम्यावस्था में स्थिर हो जाता है। दोनों भागों का अंतिम दाब होगा (मान लीजिए \(x\) = पिस्टन का विस्थापन है)
199909 दो सिलिण्डर \(A\) तथा \(B\) में समान मात्रा में द्विपरमाण्विक गैस \(300 K\) तापक्रम पर भरी है। \( A\) का पिस्टन गति हेतु स्वतंत्र है जबकि \(B\) का पिस्टन स्थिर है। दोनों सिलिण्डरों में ऊष्मा की समान मात्रा दी जाती है। \( A\) की गैस का ताप \(30 K\) बढ़ जाता है तब \( B\) की गैस के तापक्रम में ....... \(K\) वृद्धि होगी
199908 नीचे दर्शाये गये चित्र में, एक कुचालक बेलनाकार पात्र का आयतन \({V_0}\) है। इसे एक चिकने पिस्टन (क्षेत्रफल = \(A\) ) द्वारा दो समान भागों में बाँटा गया है। एक आदर्श गैस \(({C_P}/{C_V} = \gamma )\) दाब, \(P_1\) एवं ताप \(T_1\) पर पात्र के बाँये भाग में भरी गयी है। एवं दाँये भाग में भी यही गैस दाब \( P_2\) एवं ताप \(T_2\) पर भरी गयी है। पिस्टन धीरे से विस्थापित होता है, एवं साम्यावस्था में स्थिर हो जाता है। दोनों भागों का अंतिम दाब होगा (मान लीजिए \(x\) = पिस्टन का विस्थापन है)
199909 दो सिलिण्डर \(A\) तथा \(B\) में समान मात्रा में द्विपरमाण्विक गैस \(300 K\) तापक्रम पर भरी है। \( A\) का पिस्टन गति हेतु स्वतंत्र है जबकि \(B\) का पिस्टन स्थिर है। दोनों सिलिण्डरों में ऊष्मा की समान मात्रा दी जाती है। \( A\) की गैस का ताप \(30 K\) बढ़ जाता है तब \( B\) की गैस के तापक्रम में ....... \(K\) वृद्धि होगी
199908 नीचे दर्शाये गये चित्र में, एक कुचालक बेलनाकार पात्र का आयतन \({V_0}\) है। इसे एक चिकने पिस्टन (क्षेत्रफल = \(A\) ) द्वारा दो समान भागों में बाँटा गया है। एक आदर्श गैस \(({C_P}/{C_V} = \gamma )\) दाब, \(P_1\) एवं ताप \(T_1\) पर पात्र के बाँये भाग में भरी गयी है। एवं दाँये भाग में भी यही गैस दाब \( P_2\) एवं ताप \(T_2\) पर भरी गयी है। पिस्टन धीरे से विस्थापित होता है, एवं साम्यावस्था में स्थिर हो जाता है। दोनों भागों का अंतिम दाब होगा (मान लीजिए \(x\) = पिस्टन का विस्थापन है)
199909 दो सिलिण्डर \(A\) तथा \(B\) में समान मात्रा में द्विपरमाण्विक गैस \(300 K\) तापक्रम पर भरी है। \( A\) का पिस्टन गति हेतु स्वतंत्र है जबकि \(B\) का पिस्टन स्थिर है। दोनों सिलिण्डरों में ऊष्मा की समान मात्रा दी जाती है। \( A\) की गैस का ताप \(30 K\) बढ़ जाता है तब \( B\) की गैस के तापक्रम में ....... \(K\) वृद्धि होगी