01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197672 किसी पूर्णत: आवेशित संधारित्र की धारिता \(‘C’\) है। इस संधारित्र का विसर्जन प्रतिरोधी तार की बनी किसी ऐसी छोटी कुण्डली से होकर किया जाता है, जो द्रव्यमान \(‘m’\) तथा विशिष्ट ऊष्माधारिता \('s'\) के किसी ऊष्मारोधी गुटके में अंत: स्थापित है। यदि गुटके के ताप में वृद्धि ‘\(\Delta T\)’ है, तो संधारित्र के सिरों के बीच विभवान्तर है

1 \(\frac{{ms\Delta T}}{C}\)
2 \(\sqrt {\frac{{2ms\Delta T}}{C}} \)
3 \(\sqrt {\frac{{2mC\Delta T}}{s}} \)
4 \(\frac{{mC\Delta T}}{s}\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197673 चार संधारित्रों, जिनकी धारितायें \({C_1} = C,\,\,{C_2} = 2C,\,{C_3} = 3C\) तथा \({C_4} = 4C\) हैं, का एक नेटवर्क एक बैटरी से चित्रानुसार जुड़ा हैै। \({C_2}\) तथा \({C_4}\) पर आवेशों का अनुपात है

1 \(\frac{{22}}{3}\)
2 \(\frac{3}{{22}}\)
3 \(\frac{7}{4}\)
4 \(\frac{4}{7}\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197674 \(4\) \(\mu F\) के एक संधारित्र तथा \(2.5 \,MW\)\(\Omega\) के एक प्रतिरोध को \(12\, V\) बैटरी से श्रेणीक्रम में जोड़ा गया है। कितने समय पश्चात् संधारित्र के सिरों पर विभवान्तर प्रतिरोध के सिरों पर विभवान्तर का तीन गुना होगा.....\(s\) [दिया है \(ln(2)= 0.693\)]

1 \(13.86 \)
2 \(6.93\)
3 \(7\)
4 \(14 \)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197675 चित्रानुसार, बिन्दु आवेश \(q\) धनात्मक \(X - \)अक्ष की दिशा के समान्तर एकसमान विद्युत क्षेत्र में \(P\) से \(S\) की दिशा में \(PQRS\) के अनुदिश गति करता है।\(P,\,Q,\,R\) व \(S\) के निर्देशांक क्रमश: \((a,\,b,\,0),\;(2a,\,0,\,0),\;(a,\, - b,\,0)\) व \((0,\,0,\,0)\) हैं। क्षेत्र द्वारा उपरोक्त प्रक्रिया में किया गया कार्य है

1 \(qEa\)
2 \( - qEa\)
3 \(qEa\sqrt 2 \)
4 \(qE\sqrt {[{{(2a)}^2} + {b^2}]} \)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197672 किसी पूर्णत: आवेशित संधारित्र की धारिता \(‘C’\) है। इस संधारित्र का विसर्जन प्रतिरोधी तार की बनी किसी ऐसी छोटी कुण्डली से होकर किया जाता है, जो द्रव्यमान \(‘m’\) तथा विशिष्ट ऊष्माधारिता \('s'\) के किसी ऊष्मारोधी गुटके में अंत: स्थापित है। यदि गुटके के ताप में वृद्धि ‘\(\Delta T\)’ है, तो संधारित्र के सिरों के बीच विभवान्तर है

1 \(\frac{{ms\Delta T}}{C}\)
2 \(\sqrt {\frac{{2ms\Delta T}}{C}} \)
3 \(\sqrt {\frac{{2mC\Delta T}}{s}} \)
4 \(\frac{{mC\Delta T}}{s}\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197673 चार संधारित्रों, जिनकी धारितायें \({C_1} = C,\,\,{C_2} = 2C,\,{C_3} = 3C\) तथा \({C_4} = 4C\) हैं, का एक नेटवर्क एक बैटरी से चित्रानुसार जुड़ा हैै। \({C_2}\) तथा \({C_4}\) पर आवेशों का अनुपात है

1 \(\frac{{22}}{3}\)
2 \(\frac{3}{{22}}\)
3 \(\frac{7}{4}\)
4 \(\frac{4}{7}\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197674 \(4\) \(\mu F\) के एक संधारित्र तथा \(2.5 \,MW\)\(\Omega\) के एक प्रतिरोध को \(12\, V\) बैटरी से श्रेणीक्रम में जोड़ा गया है। कितने समय पश्चात् संधारित्र के सिरों पर विभवान्तर प्रतिरोध के सिरों पर विभवान्तर का तीन गुना होगा.....\(s\) [दिया है \(ln(2)= 0.693\)]

1 \(13.86 \)
2 \(6.93\)
3 \(7\)
4 \(14 \)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197675 चित्रानुसार, बिन्दु आवेश \(q\) धनात्मक \(X - \)अक्ष की दिशा के समान्तर एकसमान विद्युत क्षेत्र में \(P\) से \(S\) की दिशा में \(PQRS\) के अनुदिश गति करता है।\(P,\,Q,\,R\) व \(S\) के निर्देशांक क्रमश: \((a,\,b,\,0),\;(2a,\,0,\,0),\;(a,\, - b,\,0)\) व \((0,\,0,\,0)\) हैं। क्षेत्र द्वारा उपरोक्त प्रक्रिया में किया गया कार्य है

1 \(qEa\)
2 \( - qEa\)
3 \(qEa\sqrt 2 \)
4 \(qE\sqrt {[{{(2a)}^2} + {b^2}]} \)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197672 किसी पूर्णत: आवेशित संधारित्र की धारिता \(‘C’\) है। इस संधारित्र का विसर्जन प्रतिरोधी तार की बनी किसी ऐसी छोटी कुण्डली से होकर किया जाता है, जो द्रव्यमान \(‘m’\) तथा विशिष्ट ऊष्माधारिता \('s'\) के किसी ऊष्मारोधी गुटके में अंत: स्थापित है। यदि गुटके के ताप में वृद्धि ‘\(\Delta T\)’ है, तो संधारित्र के सिरों के बीच विभवान्तर है

1 \(\frac{{ms\Delta T}}{C}\)
2 \(\sqrt {\frac{{2ms\Delta T}}{C}} \)
3 \(\sqrt {\frac{{2mC\Delta T}}{s}} \)
4 \(\frac{{mC\Delta T}}{s}\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197673 चार संधारित्रों, जिनकी धारितायें \({C_1} = C,\,\,{C_2} = 2C,\,{C_3} = 3C\) तथा \({C_4} = 4C\) हैं, का एक नेटवर्क एक बैटरी से चित्रानुसार जुड़ा हैै। \({C_2}\) तथा \({C_4}\) पर आवेशों का अनुपात है

1 \(\frac{{22}}{3}\)
2 \(\frac{3}{{22}}\)
3 \(\frac{7}{4}\)
4 \(\frac{4}{7}\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197674 \(4\) \(\mu F\) के एक संधारित्र तथा \(2.5 \,MW\)\(\Omega\) के एक प्रतिरोध को \(12\, V\) बैटरी से श्रेणीक्रम में जोड़ा गया है। कितने समय पश्चात् संधारित्र के सिरों पर विभवान्तर प्रतिरोध के सिरों पर विभवान्तर का तीन गुना होगा.....\(s\) [दिया है \(ln(2)= 0.693\)]

1 \(13.86 \)
2 \(6.93\)
3 \(7\)
4 \(14 \)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197675 चित्रानुसार, बिन्दु आवेश \(q\) धनात्मक \(X - \)अक्ष की दिशा के समान्तर एकसमान विद्युत क्षेत्र में \(P\) से \(S\) की दिशा में \(PQRS\) के अनुदिश गति करता है।\(P,\,Q,\,R\) व \(S\) के निर्देशांक क्रमश: \((a,\,b,\,0),\;(2a,\,0,\,0),\;(a,\, - b,\,0)\) व \((0,\,0,\,0)\) हैं। क्षेत्र द्वारा उपरोक्त प्रक्रिया में किया गया कार्य है

1 \(qEa\)
2 \( - qEa\)
3 \(qEa\sqrt 2 \)
4 \(qE\sqrt {[{{(2a)}^2} + {b^2}]} \)
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01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197672 किसी पूर्णत: आवेशित संधारित्र की धारिता \(‘C’\) है। इस संधारित्र का विसर्जन प्रतिरोधी तार की बनी किसी ऐसी छोटी कुण्डली से होकर किया जाता है, जो द्रव्यमान \(‘m’\) तथा विशिष्ट ऊष्माधारिता \('s'\) के किसी ऊष्मारोधी गुटके में अंत: स्थापित है। यदि गुटके के ताप में वृद्धि ‘\(\Delta T\)’ है, तो संधारित्र के सिरों के बीच विभवान्तर है

1 \(\frac{{ms\Delta T}}{C}\)
2 \(\sqrt {\frac{{2ms\Delta T}}{C}} \)
3 \(\sqrt {\frac{{2mC\Delta T}}{s}} \)
4 \(\frac{{mC\Delta T}}{s}\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197673 चार संधारित्रों, जिनकी धारितायें \({C_1} = C,\,\,{C_2} = 2C,\,{C_3} = 3C\) तथा \({C_4} = 4C\) हैं, का एक नेटवर्क एक बैटरी से चित्रानुसार जुड़ा हैै। \({C_2}\) तथा \({C_4}\) पर आवेशों का अनुपात है

1 \(\frac{{22}}{3}\)
2 \(\frac{3}{{22}}\)
3 \(\frac{7}{4}\)
4 \(\frac{4}{7}\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197674 \(4\) \(\mu F\) के एक संधारित्र तथा \(2.5 \,MW\)\(\Omega\) के एक प्रतिरोध को \(12\, V\) बैटरी से श्रेणीक्रम में जोड़ा गया है। कितने समय पश्चात् संधारित्र के सिरों पर विभवान्तर प्रतिरोध के सिरों पर विभवान्तर का तीन गुना होगा.....\(s\) [दिया है \(ln(2)= 0.693\)]

1 \(13.86 \)
2 \(6.93\)
3 \(7\)
4 \(14 \)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197675 चित्रानुसार, बिन्दु आवेश \(q\) धनात्मक \(X - \)अक्ष की दिशा के समान्तर एकसमान विद्युत क्षेत्र में \(P\) से \(S\) की दिशा में \(PQRS\) के अनुदिश गति करता है।\(P,\,Q,\,R\) व \(S\) के निर्देशांक क्रमश: \((a,\,b,\,0),\;(2a,\,0,\,0),\;(a,\, - b,\,0)\) व \((0,\,0,\,0)\) हैं। क्षेत्र द्वारा उपरोक्त प्रक्रिया में किया गया कार्य है

1 \(qEa\)
2 \( - qEa\)
3 \(qEa\sqrt 2 \)
4 \(qE\sqrt {[{{(2a)}^2} + {b^2}]} \)