NEET Test Series from KOTA - 10 Papers In MS WORD
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01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
197652
किसी पतली धातु की पत्ती से बनाये गये संधारित्र की धारिता \(2\,\mu F\) है। यदि पत्ती को \(0.15\,mm\) मोटाई के कागज के साथ मोड़ दिया जाये जबकि कागज का परावैद्युतांक \(2.5\) एवं कागज की चौड़ाई \(400\,mm\) हो तो पत्ती की लम्बाई.......\(m\) होगी
1 \(0.34\)
2 \(1.33\)
3 \(13.4\)
4 \(33.9\)
Explanation:
यदि पत्ती की लम्बाई \(l\) है तब \(C = \frac{{k{\varepsilon _0}(l \times b)}}{d}\) \(2 \times {10^{ - 6}} = \frac{{2.5 \times 8.85 \times {{10}^{ - 12}}(l \times 400 \times {{10}^{ - 3}})}}{{0.15 \times {{10}^{ - 3}}}}\) \(l = 33.9\, m\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
197653
एक समान्तर प्लेट संधारित्र को \(50\, V\) के विभवान्तर तक आवेशित किया गया है। इसे एक प्रतिरोध से निरावेशित किया जाता है। \(1\) सैकण्ड बाद, प्लेटों के मध्य विभवान्तर \(40 \,V\) रह जाता है तो
1 \(1\) सैकण्ड बाद संचित ऊर्जा का अंश \({16}/{25}\) है
2 \(2\) सैकण्ड बाद प्लेटों के मध्य विभवान्तर \(32\, V\) है
3 \(2\) सैकण्ड बाद प्लेटों के मध्य विभवान्तर \(20 \,V\) है
197654
एक समान्तर प्लेट संधारित्र बैटरी से जुड़ा है। इसकी प्लेटों को एकसमान चाल से दूर की ओर खींचा जाता है। यदि प्लेटों के बीच अन्तराल \(x\) है, तो संधारित्र की स्थितिज ऊर्जा की समय के साथ परिवर्तन की दर निम्न में से किसके समानुपाती है
197655
पाँच एक जैसी समान क्षेत्रफल \(A\) की प्लेटों को चित्र के अनुसार जोड़ा गया है। प्लेटों के बीच की दूरी \(d\) है। यदि इस संयोजन को \(V\) वोल्ट तक आवेशित किया जाये तो प्लेट \(1\) व \(4\) पर आवेश होगा
दिये गये परिपथ को निम्न प्रकार पुन: बनाया जा सकता है। सभी संधारित्र एकसमान हैं एवं प्रत्येक की धारिता \(C = \frac{{{\varepsilon _0}A}}{d}\)है। प्रत्येक संधारित्र पर आवेश $| = |$ प्रत्येक प्लेट का आवेश| \( = \frac{{{\varepsilon _0}A}}{d}V\) प्लेट \(1\) बैटरी के धन सिरे से जुड़ी है अत: इस पर आवेश \( + \frac{{{\varepsilon _0}A}}{d}V\)होगा प्लेट \(4\) दो बार आती है एवं बैटरी के ऋण सिरे से जुड़ी है। अत: इस पर आवेश \( - \frac{{2{\varepsilon _0}A}}{d}\,V\)
197652
किसी पतली धातु की पत्ती से बनाये गये संधारित्र की धारिता \(2\,\mu F\) है। यदि पत्ती को \(0.15\,mm\) मोटाई के कागज के साथ मोड़ दिया जाये जबकि कागज का परावैद्युतांक \(2.5\) एवं कागज की चौड़ाई \(400\,mm\) हो तो पत्ती की लम्बाई.......\(m\) होगी
1 \(0.34\)
2 \(1.33\)
3 \(13.4\)
4 \(33.9\)
Explanation:
यदि पत्ती की लम्बाई \(l\) है तब \(C = \frac{{k{\varepsilon _0}(l \times b)}}{d}\) \(2 \times {10^{ - 6}} = \frac{{2.5 \times 8.85 \times {{10}^{ - 12}}(l \times 400 \times {{10}^{ - 3}})}}{{0.15 \times {{10}^{ - 3}}}}\) \(l = 33.9\, m\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
197653
एक समान्तर प्लेट संधारित्र को \(50\, V\) के विभवान्तर तक आवेशित किया गया है। इसे एक प्रतिरोध से निरावेशित किया जाता है। \(1\) सैकण्ड बाद, प्लेटों के मध्य विभवान्तर \(40 \,V\) रह जाता है तो
1 \(1\) सैकण्ड बाद संचित ऊर्जा का अंश \({16}/{25}\) है
2 \(2\) सैकण्ड बाद प्लेटों के मध्य विभवान्तर \(32\, V\) है
3 \(2\) सैकण्ड बाद प्लेटों के मध्य विभवान्तर \(20 \,V\) है
197654
एक समान्तर प्लेट संधारित्र बैटरी से जुड़ा है। इसकी प्लेटों को एकसमान चाल से दूर की ओर खींचा जाता है। यदि प्लेटों के बीच अन्तराल \(x\) है, तो संधारित्र की स्थितिज ऊर्जा की समय के साथ परिवर्तन की दर निम्न में से किसके समानुपाती है
197655
पाँच एक जैसी समान क्षेत्रफल \(A\) की प्लेटों को चित्र के अनुसार जोड़ा गया है। प्लेटों के बीच की दूरी \(d\) है। यदि इस संयोजन को \(V\) वोल्ट तक आवेशित किया जाये तो प्लेट \(1\) व \(4\) पर आवेश होगा
दिये गये परिपथ को निम्न प्रकार पुन: बनाया जा सकता है। सभी संधारित्र एकसमान हैं एवं प्रत्येक की धारिता \(C = \frac{{{\varepsilon _0}A}}{d}\)है। प्रत्येक संधारित्र पर आवेश $| = |$ प्रत्येक प्लेट का आवेश| \( = \frac{{{\varepsilon _0}A}}{d}V\) प्लेट \(1\) बैटरी के धन सिरे से जुड़ी है अत: इस पर आवेश \( + \frac{{{\varepsilon _0}A}}{d}V\)होगा प्लेट \(4\) दो बार आती है एवं बैटरी के ऋण सिरे से जुड़ी है। अत: इस पर आवेश \( - \frac{{2{\varepsilon _0}A}}{d}\,V\)
197652
किसी पतली धातु की पत्ती से बनाये गये संधारित्र की धारिता \(2\,\mu F\) है। यदि पत्ती को \(0.15\,mm\) मोटाई के कागज के साथ मोड़ दिया जाये जबकि कागज का परावैद्युतांक \(2.5\) एवं कागज की चौड़ाई \(400\,mm\) हो तो पत्ती की लम्बाई.......\(m\) होगी
1 \(0.34\)
2 \(1.33\)
3 \(13.4\)
4 \(33.9\)
Explanation:
यदि पत्ती की लम्बाई \(l\) है तब \(C = \frac{{k{\varepsilon _0}(l \times b)}}{d}\) \(2 \times {10^{ - 6}} = \frac{{2.5 \times 8.85 \times {{10}^{ - 12}}(l \times 400 \times {{10}^{ - 3}})}}{{0.15 \times {{10}^{ - 3}}}}\) \(l = 33.9\, m\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
197653
एक समान्तर प्लेट संधारित्र को \(50\, V\) के विभवान्तर तक आवेशित किया गया है। इसे एक प्रतिरोध से निरावेशित किया जाता है। \(1\) सैकण्ड बाद, प्लेटों के मध्य विभवान्तर \(40 \,V\) रह जाता है तो
1 \(1\) सैकण्ड बाद संचित ऊर्जा का अंश \({16}/{25}\) है
2 \(2\) सैकण्ड बाद प्लेटों के मध्य विभवान्तर \(32\, V\) है
3 \(2\) सैकण्ड बाद प्लेटों के मध्य विभवान्तर \(20 \,V\) है
197654
एक समान्तर प्लेट संधारित्र बैटरी से जुड़ा है। इसकी प्लेटों को एकसमान चाल से दूर की ओर खींचा जाता है। यदि प्लेटों के बीच अन्तराल \(x\) है, तो संधारित्र की स्थितिज ऊर्जा की समय के साथ परिवर्तन की दर निम्न में से किसके समानुपाती है
197655
पाँच एक जैसी समान क्षेत्रफल \(A\) की प्लेटों को चित्र के अनुसार जोड़ा गया है। प्लेटों के बीच की दूरी \(d\) है। यदि इस संयोजन को \(V\) वोल्ट तक आवेशित किया जाये तो प्लेट \(1\) व \(4\) पर आवेश होगा
दिये गये परिपथ को निम्न प्रकार पुन: बनाया जा सकता है। सभी संधारित्र एकसमान हैं एवं प्रत्येक की धारिता \(C = \frac{{{\varepsilon _0}A}}{d}\)है। प्रत्येक संधारित्र पर आवेश $| = |$ प्रत्येक प्लेट का आवेश| \( = \frac{{{\varepsilon _0}A}}{d}V\) प्लेट \(1\) बैटरी के धन सिरे से जुड़ी है अत: इस पर आवेश \( + \frac{{{\varepsilon _0}A}}{d}V\)होगा प्लेट \(4\) दो बार आती है एवं बैटरी के ऋण सिरे से जुड़ी है। अत: इस पर आवेश \( - \frac{{2{\varepsilon _0}A}}{d}\,V\)
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01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
197652
किसी पतली धातु की पत्ती से बनाये गये संधारित्र की धारिता \(2\,\mu F\) है। यदि पत्ती को \(0.15\,mm\) मोटाई के कागज के साथ मोड़ दिया जाये जबकि कागज का परावैद्युतांक \(2.5\) एवं कागज की चौड़ाई \(400\,mm\) हो तो पत्ती की लम्बाई.......\(m\) होगी
1 \(0.34\)
2 \(1.33\)
3 \(13.4\)
4 \(33.9\)
Explanation:
यदि पत्ती की लम्बाई \(l\) है तब \(C = \frac{{k{\varepsilon _0}(l \times b)}}{d}\) \(2 \times {10^{ - 6}} = \frac{{2.5 \times 8.85 \times {{10}^{ - 12}}(l \times 400 \times {{10}^{ - 3}})}}{{0.15 \times {{10}^{ - 3}}}}\) \(l = 33.9\, m\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
197653
एक समान्तर प्लेट संधारित्र को \(50\, V\) के विभवान्तर तक आवेशित किया गया है। इसे एक प्रतिरोध से निरावेशित किया जाता है। \(1\) सैकण्ड बाद, प्लेटों के मध्य विभवान्तर \(40 \,V\) रह जाता है तो
1 \(1\) सैकण्ड बाद संचित ऊर्जा का अंश \({16}/{25}\) है
2 \(2\) सैकण्ड बाद प्लेटों के मध्य विभवान्तर \(32\, V\) है
3 \(2\) सैकण्ड बाद प्लेटों के मध्य विभवान्तर \(20 \,V\) है
197654
एक समान्तर प्लेट संधारित्र बैटरी से जुड़ा है। इसकी प्लेटों को एकसमान चाल से दूर की ओर खींचा जाता है। यदि प्लेटों के बीच अन्तराल \(x\) है, तो संधारित्र की स्थितिज ऊर्जा की समय के साथ परिवर्तन की दर निम्न में से किसके समानुपाती है
197655
पाँच एक जैसी समान क्षेत्रफल \(A\) की प्लेटों को चित्र के अनुसार जोड़ा गया है। प्लेटों के बीच की दूरी \(d\) है। यदि इस संयोजन को \(V\) वोल्ट तक आवेशित किया जाये तो प्लेट \(1\) व \(4\) पर आवेश होगा
दिये गये परिपथ को निम्न प्रकार पुन: बनाया जा सकता है। सभी संधारित्र एकसमान हैं एवं प्रत्येक की धारिता \(C = \frac{{{\varepsilon _0}A}}{d}\)है। प्रत्येक संधारित्र पर आवेश $| = |$ प्रत्येक प्लेट का आवेश| \( = \frac{{{\varepsilon _0}A}}{d}V\) प्लेट \(1\) बैटरी के धन सिरे से जुड़ी है अत: इस पर आवेश \( + \frac{{{\varepsilon _0}A}}{d}V\)होगा प्लेट \(4\) दो बार आती है एवं बैटरी के ऋण सिरे से जुड़ी है। अत: इस पर आवेश \( - \frac{{2{\varepsilon _0}A}}{d}\,V\)