01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197617 दो समान पतले वलय, जिनमें से प्रत्येक की त्रिज्या \(R\) मीटर है, एक-दूसरे से \(R\) मीटर की दूरी पर समाक्षत: रख दिए जाते हैं। यदि \(Q_1\) कूलॉम और \(Q_2\) कूलॉम आवेश उन वलयों पर समान रूप से फैला दिए जाते हें तो एक आवेश \(q\) को एक वलय के केन्द्र से दूसरे वलय के केन्द्र तक ले जाने में किया गया कार्य होगा

1 शून्य
2 \(\frac{{q({Q_1} - {Q_2})(\sqrt 2 - 1)}}{{\sqrt 2 .4\pi {\varepsilon _0}R}}\)
3 \(\frac{{q\sqrt 2 ({Q_1} + {Q_2})}}{{4\pi {\varepsilon _0}R}}\)
4 \(\frac{{q({Q_1} + {Q_2})(\sqrt 2 + 1)}}{{\sqrt 2 .4\pi {\varepsilon _0}R}}\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197618 एक आदर्श चालक के भीतर एक दीर्घवृत्तीय गुहिका (ellipsoidal cavity) स्थित है। गुहिका के केन्द्र पर एक धनात्मक आवेश \(q\) रखा है। गुहिका की सतह पर दो बिन्दु \(A\) और \(B\) हैं। तब

1 गुहिका में बिन्दु \(A\) के पास वैद्युत क्षेत्र = गुहिका में बिन्दु \(B\) के पास वैद्युत क्षेत्र
2 गुहिका की सतह में से गुजरने वाला वैद्युत फ्लक्स \(q/{\varepsilon _0}\)है
3 बिन्दु \(A\)पर विभव = बिन्दु \(B\) पर विभव
4 दोनों \((b)\) और \((c)\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197619 ­x­-अक्ष पर प्रत्येक बिन्दुओं \(x = {x_0},\,x = 3{x_0},\,x = 5{x_0}\).....\(\infty\) पर आवेश q रखा है एवं बिन्दुओं \(x = 2{x_0},\,x = 4{x_0},x = 6{x_0}\), …\(\infty\) पर दूसरा आवेश -q रखा है, यहाँ \({x_0}\) धनात्मक नियतांक है। यदि किसी आवेश \(Q\) से \(r\) दूरी पर विभव का मान \(Q/(4\pi {\varepsilon _0}r)\) हो तो उपरोक्त आवेशों के निकाय के कारण मूल बिन्दु पर विभव होगा

1 0
2 \(\frac{q}{{8\pi {\varepsilon _0}{x_0}\ln 2}}\)
3 \(\infty \)
4 \(\frac{{q\ln 2}}{{4\pi {\varepsilon _0}{x_0}}}\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197633 \(x - y\) तल में किसी बिन्दु \((x,\;y)\) पर विद्युतीय विभव \(V =  - kxy\) द्वारा दिया गया है। मूल बिन्दु से \(r\) दूरी पर विद्युत क्षेत्र की तीव्रता निम्न रूप में परिवर्तित होती है

1 \({r^2}\)
2 \(r\)
3 \(\frac{1}{r}\)
4 \(\frac{1}{{{r^2}}}\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197620 एक धनावेशित पतली धातु की वलय जिसकी त्रिज्या \(R\), \(xy\)-तल में स्थित है तथा इसका केन्द्र मूल बिन्दु \(O\) पर है। एक ऋणावेशित कण \(P\) विराम अवस्था से बिन्दु \((0,\,0,\,{z_0})\) से छोड़ा जाता है, यहाँ \({z_0} > 0\) तो \(P\) की गति होगी

1 \(z_0\) सभी मानों के लिये दोलनी जोकि \(0 < {z_0} < \infty \)को संतुष्ट करें
2 \(z_0\) के सभी मानों के लिये सरल आवर्त गति जो कि \(0 < {z_0} < R\) को संतुष्ट करें
3 लगभग सरल आवर्त गति जबकि \({z_0} <  < R\)
4 दोनों \((b)\) और \((c)\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197617 दो समान पतले वलय, जिनमें से प्रत्येक की त्रिज्या \(R\) मीटर है, एक-दूसरे से \(R\) मीटर की दूरी पर समाक्षत: रख दिए जाते हैं। यदि \(Q_1\) कूलॉम और \(Q_2\) कूलॉम आवेश उन वलयों पर समान रूप से फैला दिए जाते हें तो एक आवेश \(q\) को एक वलय के केन्द्र से दूसरे वलय के केन्द्र तक ले जाने में किया गया कार्य होगा

1 शून्य
2 \(\frac{{q({Q_1} - {Q_2})(\sqrt 2 - 1)}}{{\sqrt 2 .4\pi {\varepsilon _0}R}}\)
3 \(\frac{{q\sqrt 2 ({Q_1} + {Q_2})}}{{4\pi {\varepsilon _0}R}}\)
4 \(\frac{{q({Q_1} + {Q_2})(\sqrt 2 + 1)}}{{\sqrt 2 .4\pi {\varepsilon _0}R}}\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197618 एक आदर्श चालक के भीतर एक दीर्घवृत्तीय गुहिका (ellipsoidal cavity) स्थित है। गुहिका के केन्द्र पर एक धनात्मक आवेश \(q\) रखा है। गुहिका की सतह पर दो बिन्दु \(A\) और \(B\) हैं। तब

1 गुहिका में बिन्दु \(A\) के पास वैद्युत क्षेत्र = गुहिका में बिन्दु \(B\) के पास वैद्युत क्षेत्र
2 गुहिका की सतह में से गुजरने वाला वैद्युत फ्लक्स \(q/{\varepsilon _0}\)है
3 बिन्दु \(A\)पर विभव = बिन्दु \(B\) पर विभव
4 दोनों \((b)\) और \((c)\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197619 ­x­-अक्ष पर प्रत्येक बिन्दुओं \(x = {x_0},\,x = 3{x_0},\,x = 5{x_0}\).....\(\infty\) पर आवेश q रखा है एवं बिन्दुओं \(x = 2{x_0},\,x = 4{x_0},x = 6{x_0}\), …\(\infty\) पर दूसरा आवेश -q रखा है, यहाँ \({x_0}\) धनात्मक नियतांक है। यदि किसी आवेश \(Q\) से \(r\) दूरी पर विभव का मान \(Q/(4\pi {\varepsilon _0}r)\) हो तो उपरोक्त आवेशों के निकाय के कारण मूल बिन्दु पर विभव होगा

1 0
2 \(\frac{q}{{8\pi {\varepsilon _0}{x_0}\ln 2}}\)
3 \(\infty \)
4 \(\frac{{q\ln 2}}{{4\pi {\varepsilon _0}{x_0}}}\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197633 \(x - y\) तल में किसी बिन्दु \((x,\;y)\) पर विद्युतीय विभव \(V =  - kxy\) द्वारा दिया गया है। मूल बिन्दु से \(r\) दूरी पर विद्युत क्षेत्र की तीव्रता निम्न रूप में परिवर्तित होती है

1 \({r^2}\)
2 \(r\)
3 \(\frac{1}{r}\)
4 \(\frac{1}{{{r^2}}}\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197620 एक धनावेशित पतली धातु की वलय जिसकी त्रिज्या \(R\), \(xy\)-तल में स्थित है तथा इसका केन्द्र मूल बिन्दु \(O\) पर है। एक ऋणावेशित कण \(P\) विराम अवस्था से बिन्दु \((0,\,0,\,{z_0})\) से छोड़ा जाता है, यहाँ \({z_0} > 0\) तो \(P\) की गति होगी

1 \(z_0\) सभी मानों के लिये दोलनी जोकि \(0 < {z_0} < \infty \)को संतुष्ट करें
2 \(z_0\) के सभी मानों के लिये सरल आवर्त गति जो कि \(0 < {z_0} < R\) को संतुष्ट करें
3 लगभग सरल आवर्त गति जबकि \({z_0} <  < R\)
4 दोनों \((b)\) और \((c)\)
NEET Test Series from KOTA - 10 Papers In MS WORD WhatsApp Here
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197617 दो समान पतले वलय, जिनमें से प्रत्येक की त्रिज्या \(R\) मीटर है, एक-दूसरे से \(R\) मीटर की दूरी पर समाक्षत: रख दिए जाते हैं। यदि \(Q_1\) कूलॉम और \(Q_2\) कूलॉम आवेश उन वलयों पर समान रूप से फैला दिए जाते हें तो एक आवेश \(q\) को एक वलय के केन्द्र से दूसरे वलय के केन्द्र तक ले जाने में किया गया कार्य होगा

1 शून्य
2 \(\frac{{q({Q_1} - {Q_2})(\sqrt 2 - 1)}}{{\sqrt 2 .4\pi {\varepsilon _0}R}}\)
3 \(\frac{{q\sqrt 2 ({Q_1} + {Q_2})}}{{4\pi {\varepsilon _0}R}}\)
4 \(\frac{{q({Q_1} + {Q_2})(\sqrt 2 + 1)}}{{\sqrt 2 .4\pi {\varepsilon _0}R}}\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197618 एक आदर्श चालक के भीतर एक दीर्घवृत्तीय गुहिका (ellipsoidal cavity) स्थित है। गुहिका के केन्द्र पर एक धनात्मक आवेश \(q\) रखा है। गुहिका की सतह पर दो बिन्दु \(A\) और \(B\) हैं। तब

1 गुहिका में बिन्दु \(A\) के पास वैद्युत क्षेत्र = गुहिका में बिन्दु \(B\) के पास वैद्युत क्षेत्र
2 गुहिका की सतह में से गुजरने वाला वैद्युत फ्लक्स \(q/{\varepsilon _0}\)है
3 बिन्दु \(A\)पर विभव = बिन्दु \(B\) पर विभव
4 दोनों \((b)\) और \((c)\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197619 ­x­-अक्ष पर प्रत्येक बिन्दुओं \(x = {x_0},\,x = 3{x_0},\,x = 5{x_0}\).....\(\infty\) पर आवेश q रखा है एवं बिन्दुओं \(x = 2{x_0},\,x = 4{x_0},x = 6{x_0}\), …\(\infty\) पर दूसरा आवेश -q रखा है, यहाँ \({x_0}\) धनात्मक नियतांक है। यदि किसी आवेश \(Q\) से \(r\) दूरी पर विभव का मान \(Q/(4\pi {\varepsilon _0}r)\) हो तो उपरोक्त आवेशों के निकाय के कारण मूल बिन्दु पर विभव होगा

1 0
2 \(\frac{q}{{8\pi {\varepsilon _0}{x_0}\ln 2}}\)
3 \(\infty \)
4 \(\frac{{q\ln 2}}{{4\pi {\varepsilon _0}{x_0}}}\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197633 \(x - y\) तल में किसी बिन्दु \((x,\;y)\) पर विद्युतीय विभव \(V =  - kxy\) द्वारा दिया गया है। मूल बिन्दु से \(r\) दूरी पर विद्युत क्षेत्र की तीव्रता निम्न रूप में परिवर्तित होती है

1 \({r^2}\)
2 \(r\)
3 \(\frac{1}{r}\)
4 \(\frac{1}{{{r^2}}}\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197620 एक धनावेशित पतली धातु की वलय जिसकी त्रिज्या \(R\), \(xy\)-तल में स्थित है तथा इसका केन्द्र मूल बिन्दु \(O\) पर है। एक ऋणावेशित कण \(P\) विराम अवस्था से बिन्दु \((0,\,0,\,{z_0})\) से छोड़ा जाता है, यहाँ \({z_0} > 0\) तो \(P\) की गति होगी

1 \(z_0\) सभी मानों के लिये दोलनी जोकि \(0 < {z_0} < \infty \)को संतुष्ट करें
2 \(z_0\) के सभी मानों के लिये सरल आवर्त गति जो कि \(0 < {z_0} < R\) को संतुष्ट करें
3 लगभग सरल आवर्त गति जबकि \({z_0} <  < R\)
4 दोनों \((b)\) और \((c)\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197617 दो समान पतले वलय, जिनमें से प्रत्येक की त्रिज्या \(R\) मीटर है, एक-दूसरे से \(R\) मीटर की दूरी पर समाक्षत: रख दिए जाते हैं। यदि \(Q_1\) कूलॉम और \(Q_2\) कूलॉम आवेश उन वलयों पर समान रूप से फैला दिए जाते हें तो एक आवेश \(q\) को एक वलय के केन्द्र से दूसरे वलय के केन्द्र तक ले जाने में किया गया कार्य होगा

1 शून्य
2 \(\frac{{q({Q_1} - {Q_2})(\sqrt 2 - 1)}}{{\sqrt 2 .4\pi {\varepsilon _0}R}}\)
3 \(\frac{{q\sqrt 2 ({Q_1} + {Q_2})}}{{4\pi {\varepsilon _0}R}}\)
4 \(\frac{{q({Q_1} + {Q_2})(\sqrt 2 + 1)}}{{\sqrt 2 .4\pi {\varepsilon _0}R}}\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197618 एक आदर्श चालक के भीतर एक दीर्घवृत्तीय गुहिका (ellipsoidal cavity) स्थित है। गुहिका के केन्द्र पर एक धनात्मक आवेश \(q\) रखा है। गुहिका की सतह पर दो बिन्दु \(A\) और \(B\) हैं। तब

1 गुहिका में बिन्दु \(A\) के पास वैद्युत क्षेत्र = गुहिका में बिन्दु \(B\) के पास वैद्युत क्षेत्र
2 गुहिका की सतह में से गुजरने वाला वैद्युत फ्लक्स \(q/{\varepsilon _0}\)है
3 बिन्दु \(A\)पर विभव = बिन्दु \(B\) पर विभव
4 दोनों \((b)\) और \((c)\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197619 ­x­-अक्ष पर प्रत्येक बिन्दुओं \(x = {x_0},\,x = 3{x_0},\,x = 5{x_0}\).....\(\infty\) पर आवेश q रखा है एवं बिन्दुओं \(x = 2{x_0},\,x = 4{x_0},x = 6{x_0}\), …\(\infty\) पर दूसरा आवेश -q रखा है, यहाँ \({x_0}\) धनात्मक नियतांक है। यदि किसी आवेश \(Q\) से \(r\) दूरी पर विभव का मान \(Q/(4\pi {\varepsilon _0}r)\) हो तो उपरोक्त आवेशों के निकाय के कारण मूल बिन्दु पर विभव होगा

1 0
2 \(\frac{q}{{8\pi {\varepsilon _0}{x_0}\ln 2}}\)
3 \(\infty \)
4 \(\frac{{q\ln 2}}{{4\pi {\varepsilon _0}{x_0}}}\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197633 \(x - y\) तल में किसी बिन्दु \((x,\;y)\) पर विद्युतीय विभव \(V =  - kxy\) द्वारा दिया गया है। मूल बिन्दु से \(r\) दूरी पर विद्युत क्षेत्र की तीव्रता निम्न रूप में परिवर्तित होती है

1 \({r^2}\)
2 \(r\)
3 \(\frac{1}{r}\)
4 \(\frac{1}{{{r^2}}}\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197620 एक धनावेशित पतली धातु की वलय जिसकी त्रिज्या \(R\), \(xy\)-तल में स्थित है तथा इसका केन्द्र मूल बिन्दु \(O\) पर है। एक ऋणावेशित कण \(P\) विराम अवस्था से बिन्दु \((0,\,0,\,{z_0})\) से छोड़ा जाता है, यहाँ \({z_0} > 0\) तो \(P\) की गति होगी

1 \(z_0\) सभी मानों के लिये दोलनी जोकि \(0 < {z_0} < \infty \)को संतुष्ट करें
2 \(z_0\) के सभी मानों के लिये सरल आवर्त गति जो कि \(0 < {z_0} < R\) को संतुष्ट करें
3 लगभग सरल आवर्त गति जबकि \({z_0} <  < R\)
4 दोनों \((b)\) और \((c)\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197617 दो समान पतले वलय, जिनमें से प्रत्येक की त्रिज्या \(R\) मीटर है, एक-दूसरे से \(R\) मीटर की दूरी पर समाक्षत: रख दिए जाते हैं। यदि \(Q_1\) कूलॉम और \(Q_2\) कूलॉम आवेश उन वलयों पर समान रूप से फैला दिए जाते हें तो एक आवेश \(q\) को एक वलय के केन्द्र से दूसरे वलय के केन्द्र तक ले जाने में किया गया कार्य होगा

1 शून्य
2 \(\frac{{q({Q_1} - {Q_2})(\sqrt 2 - 1)}}{{\sqrt 2 .4\pi {\varepsilon _0}R}}\)
3 \(\frac{{q\sqrt 2 ({Q_1} + {Q_2})}}{{4\pi {\varepsilon _0}R}}\)
4 \(\frac{{q({Q_1} + {Q_2})(\sqrt 2 + 1)}}{{\sqrt 2 .4\pi {\varepsilon _0}R}}\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197618 एक आदर्श चालक के भीतर एक दीर्घवृत्तीय गुहिका (ellipsoidal cavity) स्थित है। गुहिका के केन्द्र पर एक धनात्मक आवेश \(q\) रखा है। गुहिका की सतह पर दो बिन्दु \(A\) और \(B\) हैं। तब

1 गुहिका में बिन्दु \(A\) के पास वैद्युत क्षेत्र = गुहिका में बिन्दु \(B\) के पास वैद्युत क्षेत्र
2 गुहिका की सतह में से गुजरने वाला वैद्युत फ्लक्स \(q/{\varepsilon _0}\)है
3 बिन्दु \(A\)पर विभव = बिन्दु \(B\) पर विभव
4 दोनों \((b)\) और \((c)\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197619 ­x­-अक्ष पर प्रत्येक बिन्दुओं \(x = {x_0},\,x = 3{x_0},\,x = 5{x_0}\).....\(\infty\) पर आवेश q रखा है एवं बिन्दुओं \(x = 2{x_0},\,x = 4{x_0},x = 6{x_0}\), …\(\infty\) पर दूसरा आवेश -q रखा है, यहाँ \({x_0}\) धनात्मक नियतांक है। यदि किसी आवेश \(Q\) से \(r\) दूरी पर विभव का मान \(Q/(4\pi {\varepsilon _0}r)\) हो तो उपरोक्त आवेशों के निकाय के कारण मूल बिन्दु पर विभव होगा

1 0
2 \(\frac{q}{{8\pi {\varepsilon _0}{x_0}\ln 2}}\)
3 \(\infty \)
4 \(\frac{{q\ln 2}}{{4\pi {\varepsilon _0}{x_0}}}\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197633 \(x - y\) तल में किसी बिन्दु \((x,\;y)\) पर विद्युतीय विभव \(V =  - kxy\) द्वारा दिया गया है। मूल बिन्दु से \(r\) दूरी पर विद्युत क्षेत्र की तीव्रता निम्न रूप में परिवर्तित होती है

1 \({r^2}\)
2 \(r\)
3 \(\frac{1}{r}\)
4 \(\frac{1}{{{r^2}}}\)
01. ELECTRIC CHARGES AND FIELDS (HM)

197620 एक धनावेशित पतली धातु की वलय जिसकी त्रिज्या \(R\), \(xy\)-तल में स्थित है तथा इसका केन्द्र मूल बिन्दु \(O\) पर है। एक ऋणावेशित कण \(P\) विराम अवस्था से बिन्दु \((0,\,0,\,{z_0})\) से छोड़ा जाता है, यहाँ \({z_0} > 0\) तो \(P\) की गति होगी

1 \(z_0\) सभी मानों के लिये दोलनी जोकि \(0 < {z_0} < \infty \)को संतुष्ट करें
2 \(z_0\) के सभी मानों के लिये सरल आवर्त गति जो कि \(0 < {z_0} < R\) को संतुष्ट करें
3 लगभग सरल आवर्त गति जबकि \({z_0} <  < R\)
4 दोनों \((b)\) और \((c)\)