197705 तीन समकेन्द्री गोलों की त्रिज्याएं \(a , b\) और \(c\) (जबकि \(a < b < c\) है ) हैं और इनके तलीय आवेश घनत्व क्रमानुसार \(\sigma,-\sigma\) और \(\sigma\) हैं। यदि \(V _{ A }, V _{ B }\) और \(V _{ C }\) इन तीन गोलों के विभवों को सूचित करते हों, तो \(c = a + b\) होने पर :-
197707 श्रेणी क्रम में जुड़े (संयोजित ) \(n_{1}\) संधारित्रों में प्रत्येक की धारिता \(C_{1}\) है। इस संयोजन को \(4\, V\) विभवान्तर के एक स्त्रोत से आवेशित किया गया है। एक अन्य संयोजन में \(n_{2}\) संधारित्रों को, जिनमें प्रत्येक की धारिता \(C_{2}\) है, समान्तर (पाश्र्व) क्रम में जोड़कर, \(V\) विभवान्तर के एक स्त्रोत से आवेशित किया गया है। यदि इन दोनो संयोजनों में संचित ऊर्जा समान (बराबर) हो तो \(C_{1},\) के पदों \(C_{2}\) का मान होगा
197708 \(L\) मीटर भुजा की एक वर्गाकार सतह , पेपर के समतल में, किसी एक समान विधुत क्षेत्र में रखी है। विधुत क्षेत्र की तीव्रता \(E( v / m )\) है और यह उसी समतल के अनुदिश, वर्ग की क्षैतिज भुजा से \(\theta\) कोण पर कार्य करता है , जैसा की चित्र (आरेख ) में दिखाया गया है। इस सतह से सम्बद्ध विद्युत फ्लक्स, \(volt.\, m\) में है
197705 तीन समकेन्द्री गोलों की त्रिज्याएं \(a , b\) और \(c\) (जबकि \(a < b < c\) है ) हैं और इनके तलीय आवेश घनत्व क्रमानुसार \(\sigma,-\sigma\) और \(\sigma\) हैं। यदि \(V _{ A }, V _{ B }\) और \(V _{ C }\) इन तीन गोलों के विभवों को सूचित करते हों, तो \(c = a + b\) होने पर :-
197707 श्रेणी क्रम में जुड़े (संयोजित ) \(n_{1}\) संधारित्रों में प्रत्येक की धारिता \(C_{1}\) है। इस संयोजन को \(4\, V\) विभवान्तर के एक स्त्रोत से आवेशित किया गया है। एक अन्य संयोजन में \(n_{2}\) संधारित्रों को, जिनमें प्रत्येक की धारिता \(C_{2}\) है, समान्तर (पाश्र्व) क्रम में जोड़कर, \(V\) विभवान्तर के एक स्त्रोत से आवेशित किया गया है। यदि इन दोनो संयोजनों में संचित ऊर्जा समान (बराबर) हो तो \(C_{1},\) के पदों \(C_{2}\) का मान होगा
197708 \(L\) मीटर भुजा की एक वर्गाकार सतह , पेपर के समतल में, किसी एक समान विधुत क्षेत्र में रखी है। विधुत क्षेत्र की तीव्रता \(E( v / m )\) है और यह उसी समतल के अनुदिश, वर्ग की क्षैतिज भुजा से \(\theta\) कोण पर कार्य करता है , जैसा की चित्र (आरेख ) में दिखाया गया है। इस सतह से सम्बद्ध विद्युत फ्लक्स, \(volt.\, m\) में है
197705 तीन समकेन्द्री गोलों की त्रिज्याएं \(a , b\) और \(c\) (जबकि \(a < b < c\) है ) हैं और इनके तलीय आवेश घनत्व क्रमानुसार \(\sigma,-\sigma\) और \(\sigma\) हैं। यदि \(V _{ A }, V _{ B }\) और \(V _{ C }\) इन तीन गोलों के विभवों को सूचित करते हों, तो \(c = a + b\) होने पर :-
197707 श्रेणी क्रम में जुड़े (संयोजित ) \(n_{1}\) संधारित्रों में प्रत्येक की धारिता \(C_{1}\) है। इस संयोजन को \(4\, V\) विभवान्तर के एक स्त्रोत से आवेशित किया गया है। एक अन्य संयोजन में \(n_{2}\) संधारित्रों को, जिनमें प्रत्येक की धारिता \(C_{2}\) है, समान्तर (पाश्र्व) क्रम में जोड़कर, \(V\) विभवान्तर के एक स्त्रोत से आवेशित किया गया है। यदि इन दोनो संयोजनों में संचित ऊर्जा समान (बराबर) हो तो \(C_{1},\) के पदों \(C_{2}\) का मान होगा
197708 \(L\) मीटर भुजा की एक वर्गाकार सतह , पेपर के समतल में, किसी एक समान विधुत क्षेत्र में रखी है। विधुत क्षेत्र की तीव्रता \(E( v / m )\) है और यह उसी समतल के अनुदिश, वर्ग की क्षैतिज भुजा से \(\theta\) कोण पर कार्य करता है , जैसा की चित्र (आरेख ) में दिखाया गया है। इस सतह से सम्बद्ध विद्युत फ्लक्स, \(volt.\, m\) में है
197705 तीन समकेन्द्री गोलों की त्रिज्याएं \(a , b\) और \(c\) (जबकि \(a < b < c\) है ) हैं और इनके तलीय आवेश घनत्व क्रमानुसार \(\sigma,-\sigma\) और \(\sigma\) हैं। यदि \(V _{ A }, V _{ B }\) और \(V _{ C }\) इन तीन गोलों के विभवों को सूचित करते हों, तो \(c = a + b\) होने पर :-
197707 श्रेणी क्रम में जुड़े (संयोजित ) \(n_{1}\) संधारित्रों में प्रत्येक की धारिता \(C_{1}\) है। इस संयोजन को \(4\, V\) विभवान्तर के एक स्त्रोत से आवेशित किया गया है। एक अन्य संयोजन में \(n_{2}\) संधारित्रों को, जिनमें प्रत्येक की धारिता \(C_{2}\) है, समान्तर (पाश्र्व) क्रम में जोड़कर, \(V\) विभवान्तर के एक स्त्रोत से आवेशित किया गया है। यदि इन दोनो संयोजनों में संचित ऊर्जा समान (बराबर) हो तो \(C_{1},\) के पदों \(C_{2}\) का मान होगा
197708 \(L\) मीटर भुजा की एक वर्गाकार सतह , पेपर के समतल में, किसी एक समान विधुत क्षेत्र में रखी है। विधुत क्षेत्र की तीव्रता \(E( v / m )\) है और यह उसी समतल के अनुदिश, वर्ग की क्षैतिज भुजा से \(\theta\) कोण पर कार्य करता है , जैसा की चित्र (आरेख ) में दिखाया गया है। इस सतह से सम्बद्ध विद्युत फ्लक्स, \(volt.\, m\) में है
197705 तीन समकेन्द्री गोलों की त्रिज्याएं \(a , b\) और \(c\) (जबकि \(a < b < c\) है ) हैं और इनके तलीय आवेश घनत्व क्रमानुसार \(\sigma,-\sigma\) और \(\sigma\) हैं। यदि \(V _{ A }, V _{ B }\) और \(V _{ C }\) इन तीन गोलों के विभवों को सूचित करते हों, तो \(c = a + b\) होने पर :-
197707 श्रेणी क्रम में जुड़े (संयोजित ) \(n_{1}\) संधारित्रों में प्रत्येक की धारिता \(C_{1}\) है। इस संयोजन को \(4\, V\) विभवान्तर के एक स्त्रोत से आवेशित किया गया है। एक अन्य संयोजन में \(n_{2}\) संधारित्रों को, जिनमें प्रत्येक की धारिता \(C_{2}\) है, समान्तर (पाश्र्व) क्रम में जोड़कर, \(V\) विभवान्तर के एक स्त्रोत से आवेशित किया गया है। यदि इन दोनो संयोजनों में संचित ऊर्जा समान (बराबर) हो तो \(C_{1},\) के पदों \(C_{2}\) का मान होगा
197708 \(L\) मीटर भुजा की एक वर्गाकार सतह , पेपर के समतल में, किसी एक समान विधुत क्षेत्र में रखी है। विधुत क्षेत्र की तीव्रता \(E( v / m )\) है और यह उसी समतल के अनुदिश, वर्ग की क्षैतिज भुजा से \(\theta\) कोण पर कार्य करता है , जैसा की चित्र (आरेख ) में दिखाया गया है। इस सतह से सम्बद्ध विद्युत फ्लक्स, \(volt.\, m\) में है